होली में भाभी की चूत चोदी
होली में भाभी की चूत चोदी
हाय, मेरा नाम कुंदन है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 27 साल है, हाइट 5’10” है, और मेरे लंड का साइज़ 6 इंच है। अब सीधे कहानी पे आता हूँ—ये सेक्स कहानी मेरी सेक्सी इंडियन देसी भाभी की है, जब मैंने होली के दिन उनकी चूत चोदी थी!
जब से मेरे भाई की शादी हुई, तभी से मैं भाभी को पसंद करता था। लेकिन मौका मुझे होली 2020 में मिला। उस दिन घर में सब होली खेल रहे थे। मैं कई दिनों से भाभी से बातें कर रहा था, हर वक्त उनके पीछे लगा रहता था, उनसे चैट करता रहता था। होली के दिन मैंने अपने दिल की बात उन्हें बता दी। वो किचन में खाना बना रही थीं। मैंने कहा, “भाभी, मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ। जब से आप भाई से शादी करके आईं, तभी से।” उन्होंने कुछ नहीं कहा। फिर मैंने थोड़ी हिम्मत बढ़ाई।
मैं: “होली का गिफ्ट आपको क्या चाहिए?”
भाभी: “कुछ नहीं चाहिए।”
मैं: “लेकिन मुझे तो गिफ्ट चाहिए।”
भाभी: “क्या?”
मैं: “आप बुरा तो नहीं मानेंगी?”
भाभी: “नहीं।”
मैं: “मुझे आपको जोर से हग करना है।”
भाभी ने कुछ नहीं कहा। ओह, भाई का तो बताया ही नहीं—भाभी का गोरा बदन, 36-30-34 का फिगर, जब मेकअप करके आती हैं तो किसी एक्ट्रेस से कम नहीं लगतीं। थोड़ी देर बाद मैंने उन्हें जबरदस्ती हग कर लिया। वो बोलीं, “कोई आ जाएगा!” लेकिन मुझे पता था कि कोई नहीं आएगा, क्योंकि घरवाले बाहर गए हुए थे। 5 मिनट तक हग किया, फिर मैंने उनके गले पर किस कर दिया। वो सिहर उठीं और मुझसे दूर जाने की कोशिश करने लगीं। भागकर बाहर की ओर गईं। मैं भी उनके पीछे भागा। फिर उन्होंने बाहर का दरवाज़ा बंद कर दिया। मैंने पीछे से उन्हें पकड़ लिया और उनकी पीठ पर किस करने लगा। वो गरम होने लगीं। फिर वो मुझसे छुड़ाकर किचन की तरफ भागीं।
मैं उनके पीछे गया, उन्हें बाहों में पकड़ा और पूरे बदन पर किस करने लगा। वो बहुत गरम हो गई थीं। इधर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था और पैंट से बाहर दिखने लगा। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उनके सामने रख दिया। वो 2 मिनट तक इसे देखती रहीं। मुझे भाभी सेक्स स्टोरी पढ़ने का बहुत शौक है! फिर मैंने कहा, “इसे चूसो।” पहले तो वो मना करने लगीं, लेकिन थोड़ा ज़ोर देने पर वो मान गईं। क्या लंड चूसती थीं वो! मैं तो जन्नत में पहुँच गया था। 5 मिनट तक चूसने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था। मैंने उनका सिर पकड़ा और पूरा लंड उनके मुँह में डाल दिया। सारा पानी उनके गले में छोड़ दिया। जब तक वो निगल नहीं गईं, मैंने उन्हें छोड़ा नहीं। फिर मैंने लंड बाहर निकाला। उनकी साँसें फूलने लगीं।
भाभी: गाली देते हुए बोलीं, “मैं रंडी नहीं हूँ जो इतना कर पाऊँ। थोड़ी देर और रहता तो मेरी जान निकल जाती।”
मैं: “तू मेरी अब जान है, तेरी जान कैसे निकलने दूँगा, भाभी?”
