Aunty Sex Story

ब्यूटी पार्लर में चाची की चुदाई

Beauty parlor me chachi ki chudai

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम फरीद ख़ान है और में मुंबई से हूँ. मेरी हाईट 5.8 है, मेरा रंग गोरा, भूरे रंग के बाल, भूरे कलर की आखें और मेरे लंड का साईज़ 6.3 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है और मेरी चाची का नाम अमरीन है, उनकी लम्बाई 5 फिट, रंग गोरा हल्की भूरी आखें और उनकी उम्र 36 साल है और उनके फिगर का आकार 38-30-42 है. अब में अपनी आज की कहानी पर आता हूँ.

दोस्तों मेरी चाची का उनके घर में ही एक ब्यूटी पार्लर है, जहाँ पर वो अपने आने वाले ग्राहकों का काम भी करती है और अपना घर भी सम्भाल लेती है, इस वजह से उन्हें कहीं बाहर नहीं जाना पड़ता. फिर एक दिन मुझे फेशियल और ब्लीच करवाना था, इसलिए मैंने अपनी चाची को कॉल किया.

में : हैल्लो, चाची.

चाची : हाँ बोल फरीद क्या हुआ?

में : चाची मुझे ब्लीच और फेशियल करवाना है तो मैंने इसलिए आपको फोन किया था, क्या आपके पास मेरे काम को करने के लिए समय है? और अगर आप कहे तो में आ जाऊँ.

चाची : हाँ क्यों नहीं बोलो कब करवाना है?

में : जब आपको समय हो तब.

चाची : तो तू एक काम कर फरीद रविवार को चार बजे मेरे पास आजा, रविवार के दिन मेरी छुट्टी होती है तो तुझे में एकदम फ़ुर्सत से सब कर दूंगी.

में : हाँ ठीक है चाची.

फिर यह कहते हुए हम दोनों ने अपनी बात को वहीं पर खत्म करके फोन रख दिया और मैंने रविवार का इंतजार किया और काम के सिलसिले में मुझे पता ही नहीं चला कि कब रविवार का दिन आ गया. अब रविवार को ठीक चार बजे मैंने उनके पास पहुंचकर उनकी दरवाजे पर लगी घंटी बजाई.

फिर जैसे ही चाची ने दरवाज़ा खोला तो में एकदम चकित होकर उन्हें देखता ही रह गया, क्योंकि वो उस समय क्या मस्त दिख रही थी, काले कलर की मेक्सी पहनी हुई थी, में क्या बताऊँ दोस्तों मेरे अंदर तो उन्हें देखकर जैसे आग सी लग गई थी और उनके बूब्स जैसे फट जाएगें बाहर आने को मचल रहे हो, उनकी इतनी टाईट मेक्सी में उनकी उभरी हुई छाती बहुत सेक्सी दिख रही थी और यह सब देखते ही मेरे लंड में हरकत सी आ गई और फिर चाची ने मुझसे कहा कि चलो अंदर आ जाओ और में उनके कहने पर अंदर चला गया और उन्होंने मुझे सीट पर बैठने को कहा और में बैठ गया.

मैंने घर में देखा और उनसे पूछा तो मुझे पता चला कोई नहीं है. मेरी चाची के परिवार में चाचा, चाची और नाज़िया ही है. दोस्तों नाज़िया उनकी 18 साल की लड़की है, वो भी क्या मस्त दिखती है और उसे तो मैंने पहले भी कई बार चोदा है, लेकिन में वो सब अपनी अगली कहानी में बताऊंगा.

अब मैंने चाची से पूछा कि चाचा और नाज़िया कहाँ है? तो चाची बोली कि तेरे चाचा बाहर क्रिकेट खेलने गये है और नाज़िया उसकी फ्रेंड के यहाँ पर पड़ने गई है. अब चाची बोली कि चल बता क्या क्या करवाना है? फिर मैंने उससे कहा कि फेशियल और ब्लीच करवाना है.

फिर चाची ने सबसे पहले मेरा फेशियल करना शुरू किया और फेशियल करते समय कभी कभी उनकी जांघे मेरी जांघ से रगड़ रही थी और फेशियल के बाद चाची ने मेरा ब्लीच करना शुरू किया और फिर फेशियल और ब्लीच होने के बाद चाची मुझसे पूछने लगी कि बता क्या और कुछ करवाना है? फिर मैंने कहा कि आप ही बता दो कि आपके पास मेरे लायक और क्या है?

