भाभी ने चोदना सिखाया
मेरी उम्र 18 साल थी। मेरी एक चचेरी बहन (भाभी) है, जिनकी उम्र अब तक 28 साल होगी। वो मुझसे “आप” कहकर ही बात करती हैं। उनका फिगर 34-26-36 है। मैं उन्हें शुरू से ही पसंद करता था। वो भी मुझसे चिपक कर बैठती थी, मेरी गर्लफ्रेंड्स के बारे में पूछती थी और मौका मिलने पर कभी मेरे गाल खींचती तो कभी मेरे कंधे पर हाथ रख देती। मैं उनकी हर गतिविधि को नोट करता था और मेरा लंड भी तन जाता था, लेकिन कुछ नहीं कर पाता था, सिर्फ़ अकेले में ही मुठ मारने का।
एक दिन की बात है, शाम के 4 बजे होंगे। भाभी रसोई में मेरे लिए चाय बनाने गई थीं। जाते हुए मैं बस उनकी गांड देखता रहा। थोड़ी देर बाद वो एक गिलास दूध लेकर आई और बोली “दूध पिए लो, आप बहुत पतले दुबले हो” और वो वापस चली गई। मैं फिर उनकी गांड की तरफ टकटकी लगाता रहा और सोचने लगा कि काश ये गांड एक बार चोदने को मिले। मैंने मुस्कुराते हुए दूध पी लिया। थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे रसोई से आवाज दी। जैसे ही मैं अंदर गया वो “आज आपसे गले लगने का मन कर रहा है” बोलते हुए मुझसे चिपक गईं। मेरी कुछ समझ नहीं आई। फिर वो बोली “काफी दिनों से मुझे इस दिन का इंतज़ार था”। जब तक उनके सुडोल Boobs मेरे चेस्ट को छूने लगे, तब तक मेरा 7” का लंड तन गया और उनके पेट से सटने लगा। उन्होंने मुझे जोर से जकड़ लिया और धीरे-धीरे अपना body मेरे body से रगड़ने लगी।
मैंने भी उन्हें ज़ोर से पकड़ लिया और कहा “मैं भी इस दिन का इंतज़ार कर रहा था, आज मौका मिल ही गया”। ये बोलते ही मैंने अपने होठ उनके पिंक होंठों पर रख दिए और चूमने लगा। वो भी मेरे होठों को काटने लगीं। धीरे-धीरे मैंने अपने हाथों को उनकी गांड पर ले गया और उनकी गांड दबाने लगा। वो भी मेरे गांड दबाने लगी। मैंने अपना बायाँ हाथ उनकी सलवार में घुसाकर अपनी बायाँ गांड दबाना शुरू कर दिया और दायाँ हाथ उनकी ब्रा में घुसाकर उनका दायाँ Boob दबाना शुरू कर दिया और अपने होठों से उनके गर्दन को चूमने लगा।
कितनी soft थीं उनकी गांड और Boobs यार, क्या फीलिंग आ रही थी यार उस समय। वो “आह्ह” “उन” “नहीं” की आवाज़ निकालने लगी। अब मैंने उनकी nipple मसलना शुरू कर दिया। वो और भी कराहने लगी। मुझे तो बहुत मजा आ रहा था। फिर वो बोली “अब बेडरूम चलते हैं”। वो आगे बढ़ी, मैं पीछे पीछे उनकी गांड देखते हुए चला गया। रूम में घुसते ही उसने दरवाज़ा बंद कर दिया और मेरी जीन्स और अंडरवियर उतार दी। मेरे लंड को देखते ही वो पागल सी हो गई और बोली “इतना लंबा-चौड़ा लंड, आपके भाई का तो इससे पतला और छोटा है”। इतना बोलते ही उसने 2” चौड़ा लंड अपने मुँह में ले लिया। मैंने उनके बालों को पकड़कर उनके मुँह में अपना लंड आगे-पीछे करवाया। वो कभी रुककर लंड पर थूक लगाती फिर मुँह में ले लेती। “Ouchhhh” “उन्ह्ह” “आह्ह्ह” करते हुए मैं जन्नत पहुँच गया था। जैसे ही मैं झड़ने वाला था कि मैंने अपना लंड उनके मुँह से खींच लिया और कहा अब नहीं।
अब मैंने उनकी कमज़ उतराई। यार क्या ब्रेस्ट थे उनके यार, बिलकुल सुडोल। फिर मैंने उनका पायजामा भी उतार दिया। ” Uff” क्या लग रही थी बिकनी में। अब मैंने उनका ब्रा खोला। उनके पिंक पिंक nipples देखकर तो मेरे होश ही उड़ गए। मैंने उन्हें हल्का धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया। उसने कहा “आराम से मेरे शेर”। पर मैं भूखा शेर की तरह उनपर झपटा और उनकी पैंटी खोल दी। ओह माय गॉड! उनकी पिंक चुत देखकर मैं हक़्का-बक्का रह गया। पहले मैंने उसमें अपनी उंगली डाली। उनकी चुत गीली थी। मैंने धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर करनी शुरू कर दी। ” Ufffff” “आहह्ह” “ओउईईई” की आवाज़ करते हुए वो कराहने लगी। अब मैं उनकी चुत चाटने लगा। वो सहर्ष उठी और उसका बॉडी ने आर्च बना लिया। उसने दोनों हाथों से मेरे बाल पकड़े और मेरा मुँह अपनी चुत पर दबाया। उसकी मीठी चुत चाटने के बाद मेरा मन चुत चोदने को हुआ। भाभी बोली “अब और इंतज़ार नहीं होता, डाल दीजिए अपना मोटा चौड़ा लंड इस चुत में”।
