हिंदी सेक्स स्टोरी

मेरी बेकाबू जवानी

दोस्तों मेरा नाम रेनू है मै 22 वर्ष की हूँ,और एक प्राइवेट कंपनी में काम करती हूँ। मेरे घर में मेरी माँ उम्र ४१ और मेरा छोटाभाई उम्र २१ वर्ष रहते है। मेरा आज मै आपको लगभग 4 साल पुरानी घटना सुना रही हूँ। उस समय मेरा सेक्स के बारे मै कोई एक्सपेरिएंस नही था। एक दिन दूर के रिश्ते के जीजा घर पर आये और दो दिन रुके पहले दिन तो वह अपने काम से चले गए। दूसरे दिन वह घर पर ही रहे। उस दिन उन्होंने मुझे मजाक में कई बार किस किया और मेरे सीने को भी दो तीन बार दबाया। पहले तो मुझे ख़राब लगा पर बाद में मुझे अच्छा लगने लगा। जीजा के जाते समय मै ही घर पर थी। तो जीजा ने १० मिनट मुझे अपनी बाँहों में कस कर सीने से लगाये रक्खा। बीच में उनका हाथ मेरी पुसी पर भी कई बार गया।

जीजा के जाने के बाद मै काफी देर गुमशुम बैठी रही मेरा मन हो रहा था। की कोई मेरी पुसी को रगढ़े परन्तु मेरे पास कोई नहीं था। जो मेरे सीने और पुसी को रगढ़े मै बहुत परेशां और उलझन में बैठी थी। मेरा किसी काम में मन नहीं लग रहा था। मैंने अपने हाथ से ही अपनी पुसी को रगना शुरू कर दिया। मुझे ठीक लगा तो मैंने अपनी सलवार और चध्धी दोनों उतार दी। अब मै नीचे नंगी थी और अपनी पुसी सहला रही थी। रात ९ बजा था मेरा भाई मम्मी को ऑफिस से अपनी बाइक पर ले कर आगया बाइक की आवाज सुन कर मै ने अपनी सलवार पहन ली। और घर का दरवाजा खोल दिया खाना खा कर हम सोने के लिए लेट गए। मै और मेरा भाई एक ही कमरे में पढ़ते व् सोते थे। मैंने लेटते ही आखें बंद कर ली और सोने की एक्टिंग करने लगी।

भाई जब रूम में आया तो उसने मेरी तरफ देखा उसे लगा की मै सो रही हू तो। उसने एक किताब बेद के नीचे से निकाली और पढ़ने लगा। थोरी ही देर में उसका हाथ अपने लंड पर आगया और वह उसे मसलने लगा। धीरे धीरे उसकी स्पीड बढ़ती जा रही थी बीच बीचमे वह मेरी तरफ भी देख लेता था। मै चुपचाप थोरी सी आंख्न खोले सारा नजारा देख रही थी। अचानक भाई की स्पीड और बढ़ी और उसके लंड से पानी आया। उसने उस पानी को मेरी पुरी ब्रा के ऊपर दाल। दिया यह देख कर मै चौक गयी पानी निकालने के बाद वह सो गया. मै पूरी रात न सो पायी बार बार मुझे भाई का लंड दिखाई दे रहा था।

अगले दिन भाई मम्मी को ऑफिस ले के जा रहा था। तो मैंने कहा की बाहर से ताला लगा दो मै नीन्द कीगोली खा कर सोने जा रही हूँ। भाई बाहर से बंद करके चला गया मैंने एक मिनी स्कर्ट पहनी और टाईट शर्ट पहनी ब्रा और चढी नहीं पहनी। आधे घंटे में ही भाई लौट आया. मै दौर कर अपने कमरे में गयी और शर्ट के ३ बटन खोल कर लेट गयी। स्कर्ट भी इतना ऊपर कर ली कि मेरी चूत दिख जाए। भाई घर के अन्दर आया मुझे आवाज लगायी पर मै चुपचाप लेटी रही। वह कमरे के अन्दर आया अन्दर आते ही उसकी हवाइयां उर गयी। मेरे गोरे गोरे बरे बरे बूब्स देखा कर वह एकदम हैरान हो गया। उसकी नजर तभी मेरी चूत पर परी उसे तो वह देखता ही रह गया।

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मेरी चूत और चूचियों को देख कर उसे समझ में नही आ रहा थी। की वो क्या करे वह 15 मिनट मुझे मेरे बेड पर बैठा देखता रहा। फिर उसने अपना लंड निकाला और उसे रगरने लगा। मै सब देख रही थी मुझे लगा यह मुझे चोदेगा नहीं केवल अपना पानी निकाल लेगा। तो मैंने अपने पैर सीधे करके फैला दिए मेरी चूत अब साफ़ दिखाई दे रही थी। चूत पर बाल भी नहीं थे क्योकि मैंने ३ दिन पहले ही झांटे साफ किये थे। भाई थोरी देर तो रुक गया और अपना लंड पकरे बैठा रहा। फिर अपना मुह मेरी चूत के पास ले गया। अब उसकी सांसे मेरी चूत को लग रही थी। उसका मुह मेरी चूत के बहुत करीब था। लेकिन उसकी हिम्मत नही पर रही थी। मैंने थोरी देर तो इन्तजार किया। पर वह उसी तरह अपना मुह मेरी चूत के पास लगाये रह तो मैंने धीरे से अपने चूतर ऊपर उठाये।

