Bhabhi Sex

भाभी को दिया बर्थ-डे गिफ्ट-1

Bhabhi ko diya birthday gift-1

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जय है और में अंबाला में रहता हूँ, लेकिन मेरा गाँव कानपुर में है. दोस्तों ये बात आज से करीब तीन साल पहले की है. में एक शॉपिंग माल में खड़ा था और उस समय में अपना मोबाइल रीचार्ज करवा रहा था. तभी वहां पर एक भाभी आई जो सफेद कलर की साड़ी पहने हुई थी और पीछे से उसकी गांड बिल्कुल टाईट थी जिसको देखकर मेरा ऐसा मन कर रहा था कि उसकी गांड को अपने दोनों हाथों से मसल दूँ और यही इसे चोद दूँ, लेकिन किसी तरह खुद को कंट्रोल किया, उसके मोबाइल में शायद कुछ समस्या थी जिसे दिखाने वो वहां पर आई थी. फिर उसने दुकान वाले से कहा कि उसके मोबाईल में आवाज़ ठीक नहीं आती और फिर उसने अपना मोबाईल नंबर उसे बताया और कहा कि वो कॉल करके देखे. तभी उसने फोन करके आवाज सुनी और अब पूरी समस्या समझ में आ गई और में पीछे खड़ा होकर उसकी सारी बातें सुन रहा था और जैसे ही उसने अपना नंबर बताया मैंने उसे अपने मोबाईल में सेव कर लिया और फिर में वहां से चला गया.

फिर कुछ देर बाद मैंने उस नंबर पर कॉल किया तो मुझे किसी औरत की आवाज़ आई जो उसी औरत की आवाज़ लग रही थी और मुझे विश्वास हो गया कि उसका नंबर सही सेव हुआ है. फिर उसके बाद में आए दिन उसे मिस कॉल मारता रहता था. शुरू में तो उसने कोई महत्व नहीं दिया, लेकिन कुछ दिनों के बाद वो मुझे मिस कॉल देने लगी और अब में समझ गया कि अब मेरा काम बन सकता है. मैंने उससे बात करना शुरू किया तो वो मुझे झूठी नाराज़गी दिखाती थी, लेकिन कॉल नहीं काटती थी और उसने मुझसे पूछा कि तुम्हे मेरा नंबर कहाँ से मिला? मैंने उसे बताया कि किस तरह मैंने उसका नंबर लिया और फिर हम लोग बात करने लगे.

दोस्तों अब वो खुद हर रोज मुझे कॉल करने लगी थी. फिर एक दिन मैंने उससे कहा कि तुम मुझे बहुत सुंदर लगती हो. तो उसने पूछा कि ऐसा अच्छा क्या है मेरे अंदर जो तुम्हे इतना अच्छा लगता है? मैंने कहा कि तुम सर से लेकर पैर तक इतनी सुंदर हो कि तुम्हे देखते ही मेरा खड़ा हो जाता है. तभी उसने मुझसे पूछा कि क्या खड़ा हो जाता है? लेकिन मैंने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया, तो उसने एक बार फिर से पूछा कि बताओ ना तुम्हारा क्या खड़ा हो जाता है? तभी मैंने कहा कि मेरा लंड तुम्हे देखकर खड़ा हो जाता है, उसने पूछा कि ऐसा क्यों?

Hindi Sex Story :  Bhabhi ki chut me mera lund

मैंने कहा कि तुम्हारी गांड देखकर मेरा मन करता है कि में तुम्हे चोदता रहूँ. फिर उसने कहा कि ठीक है समय आने पर देखेंगे कि तुम कितना चोदते हो? और इसी तरह बात करते करते मुझे पता चला कि उसका पति दरुबाज़ है और कभी भी उसे संतुष्ट नहीं कर पाता है और उसने मुझे बताया कि मेरा पति रोज दारू पीकर घर आता है और मेरे साथ बिल्कुल भी कुछ नहीं करता, बस वो मेरी साड़ी को उठाता है और मुझे ऐसे ही छोड़कर सो जाता है, मेरे जिस्म के बारे में कुछ नहीं सोचता और मैंने ध्यान दिया है कि आज कल तो उसका लंड खड़ा भी नहीं होता हमेशा लटका हुआ मुरझाया हुआ रहता है.

फिर मैंने उससे कहा कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो भाभी, तुम्हारा यह देवर है ना, यह तुम्हारी सारी ज़रूरत पूरी करेगा. दोस्तों उस दिन उसने पहली बार कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और तुम बहुत अच्छे हो और बोली कि जय तुम मुझे ऐसे ही प्यार करते रहना, में तुम्हारे प्यार की बहुत भूखी हूँ. फिर मैंने कहा कि भाभी आप बिल्कुल भी चिंता मत करो. में हमेशा आपका ऐसे ही प्यार के साथ ख्याल रखूंगा.

