पुणे की होटल में जबरदस्त चुदाई-2
बहुत मर्द तुम्हारे गुलाम बनकर रहेंगे, वो शर्म से नीचे देखने लगी। फिर उसने मुझसे ट्रैवल आयरन बॉक्स से कपड़े सुखाने के लिए कहा। मैंने तुरंत आयरन निकाला और उसका टी-शर्ट निकालकर आयरन किया। कुछ 15 मिनट बाद वो सूख गया। तो वो थोड़ी रिलैक्स हुई लेकिन ब्रा अभी तक गीली थी। फिर उसने मुझसे आयरन बॉक्स माँगा और खुद करूंगी बोले कहने लगी। मैंने पूछा ऐसा क्या कपड़ा है जो मैं नहीं कर सकता? वो चुप रही और बार-बार पूछने पर एक छोटी सी आवाज निकली “मेरी ब्रा भी गीली हो गई है”। मैं हँसा। वो शर्मिंदा थी, मैंने कहा शर्म मत करो मुझे दे दो मैं सुखा दूंगा। ये ट्रैवल आयरन बॉक्स बहुत छोटा है।
कहीं तुम्हारे हाथ जल न जाएं फिर हिचकिचाहट से उसने मुझसे ब्रा दी। ब्रा का राइट कप बिलकुल गीला था। मैंने ब्रा पकड़ते ही हॉट फील होने लगा। मैंने गौर से देखा तो वो पैडेड ब्रा थी। फिर सोचा कि इतनी अच्छी बूब्स की मालकिन पैडेड ब्रा क्यों पहनती है? येही सोचते सोचते मैंने उसे सुखाना शुरू कर दिया और मेरा ध्यान भटका गया। गरम आयरन बॉक्स ने मेरी उंगली चुभाई और मेरी उंगली जल गई। मैंने जैसे ही “Ouch” कहा और जल रहा था तो तुरंत उसने मेरा हाथ लिया और वो जल रही उंगली मुंह में डालकर चूसने लगी।
वो बहुत अच्छा लग रहा था। उसके आंखों में भी मुझे थोड़ा मदहोशपन दिख रहा था। तो मैंने उसे एक जगह की बजाय दो उंगलियां दीं। और वो दो उंगलियां मुंह में लेकर चूसने लगी। मैंने तुरंत उंगली निकाली और उसे smooch करने लगा। पहले तो वो थोड़ी जीझकी फिर साथ देने लगी। जीभ से जीभ गुथ गई थीं उसकी मादक सांसों की खुशबू के साथ-साथ उसके सलाइवा का स्वाद भी था बेज मज़े से मैं कभी…
उसके होंठ चुस्ते हुए कभी उसके जीभ, कभी दोनों होंठों को एक साथ तो कभी एक को अलग-अलग। वो मस्ती में मेरा साथ दे रही थी। वैसे ही होंठ चुस्ते चुस्ते मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया। उसने मुझे रोका नहीं क्योंकि तब तक वो पूरी गरम हो चुकी थी। उसी गर्मी का फायदा उठाते हुए मैंने उसके बूब्स को थोड़ा ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया “वाह वाह” कितनी नरम बूब्स थीं।
मैं खुद मदहोश था नीचे मेरा छोटा (लौड़ा) फनकार मार रहा था। अब तक सब कुछ प्लान के मुताबिक चल रहा था। और मैंने उसे किस करते हुए उसके बूब्स को दोनों हाथों से दबाना शुरू कर दिया। फिर मैंने उसकी शर्ट के बटन खोलना शुरू किया तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। आंखों में आंखों में उसने मुझे मना किया। पर मैं कहां सुनने वाला था। मैंने थोड़ा ज़ोर लगाया और वो शर्ट फट गई। कोई समस्या नहीं थी क्योंकि शर्ट तो मेरी ही थी मैंने ही फाड़ दी थी।
उसके गोरे गोरे बड़े बड़े बूब्स बाहर निकल आए। मैं और समय बर्बाद न करते हुए उन उभारों को चूमने लगा और उसके भूरे निप्पल को चूसने लगा। उसके मुंह से moaning sound निकल रही थी “ऊुह्न अह्ह्न” और मैं मस्ती में चूस रहा था। एक निप्पल को होंठ में चुस्ते हुए दूसरे को चुटकी में पकड़ के आबतें मसल देता। वो मस्ती में मेरे बालों के ऊपर उंगलियां फेर रही थी। मैंने ऊपर देखा तो वो आंख बंद करके मज़ा ले रही थी।
