Bhabhi Sex

भाभी की भयंकर गाण्ड मारी

Bhabhi ki bhayankar gaand maari

नमस्कार, मेरा नाम बदला हुआ (राहूल) है… ये मेरी पहली कहानी है, जो मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूँ।

मैं मुम्बई का रहनेवाला हूँ।

मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती थीं, जो मुझे बार-बार देखती रहती थीं, वो दिखने में बहुत सुंदर थीं…

मैं भी दिन-रात उन्हें चोदने के सपने देखता था…

एक दिन यूँही उन्होंने मेरा नंबर माँगा और मैंने फट से दे दिया।

ना जाने क्या हुआ उस पूरी रात मैं सो नहीं पाया, रात भर भाभी के ही सपने देखता रहा और पता नहीं कितनी बार भाभी के नाम की मुठ मरी।

फिर दूसरे दिन सुबह मुझे उनका कॉल आया, सामने से एक मीठी सी आवाज़ आई, वो भाभी थीं…

बातों-बातों में भाभी बोलीं – मै तुमसे कितने दिन से बात करना चाहती हूँ पर कर ना सकी।

उस दिन से हम लगभग रोज बातें करने लगे।

और आख़िरकार एक दिन हमें मौका मिल ही गया…

हुआ यूँ की उनका पति काम के सिलसिले में दो दिनों के लिये बाहर जाने वाला था।

भाभी ने तुरंत ये बात मुझे बता दी। दोस्तो, मेरी तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा…

फिर अंत में वो दिन आ गया, उस रोज भाभी ने लाल रंग की साडी पहनी हुई थी, गले के ब्लाउज में उसके नितम्ब बाहर आने को मचल रहे थे।

मेरा लौडा तुरन्त खड़ा हो गया और मैंने भाभी को अपने बाहों में भर लिया।

पहले तो मैंने उन्हें खूब चूमा, फिर धीरे-धीरे भाभी के ब्लाउज में हाथ डालकर उसके चुचे बाहर निकालकर चूसे…

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फिर मैंने भाभी को उठाकर बिस्तर पर पटक दिया और उनकी साडी-ब्लाउज उतारकर फेंक दी, अब वो ब्रा और पैंटी में मेरे सामने थीं…

अब भाभी ने मेरे कपड़े उतारे और मुझे नंगा कर दिया, मैंने भी भाभी को खूब चूसा और चूमा और फिर उनकी पैंटी उतारी।

अब मैंने धीरे-धीरे चूत चाटना शुरू किया और उनकी उतेजना बहुत बढ़ गई।

कुछ देर बाद, हम 69 पोजिशन में आये। अब भाभी मेरा लण्ड चूस रही थीं और मैं उनकी चूत चूस रहा था…

भाभी से अब बर्दाशत नहीं हो रहा था और भाभी ने कुछ ही देर में अपना पानी छोड़ दिया।

मैं गपगाप वो पानी पी गया।

अब मेरा पानी निकलने वाला था, मैंने तुरंत भाभी को सीधा किया और भाभी के चूत में लण्ड डाल दिया।

अब मैंने भाभी की चुदाई चालू कर दी…

भाभी के मुँह से अजीब-अजीब आवाज़ें निकल रहीं थीं – आ आ आ आ आ उम्म्म्म उम्म्म्म उफ़ फ फ़फ्फ़ आह अहह आ आ…

फिर भाभी अपने नाख़ून मेरी पीठ में ज़ोर-ज़ोर से गाड़ने लगीं, लेकिन मैं रुका नहीं और अपना काम करता रहा।

करीब घंटे भर बाद मेरा छुटने वाला था…

मैंने भाभी को बोला – कहाँ निकालूँ?

भाभी बोलीं – अन्दर ही डाल दो, ना जाने कितने दिन से तेरा लंड लेना चाहती थी, आज मौका मिला है।

उसके बाद दो दिन मैंने भाभी को दिल से खूब चोदा और भाभी की भयंकर गाण्ड भी मारी।

ये मेरी पहली कहानी थी।

आप लोगों को कैसी लगी?

जरूर बताना…