हिंदी सेक्स स्टोरी

भाई ने बीबी की चुत चोदकर गर्भवती किया- भाग 3

Bhai ne biwi ki chut chodkar garbhvati kiya- Part 3

उस रात में मैंने मालिनी को चोदा और उसके बोलने पर अपना पानी उसके अंदर गिरा दिया, उसके सो जाने के बाद उसकी चुत और गांड की फोटो ले ली, मैं ये देखना चाहता था की १० दिन बाद मालिनी के ये दोनों छेदो की हालत क्या होगी. मैंने मालिनी के सोने के बाद रात में चुपके से हॉल, किचन, बाथरूम, बैडरूम और बाहर आंगन की तरफ हर एंगल में कई कैमरे और वौइस् रिकॉर्डर लगा दिए, ये कैमरे और वौइस् रिकॉर्डर सभी एच डी थे जो बहुत ही अच्छी वीडियो और क्रिस्टल क्लियर साउंड सुना सकते थे, ये मैंने मेरे एक कंप्यूटर हार्डवेयर वाले दोस्त के पास से लाया था.
दूसरे दिन हम सुबह ही निकल गए मालिनी और मनु ने हमें सी ऑफ किया और दोनों अंदर चले गए, मैं सामने कार चला रहा था और मम्मी पीछे बैठी पेपर पढ़ रही थी, करीब डेढ़ दो घंटे के बाद मैंने चुपके से मोबाइल में कैमरा चालू किया तो मैं शॉकड हो गया, मालिनी और मनु दोनों नंगे थे।

मालिनी किचन में चाय बना रही थी और मनु उसके पीछे खड़ा होकर अपना लंड उसकी गांड में घिस रहा था, वो दोनों बहुत खुश थे, पहली बार मैंने मनु का लंड देखा वो लगभग १० इंच लम्बा और २.५ इंच चौड़ा रहा होगा इस टाइप के लवड़े हम भारतीयों के कम ही होते है, मनु का लंड किसी अफ्रीकन पोर्न स्टार की तरह विकराल था और ये अभी पूरा तना भी नहीं था पूरा तनने पर शायद ये १ फिट लम्बा और ३.५ तक चौड़ा होने के सम्भावना थी, मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ की मालिनी की इतनी छोटी चुत इतने बड़े लवड़े से कैसे चुद जाती थी शायद प्रकृति ने औरत की चुत को ऐसा बनाया है की वो बड़े से बड़ा लंड भी अपने अंदर ले ले, इसके सामने मेरे लवड़े की तुलना नहीं की जा सकती थी, मेरे लंड का साइज पूरा खड़ा होने पर मुश्किल से ३ इंच लम्बा और पौन इंच चौड़ा होगा।

मैं इसके आगे नहीं देख सकता था मुझे कार ड्राइविंग भी करनी थी, मैंने मोबाइल बंद कर दिया और सोचा की इस रिकॉर्डिंग और लाइव को बाद में मामा के यहाँ आराम से देखेंगे. वहाँ जाने के बाद मैं और मम्मी नाना की देख रेख में लग गए १०-१२ दिन कैसे बीत गए पता ही नहीं चला नाना की हालत में अब सुधार हो रहा इतने दिनों में मैं काफी व्यस्त रहा और मोबाइल को बहुत कम ही उपयोग किया. मैंने सोचा चलो आराम से जाकर घर पर ही रिकॉर्डिंग देखेंगे, लाइव देखने की तम्मना तो पूरी हो नहीं पायी, खैर नाना की हालत में बहुत सुधार था, और मेरी कंपनी भी चालू होने वाली थी तो मैंने मम्मी को घर चलने कहा वैसे भी हमें यहाँ आये हुए १३-१४ दिन हो गए थे हम वहाँ से चल पड़े, मालिनी को मैंने फ़ोन करके बता दिया की हम लोग घर आ रहे है. दूसरे दिन हम घर पहुंच गए, मालिनी ने दरवाजा खोला मैंने गौर किया की मालिनी हमारे आने से खुश नहीं हुई साथ ही वो अपनी टांगो को थोड़ा फैला कर, थोड़ी लंगड़ लंगड़ कर चल रही थी, मम्मी थकी थी तो नहा कर खाना खा कर सो गयी, दोपहर में मैं मालिनी के पास गया और उसे सहलाने लगा तो मालिनी ने मुझे झिड़क दी, वो बोली – तुम्हे तो जब देखो सेक्स सेक्स ही सूझता है, चाहे यहां किसी की जान ही क्यों न निकल जाये, मैं बोला जानू मैंने ऐसा क्या कर दिया, १५ दिन बाद आया हूँ तो थोड़ा तो मेरा हक़ बनता है।

