प्यासी मैडम स्कूल टूर पर सेक्स लेसन सिखाया
Xxx मैम हॉट स्टोरी में हमारा स्कूल बहुत ही मजेदार और खूबसूरत था। शहर में स्थित, यह एक ऐसी जगह थी जहाँ सभी टीचर महिलाएं थीं, और हम छात्र भी सब एक-एक से सुंदर थे। यह कहानी संध्या मैडम की है, जो बहुत हंसमुख, शरारती और बेहद आकर्षक थी। गोरा रंग का चेहरा और शरीर उसके गले में लटकने वाले चांदी के हार को और भी खूबसूरत बनाते थे। हालाँकि शादीशुदा होने के बावजूद वह 30-32 साल की किसी युवती से कम नहीं लग रही थी। वह स्कूल में ज्यादातर सलवार कमीज पहनकर आती थी।
प्यासी मैडम स्कूल टूर पर सेक्स लेक्चर सिखाया
जब वो बोर्ड पर कुछ लिखकर पढ़ाती थी, तो कभी-कभी उसके स्तनों के निप्पल तंग हो जाते थे। कपड़ों के अंदर से बड़े किशमिश की तरह साफ दिखाई देते थे और थोड़ी देर बाद फिर गायब हो जाते थे।
हमें पता नहीं था ऐसा क्यों होता है। लेकिन वह पहली महिला थी जिसने सभी लड़कों को युवा बना दिया था। उसके लेक्चर में लंड पैंट में तंबू बनता था।
वैसे मैं क्लास का शरारती बच्चा था, लेकिन होशियार भी। इसलिए वह मुझे ज्यादा डांट नहीं देती थी। हमारी अच्छी जमती थी। हमारे स्कूल में एक नई युवा, हाल ही में शादी करने वाली भौतिकी शिक्षिका आई थी।
वह भी खूबसूरत थी। उसकी चाल देखकर पता चलता था कि उसका पति उसे रात भर सोने नहीं दिया होगा। बहुत चुंबन करता होगा।
क्योंकि दिन भर उसके आंखों के नीचे डार्क सर्कल बढ़ते जा रहे थे और उसकी गांड मटके की तरह होने लगी थी। मम्मो का साइज बढ़ गया था। वह संध्या मैडम की गहरी दोस्त बन गईं, दोनों बहुत मस्ती करते थे और एक-दूसरे को चिढ़ाते थे।
हमारे स्कूल में पीटी के लेक्चर में लड़कियों को भी शर्ट और शॉर्ट पहनने पड़ते थे। एक दिन ऐसा हुआ कि मुझे गणित की मैडम ने कैबिन से कुछ लाने भेजा। जब मैं गया तो कैबिन अंदर से बंद था और आवाज आ रही थी।
मैं वहीं रुका और खटखटाया तो उन्होंने पूछा, “कौन?” मैंने जब उन्हें बताया कि गणित की टीचर का काम है तो उन्होंने दरवाजा खोला। देखकर मैं पागल हो गया।
संध्या मैडम और जीवा मैडम हमारे पीटी के कपड़े पहने थे। दोनों शर्मा भी नहीं रहे थे। दोनों के स्तन टी-शर्ट फाड़ कर बाहर आना चाहते थे, ऐसा दिख रहे थे और दोनों ने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी इसलिए स्तनों के निप्पल साफ दिख रहे थे। और शॉर्ट्स जंघों पर ही थे। दोनों की नंगी जंघों को देखकर लंड सलामी देना चाहता था।
एक भी बाल ऐसा नहीं लग रहा था कि चाट-चाट खा जाऊँ। उन्होंने मुझे अपना फोन दिया और उनकी तस्वीरें लेने को कहा। और यह किसी को नहीं बताने का कहा।
इसके बाद से संध्या मैडम मुझसे काफी खुली हो गई थी। वह Xxx मैम हॉट स्टोरी में मेरे सामने अपनी ब्रा ठीक करने में या कुर्ती के ऊपर से चुत खुलवाने में बिलकुल शर्मिंदा नहीं होती थी। तो ऐसा हुआ कि हमारी 2 दिन की पिकनिक निकल गई परीक्षा के बाद।
सब बच्चे और 6 मैडम। बहुत मजा किया दिन भर। संध्या मैडम मुझे साथ में ही लेके घूम रही थी। मैं उनके कपड़े, सामान, जो चाहिए था सब मदद कर रहा था। जैसे उनका नौकर हूँ।
बच्चे मुझको चिढ़ा रहे थे कि ट्रिप पर आकर भी मैडम की चाट रहा हूँ लेकिन उन्हें पता नहीं था कि सच में मजा आएगा। संध्या मैडम मेरे माँ की उम्र की थी, लेकिन स्कूल होने के कारण काफी खुली हो गई थी।
जब हम रात को पहुँचे तो रहने को सभी लड़कियों को अलग कमरा और लड़कों को अलग था। संध्या मैडम लड़कों के कमरे में थी। और बाहर एक विशाल बड़ा आंगन था। सब वहाँ मजे कर के थके हुए सो गए।
लड़के सब एक लाइन में सोए थे। उस कमरे में एक अलग कमरा था जहाँ संध्या मैडम सोने वाली थी। मैं उनके साथ होने के कारण मुझे जगह ही नहीं थी।