वो मुझसे बोली कि बालों में कलर मसाज और भी बहुत कुछ. अब मैंने उनसे कहा कि ठीक है आप मेरी मसाज ही कर दो, तो वो मुझसे पूछने लगी कि सर की मसाज या पूरे शरीर की? तो मैंने भी तुरंत कह दिया कि आप मेरे पूरे शरीर की मसाज कर दो. तभी चाची मुझसे बोली कि जल्दी से जा अपने कपड़े उतारकर टावल लपेटकर आ जा. दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर थोड़ा सा शरमाया, चाची ने यह बात समझाते हुए वो मुझसे बोली कि तू मुझसे ज्यादा मत शरमा यह तो मेरा काम है. अब में भी अपनी हिम्मत को बढ़ाते हुए टावल लपेटकर आ गया और में उस मसाज बेड पर लेट गया जहाँ पर मेरी चाची अब मेरी मसाज करने वाली थी.

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फिर चाची ने मेरे पूरे शरीर पर तेल लगाना शुरू किया और में उस समय पेट के बल लेटा हुआ था. वो सबसे पहले मेरी पीठ की मसाज करने लगी और जैसे ही चाची ने मसाज करना शुरू किया, ठीक वैसे ही मेरे पूरे शरीर के अंदर एक करंट सा दौड़ उठा और मेरा लंड फूलने लगा. दोस्तों मैंने महसूस किया कि चाची के हाथ इतने मुलायम थे कि मुझे अब बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन उसके साथ साथ मेरी हालत भी बहुत खराब हो रही थी, में क्या करता आख़िरकार में एक लड़का हूँ और एक लड़की का हाथ मेरी पीठ पर घूम रहा था और थोड़ी देर में मेरा पूरा लंड टाईट हो गया था और फिर धीरे धीरे आगे बढ़ती हुई वो मेरे पैरों पर आ गई थी. अब मसाज करते करते वो मेरी जाघों तक आ गई थी.

दोस्तों अब चाची को मसाज करने में थोड़ी सी परेशानी हो रही थी, इसलिए चाची मुझसे बोली कि फरीद तू अब अपना टावल थोड़ा ढीला कर दे. फिर मैंने थोड़ा मेरी गांड को उँचा करके टावल को थोड़ा सा ढीला कर दिया और एक बार फिर से चाची ने मेरी मालिश करना शुरू कर दिया और मेरी जांघो की मसाज करते करते उनके हाथ अब इतना ऊपर आ गए कि मेरी गांड पर उनकी उंगलिया अब छू रही थी और उस कोमल स्पर्श को पाकर मेरा लंड इतना टाईट हो गया था कि जैसे अभी फट जाएगा, में बहुत जोश में था.

फिर चाची मुझसे बोली कि अब तू सीधा हो जा, लेकिन उस समय मुझे बहुत शरम आ रही थी और में बहुत घबरा भी रहा था, क्योंकि उस समय मेरा टावल एकदम ढीला पड़ा हुआ था और मैंने उसके अंदर कुछ पहना भी नहीं था और अब तक मेरा लंड तनकर तंबू बन चुका था और वो बार बार मुझसे बोले जा रही थी सीधा हो सीधा हो और मुझे मजबूरन सीधा होना पड़ा और जैसे ही में सीधा हुआ तो मेरी चाची की नज़र सीधी जाकर मेरे लंड पर पड़ी और उनकी आँखे खुली की खुली रह गई, अब शायद वो सोचने लगी थी कि इसका लंड कैसा दिखता होगा, सीधा लेटने पर वो भी सिर्फ़ मेरे लंड पर टावल रखा हुआ.

फिर जैसे तैसे चाची ने नज़र हटाकर फिर से मेरी मसाज करना शुरू कर दिया और अब उन्होंने मेरी छाती पर बहुत सारा तेल लगाकर मसाज करनी शुरू कर दी, लेकिन बार बार उनकी नज़र मेरे लंड पर ही जा रही थी और छाती से होते हुए वो अब मेरे पेट पर आ गई और धीरे धीरे मसाज करते उनकी ऊँगली मेरे झाँट के बाल तक पहुंच गई और अब उनसे भी रहा नहीं गया और आख़िरकार उन्होंने वो टावल हटा दिया और मेरे लंड को देखकर आँखे चौड़ी करके घूरने लगी और उन्होंने मेरे लंड को अपनी मुट्ठी में ले लिया और वो बोली कि इतने दिनों से इसे कहाँ छुपा रखा था, तू अब तक इतना बड़ा कहाँ लेकर घूम रहा था?