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खैर तुम्हारी इच्छा नहीं है तो कोई बात नहीं. वो कुछ न बोली मैंने फिर पूछा – क्या बात है जान मैं सुबह से देख रहा हूँ तुम उखड़ी उखड़ी हो, थोड़ी लंगड़ा भी रही थी कोई समस्या है क्या? तो मालिनी थोड़ी सकपका गयी, वो बोली – वो मैं कल बाथरूम में फिसल गयी थी, जिसके कारन पैर में मोच आ गयी है, मैंने कहा की मालिनी मुझे परसो वापस जाना है मेरी कंपनी चालू हो गयी है, कम से कम दो दिन तो थोड़ा प्यार करने दो, मालिनी बोली – तुम्हारा प्यार बस सेक्स ही है क्या? मैं तुम्हे कुछ भी करने नहीं दूंगी समझे! मैं कुछ बोल नहीं पाया. रात में जब मालिनी सो गयी तो मैंने उसका गाउन उठा के उसकी चुत देखा तो मैं शॉक्ड हो गया, उसकी चुत का पूरी तरह कबाड़ा हो गया था, चुत पाव रोटी की तरह फूली हुयी थी उस पर जगह जगह खरोंच के निशान थे, चुत बुरी तरह लाल हो गयी थी साथ ही उसका छेद काफी बड़ा हो गया था मैंने मालिनी की गांड देखी तो वो भी बुरी तरह सूजी हुयी थी, गांड का का फूल बहार निकल के आ गया था फिर मैंने मालिनी की चुची देखी तो उसपर भी जगह जगह दांत से काटने के निशान और उसकी घुंडीया भी लाल लाल हो थी. मैं समझ गया की मालिनी ने इन दिनों में कई रिकॉर्ड (झड़ने के) बनाये है।

मनु ने बहुत बुरी तरह मालिनी की चुत और गांड की पिटाई की है और इसीलिए मालिनी मुझे चोदने नहीं दे रही खैर मुझे सुबह वापस जाना था तो मैंने भी एक्सटर्नल ड्राइव जिसमे मालिनी और मनु की चुदाई रिकॉर्ड थी निकाल कर अपने बैग में रख लिया. दूसरे दिन मैं वापस अकोला आ गया, मुझे रिकॉर्डिंग देखनी थी तो मैंने कंपनी से ३ दिन की छुट्टी ले ली. मेरी १० टेरा बाईट की एक्सटर्नल ड्राइव लगभग पूरी भर चुकी थी मुझे ख़ुशी थी की ये मेरे आने से पहले ख़तम नहीं हुयी थी वरना मैं मालिनी की पूरी चुदाई मिस कर देता. मैंने दोनों प्रेमियों का नाम लेकर लैपटॉप चालू किया, मैंने देखा की हमें सी ऑफ़ करने के बाद मनु और मालिनी बात करने लगे, मालिनी – जान मजा आ गया आज से हम १० दिन तक साथ रहेंगे मैं ये सोच सोच के ही पागल हो जाउंगी, इतनी ख़ुशी मुझे अपनी पूरी जिंदगी में नहीं मिली इतना साथ पाकर तो मैं ख़ुशी से पागल ही हो जाउंगी. मनु – हां जान मैं तुम्हारा एक्साइटमेंट और बढ़ाता हूँ, मैं सामने से दरवाजे और बहार के गेट पर ताला लगा देता हूँ और पीछे के दरवाजे से अंदर आ जाता हूँ, सब लोग सोचेंगे की ये लोग बाहर गए है।

