गर्लफ्रेंड की चुदाई पूरी करने के लिए होटल ले गया
दोस्तों, मेरा नाम निशू शर्मा है। यह कहानी मेरे और मेरी बहन की है। यह घटना पाँच साल पहले हुई थी, जब मैं कॉलेज के पहले वर्ष में था। मेरे घर में सिर्फ मेरी माँ और मैं रहते थे। मेरे पिता के बारे में मुझे कुछ पता नहीं था। जब भी मैं अपनी माँ से उनसे पूछता था तो वह चुप्पी साधे देती थी।
एक दिन कॉलेज में एक नई लड़की आई। वो इतनी खूबसूरत और आकर्षक थी कि मैंने सोचा, “यह मेरी गर्लफ्रेंड होनी चाहिए!” मैं उसका पीछा करने लगा। फिर वेलेंटाइन डे आया तो मैंने उसे प्रपोज़ किया। वह भी मुझे पसंद करती थी और उसने मेरे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। हमारा प्यार बढ़ता गया।
एक दिन मैंने उसके परिवार के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसके पिता हैं। जब मैंने उसकी माँ के बारे में पूछा तो उसने कहा कि उसके पिता ने उसे नहीं बताया था। फिर हमारी किसिंग शुरू हो गई। किस करते-करते आधे घंटे बीत गए, पता ही नहीं चला। हम दोनों गरम हो चुके थे और हम कुछ और करना चाहते थे। तभी मेरे दोस्त का फोन आया कि उसे मेरी बाइक चाहिए तो मैं उसे देने चला गया।
हमारा आगे बढ़ना रुक गया। फिर एक दिन हमने योजना बनाई कि हम एक दिन के लिए बाहर जाएंगे और अपनी इच्छा पूरी करेंगे। हम गए और एक जगह पर जाकर एक होटल में चेक इन कर लिया। हम दोनों अमीर थे, इसलिए कोई समस्या नहीं हुई।
हमारी शारीरिक संबंध शुरू हुए। पहले मैंने उसे गले लगाया और किस किया। फिर १५-२० मिनट बाद मैंने उसकी छाती को दबाना शुरू कर दिया। फिर उसे लेटकर मैंने उसकी चूचिया चूसने लगे। उसे उत्तेजित करते हुए उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरा लंड चूसने लगा। फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए। थोड़ी देर बाद मैंने उसे सीधा लेटकर उसकी चूत पर अपना लंड रखा और एक धक्का दिया तो मेरा आधा लंड उसके अंदर चला गया और वह चीख उठी।
मैंने उसके होठों पर हाथ रखकर उसे किस किया तो वह थोड़ी शर्मा गई। फिर मैंने एक और धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और उसकी चीख दबा गई हमारी किस से। फिर इस तरह करते-करते वह चार बार झुकी थी और मैं भी झुकने वाला था। तभी मैंने तुरंत अपना लंड निकाला और उसे अपने मुंह में डाल दिया। फिर मैं झुका और हम दोनों सो गए। थोड़ी देर बाद हम उठे और होटल से चेक आउट करके वापस आ गए।
कुछ महीनों बाद हमारा कॉलेज खत्म हो गया तो मैं और वह दुखी रहने लगे। फिर एक दिन मैं अपनी माँ के साथ किसी मॉल में गया था। तभी मुझे मेरी गर्लफ्रेंड दिखाई दी। मैंने अपनी माँ को कहा, “माँ, चलो वहाँ जाएं!” हम वहाँ गए और पता चला कि मेरी गर्लफ्रेंड अपने पिता के साथ आई थी।
उसी समय एक दुकान में हम मिले। मैं, मेरी माँ, वह और उसके पिता आमने-सामने थे। मैं उसे बताना चाहता था लेकिन तभी मेरी माँ ने मेरा हाथ पकड़ लिया और हम घर आ गए। रात को माँ रो रही थी। मैंने पूछा, “माँ, क्या हुआ?” उसने कहा, “तुम जानना चाहते थे ना कि तुम्हारे पिता कौन हैं और कहां हैं? सुनो जो आज मॉल में मिले थे वो तुम्हारे पिता ही थे और जो लड़की उनके साथ थी वो तुम्हारी छोटी बहन है।”
यह सुनकर मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। फिर मैंने पता चला कि उसके पिता ने भी उसे सच्चाई बता दी थी और उसका भी यही हाल था। यह सब जानकर हम दोनों सदमे में थे। हमने कई दिनों तक बात नहीं की। फिर कुछ दिन बाद मैंने उसे फोन किया तो उसने उठाया नहीं।
फिर मैंने उसे मैसेज किया कि मैं उसके बिना नहीं रह सकता, मैं मर जाऊंगा। उस रात उसका मैसेज आया जिसमें लिखा था कि मैं भी तुम्हारे बिना नहीं रह सकती। फिर एक दिन हम एक मॉल में मिले। मिलते ही हमने एक-दूसरे को गले लगा लिया और फिर एक कोने में जाकर किस करने लगे। कुछ देर बाद हमने एक योजना बनाई कि हम दोनों आगे की पढ़ाई के बहाने विदेश जाएंगे।
हमने अपने परिवारों को मना लिया और हम दोनों चले गए। हमने एक ही यूनिवर्सिटी में आवेदन किया ताकि हम अलग न रहें, और हमने अलग-अलग फ्लैट ली ताकि हम साथ रह सकें। कुछ साल बाद हमने वहीं रहने का फैसला किया ताकि माँ और पिता को पता न चले कि हम दोनों अभी भी एक साथ हैं।
फिर हम वहीं रहने लगे। कुछ महीनों बाद मेरी माँ की मौत हो गई। फिर मैं बहन के साथ अपनी ज़िंदगी जीने लगा। कुछ महीनों बाद मेरे पिता की भी मौत हो गई। तो वह भी वापस आई और उसने सब कुछ करके वापस आ गई। हम दोनों ने वहीं शादी कर ली और आज हम अच्छे से रहते हैं।
धन्यवाद पढ़ने के लिए…