तो उसकामुह मेरी चूत से लग गया मुह लगते ही वह मेरी चूत चाटने लगा मुझे कितना मजा आरहा था। मै बता नहीं सकती चूत चाटते चाटते उसका एकहाथ मेरी चुय्ची पर आ गया। और वह चूची दबाने लगा धीरे धीरे उसने मेरी शर्ट के सरे बटन खोल दिए। और मेरी स्कर्ट का हूक और जिप भी खोल दिया। अब मै पूरी नंगी हो गयी थी। चूत चाटते चाटते वह मेरी चूचियों को पीने लगा। काफी देर चूचियों को पीने के बाद वह मेरे उपर धीरे से लेता। और देखता रहा की मै सो रही हूँ की नहीं मै चुपचाप लेती ही जब उसे कॉन्फीर्म हो गया की मै सो रही हूँ। तो उसने अपना लंड मेरी चूत के छेद पर लगाया।

अब मै बहुत खुश थी क्योकि मै अब चुदाने जा रही थी। जैसे ही उसने मेरी चूत पर अपने लंड से जोर लगाया। मुझे लगा की चूत फट जायगी। मेरा जोर से चिल्लाने का मन था प.र मै तो सोने नाटक कर रही थी। इसलिए चिल्ला भी नही सकती थी। सो मैंने बहुत होने के बाद भी मुह से आवाज नही निकाली उसने फिर जोर लगाया। और उसका आधा लंड मेरी चूत के अन्दर हो गया। मै तो मारी जा रही थी। लग रहा था की चूत फट जायेगी। भाई के एक धक्के के बाद लंड चूत में पूरा घुस गया। मेरे मुस से लाख रोकने के बाद भी आह निकल गयी। भी उसी तरह चुपचाप लेता रहा थोरी देर बाद जब उसे लगा की मै सो रही हूँ। तो उसने लंड को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।

अब मुझे मजा आने लगा १५ मिनट जम कर वह मुझे छोड़ता रहा। मै ने बीच मेही पानी छोर दिया था। चूत से फचाक फचाक की आवाजे आ रही थी। फिर उसने भी अपना पानी मेरी चूत में निकाल दिया। और हाफाने लगा और मेरे ऊपर से उतर गया मेरा मन बार बार उसका लंड चूसने का हो रहा था। पर मै तो नींद की गोली खा के सोने का बहाना कर के लेती हुई चुदवा रही थी। बही भी थूरी देर में मेरे कपरे ठीक करके सो गया। मेरी चूत में दर्द हो रहा था। २ घंटे बाद मै उठी बाथरूम जाकर चूत को पानी से धोया। चूत में बहुत जलन हो रही थी। लेकिन मजा आगया था। मेरी योजना कामयाब हो गयी थी।

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भाई जब सो कर उठा तो मै छत पर बैठी अपनी चुदाई के बारे में सोच रही थी। वह छत पर आया और उसने मेरी तरफ देखा उसकी निगाहें बदली हुई थी। मैंने उसकी तरफ कोई ध्यान नही दिया। थोरी देर बाद वह नीचे चला गया। मुझे हसीं आरही थी। मैंने नीचे जाकर अपने कमरे में पैर फैला के बैठ गयी। वह जब कमरे में आया तो उसकी निगाह मेरी चूत की तरफ पारी और मैंने देखा की उसका लंड पैंट के अन्दर फिर से खरा हो ने लगा। वह मेरे सामने बैठ कर अखबार पढ़ने लगा। लेकिन बार बार उसकी नजर मेरी चूत पर ही चली जाती थी। मुझे बहुत मजा आरहा था। तभी वह उठा और बोला बाहर जा रहा हूँ। मै ने कहा ठीक है वह चला गया।

अब मै सोच रही थी की क्या करू कैसे भाई के साथ खुल कर सेक्स करू। लगभग १ घनते बाद वह बाहर से आग्या मै भी तब तक प्लान बना चुकी थी। मै ने भाई से पूछां कि घर मे कोई कमर दर्द कि दावा है। तो वह बोला क्यो मै ने कहा कि मेरी कमर मे बहुत दर्द हो रहा है। तो वह बोला बाम लगालो। मै बाम लेकर अपनी कमर मे लगाने लगी। वह चोरी चोरी मेरी गोरी गोरी कमर कि तरफ देख लेता था। और फिर पढने लगता था। मैंने उससे कहा कि एक नींद कि गोली भी देदो। तो वह बोला कि सोने जा रही हो। मैने कहा कि सो जाने पर आराम मिल जायेगा। उसने मुझे गोली लाकर दि। मैने गोली चुपचाप फेंक दी। और पानी पी के लेट गयी। मैने स्कर्ट और टीशर्ट पहन रखी थी। अंदर ब्रा और पैंटी नही पहनी थी।

