अपने दोस्त से अपनी चाची को चुदवाया
Apne dost se apni chachi ko chudwaya
अपने दोस्त से अपनी चाची को चुदवाया, Apne dost se apni chachi ko chudwaya, चाची की चुदाई, चाची बेटे के दोस्त से चुद गई, बेटे के दोस्त ने चाची को चोद दिया, चाची और बेटे के दोस्त की कामवासना, चुद्क्कड़ चाची और सेक्सी बेटा का फ्रेंड, चाची की चूत में बेटे के दोस्त का लंड, चाची की चूत की प्यास बुझाई. चाची की चूत में लंड डालकर बेटे के दोस्त ने किया शांत, बड़े लंड से चाची की चूत को चोदा, चाची की चिकनी बुर, गांड में लौड़ा भी लिया.
दोस्तो, मेरा नाम सकिल है. मैंने पिछली कहानी में आपको बताया था की किस प्रकार से मेरी चाची मुझसे चुदी थी और अब भी जब कभी मुझे मौका मिलता है, मैं उसकी चूत और गांड की मन भरके चुदाई करता हूँ. मैंने मेरी चाची की चुदाई करने का जिक्र मेरे दोस्त से कर दिया था तो उसने मुझे कहा था कि यदि मैं उससे मेरी चाची की चुदाई करवा दूँ तो वह मुझे अपनी पत्नी को चोदने का मौका देगा. इसलिए मैंने अपने दोस्त को शहर बुला लिया. मैं मेरे दोस्त को काजू कहकर बुलाता हूं क्योंकि उसने एक बार जब वह बच्चा था, हमारे घर से काजू चुरा लिए थे. मैंने अपनी चाची को भी अपने दोस्त से चुदने के लिए मना लिया. मैंने उस कहानी में भी कहा था कि मेरी चाची बहुत ही सरल स्वभाव की है और उसने मुझे अपना दोस्त भी मान लिया था, अब भला वो मेरा कहना ना माने, यह कैसे हो सकता है. मेरा दोस्त शाम को मेरे पास पहुँच गया. आगे क्या हुआ यह पढ़ते रहिये..
मैंने मेरी चाची से कहा कि मेरा दोस्त आ गया है. यह सुनकर वो बहुत खुश हुई और उसने मुझसे कहा कि वह चाय लेकर आ रही है तब तक मैं अपने दोस्त को अपने कमरे में ले जाऊं. मैं अपने दोस्त को लेकर मेरे कमरे में चला गया. थोड़ी देर में ही चाची वहां चाय लेकर आ गई. हम सब चाय पिने लगे और मैंने उन्हें एक – दुसरे से परिचित भी करवा दिया. उस समय मेरी दादी पड़ोस की एक औरत के पास गई हुई थी. इसलिए मैंने उन दोनों से कहा की मैं दरवाजे पर जा रहा हूँ जैसे ही दादी आएगी मैं उन्हें सूचित कर दूंगा. मेरे यह कहते ही वे दोनों खुश हुए. मैं बाहर देखने चला गया.
काजू मेरी चाची की चूचियाँ दबाने लगा। चाची भी कपड़ो के ऊपर से ही काजू का लंड सहलाने लगी. थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने कपड़े उतार दिए और चाची काजू का लंड चूसने लगी काजू चाची की गांड में ऊँगली देने लगा. फिर थोड़ी देर बाद काजू चाची की चूत चाटने लगा और चाची आंखे बंद करके लेट गई. फिर मै वापिस अंदर आया और अपने दोस्त से कहा की एक बार जल्दी से अपना पानी निकाल ले मजा लेकर चुदाई करने के लिए रात बहुत है.
मैं वापिस दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया. काजू ने चाची को कुतियाँ बनाकर दबा-दब चोदना शुरू कर दिया 20-25 मिनट लगातार चोदने के बाद काजू झड़ गया. इस समय में चाची 3 बार झड़ चुकी थी. तभी मुझे दादी आती हुई दिखाई दी. मैंने झट से इसकी सुचना उनको दे दी. जब तक दादी अंदर आई चाची कपड़े पहन कर रसोई में जा चुकी थी.
