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पड़ोसी भाभियों को जमकर बजाया–8

Padosi Bhabhiyo Ko Jamkar Bajaya-8

कहानी के सातवें भाग में आपने पढ़ा कि किस तरह से मैने शालिनी भाभी को जमकर बजाया। अब कहानी आगे………………….
मेरा लन्ड शालिनी भाभी की चूत का भोसड़ा बना चुका था। अब मैंने शालिनी भाभी को छोड़ा और पास में ही लेटी हुई अर्पिता भाभी पर चढ़ गया। अब मैंने फिर से अर्पिता भाभी के रसीले होंठों पर मेरे प्यासे होंठ रख दिए और फिर ज़ोरदार तरीके से भाभी के होंठो को खाने लगा।मै भूखे कुत्ते की तरह फिर से अर्पिता भाभी पर टूट पड़ा था। अर्पिता भाभी धीरे धीरे मेरे होंठो को खाने की कोशिश कर रही थी। अभी थोड़ी देर पहले ही मैंने अर्पिता भाभी को जमकर पेला था।
फिर मैंने थोड़ी देर भाभी के होंठो को चूसा। अब मैं सीधा भाभी के भोसड़े पर आ गया और फिर से भाभी को फोल्ड करके चोदने लगा।

अर्पिता भाभी– ऊंह आह आह ओह ऊंह आह आह।
मैं– ओह भाभी आह आह आज तो बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।
अर्पिता भाभी– ऊंह आह आह आह आह ओह रोहित तेरा ये लंड गजब है।
मैं– हां भाभी। लंड तो बहुत ज्यादा मज़ा देने वाला है।
अर्पिता भाभी– मजे के साथ साथ जान भी निकाल देता है।
मैं– भाभी तभी तो मज़ा आता है।
मैं अर्पिता भाभी को जमकर पेल रहा था।मेरा लन्ड भाभी के भोसड़े को अच्छी तरह से बजा रहा था।शालिनी भाभी मुझे अर्पिता भाभी को चोदते हुए देख रही थी।फिर मैंने अर्पिता भाभी को थोड़ी देर ऐसे ही बजाया। अब मैंने अर्पिता भाभी को घोड़ी बनने के लिए कहा।
अब अर्पिता भाभी चुपचाप खड़ी हो गई और बेड को पकड़कर तुरंत घोड़ी बन गई। अब मैंने भाभी की साड़ी और पेटीकोट को उनकी कमर तक खिसका दिया। अब मैंने फिर से भाभी के भोसड़े में लंड डाल दिया और भाभी की गांड को पकड़कर भाभी को चोदने लगा।
भाभी को घोड़ी बनाकर ठोकने में मुझे बहुत मजा आ रहा था।मेरा लन्ड फिर से अर्पिता भाभी के भोसड़े में खलबली मचा रहा था। मैं भाभी की गांड़ को पकड़कर मेरी गांड़ को ज़ोर ज़ोर से हिला रहा था। अर्पिता भाभी धीरे धीरे दर्द भरी सिसकारियां ले रही थी।

अर्पिता भाभी– ऊंह आह आह ओह आऊ ऊंह आह।
मैं– ओह भाभी,आह आह ओह आह।
मेरा लन्ड भाभी के भोसड़े के कतरे कतरे को हिला रहा था।भाभी अच्छी तरह से घोड़ी बनकर मेरे लन्ड को भोसड़े में के रही धी।
शालू भाभी– ओह भाभी,आपको तो घोड़ी बनकर बजवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आता है।
अर्पिता भाभी– हां शालू,मज़ा तो आता है।
शालिनी भाभी– घोड़ी बनकर चुदवाने का मज़ा ही कुछ और है।
संगीता भाभी–हा यार बहुत ज्यादा मज़ा आता है।
मैं अर्पिता भाभी को घोड़ी बनाकर बहुत ज्यादा मजे से ठोक रहा था।मेरा लन्ड भाभी के भोसड़े को अब और ज्यादा बड़ा करता हुआ जा रहा था।आज मै अर्पिता भाभी को चोदने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा था।फिर मैंने अर्पिता भाभी को बहुत देर तक बजाया। अब भाभी की गांड़ मारने की बारी थी।