दोस्तों फिर एक बार की बात है में बस स्टॉप पर खड़ा हुआ बस का इंतजार कर रहा था और में जैसे ही बस में चड़ा तो मैंने देखा कि वो भाभी भी उस बस में पहले से ही बैठी हुई थी और मैंने उसे देखकर स्माईल दी तो उसने भी स्माईल देकर जवाब दिया और फिर में उनके पास में जाकर चिपककर बैठ गया और फिर मैंने अपना एक हाथ उसके पेट के पीछे से घुमाकर उसकी कमर पर रख दिया. उस दिन उसने नीले कलर का सूट पहना हुआ था और फिर जैसे ही मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा तो उसने अपनी चुन्नी से मेरा हाथ ढक दिया और फिर क्या था? मैंने तुरंत अपना हाथ उसके सूट के अंदर डालकर उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को पकड़ लिया. वाह दोस्तों क्या बूब्स था उसका, इतना बड़ा कि मेरे हाथों में नहीं आ रहा था और मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया दोस्तों उसके इतने टाईट बूब्स थे कि बस आप पूछो ही मत और वो भी अब धीरे धीरे सिसकियाँ लेने लगी आआहह ऊऊओह आईईईई और मुझसे चिपककर बैठ गयी.

Hindi Sex Story :  Bhabhi ki sabke samne holi Mai choda

फिर मैंने अपने हाथों से उसकी सलवार का नाड़ा खोला जिससे सलवार थोड़ी ढीली हो गयी और अब में उसकी चूत में उंगली करने लगा वो थोड़ी देर तो मज़े लेती रही, लेकिन फिर अचानक से उसने मेरा हाथ ज़ोर से झटका देकर हटा दिया और कहा कि यहाँ पर नहीं. फिर मैंने कहा कि ठीक है जैसा तुम चाहो, फिर उतरते वक़्त मैंने उससे पूछा कि क्यों कैसा लगा? तो उसने मुझे जवाब देने की जगह उल्टा मुझसे पूछा कि तुम्हे कैसा लगा?

मैंने कहा कि मुझे तो बहुत मज़ा आया और फिर उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि तुमसे ज़्यादा मुझे मज़ा आया और उसके बाद हम लोगों ने उसी दिन से फोन सेक्स करना शुरू कर दिया और जब उसका पति घर पर नहीं होता वो मुझे कॉल करती और में उससे कहता कि अपनी चूत में उंगली डालकर मुझे याद करो और वो अपनी उंगली को चूत के अंदर डालकर ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगती जिसे सुनकर में भी उसके नाम की मुठ मारता और फिर में बहुत बेसब्री से इंतज़ार करता कि वो मौका कब आएगा जब में इस भाभी की चूत की खुजली अपने लंड से मिटाऊंगा और फिर आख़िर थोड़ा इंतजार करने के बाद वो दिन आ ही गया जिसका मुझे बड़ी बेसब्री से इंतजार था और वो दिन था उसका जन्मदिन.

उस दिन सुबह ही मैंने उसे कॉल किया और उसे जन्मदिन की मुबारकबाद दी और उससे पूछा कि बताओ भाभी तुम्हे क्या चाहिए? तो उसने कहा कि जो में तुमसे माँगूंगी क्या वो तुम मुझे दोगे? तो मैंने कहा कि भाभी सब कुछ आप ही का है बेझिझक माँग लो, तो उसने कहा कि पहले एक बार सोच लो क्योंकि आज मेरा जन्मदिन है और में जो तुमसे माँगूंगी तुम्हे वो मुझे देना पड़ेगा? तो मैंने कहा कि भाभी आप माँगो में तैयार हूँ तो उसने कहा कि अगर ऐसा है तो तुम 1/2 घंटे में तैयार होकर पास वाले बस स्टॉप पर आ जाओ. मैंने कहा कि ठीक है और में समझ रहा था कि आज यह मुझसे चुदकर ही रहेगी. में नहाया और तैयार होकर मैंने पास के मेडिकल स्टोर से एक कंडोम का पेकेट ले लिया और बस स्टॉप पर जाकर उसका इंतजार करने लगा.

Hindi Sex Story :  भाभी ने चोदने पर मजबूर किया

अब में इंतजार कर ही रहा था कि तभी एक ऑटो मेरे पास आकर रुका तो में एकदम हैरान हो गया और मैंने देखा कि उसमे मेरी हेमा भाभी बैठी हुई थी. उसने मुझे इशारा करके अंदर बुलाया और में अंदर चला गया और फिर ऑटो चल दिया. फिर उसने मुझे बताया कि आज का दिन वो मेरे साथ किसी होटल में बिताना चाहती है.

दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनकर मेरी तो ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा मैंने कहा कि ठीक है और ऑटो को एक होटल के पास रुकवाया और उस होटल में एक ए.सी. रूम बुक करवाया, रूम की चाबी लेकर हम लोग रूम की तरफ चले गए और जैसे ही हम लोग अंदर घुसे तो उसने तुरंत दरवाजे की कुण्डी लगा दिया और मुझसे लिपटकर कहने लगी कि जय प्लीज आज मेरी प्यास बुझा दो, में बहुत दिनों से प्यासी हूँ और वो मुझे कसकर चूमने लगी. फिर जब मैंने देखा कि यह तो बहुत जोश में है तो मैंने भी उसे कसकर अपनी बाहों में भर लिया और उसके होठों को ज़ोर से चूसने लगा.

अगले भाग में कहानी समाप्त-