कोई १० मिनट बाद भाई धीरे से उठ कर मेरे बेड पर आया। मेरी कमर को सहलाने लगा। मैने सोने कि एक्टिंग करते हुं। करवट ले और पेट के बाल लेट गयी। करवट लेने मे मेरी स्कर्ट मेरे चुतर पर आ गयी। थोरी हि दर मे मैने एक उंगली अपनी गांड के छेद पर महसूस की ,भाई गांड के छेद मे अपनी उंगली डालने की कोशिश कर रहा था ,मुझे भी मजा आ रहा था। तभी घर की घंटी बजी और और भाई उठ कर गेट खोलने चला गया। मै उसी तरह लेटी रही। आवाज सुने पर पता चला की भाई के दो दोस्त आये थे। और उनकी बातो से पता चला की वो ब्लू फिल्म की सीडी लाये थे। वो लोग सीडी लगा कर देखने लागे। तभी भाई का एक दोस्त बाथरूम के लिये मेरे रूम के सामने से निकाला। और उसने मेरी खुली हुई गांड देखी तो शायद वह चकरा गया।

वह चुपचाप खिरकी पर खरे हो कर मुझे देखता रहा। और फिर भाई के पास गाय और बोला की यार बियर नही पिलओगे। भाई बोला पैसे नही है तो उसने पैसे दिये। और बोला जाकर जल्दी ले आओ भाई ने बताया की दीदी बगल के रूम मे दावा ख कर सो रही है। तो वह बोला जो हम लोग सीडी देख रहे है। भाई चला गाय और उसके दोस्त मेरे कमरे मे आगये मेरे चुतर खुले हुथे गांड का छेद उनके सामने था। सीडी देख कर दोनो के लंड खड़े थे। तभी एक ने मेरी गांड पर थुक लगाया। और अपना लंड मेरी गांड के छेद मे घुसाने लगा।

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दुसरा दोस्त अपना लंड हाथ मे पकर कर मेरे मुह के पास ले आया। मैने भी आज जम कर चुद्वाने का प्लान बनाया था। और दो नये लंड भी आगये थे। मैने करवत बदल ली। और सिधी लेट गयी अब एक ने मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी। और दुसरा मेरी चुच्चियो पर लग गया। २ मिनट बाद हि उसने अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया। पहले झटके मे हि मेरी चूत मे अधे से ज्यादा चला गया। मेरी आह निकाल गयी। तो दोसरा बोला आराम से कर नही तो साली जग जयगी। कितनी सेक्सी है। चूत और चुचीया सब बहुत मस्त है। तो पहला बोला जो मेरी चूत मे अपना लंड डले हुये था। की एस मादरचोद को चोदने के लिये हि तो इसके गांडू भाई से दोस्ती की थी। और वह तेजी से शॉट मारने लगा। मै १० मिनट मे हि झार चुकी थी। तभी उसने भी अपना पानी मेरी चूत मे दाल दिया।

मेरी चूत गरम गरम पानी से भर गयी थी। उसके उतरते हि दूसरे ने काम सुरु कर दिया। और अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया। इसका लंड छोटा था मेरी चूत फैल चुकी थी। इसलिये याह लंड मुझे का पता भी नही चल रहा था। तभी मेरा भाई बियर लेकर आ गया। और मुझे चुडता देख कर बोला अरे तुम लोग यह क्या कर रहे हो। तो उसका दोस्त बोला साली की खुजली मिटा रहे है। इसके बहुत खुजली हो रही थी। तभी मादरचोद गांड खोल कर लेती थी। उसका दोसरा दोस्त भी मेरे उपर चढ़ गया। और तीनो वही पर बैठ कर बियर पिने लगे। मै पुरी नांगी वही पर लेती थी। बियर पिने के बाद सबसे पहले मेरा भाई मेरे उपर चढ गया. और अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया। उसके एक दोस्त ने मेरे मुह मे अपना लंड जबरदस्ती डाल दिया। मै भी धीरे धीरे उसका लंड चुसाने लागी। तीनो मिल जुल कर मुझे २ घंटे तक चोदते रहे। दोस्तो उस दिन की चुदाई ने मुझे लंड का दिवाना बना दिया। अब तो मै लंड के बिना सो हि नही पाती। अगर बाहर नही मिलाता। तो भाई या उसके दोस्तो से ही काम चला लेती हूँ।