अब मैंने दोनों हाथों से उनके दोनों पैर अलग किए और अपने लंड की टिप को उनकी चुत के दरवाज़े पर रखकर एक जोर का झटका दिया। मेरा 3/4 लंड उनकी चुत में घुस गया लेकिन भाभी ज़ोर से चिल्लाई। मैंने एक हाथ से उनका मुँह दबा दिया। जब वो थोड़ी देर के लिए शांत हुई तो मैंने अपना हाथ हटाया, वो चीख पड़ी “ऐसे लंड घुसाते हैं क्या? मैं तो मर ही गई थी”। मैंने कहा “अब पक्का थोड़ा आराम से ठोकूंगा” फिर धीरे-धीरे मैंने अपना लंड आगे-पीछे करवाना शुरू किया और दोनों हाथों से उनकी Boobs दबाने लगा। वो “उन्ह्ह” “आह्ह्ह” “ओउईईई” “माँ” जैसी आवाज़ें करते हुए कराहने लगी। अब मैंने धीरे-धीरे ठोकने की स्पीड बढ़ा दी। कमरा फट-फट और भाभी के कराहने की आवाज़ से गूंज उठा। मैंने दोनों हाथों से उनका कंधा पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से स्ट्रोक लगाना शुरू कर दिया। अब मैं अपने चरम पर पहुँच गया था।
ऐसा मन कर रहा था जैसे अपना सारा ताकत यहाँ लगा दूँ। ऊपर भाभी चीखते हुए बोली “उतार दीजिए अपना सारा माल मेरे चुत में” और अपने हाथों से मेरा बाल पकड़ लिया। मैंने भी पूरा power लगाकर उतार दिया अपना सारा स्पर्म उनकी चुत में, उसी समय भाभी ने भी अपना झाग छोड़ दिया। मुझे तो मज़ा आ गया था। मैं उनपर ही 1-2 मिनट तक लेटा रहा। अब मैंने उनसे धीरे से कहा “अब मुझे आपकी चिकनी गांड चाहिए, कृपया”। तो भाभी बोली “सब कुछ आपका ही है पर थोड़ा ध्यान से, आपके भाई गांड कभी कभी मारते हैं तो छेद छोटी हो जाती है। मेरी चुत जैसी इसको भी मत फाड़ दीजिएगा”। ये सुनते ही मैं उनपर से उठा गया। वो पलट गई और अपने पेट पर लेट गई। साथ ही साथ उसने अपने कमर के नीचे एक तकिया भी लगा लिया। उनका गांड देखते ही मेरा लंड बिलकुल तन गया जैसे ऐसा कुछ हुआ ही ना हो। मैंने अपना लंड की टिप उनकी गांड के छेद पर रख दिया और धीरे से झटका लगाया, लंड फिसल गया। मैंने फिर कोशिश की।
फिर फिसल गया। भाभी ने कहा “थूक लगाये”। मैंने वैसे ही किया। इस बार लंड हलके झटके पे ही आधा अंदर चला गया लेकिन भाभी और अंदर ले जाने से मना कर रही थी। उनको बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मैंने कहा “भाभी थोड़ा सा और” तब उसने अपने दोनों हाथों से अपने चुतड़ों को अलग किया। मैंने धीरे-धीरे अपना लंड पूरा अंदर डाल दिया। भाभी दर्द के मारे कराहने लगी। अब मैं दोनों हाथों पे हो गया और धीरे-धीरे स्ट्रोक लगाना शुरू कर दिया। अब पट-पट की आवाज़ कमरे में गूंज उठी। मैं ध्यान रखता था कि स्ट्रोक के समय मेरा लंड का टिप उनकी गांड के छेद तक जरूर पहुँचे। इससे बॉडी में ज्यादा सेंसेशन होता है। धीरे-धीरे मैंने अपना स्ट्रोक तेज़ किया इससे उनके चुतड़ हिलने लगे। मैं गांड मारने में पूरी तरह खो चुका था। अब मैंने हाथों से उनका ब्रेस्ट दबाना शुरू कर दिया। मेरी स्पीड काफी बढ़ चुकी थी। मैंने उनके कंधे को जकड़ लिया और अपनी पूरी ताकत से स्ट्रोक लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही पल में मैं फिर से झाड़ गया और भाभी के ऊपर लेता रहा।
कुछ पल बाद भाभी ने मुझे जागाया। हम दोनों कपड़े पहनकर बाहर जाने को हुए तो भाभी ने मुझसे होंठों पर किस किया और बोली “जब मन करे, आ जाइयेगा। मैं आपसे चुदने को हमेशा तैयार हूँ”।