बहु पूनम की मदमस्त जवानी-2
Poonam Bahu Ki Madmast Javani-2
मैंने कहा- पूनम, आज तो तुम हुस्न का पहाड़ हो गई हो ! मैंने ऐसी खूबसूरती पूरी जिंदगी में कभी नहीं देखी। आओ, मेरे पास आओ।वो आकर मेरे पास बैठ गई तो मैंने कहा- क्यों, आज मेरी गोद में नहीं बैठोगी?
तो वो हंसते हुए मेरी गोद में बैठ गई, मैं उसे सहलाने लगा और उसकी तारीफ़ करने लगा।
वो बहुत ही खुश थी और कहने लगी- पापा आप न होते तो मेरा क्या होता? आप मेरे दोस्त बन कर मुझे साथ न देते तो शायद में पूरी जिंदगी सुनील के साथ न बिता पाती, चली जाती।
तो मैंने भी जवाब में कहा- मेरे होते हुए तुम्हे कोई चिंता की जरुरत नहीं।
वो ऐसे ही बातें करती रही पर मेरा ध्यान तो उसके बदन में था, मैं यही सोच रहा था कि मैं ऐसा क्या करूँ जिससे पूनम मेरे साथ चुदाई के लिए राजी हो जाये !
फिर मैंने एक योजना बनाई और पूनम को कहा- तुम रसोई के फ्रिज में से शराब की बोतल लेकर आओ !
तो वो लेकर आई और मैं शराब पीने लगा, फिर मैंने पूनम को भी थोड़ी सी शराब पिलाई। अब वो मस्त होने लगी थी, फिर मैंने कहा- चलो पूनम, हम स्वीमिंग पूल में नहाने जाते हैं।
तो वो भी मान गई और हम स्वीमिंग पूल में नहाने लगे, मैं सिर्फ अपनी निकर में था और पूनम अपने नाईट सूट में ही पानी में नहाने लगी। पानी में भीगते उसका पूरा बदन दिखने लगा उसके बड़े से स्तन, उसके चूतड़ और उसकी चूत का आकार भी पूरा दिखने लगा। उसने अन्दर कुछ नहीं पहना था।
नहाते हुए मैं उसके पूरे बदन को सहलाने लगा तो वो भी मजा लेने लगी। मैंने धीरे धीरे उसके स्तनों पर हाथ फिराया और फिर उसके स्तनों को दबाने लगा, उसको भी मजा आ रहा था। फिर मैंने उसकी टी शर्ट में हाथ डाल दिया और उसके स्तन दबाने लगा फिर मैंने उसका टी शर्ट उतार दिया और उसके स्तनों को देखता ही रह गया, इतने खूबसूरत स्तन मैंने कभी न देखे थे एकदम कसे हुए गोल आधे कटे खरबूजे जैसे उसके स्तनों को देख में तो पागल हो गया।
मैं उसके स्तनों को मुँह में लेकर चूसने लगा और वो भी हल्की हल्की आवाजें निकालने लगी- आह आह…
फिर मैं उसको उठा कर अपने बेडरूम में ले गया और उसे बिस्तर पर लिटा दिया, वो कहने लगी- पापा, आओ न ! आज मेरी प्यास बुझाओ न !
यह सुन कर मैं और भी उत्तेजित होकर उसके स्तनों को जोर से दबाने, चूसने लगा, काटने लगा।
फिर मैंने उसका गीला पजामा निकाल दिया और उसके दोनों पैरो को फैलाया तो मैं दंग रह गया। उसकी चूत क्या कमाल थी, चूत पर शायद बाल कभी उगे ही नहीं, इतनी कोमल, दूध जैसी सफ़ेद, चूत के होंठ बड़े से गुलाबी रंग के, और गीली होने के कारण चूत चमक रही थी।
मैं बिना कुछ करे उसकी चूत को पूरा अपने मुँह में लेकर चूसने लगा, चाटने लगा। वो भी मजा लेती हुई आवाजें निकालने लगी, मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबाने लगी और अपनी चूत को उचका कर मेरे मुँह में देने लगी।फिर उसका पानी निकल गया और उसने मुझे झटके से पलट दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई। मेरी निकर में से निकाल कर मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।
थोड़ी देर चूसने बाद उसने वैसे ही बैठे हुए मेरा लंड अपनी चूत में डाल दिया और जोर जोर से उछलने लगी। बहुत देर तक वो करने के बाद थक गई तो मैंने उसको लिटा दिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसके दोनों पैर मेरे पैरों के बीच में लेकर दबा लिए और चोदने लगा। उसकी चूत बाहर से जितनी खूबसूरत थी उससे कहीं ज्यादा अन्दर से थी।
मैं उसको चोदते हुए उसके होंठों को और स्तनों को दबाते हुए चूम रहा था और वो भी सेक्स का आनंद ले रही थी, अपनी चूत को उछाल-उछाल कर मेरे लंड को अपने अन्दर ले रही थी।
ऐसे ही चोदते हुए उसने कई बार अपना पानी निकाल दिया और काफ़ी देर चोदने के बाद मेरा भी पानी उसकी चूत में ही निकल गया।
हम थक कर चूर हो गए थे, कब नींद आई पता ही न चला। सुबह मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि हम नंगे ही एक दूसरे को लिपट कर सोए हुए थे। मैं उठ कर पूनम को देखने लगा और सोचने लगा कि मैं कितना खुश किस्मत हूँ कि मुझे पूनम जैसी हसीं लड़की के साथ चुदाई का मौका मिला।
और मैं पूनम के बदन को सहलाने लगा तो उसकी भी नींद खुल गई, उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मुझे चूमने लगी। मैं भी उसके स्तनों को चूसने लगा तो उसका चुदाई का मन हो गया और उसने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में डलवा लिया और मैं उसको चोदने लगा। थोड़ी देर चोदने के बाद हम दोनों का पानी निकल गया और हम नहाने के लिए साथ गए, हमने एक दूसरे को नहलाया।
आज तो पहला दिन था, सुनील तो 5 दिन बाद वापिस आने वाला था, तब तक हमें यहीं रह कर सेक्स का आनन्द लेना था।
5 दिनों तक मैंने और पूनम ने अलग अलग तरीकों से चोदने का मजा लिया और घर वापिस आ गए। फिर पूनम रोज सवेरे मेरे पास आकर मुझे चोदने को कहती और हम रोज मजा लेते।
तीन साल हो गए ऐसे ही मैं पूनम को चोदता रहा, पूनम को मुझसे एक बेटा हुआ है जो अभी 6 महीने का है। हम आज भी साथ सेक्स का मजा लेते हैं।
सच में पूनम ने मेरी पत्नी की कमी पूरी कर दी।
मेरे प्यारे दोस्तो, यह कहानी एकदम सच्ची है, आपको कैसी लगी, यह जरूर बताना।