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और अपन लोग १० दिन बिना किसी डिस्टर्ब के रहेंगे, तुम मुझसे प्रॉमिस करो की आज से १० दिन तक हम दोनों पूरी तरह नंगे रहेंगे मालिनी – डार्लिंग मैं प्रॉमिस करती हूँ की आज से अपने बदन पर एक कपड़ा भी नहीं रखूंगी, और मेरे प्रॉमिस का क्या? हमारी शादी का कब होगी? मनु – डार्लिंग शादी रात में होती है दिन में नहीं, हम दोनों आज रात में शादी करेंगे और बाकायदा सुहागरात भी मनाएंगे, मालिनी – पर जान अभी तो तुमने बोले की हम आज से १० दिन बिना कपड़ो के ही रहेंगे तो क्या हम शादी भी बिना कपड़ो के ही करेंगे मनु – अरे मेरी भोली शोना, शादी तो धूमधाम से ही होगी अभी अपन शाम 5 बजे तक जितने राउंड हो सकते है खेल लेते है, फिर ५ के बाद शादी की तैयारी करेंगे, मैंने कल पंचांग देखा था उसमे रात ९ से ९.३०. बजे का शुभ मुहूर्त है, इस मुहूर्त में हम शादी कर लेंगे, मालिनी – थैंक्यू मेरी जान तुमने मेरी जिंदगी बना दी. इसके बाद मालिनी ने मनु को ४-५ किस किये. मनु ने सामने का दरवाजा और गेट लगा दिया और वो पीछे से अंदर आ गया आते ही वो दोनों बिछड़े प्रेमियों की तरह चिपक गए साथ ही दोनों फ्रेंच किस करने लगे और साथ ही एक दूसरे की जबान चूसते हुए अपने थूक का आदान प्रदान करने लगे, ५-७ मिनट ऐसे ही चिपके रहने के बाद मनु ने मालिनी के गाउन को उतार फेंका।

फिर उसने मालिनी की ब्रा और चड्डी को भी उतार फेंका अब मालिनी मादरजात नंगी खड़ी थी, मालिनी ने भी आगे बाद कर मनु की शर्ट, पेन्ट, बनियान और चड्डी उतार दी, अब दोनों के बदन पर एक चिन्दी भी नहीं थी दोनों फिर एक बार चिपक कर किस करने लगे दोनों ने फिर उसी तरह पेशनेट किस किया और मालिनी ने मनु के लवड़े को पकड़ ली लौड़ा अब अपने विकराल रूप में आ गया था ये लगभग १ फिट लम्बा और ३ इंच चौड़ा लग रहा था, मंन्नु ने भी पीछे से मालिनी की गांड में ऊँगली डालते हुए कहा की – मालिनी तुमने एक दिन कहा था की तुम्हारी इच्छा है की मेरा ये लंड हमेशा तुम्हारी चुत या गांड में ही फॅसा रहे मालिनी – हां मेरे सरकार मेरी ये सबसे बड़ी इच्छा है की आपके ये बांस जैसे लवड़े से मै हमेशा चुदती रहुँ, तुम मुझे हमेशा झड़ाते रहो।

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ये लंड मेरी चुत और गांड का गहना बने, मेरी जान इन १०-१२ दिनों में तुम मेरी चुत को चोद चोद कर चिथड़े कर दो, मेरी गांड मार मार के फाड़ डालो, मैं तुम्हारी दासी हूँ, जानेमन मुझे चोद चोद के पेट से कर दो मैं अब तुम्हारा बच्चा जनना चाहती हूँ, अपना बीज मेरी पेट में डाल दो, मुझे गर्भवती कर दो. मंन्नु ने एक हाथ से मालिनी की चूची को सहलाते हुए और दूसरी चूची को दांतो से काटते हुए बोला – जानेमन आज के १०-१२ दिन बाद तुम्हारी ये चुत, चुत नहीं रहेगी बल्कि एक बड़ा भोसड़ा बन जाएगी. इसके बाद मनु मालिनी पर पिल पड़ा वो मालिनी के सारे बदन को अपनी जीभ से चाटते हुए उसकी चुत तक आ गया उसने अपने हाथो से मालिनी की चूची मींजना चालू रखा। दोस्तों कहानी जारी है और इसका चौथा भाग भी इसी तरह उत्तेजित करने वाला है, आप अपनी प्रतिक्रिया मुझे इस मेल id भेजने की कृपा करे [email protected].