भाभी ने ससुर के बाद मुझसे चुदवाया-2
Bhabhi ne sasur ke baad mujhse chudwaya-2
फिर करीब 20 मिनट के बाद अंकल ने भाभी की चूत में अपना सारा पानी छोड़ दिया और अंकल उनके साथ में लेट गये. फिर थोड़ी देर के बाद भाभी उठी और अंकल के लंड को चूसने लगी, तो कुछ देर में ही अंकल का लंड फिर से खड़ा हो गया. भाभी ने अपनी दोनों टाँगे चौड़ी की और अंकल के लंड पर बैठ गयी और ऊपर नीचे होने लगी.
अब उन दोनों के मुँह से आवाज़े निकल रही थी और अंकल भाभी की चूचीयों को चूस और दबा रहे थे, निमो आज मेरे लंड की ऐसी की तैसी कर दे, में तेरा गुलाम हूँ. फिर भाभी बोली कि चिंता मत करो आज तुम्हारे लंड को चूस-चूसकर सूजा दूँगी, ताकि तुम 3-4 दिन तक मेरी चूत को तरस जाओ और अब भाभी पहले से भी ज्यादा जोर से ऊपर नीचे होने लगी थी.
फिर करीब 15 मिनट के बाद भाभी एकदम से अंकल से लिपट गयी और निढाल हो गयी. तभी अंकल ने नीचे से धक्के मारने शुरू कर दिए, तो भाभी बोली कि रुक जाओ बहुत दर्द हो रहा है. अब अंकल ने भाभी को कसकर पकड़ लिया था और नीचे से कस-कसकर धक्के मारने लगे थे. फिर उसके बाद उन्होंने भाभी को घोड़ी बनने के लिए कहा, लेकिन वो नहीं मानी.
अंकल जबरदस्ती उनको घोड़ी बनाकर भाभी के ऊपर चढ़ गये और पहले उन्होंने भाभी की चूत में अपना लंड घुसा दिया और फिर बाद में भाभी की गांड भी मारी और उनका सारा काम रात को 1 बजे के करीब ख़त्म हुआ. फिर दूसरे दिन सुबह मैंने देखा कि भाभी बाथरूम में गयी थी, तो तभी अंकल भी उनके पीछे से अंदर घुस गये. मेरे कमरे का दरवाजा बंद था, लेकिन में दरार में से सब देख रहा था. फिर में बाहर आया और बाथरूम के पास आकर खड़ा हो गया.
अब भाभी बोल रही थी कि रात को कर लेना, लेकिन अंकल बोले कि नहीं पहले में तेरी चुदाई करूँगा तो उन्होंने भाभी का पेटीकोट ऊपर कर दिया और अपना लंड उनकी चूत में एक ही धक्के के साथ डाल दिया, तो भाभी चीख पड़ी, लेकिन अंकल ने अपने धक्के लगाने जारी रखे. फिर भाभी बोली कि क्यों रात को आराम नहीं मिला क्या? जो सुबह-सुबह ही चुदाई कर दी. अब भाभी मस्त होकर अपनी चुदाई करवा रही थी. फिर करीब 20 मिनट के बाद वो दोनों हल्के हो गये. फिर उन्होंने बाहर देखा कोई है तो नहीं, तो में दबे पैर अपने कमरे में आ गया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि भाभी फिर से आराम से अपने सारे काम कर रही थी.
फिर दिन में अचानक से अंकल को अपने दोस्त के साथ 2-3 दिन के लिए बाहर जाना पड़ गया, तो उन्होंने अपना सामान लिया और मेरा ध्यान रखने को बोल गये. फिर मैंने दिन में देखा कि भाभी अपने कमरे में अपनी चूत में उंगली से मालिश कर रही थी. तभी उनकी नज़र मुझ पर पर गयी और उस समय भाभी अपने कमरे में बिल्कुल नंगी थी तो उन्होंने अपने शरीर पर कपड़ा डाल लिया.
