Bhabhi Sex

दोस्त की भाभी के साथ दीवाली मनाई-2

Bhabhi ke saath diwali manai-2

अगले दिन जब में सोकर उठा तो मुझे मेरे दोस्त ने नाश्ता करने के लिए बुला लिया और फिर हम सभी ने एक साथ बैठकर नाश्ता करना शुरू किए और अब में राकेश भैया के बोलने का इंतजार कर रहा था कि वो कब अपने कम्पनी के टूर के लिए निकल रहे है? तभी कुछ देर बाद में राकेश भैया ने बोला कि में अब चलता हूँ, मुझे अपने काम से बहुत दूर जाना है और में दूसरे दिन तक वापस आ जाऊंगा.

फिर में उनकी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया और में मन ही मन सोचने लगा कि अब तो मेरा भाभी को चोदने का सपना पूरा होने वाला है और फिर हम सबने नाश्ता खत्म किया और सभी लोग शाम को दीवाली की तैयारी में लग गये और में अपने दोस्त के साथ कंप्यूटर पर गेम खेलने लगा और अब में मन में सोचने लगा कि चुदाई को कब कैसे शुरू करना है? फिर कुछ घंटो के बाद शाम हो गई और बाहर सभी लोग पटाखे चलाने लगे और घर के सभी लोग तैयार होने लगे और फिर में भी तैयार हो गया. फिर में बेचैनी से अपने दोस्त और उसके परिवार का इंतज़ार करने लगा था और करीब दस मिनट इंतज़ार करने के बाद सभी अपने अपने रूम से बाहर निकलकर हॉल में आ गए और मेरा दोस्त एक कमरे में जाकर सभी पटाखे लेकर आ गया और हम सभी घर के ऊपर जाकर पटाखे चलाने लगे. हमें पटाखे चलाते हुए करीब आधा घंटा हो गया था.

Hindi Sex Story :  भाभी के साथ खेला चुदाई का खेल-2

फिर मैंने धीरे से एक पटाखा जानबूझ कर अपने हाथ में फोड़ लिया और अब में थोड़ा सा नाटक करने लगा कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है. तभी मेरा दर्द देखकर मेरे दोस्त की माँ बहुत परेशान हो गई और उन्होंने मेरे दोस्त को मुझे किसी डॉक्टर के पास ले जाने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया, क्योंकि उस समय उसके पड़ोसी दोस्त भी आए हुए थे और वो उनके साथ पटाखे चलाने में बहुत व्यस्त था और मेरे दोस्त की माँ उसकी एक पड़ोस की दोस्त के साथ थोड़ा व्यस्त थी और उसकी बहन उस समय अपने कमरे में बुखार आ जाने से सो रही थी तो अब बची उसकी भाभी तो मेरे दोस्त ने अपनी भाभी से कहा.

शेखर : प्लीज़ भाभी जी आप मेरे दोस्त को थोड़ी दवा लगा दीजिए ना प्लीज़ उसे बहुत दर्द हो रहा है.

दोस्तों उसने अपनी भाभी से मेरे लिए बहुत बार आग्रह किया, तब जाकर भाभी मान गई और अब हम दोनों मेरे रूम में नीचे चले गये और में थोड़ा ज्यादा नाटक करते हुए ज़ोर से चिल्लाने लगा कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है. फिर उतने में भाभी जल्दी से मेरे बहुत पास आकर मुझसे बिल्कुल चिपककर बैठ गई और उफफफफ्फ़ वाह क्या बदन था उनका? जैसे वो मुझे पुकार पुकारकर कह रहा है कि अब जल्दी से मुझे चोद दो आकर.

फिर भाभी मुझे दवाई लगाने लगी तो में भाभी के उभरे हुए एकदम गोल बड़े आकार के बूब्स को घूर घूरकर देखने लगा, जो कि 36 इंच के थे. भाभी ने उस समय अपने बिल्कुल गोरे बदन पर वो काले रंग की साड़ी उसी कलर के गहरे गले और पीछे से एकदम खुले हुए ब्लाउज के साथ पहनी हुई थी, जिसकी वजह से उनके आधे से ज्यादा बूब्स बाहर दिख रहे थे और उनकी गोरी नंगी कमर को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मेरे लंड को भाभी ने देख लिया. तभी वो हल्का सा मेरी तरफ मुस्कुराकर कहा कि हो गया है, अब आप आराम करिये और वो मुझसे यह बात कहकर वहाँ से उठी और जाने के लिए पलट गई.

Hindi Sex Story :  प्यासी भाभी निकली लंड की जुगाड़-2

फिर मैंने उन्हें तुरंत खड़े होकर पीछे से कसकर पकड़ लिए और उन्हें हग कर दिया तो भाभी मुझसे कहने लगी कि तुम यह क्या कर रहे हो, प्लीज छोड़ दो मुझे, कोई आ जाएगा? फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी आप बहुत हॉट, सेक्सी हो और मुझे आप बहुत अच्छी लगती हो, प्लीज मुझे एक बार आपको चोदना है. उनसे यह बात कहकर मैंने उनके एकदम गोल बड़े आकार के बूब्स को कसकर पकड़ लिया और अब में दोनों बूब्स को अपने पूरे ज़ोर से दबाने लगा और निचोड़ने लगा था.

फिर भाभी ज़ोर से चिल्लाने लगी और वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब छोड़ दो मुझे, तुम मेरे साथ यह क्या कर रहे हो? प्लीज छोड़ दो मुझे, लेकिन दोस्तों वहां पर उन्हें सुनने वाला कोई नहीं था, क्योंकि सभी लोग ऊपर छत पर थे और ऊपर से दीवाली के पटाखों की उस आवाज़ से कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था. अब में अपने एक हाथ से उनकी साड़ी के ऊपर से उनकी चूत को छूने लगा था और अपने दूसरे हाथ से उनके दोनों बूब्स को एक एक करके सहला रहा था और फिर कुछ देर उनकी चूत को सहलाने के बाद मैंने महसूस किया कि वो भी अब थोड़ा सा शांत हो गई थी और उन्होंने जोश में आकर मोन करने की आवाज निकालना शुरू कर दिया था आह्ह्हहह उउईईईईइ. दोस्तों उसकी जोश से भरी वो आवाजे सुनकर मुझे भी अब उसकी चुदाई करने का ग्रीन सिग्नल मिल गया था और में मन ही मन बहुत खुश था.

Hindi Sex Story :  दोस्त की बीवी को सुहागरात में चोदा

यह कहानी कुल तीन भागो में है, आगे की कहानी अगले भाग में-