भाई-बहन की चुदाई

बहन का कामुक बदन मेरी बाहों में-2

(Bahan Ka Kamuk Badan Meri Bahon Mein-2)

फिर में उसके पास बैठ गया और उसके बाद हम दोनों गप्पे मारने लगे और कुछ देर बाद जॉन मुझसे कहने लगा कि चल हम आज मिलकर पेक लगाते है, क्योंकि वैसे भी हमे साथ बैठकर पिये बहुत दिन निकल चुके है। अब मैंने उसको कहा कि हाँ ठीक है और फिर हम दोनों साथ में बैठकर विस्की पीने लगे और थोड़ी देर के बाद मुझे बड़ा अच्छा ख़ासा नशा होने लगा था। दोस्तों मेरे दिमाग़ में लेकिन अब भी वोह सब बातें चल रही थी, इसलिए मैंने धीरे से अब जॉन से पूछ ही लिया यार अभी कुछ देर पहले मैंने देखा कि तुम्हारी बहन तुम्हारी गोद में बड़े ही अजीब तरह से बैठी थी यह सब क्या था? जॉन बोली कि यार आजकल के समय में थोड़ा बहुत यह सब चलता है, हम दोनों पूरी तरह से जवान हो चुके है और कभी कभी एक दूसरे के साथ ऐसे ही मज़े लेकर अपना मन बहला लेते है। दोस्तों इतनी ही देर में उसकी बहन मेरी भी आ गयी और फिर जॉन ने अपनी बहन मेरी के लिए भी एक पेग बना दिया और उसके बाद हम तीनों ही साथ में बैठकर पीने लगे थे। फिर कुछ देर के बाद मेरी आँखों के सामने भी अपनी जगह से उठकर मेरी एक बार फिर से अपने भाई जॉन की गोद में बैठ गयी। अब जॉन उसके कंधो को सहलाने लगा था और वो उसको किस भी करने लगा था।                    “Bahan Ka Kamuk Badan”

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दोस्तों इन सभी कामो की हद तो जब हो गयी, जब मैंने देखा कि मेरा वो दोस्त अब मेरे सामने ही अपनी गोद में बैठी अपनी जवान सुंदर बहन के बूब्स पर भी अपने हाथ को फेरने लगा था। अब में यह सब देखकर वहां से उठकर जाने लगा था, लेकिन तभी जॉन मुझसे कहने लगा कि बैठ ना तू ऐसे अचानक से उठकर खड़ा क्यों हो गया। दोस्तों वो बहुत अच्छी तरह से समझ गया था कि मेरे दिमाग़ में क्या सब चल रहा है? इसलिए वो अब मुझसे कहने लगा कि देख नितेश तू मेरा विश्वास कर मुझे या मेरी बातों को गलत मत समझ में तेरा अच्छा ही चाहता हूँ, देख यह उम्र ही कुछ ऐसी है जिसमें हम सभी पागल हो जाते है हमे बाद में हमारी गलतियों के बारे में सोचकर पछतावा होता है, क्योंकि इस उम्र में आकर सभी कुंवारी लड़कियाँ और लड़के भी पागल हो जाते है और हमारी सेक्स या उससे जुड़ी हुई बातें करना सुनना अच्छा लगता है और कभी कभी हमारा देख में तो तुझे भी समझा रहा हूँ कि तू जवान है और तेरे घर में भी जवान बहन बैठी है, तुम दोनों एक दूसरे की आग क्यों नहीं बुझाते? फिर उसी समय मैंने उसको कहा कि तुम अब चुप हो जाओ, इसके आगे मुझे कुछ भी नहीं सुनना।        “Bahan Ka Kamuk Badan”

तभी उसकी बहन मेरी बीच में बोली पड़ी क्यों तुम्हे इसकी बात में ऐसा क्या गलत लगा जो तुम इसको चुप होने के लिए कह रहे हो? क्यों तुम्हे जब अच्छा लगेगा जब तुम्हारी वो बाहर जाकर किसी दूसरे से अपनी चुदाई करवाकर आएगी और तुम अच्छी तरह से जानते हो कि तुम्हारा वो दोस्त मनीष तुम्हारी बहन के कितना पीछे पड़ा है और इस समय प्रिया भी अपने पूरे शबाब में है नितेश प्लीज तुम मेरी बातों को सुनकर ज्यादा बुरा मत मानो, क्योंकि वैसे भी तुम दोनों एक ही गम के मारे हुए हो और उसका इलाज़ भी तुम दोनों के पास है तो तुम क्यों नहीं इस काम को करते। दोस्तों उनकी बातें सुनकर मेरा भी दिमाग़ अब बड़ा खराब होने लगा था और फिर में उन्ही बातों को सोचते हुए अपने घर पहुँचा, प्रिया ने दरवाज़ा खोला। अब में अच्छे ख़ासे सुरूर में था, प्रिया मुझसे पूछने लगी कि भैया अगर आप कहे तो क्या में आपके लिए खाना लगा दूँ? मैंने हाँ में अपना सर हिला दिया और अब तो मेरी नज़र ही बदल गयी थी, क्योंकि मुझे ऐसे लग रहा था कि जैसे में प्रिया को पहली बार देख रहा हूँ। अब प्रिया अपनी गांड को मटकाते हुए किचन में चली गयी, प्रिया के बूब्स भी बड़े ग़ज़ब के थे और उनका आकार करीब 34 इंच होगा। दोस्तों ये कहानी आप हॉट सेक्स स्टोरी पर पढ़ रहे है।

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अब में सच में पागल हो रहा था और मन ही मन अपने दोस्त और उसकी बहन की वो बातें सोचकर सोचने लगा था कि आख़िर इतनी मस्त चूत के होते हुए में आज तक क्यों इतना परेशान रहा? लेकिन वो मामला मेरी बहन का था, इसलिए में कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता था। फिर आज तो एक दारू का सुरूर और उस पर प्रिया के शबाब का सुरूर मुझे पता था कि मुझे प्रिया जैसी सुंदर लड़की कभी नहीं मिल सकती, कहाँ में सांवला और कहाँ मेडम सी गोरी मेरी बहन और में ना जाने क्या क्या बातें सोचकर उधेड़बुन में लगा हुआ था। फिर प्रिया उस समय रसोई में रोटी बना रही थी और उस समय प्रिया की पीठ मेरी तरफ थी, में हिम्मत करते हुए उसके पीछे से अपनी बहन के पास चला गया और प्रिया को मैंने तुरंत अपनी बाहों में भर लिया। अब प्रिया मेरी इस हरकत की वजह से एकदम चकित हो गयी और कहने लगी ओह्ह्ह ओह यह आप है, में तो डर ही गयी। फिर उसी समय मैंने अपना मुहँ प्रिया के गालों के पास रख दिया और बड़े ही प्यार से मैंने उसको पूछा क्यों तू अभी तक मुझसे नाराज़ है। मैंने तो वैसे ही तेरे से पूछा था। दोस्तों मेरा हाथ उस समय प्रिया के पेट और उसके बूब्स के बीच में था। अब वो मुझसे कहने लगी नहीं भैया में आपसे कभी भी नाराज़ नहीं हो सकती, आप तो मेरे इस दुनिया में सबसे प्यारे भैया हो।     “Bahan Ka Kamuk Badan”