भाई-बहन की चुदाई

बहन की मस्तानी चुदाई

Behan ki mastani chudai

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जय है और में गुजरात (बड़ोदरा) का रहने वाला हूँ. दोस्तों मेरी उम्र अभी 22 साल है और में अभी पढ़ाई कर रहा हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है, मेरे लंड का साईज करीब 7 इंच है और मोटाई 2 इंच है. आज में आप लोगों को मेरी पहली स्टोरी सुनाता हूँ, जो मैंने अपनी कज़िन के साथ किया था, उसकी यह रियल स्टोरी है.

वैसे ये बात आज से 2 या 3 महीने पहले की है, उसका नाम रीता है, उसकी हाईट 5 फुट 7 इंच है, वो ज़्यादा गोरी तो नहीं, लेकिन थोड़ी साँवली है, लेकिन उसके बूब्स का साईज 34 है और वो शरीर से थोड़ी मोटी लगती है, उसकी गांड भी बहुत मस्त है. मेरा तो दिल करता है कि में उसे सहलाता ही रहूँ और हमेशा उसकी गांड में अपना लंड डाले रखूं. वो और में साथ-साथ एक ही स्कूल में पढ़ते थे, उसी वक़्त मुझे उससे प्यार हो गया था और उसे भी मुझसे प्यार हो गया था. वो रिश्ते में मेरी बहन लगती है, लेकिन एक ही उम्र होने के कारण वो हमेशा मुझे नाम से बुलाती थी.

यह एक दिन की बात है, मेरी कज़िन बहन की शादी थी, तो में और रीता, अपनी बुआ, कज़िन बहन और जीजाजी के साथ अपनी बुआ के गाँव जा रहे थे. हम गाँव ट्रेन से गये थे, लेकिन गाँव स्टेशन से 3 किलोमीटर दूर था तो बुआ ने गाँव से बैलगाड़ी का इंतजाम किया था. अब जब हम सब लोग बैलगाड़ी पर जा रहे थे, तो वो जीजाजी के साथ मिलकर मुझे छेड़ने लगी. अब में बुआ और कज़िन बहन के होने के कारण चुप था. फिर कुछ दूर जाने के बाद वो मुझे चिकोटी काटने लगी तो कभी वो मेरे हाथों में चिकोटी काटती, तो कभी मेरी कमर में चिकोटी काटती. अब में क्या करता? मैंने बहुत बार बुआ और कजिन बहन को बोला, तो बुआ ने उसे डांट दिया, तो उसने बंद कर दिया, लेकिन कुछ देर के बाद वो फिर से मुझे चिकोटी काटने लगी. अब में भी उसको कभी-कभी उसकी बाहों में जाकर चिकोटी काट लेता था.

फिर ऐसे करते-करते हम गाँव पहुँच गये. फिर हम सब बैलगाड़ी से उतरे और घर में गये. फिर में सीधा ऊपर पहले फ्लोर पर चला गया. फिर कुछ देर के बाद वो भी कोई काम से ऊपर आ गयी और वो फिर से मुझे चिकोटी काटने लगी. अब मुझसे भी नहीं रहा गया तो फिर मैंने पहली बार उसकी बाँहों में चिकोटी काटी, तो वो कुछ नहीं बोली. फिर मैंने उसके गाल पर चिकोटी काटी तो वो फिर भी कुछ नहीं बोली.

फिर मैंने हिम्मत करके उसकी कमीज के ऊपर से ही उसके बूब्स पर चिकोटी काटी तो वो कुछ नहीं बोली, तो में समझ गया कि यह लड़की देने वाली है. फिर में उसकी शमीज के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाते हुए रूम में ले गया और बेड पर पटक दिया. फिर मैंने उसकी लिप्स की किस ली और कम से कम 5 मिनट तक में उसके लिप्स का किस लेता रहा और उसके बूब्स को सक करने लगा. अब वो कुछ नहीं बोल रही थी और सिर्फ़ मुझे अपनी बाँहों में कसे हुई थी.

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में उसकी कमीज को थोड़ा ऊपर से खोलकर उसके बूब्स को चूसता रहा और उसके दोनों बूब्स को बारी-बारी से सक करता रहा, फिर कभी में उसके लिप्स पर किस लेता, तो कभी उसके बूब्स को सक करता और एक हाथ से उसके दूसरे बूब्स को दबा रहा था, तो दूसरे हाथ से उसकी चूत में उंगली कर रहा था. अब उसकी चूत गीली हो चुकी थी, उसने पेंटी नहीं पहन रखी थी तो मेरी उंगली आसानी से उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत में जा रही थी. वो बहुत ज़ोर से मौन कर रही थी उन्न्ञनननणणनह, आआआअहह, उूउऊहह, आआआआ, आआआआआआ और सक करो, आआआआआअहह, आआआआआआ और जोर से, अब वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी.

फिर मैंने उसके बूब्स को चूसना छोड़कर उसका लिप्स किस लेना शुरू कर दिया, क्योंकि वो बहुत ज़ोर से मौन कर रही थी. अब मुझे डर लग रहा था कि कहीं नीचे बुआ और कजिन बहन नहीं बुला ले. फिर मैंने दरवाजा लॉक किया और फिर से उसके बूब्स प्रेस करना शुरू किया और सक करना शुरू किया. फिर कुछ देर के बाद वो फिर से गर्म हो गयी. फिर मैंने अपनी पेंट खोली और अपना लंड उसके हाथ में थमा दिया, अब मेरा लंड तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था. फिर मैंने अपना लंड उसके हाथों में पकड़ा दिया, तो वो पहले तो शरमाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद जब मैंने फिर से पकड़ाया, तो उसने पकड़ लिया.