तो उन्होंने मुझे अपने कमरे में सोने को कहा। हम लोग सब नीचे गद्दे पर सो रहे थे। मुझे तब अंधेरे से डर लगता था, इसलिए मेरे वजह से उन्होंने डिम लाइट चालू करके सोना शुरू कर दिया। मैं उनसे चिपके हुए सोया था। वो कुछ नहीं कह रही थीं।
थोड़ी देर बाद उनका फोन बज गया, शायद उनके पति का था। वो उठकर बात करने बाहर चली गईं। थोड़ी देर बाद अंदर आई और सलवार उतार कर अपने नंगे स्तनों की तस्वीर ली फिर जंघों वाली चुत की तस्वीर लेकर पति को भेज दिया और दोनों सेक्स चैट करने लगे।
मैं थोड़ी नींद में था जब मेरा हाथ उनकी पेट पर गिर गया तो मुझे महसूस हुआ वो कम्बल के अंदर नंगी हैं और वो चुत पर उंगली घुमा रही थीं।
लेकिन मैंने अपना हाथ पकड़कर कुछ नहीं किया। मुझे क्या समझ पता नहीं, मैंने उनके स्तनों पर हाथ रखा और उनके निप्पल को मसलने लगा।
वो कुछ नहीं बोल सकी क्योंकि उनका फोन चालू था। और मेरा वही कॉन्फिडेंस बढ़ गया। मैं उनके लिपों से सीधे उनके स्तनों के मुंह में लेके चूसने लगा।
तो उनके हाथ मुझे दूर करने लगे लेकिन मैं हट नहीं रहा था। धीरे-धीरे उनका जोर कम हुआ और उनके हाथ मेरे बालों में घूमने लगे।
चूसते और मस्त करते रहे, ऐसा ही चूसते रहे, कहने लगी। उसके पति को लग होगा कि वह उसे बोल रही है। जब मैं निप्पल पर ज्यादा देर तक जीभ घुमाता तो वो कसम खाकर अपना वो स्तन निकाल कर दूसरा मुंह में देती। अब मैडम ने मेरा हाथ लिया और अपनी चुत पर रखवा के मसलने लगी।
फिर चुत के अंदर डाल दिया और अंदर बाहर करने लगी। मैं चुत में उंगली कर रहा था। फिर उन्होंने मेरे लंड को पैंट के ऊपर से मसलकर नंगा होने का इशारा किया। मैं खुद को नंगा करके उनके ऊपर लेटकर उन्हें चाटने लगा।
अब उस कमरे में पचक पचक आवाज आने लगी तो मुझे डर गया बहुत जोर से आ रही थी। कहीं बाहर किसी को पता ना चल जाए तो उसने अपनी चड्डी से चुत का गिला पानी साफ किया और वापस मेरा लंड डाल लिया। अब मैं धीरे-धीरे आगे पीछे कर रहा था। वह बहुत मचल रही थी तो मैडम ने मेरी तरफ देखा एकदम नशीली मुस्कान। ऐसे कह रही थी, “क्यूँ तड़पा रहे हो? छोड़ दो।” और मैंने धक्के की गति बढ़ा दी।
शायद 2-3 धक्कों में उसका पति झड़ गया तो उसने फोन काट दिया। आता हूँ कर के मैडम ने मेरे सिर को पकड़कर अपने मुंह के पास लिया और हम दोनों एक दूसरे के मुंह में मुंह डाल चूसने लगे वो मेरी जीभ चूस रही थी।
मैडम ने अपने पैरों से मुझे जकड़ लिया। वो जकड़ने के वजह से मैं हिल नहीं पा रहा था जब मैं हिला तो मैडम नीचे से गांड उठाकर हिलती जाती जिससे लंड अंदर उसकी दाने को घिसा जाता था एक वक्त आया।
मुझे अब रहा नहीं गया। मैं सीधा उनकी चुत में झड़ गया और झड़ने के बाद भी मेरा शरीर कांप रहा था जैसे बिजली डाली हो। लंड तना हुआ था तो मैं मैडम के ऊपर पड़ा। उन्होंने नीचे गांड उठाकर धक्के चालू किए और पकड़ और मजबूत की और 6-8 धक्कों में वो भी जड़ गई। उनका गरम पानी मेरे लंड को महसूस हुआ।
वो एकदम ठंडी लाश की तरह शांत हो गई। और उनके ऊपर मैं। फिर उन्होंने खुद को संभाला और मुझे कहा कि किसी को बता न जो कुछ हुआ और सो गए।
दूसरे दिन मुझे कुछ अजीब सा ही लग रहा था कि मैंने अपनी माँ जैसी महिला को छुआ है। और मैडम भी आँखें चुरा रही थीं इसलिए मैं उनसे दूर हो गया और उन्हें लड़कों में छोड़ दिया और उनको इग्नोर करना शुरू कर दिया।
स्कूल में भी उनसे बात नहीं करता, उनका कोई काम करने नहीं जाता तो वो मुझे बात करने बुलाती थी लेकिन मैं कुछ भी बहाना बनाकर टाल देता था।
जिस वजह से उन्होंने मुझे स्कूल में ही चुदा लिया। कैसे फिर मैं उनका दोस्त बन गया, कैसे जीवा Xxx मैम हॉट स्टोरी ने भी मुझसे चुदाया आगे के पार्ट में बताऊंगा।