अब मैंने भाभी की गांड़ में से लंड बाहर निकाल लिया और भाभी के चूतड़ों को मसलने लगा।
मैं– आह! भाभी क्या सेक्सी चूतड़ है आपके।बिल्कुल आपकी तरह।
अर्पिता भाभी– ऊंह।
मैं अच्छी तरह से भाभी के चूतड़ों को मसल रहा था।मुझे भाभी के चूतड़ों को सहलाने और मसलने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।फिर मै भाभी के चूतड़ों को बजाने लगा। अब भाभी की सिसकारियां फुट पड़ी।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई । धीरे धीरे बजा यार रोहित।
मैं– अरे भाभी! बजाने दो ना। यहां और कोई नहीं है जिसको पता चलेगा।
अर्पिता भाभी– बजा लेे यार। वैसे भी तू नहीं मानेगा।
मैं– हां भाभी।सही कहा आपने ।

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फिर मैंने थोड़ी देर भाभी के चूतड़ों को अच्छी तरह से बजाया। अब मैंने तेल लिया और भाभी की गांड के सुराख में उंगली डालकर तेल लगाने लगा।इधर मैंने संगीता भाभी को मेरे लन्ड की तेल से मालिश करने के लिए बुला लिया। अब संगीता भाभी घुटनों के बल बैठकर मेरे लन्ड की मालिश करने लगी।
संगीता भाभी– अच्छी तरह से गांड़ मारना।अर्पिता की।
मैं– हां भाभी,अच्छी तरह से ही मारूंगा।
इधर मै अर्पिता भाभी की गांड़ के हॉल में अच्छी तरह से तेल लगा रहा था।वैसे भाभी की गांड़ का छेद पहले से ही खुला हुआ था इसलिए मेरी उंगली आसानी से भाभी की गांड़ में घुस रही थी।अर्पिता भाभी चुपचाप घोड़ी बनकर गांड़ में तेल डलवा रही थी। फिर मैंने थोड़ी देर में भाभी की गांड़ को अच्छी तरह से तैयार कर लिया।इधर संगीता भाभी भी मेरे लन्ड की अच्छी तरह से मालिश कर चुकी थी।

अब मैंने तुरंत मेरे लन्ड को अर्पिता भाभी की गांड़ के सुराख में सेट किया और भाभी की गांड पकड़ कर ज़ोरदार धक्का लगा दिया।मेरा लन्ड एक ही बार में भाभी की गांड़ के सभी अस्थि पंजर को तोड़ता हुआ सीधा उनकी गुफा में जा बैठा।तभी अर्पिता भाभी बुरी तरह से चीख पड़ी।
अर्पिता भाभी– आईईईई। ओह मर गई।आईईईई आईईईई।
मेरा मोटा तगड़ा लंड भाभी की गांड़ को फाड़ चुका था।भाभी बुरी तरह से दर्द से तड़प उठी।
अर्पिता भाभी– ओह रोहित प्लीज बाहर निकाल ले।मै मर जाऊंगी।
मैं– कुछ नहीं होगा भाभी।

तभी मैंने तीन चार शॉट जड़ दिए।भाभी अब तो सिसकारियां लेने ही लग गई।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई आईईईई आईईईई मर गई।आईईईई आईईईई।
अब मैं भाभी की गांड़ में अच्छी तरह से शॉट के ऊपर शॉट लगाने लगा।मुझे अर्पिता भाभी की गांड़ मारने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा।अर्पिता भाभी की चीखे उनके बेडरूम में बुरी तरह से गूंज रही थी।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई आईईईई।
मेरा लन्ड फूल स्पीड में उनकी गांड़ को भेद रहा था। मैं पूरी शिद्दत से भाभी की गांड़ मार रहा था।भाभी गांड़ मरवाते हुए बुरी तरह से चिल्ला रही थी।आज मेरा लन्ड भाभी के ऊपर कहर बनकर टूट रहा था।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई। रोहित बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है यार।आईईईई।
शालिनी भाभी– रोहित का लंड ही बहुत मोटा तगड़ा है यार।
मैं– लंड झेलने की कोशिश करो भाभी।

अर्पिता भाभी– कोशिश ही तो कर रही हूं यार।आईईईई आईईईई।
मैं अर्पिता भाभी की गांड़ में दे दना दन जबरदस्त तरीके से शॉट लगा रहा था।अर्पिता भाभी दर्द से बिलखते हुए गांड मरवा रही थी।मेरा लन्ड उनकी गांड़ में ताबड़तोड़ ठुकाई कर रहा था।।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई आई आईईईई मम्मी।
तभी अर्पिता भाभी बुरी तरह से कांपने लगी और थोड़ी देर में ही उनकी चूत में से गरमा गर्म लावा नीचे बहने लगा।
शालिनी भाभी– लो अर्पिता ने तो काम कर दिया।
मैं– आह आह ओह भाभी,गांड़ मारने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।आह आह ओह भाभी।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई ऊंह आईईईई आईईईई।
मैं– बहुत दिनों से आपकी गांड़ को देखकर मेरा लन्ड जलता था।आज जाकर मेरे लन्ड की इच्छा पूरी हुई है।आह मज़ा आ गया।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई।