अब तक मेरी आवाज़ ही नहीं निकल रही थी यह सब देखकर. फिर वो मुझसे बोली कि क्या कुछ स्पेशल करना है? तो मैंने भी हाँ में अपना सर हिला दिया. अब मेरी चाची ने अपने हाथ में ढेर सारा तेल ले लिया और मेरे लंड पर लगाकर वो अब मेरे लंड की मालिश कर रही थी, वो अपनी उँगलियों से कभी मेरे लंड को सहलाती तो कभी अपनी मुट्ठी में भरकर आगे पीछे करती.

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फिर मैंने भी उनका जोश देखकर थोड़ी हिम्मत करते हुए अपनी चाची से कहा कि चाची आप प्लीज अपनी मेक्सी को उतार लो ना. फिर चाची ने कहा कि ठीक है और फिर उन्होंने अपनी मेक्सी को उतार लिया और अब वो मेरे सामने सिर्फ़ लाल कलर की ब्रा और लाल कलर की पेंटी में थी.

अब फिर से उन्होंने मेरे लंड की मालिश करना शुरू किया और में भी एकदम सही मौका देखकर अपना एक हाथ उनकी चूत तक ले गया और पेंटी के ऊपर से ही चूत को सहलाने लगा, वो मेरे एक साईड में खड़ी हुई थी और जैसे ही उनकी चूत पर मेरा हाथ छुआ तो वो एकदम से उछल पड़ी और उनके मुहं से सस्स्सिईईईइ उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ की आवाज़ निकल गई और उन्होंने मेरे लंड को इतनी ज़ोर से दबाया कि मुझे भी उसकी वजह से बहुत दर्द हुआ और में थोड़ी देर उनकी चूत को सहलाने लगा. मैंने महसूस किया कि वो अब तक बहुत गरम हो चुकी थी.

फिर मैंने सोचा कि यह चुदाई करने का बहुत अच्छा मौका है. फिर मैंने तुरंत चाची की पेंटी और ब्रा दोनों को उतार दिया और उन्हें पूरा नंगा कर दिया. दोस्तों वाह क्या दिख रही थी मेरे सामने मेरी प्यारी अमरीन चाची पूरी नंगी खड़ी हुई थी और में एक बार फिर से चूत को सहलाने लगा. फिर थोड़ी देर बाद मैंने अपनी एक उंगली को उनकी चूत में डाल दिया और जैसे ही उंगली को चूत के अंदर डाला तो उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहं में भर लिया और इतने प्यार से लोलीपोप की तरह चूस रही थी और चाट रही थी.

फिर मैंने उनसे अपना लंड मुहं से बाहर निकालने को कहा तो उन्होंने तुरंत बाहर निकाल दिया. अब मैंने चाची को घुटनों के बल बैठा दिया और मेरा लंड एक बार फिर से उनके मुहं में डाल दिया और अब में उनके मुहं को हल्के हल्के धक्के देकर चोदने लगा और उनके मुहं में करीब करीब मेरा लंड 4 इंच तक अंदर चला गया था, उनकी आँखें पूरी चौड़ी और बाहर आ गई थी, जब में हलक तक उनके मुहं पर दबाव देता रहा और करीब 20 मिनट तक उनके मुहं को चोदने के बाद मैंने अपना पूरा का पूरा वीर्य उनके मुहं में ही डाल दिया और तब तक लंड को बाहर नहीं निकाला, जब तक चाची मेरा वीर्य नहीं पी गई, अब वो मेरा पूरा वीर्य अपने गले से नीचे उतारने लगी और उसके बाद मैंने अपना लंड धीरे धीरे बाहर निकाला और चाची को मसाज बेड पर लेटा दिया.

फिर में भी उनके ऊपर आ गया और उनको एक फ़्रेच किस उनके होंठो से अपने होंठो को मिला दिया और करीब दस मिनट तक मैंने उन्हें किस किया. कभी उनके होंठो को तो कभी गाल पर तो कभी गर्दन या कान पर और किस करते करते उनके बूब्स तक आ गया और अब बूब्स को चूसना शुरू किया, कभी में उनके बूब्स को चूसता तो कभी उनकी निप्पल को काटता और चाची सस्सिईईई आह्ह्ह्हहह ऊईईईईइ की आवाज़े निकाल रही थी.

फिर थोड़ी देर चूत को चूसते चूसते में उनकी चूत तक आ गया था. दोस्तों वाह क्या खुशबू थी उनकी चूत की और उनकी चूत का पानी भी टपक रहा था. अब मैंने अपनी जीभ को उनकी चूत के मुहं पर रख दिया और चूत को चाटना शुरू कर दिया, वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबा रही थी और लगातार सस्स्सीईईईईइ आअहह उईईईईईइ सस्ससू किए जा रही थी.