फिर में उनके कमरे में गया, तो भाभी बोली कि क्या देख रहे थे? तो मैंने कहा कि भाभी तुम तो बड़ी प्यासी हो, कोई तुम्हारी चुदाई नहीं करता क्या? तो मेरी बातें सुनकर भाभी चौंक पड़ी और बोली कि तुम्हें शर्म नहीं आती क्या? तो में बोला कि जब से कल रात की चुदाई देखी है, तब से शर्म नहीं आती. फिर वो चौंक पड़ी और बोली कि क्या देखा? तो मैंने कहा कि ससुर बहू की चुदाई और वो भी कस- कसकर. फिर भाभी ने अपनी नज़रे झुका ली और बोली कि तुमने सब देखा.
मैंने कहा कि हाँ मन तो मेरा भी कर रहा था, लेकिन क्या करूँ? अगर तुम चाहो तो हमारे पास 2 दिन पूरे है, जितनी मर्ज़ी चुदाई करवा लो, जवान लंड की चुदाई का मजा ही कुछ और होता है. फिर वो कुछ नहीं बोली, तो में बाहर आया और मैन दरवाजा बंद कर दिया और उसके बाद भाभी के कमरे में गया. फिर मैंने कहा कि निमो मेरी जान इस जवान लंड से अपनी चूत की दोस्ती तो करा दे और फिर मैंने निमो के बदन पर पड़ा हुआ कपड़ा हटा दिया. अब वो बिल्कुल नंगी थी और फिर में नीचे बैठा और उसकी चूत को चूमकर चुदाई के लिए सलामी दी.
फिर उसके बाद मैंने निमो की दोनों चूचीयाँ करीब आधे घंटे तक चूसी और उसके बंद मैंने अपना लंड निमो से चुसवाया. फिर मैंने उसकी चूत को चूस-चूसकर गीला कर दिया और बोला कि तुम्हारा ससुर तो बड़ा ही ठरकी है. फिर भाभी बोली कि उन्होंने मेरी इतनी चुदाई की है जितनी मेरे पति ने भी नहीं की है और अब तुम मेरी चुदाई करोगे.
फिर इसके बाद मैंने भाभी की दोनों टाँगे चौड़ी करके अपने कंधो पर रख ली और अपने लंड को भाभी चूत के मुँह पर रखकर कसकर एक धक्का मारा तो मेरा लंड भाभी की चूत में आधा घुस गया. फिर भाभी मचल उठी, तो मैंने बिना कुछ सोचे एक और झटका मारा तो मेरा पूरा लंड भाभी की चूत के अंदर चला गया, अब में हल्के-हल्के भाभी को चोदने लगा था. फिर काफ़ी देर के बाद भाभी बोली कि क्यों धक्के नहीं मारने क्या? तो मैंने कहा कि भाभी चूत को उसका असली मजा धीरे-धीरे चोदने में ही आता है, तो में लगातार धीरे-धीरे लगा रहा.
फिर कुछ देर के बाद भाभी को भी मजा आने लगा और करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद भाभी बोली कि अब तो चूत को कसकर चोदो, तो मैंने जोर-जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए. अब भाभी भी बड़े मजे से अपनी गांड ऊपर कर-करके अपना पूरा ज़ोर मेरे लंड पर डाल रही थी. इस तरह से लंड और चूत दोनों कस जाते है.
उस दिन मैंने भाभी को शाम तक नंगी ही रखा और 6 बार उनकी चुदाई की और 2 बार उनकी गांड भी मारी. फिर मैंने हर बार एक अलग तरीके से भाभी की चुदाई की. अब वो मस्त हो चुकी थी और कहने लगी कि आज रात को हम दोनों सुहागरात मनाएंगे. फिर तभी भाभी ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और पूरा चाटकर साफ कर दिया. फिर मैंने रात को करीब 9 बजे दुल्हन की तरह सजी हुई भाभी को धीरे-धीरे नंगी किया और कसकर चुदाई की.
अब भाभी बहुत खुश हो गयी थी और मुझे अपनी पहली चुदाई पर मिला गिफ्ट दिया, उसमें एक नंगा आदमी एक कमसिन लड़की को चोद रहा था. फिर मैंने भी भाभी को 2 दिनों तक कस-कसकर चोदा और खूब मजा किया.