अब धीरे धीरे मेरे लन्ड की स्पीड कम होने लगी और भाभी का दर्द भी कम हो गया।मेरा लन्ड अभी भी लगातार भाभी की गांड़ में अन्दर बाहर हो रहा था।थोड़ी देर में ही मेरा लन्ड भाभी की गांड़ की बखिया उधेड़ चुका था।
अर्पिता भाभी– ऊंह। आहा अहा आह ओह आह आह आह
मैं– ओह भाभी,इतनी सेक्सी गांड़ मारने का मज़ा ही अलग होता है।
अर्पिता भाभी– ओह आह आह ओह ओह रोहित तूने तो मेरी गांड़ ही फाड़ दी।
मैं– भाभी,गांड़ फाड़ने में ही तो मज़ा आता है।
मैं अभी भी भाभी की कमर पकड़कर ज़ोरदार तरीके से अर्पिता भाभी की गांड़ मार रहा था।भाभी अब आसानी से गांड़ मरवाने का पूरा मज़ा ले रही थी। अब धीरे धीरे भाभी की गांड़ हरकत करने लगी थी।

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अजब गजब नज़ारा था यारो जिस अर्पिता भाभी की गांड़ मारने के लिए मेरा लन्ड इतना ज्यादा तड़प रहा था आज में उसी अर्पिता भाभी की गांड़ को जमकर बजा रहा था।मेरा लन्ड तो उनकी गांड ही फाड़ चुका था।भाभी बिना कोई नखरे दिखाए आराम से मेरे लन्ड को गांड़ दे रही थी।
अर्पिता भाभी– ऊंह आह आह ओह उह आह आह ओह ।
मैं– ओह भाभी,अहा आह ओह बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।आह आह आह।
अर्पिता भाभी– आह आह ऊंह आह आह।
तभी मैंने फिर से लंड की रफ्तार को तेज कर दिया और अर्पिता भाभी को बुरी तरह से ठोकने लगा।भाभी की फिर से ज़ोर ज़ोर से चीखे निकलने लगी।

अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई।
मैं– ओह ओह भाभी।
अर्पिता भाभी– आईईईई आईईईई आईईईई आईईईई।
मैं खचाखच अर्पिता भाभी की गांड़ के सुराख को ढीला कर रहा था। अब तक मेरा लन्ड भाभी की गांड़ को ओबरा बना चुका था। फिर मैंने बहुत देर तक भाभी की गांड़ मारी।
अब मैंने फिर से अर्पिता भाभी को फर्श पर पटक दिया और उनके भोसड़े में लंड डालकर फिर से भाभी की क्लास लेने लगा। मैं धमधम भाभी को पेल रहा था। आज तो भाभी को चोद चोदकर मेरा लन्ड बहुत ज्यादा खुश हो चुका था।तभी मै बीच में रुका और भाभी के जिस्म पर अटके हुए साड़ी और पेटीकोट को खोल फेंका। अब मैंने उनके ब्लाउज और ब्रा को भी खोल फेंका। अब मैं अर्पिता भाभी को पूरी नंगी करके चोद रहा था।

अर्पिता भाभी को पूरी नंगी करके चोदने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
अर्पिता भाभी– ऊंह आह आह ओह आह आह आह ऊंह।
मैं– ओह भाभी,बहुत कातिल सेक्सी जिस्म है आपका।
अर्पिता भाभी– मेरे सेक्सी जिस्म को तो तूने लूट ही लिया है।
मैं– हां भाभी आपके सेक्सी जिस्म का तो मै बहुत दिनों से प्यासा था।आज जाकर मेरी प्यास बुझी है।
फिर थोड़ी देर अर्पिता भाभी को नीचे पटक कर चोदने के बाद मैंने अर्पिता भाभी को खड़ा कर दिया। अब अर्पिता भाभी दीवार को पकड़कर खड़ी थी और उनकी सेक्सी मस्त गांड़ मेरी तरफ थी तभी मैंने भाभी को पीछे से लपक लिया और उनकी नंगी छरहरी पीठ को चूमने लगा।इधर मेरा लन्ड फिर से भाभी की गांड में घुसने के लिए दबाव बनाने लगा।फिर मै भाभी की काया कंचन पीठ को चूमने के बाद नीचे बैठ गया और उनके सेक्सी चूतड़ों को चूमने लगा। अब भाभी धीरे धीरे सिसकारियां भरने लगी।