फिर में उससे बोला कि इसे सहलाओ और आगे पीछे करो, तो वो वैसा ही करने लगी. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वो ज़ोर-जोर से मौन करने लगी. फिर जब मैंने उसकी चूत में उंगली की, तो वो मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर-जोर से मौन करने लगी. फिर मैंने कुछ देर के बाद उसकी सलवार भी उतार दी, वाऊ क्या चूत थी? उसकी चूत पूरी भीगी हुई थी और उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, ऐसा लगता था कि उसने आजकल में ही शेव किया हो, उसकी चूत पूरी पाव रोटी की तरह फूली हुई थी. फिर मैंने उसे अपना लंड चूसने के लिए बोला, तो उसने मना कर दिया.

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फिर मैंने उससे बोला कि कुछ नहीं होता, तो वो बोली कि नहीं मुझे घिन आती है. फिर मैंने उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया, तो वो चिल्लाने लगी आआआआआआहह. अब में अपनी जीभ से उसे चोद रहा था. अब वो ज़ोर-जोर से मौन कर रही थी, जय तूने यह क्या कर दिया? मेरी चूत में आग लग रही है, कुछ करो.

अब में लगातार उसको सक कर रहा था और वो ज़ोर-जोर से चिल्ला रही थी और ज़ोर-जोर से मौन कर रही थी और अपने एक हाथ से मेरे सर को अपनी चूत के ऊपर धकेल रही थी और अपने पैरों को कभी ऊपर तो कभी दोनों जांघों को ज़ोर से दबा रही थी, जिससे कभी-कभी तो मेरी साँसे फूल जाती थी.

कुछ देर के बाद उसने अपनी चूत से पानी छोड़ दिया, तो में उसका सारा का सारा पानी पी गया. अब वो मुझे देख रही थी और ज़ोर-जोर से हाँफ रही थी, जैसे कोई कई मीलो से दौड़कर आई हो. फिर मैंने उसे सीधा लेटाया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. अब जब मेरे लंड का सूपाड़ा ही उसकी चूत में गया था, तो वो ज़ोर-जोर से चिल्लाने लगी, नहीं मुझे छोड़ दो, नहीं में मर जाउंगी, अपना लंड बाहर निकाल लो, लेकिन मैंने उसकी बात अनसुनी करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगाया, तो वो और ज़ोर से चिल्लाई.

फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए उसके मुँह को बंद किया और जोर-जोर से धक्के लगाता गया. अब वो झटपटा रही थी और अपने बदन को इधर से उधर करने लगी थी, लेकिन में नहीं माना. अब में धक्के पे धक्के लगाए जा रहा था, अब उसकी आँखों से आसूं निकल रहे थे. फिर कुछ देर के बाद मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया. फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा. फिर कुछ देर के बाद वो शांत हुई और मुझे गालियाँ देने लगी, साले तुने यह क्या कर दिया? अपना लंड बाहर निकालो, मुझे नहीं चुदवाना. अब में उसके बूब्स को सक करने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था.

कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया. दोस्तों आप लोगों को पता ही होगा कि अगर किसी लड़की या औरत को जल्दी जोश में लाना हो तो उसके कान को धीरे-धीरे चूसो और सक करो, फिर देखो वो कितनी जल्दी गर्म हो जाती है? हाँ तो फिर कुछ देर के बाद वो फिर से गर्म हो गयी.

फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए, तो पहले तो वो चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है. फिर वो बोली कि हाँ जय बहुत मज़ा आ रहा है और वो मौन करने लगी. फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. अब वो पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी, हाआआआआआ जय ऐसे ही करो बहुत मजा आ रहा है. अब वो इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी.

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अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था, हाँ राजा ऐसे ही करो और जोर से चोदो, फाड़ दो मेरी चूत को आज, आज कुछ भी हो जाए, लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना आआआआ और ज़ोर से, उूउउईईईईई माँ, आहह, अब वो ऐसे ही मौन कर रही थी. फिर कुछ देर के बाद मैंने पाया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है. अब वो पानी छोड़ने वाली थी और अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी हाँ और चोदो, मेरी चूत को आज मत छोड़ना, इसका भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वो बोली कि हाए दीपक में झड़ने वाली हूँ.

अब में भी झड़ने के करीब पहुँच गया था, क्योंकि हम लोग लगातार 15-20 मिनट से चुदाई कर रहे थे. फिर में बोला कि हाँ डार्लिंग में भी झड़ने वाला हूँ और फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो कुछ देर के बाद झड़ गयी. अब में भी झड़ने के करीब आ गया था और फिर कुछ देर के बाद में भी झड़ गया. अब उसने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया था, तो में भी उसके बूब्स के ऊपर ही पड़ा रहा.

कुछ देर के बाद उसने मेरा लंड और मैंने उसकी चूत को साफ किया. फिर हम दोनों ने अपने-अपने कपड़े पहने और फिर कुछ देर तक एक दूसरे की बाहों में पड़े रहे. फिर हम लोग वहाँ 3 दिन रुके. फिर हम लोगों को जब भी टाईम मिलता था तो हम लोग सेक्स कर लिया करते थे. फिर उसके कुछ दिन के बाद उसकी शादी हो गयी और वो अपने ससुराल चली गयी. फिर में भी अपनी पढाई के सिलसिले में दिल्ली चला आया, लेकिन बड़ोदरा आने के 1 साल के बाद वो फिर मुझे बड़ोदरा में ही मिल गयी. फिर मैंने उसके साथ सेक्स किया.