फिर मैंने उनके होंठों को चूमना शुरू किया, उनके बूब्स को ऊपर से दबाने लगा। फिर उनके कपड़े खोल दिए। अब वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थीं। मैं उनके बूब्स पर टूट पड़ा, जोर-जोर से दबाने लगा। उनके मुँह से “आह्ह्ह” की आवाज़ें निकलने लगीं। कभी-कभी मैं उनके निप्पल को काट लेता, तो वो चिल्ला पड़तीं। फिर मैं किस करता हुआ उनकी चूत तक पहुँचा। वहाँ थोड़ा जंगल था—हल्के-हल्के बाल। मैंने कहा, “घोड़ी बन जाओ, मैं पीछे से तुम्हारी चूत चाटूँगा।” वो किचन के स्लैब को पकड़कर पीछे हुईं। मैंने उनकी गांड पर 3-4 थप्पड़ मारे, फिर उनकी चूत चाटने लगा। वो सिहर गईं, क्योंकि उनके साथ पहली बार कोई ऐसा कर रहा था। उनके मुँह से मस्त आवाज़ें आने लगीं, “चाटो मेरे देवर, चाटो मेरे राजा। पहली बार कोई चाट रहा है, बहुत मज़ा आ रहा है।” मैं कभी चूत चाटता, कभी उनकी गोली से खेलता, कभी चूत में उंगली करता, कभी गांड में अंगूठा घुसा देता। जब गांड में अंगूठा जाता, वो सिहर जातीं, क्योंकि उनकी गांड अभी तक कुंवारी थी। ऐसे ही 15-20 मिनट चूसता रहा। इस दौरान वो दो बार झड़ गईं।
फिर दरवाज़े पर कोई आ गया। उन्होंने कपड़े पहने, सब ठीक किया। मैं दरवाज़ा खोलने गया—मेरी फैमिली वापस आ गई थी। लेकिन हमारी प्यास अभी अधूरी थी। सब अपने रूम में चले गए। भाभी खाना बना रही थीं। मैंने फिर उन्हें पीछे से पकड़ लिया, किस किया और अपना लंड उनकी गांड में घुसाने की कोशिश की। हम फिर गरम हो गए। तभी आँगन में किसी के पैरों की आवाज़ आई, हम अलग हो गए। थोड़ी देर बाद मैंने उनकी साड़ी ऊपर की और अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया। वो चिल्ला उठीं। मैंने उनके मुँह को अपने हाथों से दबा रखा था। भाभी ने काफ़ी दिनों से भाई के साथ सेक्स नहीं किया था, इसलिए उनकी चूत थोड़ी टाइट हो गई थी। मैं उन्हें पीछे से चोद रहा था। उनके मुँह से “आह्ह्ह” की आवाज़ें निकल रही थीं।
मुझे मज़ा आ रहा था। तभी मेरा भाई आँगन में आकर सीढ़ी पर बैठ गया। इधर किचन में मैं भाभी को चोद रहा था। आपको बता दूँ, किचन का दरवाज़ा और सीढ़ी साथ-साथ ही हैं। भाई ने भाभी से पानी माँगा। भाभी उन्हें पानी देने गईं, फिर किचन में आईं। मैंने उन्हें स्लैब पर बिठाकर चोदना शुरू किया। भाभी मना कर रही थीं, लेकिन मैं पूरे जोश में था। वो भाई से बाहर से बात करती रहीं, और मैं उन्हें चोदता रहा। करीब 30 मिनट तक कई पोज़िशन में चोदा। फिर उन्हें किचन के दरवाज़े पर घोड़ी बनाकर चोदा। वो भाई से बात कर रही थीं, और मैं पीछे से उन्हें चोद रहा था। इस दौरान वो दो बार फिर झड़ गईं। अब मेरी बारी थी। मैंने सिंक की ओर किया और कहा, “अब मैं झड़ने वाला हूँ, क्या करूँ?” वो समझ गईं, बोलीं, “अंदर ही छोड़ दे, कुछ नहीं होगा।” फिर मैंने जोर-जोर से फुल स्पीड में चोदना शुरू किया और उनके अंदर ही झड़ गया। फिर उन्होंने अपने कपड़े ठीक किए, मुझे एक किस दी और बोलीं, “बहुत मज़ा आया।”
कैसी लगी मेरी सेक्स स्टोरी, जिसमें मैंने भाभी की चूत चोदी? ज़रूर बताइए! मेल करके बताइएगा। ऐसी ही नई स्टोरी लेकर आता रहूँगा। अगली स्टोरी—अपनी GF को कैसे पटाया और उसके घर जाकर चोदा।
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