अर्पिता भाभी– ऊंह आह ओह ऊंह आह आह आह आह।
मुझे भाभी के चूतड़ों को पकड़ कर किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं बीच बीच में भाभी के चूतड़ों पर बाइट भी कर रहा था।भाभी चुपचाप दीवार को पकड़कर खड़ी थी।फिर थोड़ी देर भाभी के चूतड़ों का मज़ा लेने के बाद मैंने भाभी को पलट दिया और अब मै अर्पिता भाभी के बड़े बड़े टाइट बूब्स को दबा कर चूसने लगा।
आहा! अर्पिता भाभी के बूब्स। मैं तो कसकर भाभी के बूब्स को मुंह में दबा रहा था।आज तो मुझे जन्नत ही मिल चुकी थी।फिर मैंने थोड़ी देर भाभी के बूब्स को अच्छी तरह से चूसा। अब मैंने अर्पिता भाभी को छोड़ दिया।
अब मैंने शालिनी भाभी पर फिर से धावा बोल दिया और उन्हें फटाफट फर्श पर पटक कर उनके भोसड़े में लंड फंसा दिया। अब मैं भाभी की मजबूत टांगो को मेरे कंधे पर सवार कर शालिनी भाभी को हांकने लगा। अब मेरा लन्ड फिर से शालिनी भाभी के भोसड़े में आनंद के गोते लगाने लगा।

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शालिनी भाभी– आईईईई आह आह आईईईा आह आह आह ओह।
मैं घपाघाप भाभी के भोसड़े में लंड ठोक रहा था।भाभी भी लपककर मेरे लन्ड को भोसड़े में लेे रही थी। अब मैं थोड़ा सा रुका और शालिनी भाभी की साड़ी और पेटीकोट को निकाल फेंका। अब मैंने तुरंत शालिनी भाभी के जिस्म से उनके ब्लाउज़ और ब्रा को भी उतार फेंका। अब शालिनी भाभी को भी मै पूरी नंगी कर चुका था।
मैं– अब बहुत सेक्सी लग रही हो भाभी।
अब मैंने शालिनी भाभी को फोल्ड कर दिया और उनको अच्छी तरह से बजाने लगा। अब भाभी बुरी तरह से तिलमिलाने लगी।
शालिनी भाभी– ऊंह आह आह आईईईई आईईईई ऊंह आह आह।
मैं– ओह भाभी,, बहुत मस्त माल हो आप।
शालिनी भाभी– मस्त माल को तो बुरी तरह से बजा डाला।
मैं– भाभी,,मस्त माल को ही तो बजाने में मज़ा आता है।
शालिनी भाभी– आहा आह आह ओह आह आईईईई आईईईई।
फिर मैंने शालिनी भाभी को थोड़ी देर ऐसे ही नीचे पटक कर चोदा। अब मेरा लन्ड शालिनी भाभी की गांड़ की सैर करने के लिए तड़प रहा था। अब मैंने भाभी को खड़ा कर दिया और उन्हें घोड़ी बना दिया।भाभी बेड को पकड़कर घोड़ी बन चुकी थी।
अब मैंने भाभी के भोसड़े में फिर से लंड घुसा दिया और भाभी की चिकनी कमर पकड़कर शालिनी भाभी को चोदने लगा।भाभी की फिर से सिसकारियां फूटने लगी।

शालिनी भाभी– आईईईई आईईईई ऊंह आऊ ओह आह।
मेरा लन्ड भाभी के भोसड़े की अच्छी तरह से क्लास लेे रहा था।
अर्पिता भाभी– शालिनी,अच्छे से मरवा।
शालिनी भाभी– अच्छे से ही मरवा रही हूं यार लेकिन इसका लंड तो घोड़े का है।
अर्पिता भाभी– हां यार इसके लंड की तो कुछ मत कहो।
शालू भाभी– मै तो आज पहली बार इतने मोटे तगड़े लंड से चुदी हूं। जान निकाल दी मेरी तो इसने।
संगीता भाभी– मेरी रंडियों ,,चाहे कितना भी दर्द हो लेकिन चुदाने का मज़ा तो मोटे तगड़े लंड से ही आता है।
अर्पिता भाभी– हां ये बात तो बिल्कुल सही है।
मैं अच्छी तरह से शालिनी भाभी को चोदने में लगा हुआ था।मेरा लन्ड आज काले से लाल हो चुका था। मैं अभी भी झमाझम शालिनी भाभी के भोसड़े में जबरदस्त तरीके से ठुकाई कर रहा था।फिर मैंने थोड़ी देर शालिनी भाभी को ऐसे ही पेला।
कहानी जारी है………………….
आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं– [email protected]