मैंने थोड़ा naughty बनने के लिए चूसना मसलना बंद कर दिया। तो उसने आंख खोली और हमारी नज़रें टकराईं वो थोड़ी शर्मा कर इशारों में पूछा क्या हुआ? रुका क्यों गए? तो मैंने मजाक में कहा यहाँ रास्ते बहुत हैं पर दूध नहीं निकल रहा तो वो शर्म से बोली “देखो तो थोड़ी ना दूध निकलता है” और मेरा सिर फिर से दोनों बूब्स के ऊपर दबा दिया। मैं फिर से काम पर लग गया। चूसते चूसते उसके गोरे बूब्स लाल हो गए थे पर मैं थका नहीं था।
करिन करिन 20 मिनट चूसके के बाद मैंने उसे आजाद किया फिर उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके जीन्स खोल दिए। नीचे वो क नीले रंग की पैंटी पहनी हुई थी उसके टांगों को चुमते-चुमते मैंने उसका नाभी तक सारा इलाका चुम-चूम के लाल कर दिया वो बस मज़े में आंख बंद करके moan कर रही थी मेरे दोनों हाथ उसके बड़े बड़े बूब्स दबा रहे थे और मैं नीचे से अपने दांत से उसकी पैंटी उतार रहा था “वोओ दोस्तों क्या नज़ारा था गुलाबी चुत और एक भी बाल नहीं।”
उसने शायद सुबह ही साफ किया था मुझसे और रहा नहीं गया और मैं उसकी चुत चाटने लगा वो ख़ुश होकर मेरे सिर को पकड़ के और अंदर तक धकेलने लगी। मैंने समझ गया कि उसे मज़ा आ रहा है। चुत की भिनी भिनी खुशबू का मज़ा लेते हुए मैंने अपनी जीभ उससे चेद में डालकर उसे मज़ा देने लगा। फिर क्या? दो मिनट के अंदर उसने पानी छोड़ दिया और ढीली पड़ गई और मेरे सिर को हटाने लगी। तो मैं उठकर बैठ गया।
वो बिस्तर पर नंगी पड़ी थी और मैं अपने पूरे कपड़ों में था। उसने आंख खोली और मुझको देखकर शर्म से “थैंक” बोला। तो मैंने तुरंत उसे कहा मुझे भी तो थैंक बोलने का मौका दो। उसने थोड़ा स्माइल दिया और उठकर बैठी फिर उसने मेरे शर्ट और बनियान निकाल दिए, बेल्ट खोलके मेरा ट्राउजर भी निकाल दिया और मेरे अंडरवियर के ऊपर से मेरे लंड को सहलाने लगी। तब तक मेरा लौड़ा पूरा खड़ा हो चुका था वो चड्डी के ऊपर से ही मेरे लंड मुठ्ठीयाने लगी तो मैंने खुद ही अपना अंडरवियर निकाल दिया।
मेरा तना लंड देखकर उसके आंखों में चमक आई और शायद मुंह में भी पानी। उसने तुरंत मेरा लंड हाथ में लेकर स्किन को ऊपर-नीचे कराने लगी। बोला है! कितना बड़ा है! मैंने कहा “सिर्फ हाथ में रखोगी या कुछ और भी करोगी?” उसने मेरे इशारे को समझते हुए मेरे लंड को मुंह में भर लिया “ओओओOhhh” उसका मुंह बिलकुल एक आग की भट्ठी थी गरम, बहुत गरम।
लंड के टिप को जीभ से चाटते हुए एक प्रोफेशनल की तरह चूसने लगी दोस्तों मैंने भी बहुत लड़कियां चोदी हैं अपने अनुभव से इतना तो कह सकता हूँ कि उसे लंड चूसने का पहले से ही अनुभव था। मैंने उसे पूछने की सोची फिर सोचा कि क्यों अपने पैरों में कुल्हाड़ी मारूं वो बुरा मान जाएगी तो। वो इतना मज़ा लेके चूस रही थी कि मेरा बस निकल ही जा रहा था पर मैं इतनी आसानी से उसे जीत नहीं सकता था। तो मैंने उससे लंड खींच लिया वो समझ गई कि मैंने क्यों खींच लिया उसने कहा “डरो मत आगे भी सबकुछ मिले बस कुछ देर और चूसने दो मुझे तुम्हारा cum taste करना है” इसका मतलब साफ था कि उसे चूसने की आदत थी। मेरी तो लॉटरी लग गई मैंने उसे फिर उसके मुंह में अपना लड़ा डाल दिया और वो तेज़ तेज़ चूसने लगी। मेरा पानी छूटने वाला था तो मैंने उसे बताया कि मैं मैं छूटने वाला हूँ। उसने और भी ज़ोर से चूसा और एक गरम गरम बिरया की धारा मेरे लंड से निकल के उसके मुंह को भर दिया। वो सोच भी नहीं पा रही थी कि इतना सारा निकलेगा उसने कोशिश करते हुए सारा cum पिया पर कुछ फिर भी उसके मुंह से नीचे गिर रहा था जिसे वो बाद में हाथ से चाट-चाट के खा गई उसके इंटरेस्ट देखकर मेरा मुंह से निकल गया।