फिर मैंने उनकी चूत के अंदर जैसे ही अपनी जीभ को डालकर चूसना शुरू किया तो वो और भी उछल पड़ी और ऐसे मेरे सर को अपनी चूत पर दबाव दे रही थी, जैसे मेरा सर अपनी चूत में पूरा अंदर घुसा देगी और थोड़ी ही देर में चाची भी झड़ गई और उन्होंने मेरे मुहं पर अपना पानी छोड़ दिया और पूरी अकड़ गई.

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अब में फिर से चाची के मुहं के पास आ गया और उनका मुहं खोलकर फिर से अपना लंड उनके मुहं में डाल दिया और मुहं की चुदाई चालू कर दिया और कुछ देर बाद मैंने उनके मुहं से अपना लंड बाहर निकाला और उनके सामने आकर बैठ गया तो मैंने चाची के दोनों पैरों को खोल दिया और अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लगा तो वो और भी गरम हो गई और मुझसे बोलने लगी कि अब बस फरीद अब नहीं रहा जा रहा है, प्लीज अब इसे अंदर डाल दे प्लीज.

फिर मैंने उनकी चूत पर अपना लंड रखकर एक हल्का सा धक्का मारा तो मेरे लंड का सिर्फ़ टोपा ही अंदर घुसा और वो चीख पड़ी, आअहहा उफ्फ्फफ्फ्फ़ फरीद. दोस्तों क्योंकि उनकी चूत बहुत टाईट थी.

अब वो मुझसे बोली कि तेरा बहुत बड़ा और थोड़ा मोटा भी है, तेरे चाचा का तो तेरे से आधा है तो इसलिए आहिस्ता कर. फिर मैंने ठीक है बोला और थोड़ा सा रुक गया और में उनके बूब्स को चूस रहा था तो कभी उनके होंठो को किस करता और कुछ देर रुकने के बाद मैंने उनके होंठो को किस करते हुए फिर से ज़ोरदार धक्का मार दिया तो करीब 5 इंच तक मेरा लंड अंदर घुस गया और वो उछल पड़ी और उनकी आखों से आँसू आने लगे.

फिर कुछ देर में ऐसे रुका रहा और फिर थोड़ी देर बाद वो जब शांत हुई और वो मुझसे बोली कि अब और मत तड़पा अब पूरा डाल दे फरीद अब और नहीं. फिर मैंने अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और एक ज़ोरदार धक्का मारकर इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड चाची की चूत में जड़ तक समा गया और मेरी प्यारी चाची रो पड़ी. मैंने उनके पूरे चेहरे पर किस किया. अब में उनसे बोला कि हो गया चाची पूरा अंदर तक चल गया है और बस अब कुछ ही देर में आपको मज़ा आएगा, तो चाची थोड़ा शांत हुई और में धक्के मारने के लिए तैयार हुआ.

तब मैंने मेरे लंड की तरफ देखा तो मेरे लंड पर खून लगा हुआ था. फिर मैंने धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया तो मेरी चाची भी मेरा साथ देने लगी. कुछ देर बाद चाची को भी मज़ा आने लगा तो वो अपनी गांड को उछाल उछालकर मेरा लंड अंदर तक ले रही थी.

फिर मुझे भी जोश आ गया और मैंने भी अपनी चुदाई की स्पीड को बड़ा दिया और ज़ोरदार चुदाई करने लगा और चाची आआहह आहहईइ सस्स्सिईई करने करने लगी और धक्को के साथ साथ वो बड़बड़ाने लगी हाँ और ज़ोर से फरीद आआहह आअहह और अंदर जाने दे सस्सीई हाँ फाड़ दे मेरी चूत को ऊईईईइ आआहहहह मेरी जान.

फिर उनके मुहं से यह सब सुनकर मेरी स्पीड और भी बढ़ गई और इस बीच चाची दो बार झड़ चुकी थी और करीब 40 मिनट के बाद में भी चाची की चूत में ही झड़ गया और उनके ऊपर ही लेट गया और हम कुछ देर ऐसे ही लेटे हुए थे और फिर अलग हुए. अब चाची ने मुझे अपने ऊपर घसीट लिया और में उनके बूब्स पर बैठ गया तो वो मेरे लंड को एक बार फिर से अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और फिर कुछ देर बाद मेरा लंड एक बार फिर से अपना आकार बदलने लगा था और गरम लोहे की तरह तपने लगा था.