रात को खाना खाने के बाद हम दोनों दोस्त मेरे कमरे में चले गए और बातें करते करते रात के 10 बज गए. अपने दोनों बच्चों और दादी के सो जाने के बाद चाची मेरे कमरे में आई. मैंने दोस्त को इशारा किया और चाची को बेड पर बुला लिया. चाची के बेड के बीच में लेटा लिया. एक तरफ मैं लेट गया और दूसरी तरफ काजू लेट गया. मैंने चाची से बोला कि आज रात तुम हम दोनों की वाईफ हो और आज रात हम तीनों को बहुत मज़े करने है. काजू और मैं दोनों चाची के बूब्स से खेलने लगे और फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों ने चाची को नंगा कर दिया. वो अब ब्रा और पेंटी में थी. हम दोनों ने भी अपने कपड़े उतारे, अब हम अंडरवियर में आ गये. हम दोनों के लंड खड़े थे इसलिए दोनों के अंडरवियर बहुत फूले हुए थे. फिर काजू ने शालू की ब्रा खोल दी और उसके दोनों बूब्स आज़ाद हो गये. मैने चाची की पेंटी को उतार दिया और हम दोनों ने अपने अपने अंडरवियर भी उतार दिए.
चाची एकदम से बोली कि बाप रे बाप इतने बड़े बड़े लंड और मैंने भी देखा कि सच में दोनों के लंड 7-8 इंच के थे. चाची बोली कि नहीं, मैं नहीं ले सकती इतने बड़े बड़े लंड और एक साथ. तो काजू ने बोला कि चाची जी एक बार लेकर तो देखो आपको कितना मज़ा आएगा? तो चाची बोली कि नहीं मैं नहीं ले सकती।
फिर मैंने चाची को ऐसा करने को कहा तो वह मान गई. काजू ने अपना लंड चाची के होंठो पर लगा दिया और चाची से बोला कि जल्दी से मुँह खोलो. चाची ने जैसे ही मुँह खोला तो काजू ने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और चाची उसे चूसने लगी और मेरे लंड को अपने दोनों हाथ से सहलाने लगी. मैं उसके बूब्स दबा रहा था. फिर 5 मिनट चूसने के बाद काजू ने लंड मुँह से बाहर निकाला और चाची की चूत के छेद पर रख दिया. काजू ने एक ज़ोर का झटका लगाया और पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ उसकी चूत के अंदर चला गया. काजू ने अपनी स्पीड बड़ा दी और जैसे ही चाची ने कुछ बोलने के लिए मुँह खोला तो मैने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और बोला कि साली अब इसे भी चूस और मुझे पूरा मजा दे.
फिर वो चुपचाप धीरे धीरे लंड को चूसने लगी क्योंकि उसके पास और कोई रास्ता भी नहीं था और 15 मिनट की चुदाई के बाद काजू ने उसकी चूत वीर्य से भर दी और जैसे ही काजू ने लंड बाहर निकाला तो मैंने अपना लंड अंदर डाल दिया. तो चाची बोलने लगी कि प्लीज मुझे एक बार बाथरूम तो जाने दो. काजू बोला कि दोनों दोस्तों का माल तेरी चूत में एक साथ जाएगा तो तुझे ज्यादा मजा आएगा.
फिर मैंने 20 मिनट तक चाची को उल्टे सीधे धक्के देकर चोदा और फिर चाची ने कपड़े से अपनी चूत साफ की तो काजू बोला कि चाची अब हम तेरी गांड मारेगें और यह सुनकर तो चाची बहुत गुस्सा हो गई और कहने लगी कि मैं इतना बड़ा लंड गांड में नहीं ले सकती. मेरे कहने से फिर चाची मान गई और कुतियाँ स्टाइल में आ गई. काजू ने अपना लंड चाची की गांड में डाल दिया. चाची जोर से चिल्लाई उई माँ मर गई. इन्होने मेरी गांड भी फाड़ दी.. प्लीज़ मत दे गांड में.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है और मैंने तभी अपना लंड चाची के मुंह में डाल दिया. फिर करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद काजू झड़ गया.
काजू के झड़ने के बाद मैंने अपना लंड चाची की गांड में डाल दिया. काजू अपने निढ़ाल लंड को चाची के मुंह में डालने लगा.चाची काजू के लंड को मुंह में पपोलने लगी. कुछ ही देर में काजू का लंड पूरा तन गया. मैं अब झड़ने ही वाला था. मैंने स्पीड बढ़ा दी और एक मीठी सी आआआह्ह्ह्ह के साथ मैं गांड में ही झड़ गया. काजू ने भी चाची के मुंह को चोदकर अपना सारा माल चाची के मुंह में ही डाल दिया. चाची ने दोनों के लंड चाटकर साफ़ कर दिए. अगले दिन मेरा दोस्त गाँव वापिस चला गया और मैं चाचा जी के आने तक वहीँ रहा. वहां से आने के बाद मैंने अपने दोस्त की वाइफ को कैसे चोदा अगले पोस्ट में पढ़ें.