चुदाई की कहानियाँ

बीवी की एक कामुक दोस्त को चोदा-2

Biwi ki ek kamuk dost ko choda-2

रुची : नहीं, में अकेली आई हूँ. पतिदेव आज कल काम के सिलसिले में दो सप्ताह के लिए हैदराबाद गए हुए है, में अकेली घर पर अकेली बोर हो रही थी तो शॉपिंग करने यहाँ चली आई.

में : अच्छा ठीक है चलो ना कहीं बैठकर कॉफी पीते है और बातें करते है.

रुची : हाँ चलो ठीक है.

फिर हम लोग पास ही के एक रेस्टोरेंट में जाकर बैठ गए और फिर कॉफी पीते हुए इधर उधर की बातें करने लगे और फिर कुछ देर बाद उसने बातों ही बातों में मुझसे पूछा कि बताओ तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो? और कौन थी वो हॉट लड़की जिसको तुम हाए हैल्लो कर रहे थे?

में : कौन सी लड़की?

रुची : अब ज्यादा बनो मत, में बहुत देर से तुम दोनों को देख रही थी, लेकिन तुम्हे बीच में परेशान नहीं किया. तुम बहुत ही चिपक चिपककर घूम रहे थे उसके साथ और उसे तुमने गले मिलकर बाय कहा, पक्का वो तुम्हारी गर्लफ्रेंड होगी. तुम अक्सर उसके साथ ऐसे ही घूमते हो क्या?

में : नहीं नहीं रुची, ऐसा कुछ भी नहीं है, वो तो बस ऐसे ही ऑफिस की एक लड़की थी और उसके आलावा कुछ नहीं है हमारे बीच.

रुची : मुझे मत बनाओ, में सब समझती हूँ, डरो मत और ज्यादा टेंशन मत लो और भी मज़े करो क्योंकि में कभी भी तुम्हारी पत्नी से इस बारे में कुछ भी नहीं कहूँगी.

में : क्या सच? तुम्हारा बहुत धन्यवाद रुची.

रुची : अच्छा हुआ तुम मिल गए, क्योंकि मेरे ड्राइवर के यहाँ किसी रिश्तेदार की शादी है तो वो भी मुझे यहाँ पर छोड़ने के बाद तीन दिन के छुट्टी पर चला गया और अब में कोई टेक्सी बुलाने की सोच रही थी, लेकिन अब तुम मिल गये हो तो मुझे घर तक तो छोड़ ही दोगे.

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में : हाँ हाँ मुझे इसमें कोई भी आपत्ति नहीं है और में तुमको तुम्हारे घर पर छोड़ दूँगा.

रुची : तुम्हारा बहुत बहुत धन्यवाद.

में : तो तुम क्या खरीद रही थी और तुमने क्या क्या शॉपिंग की?

रुची : कुछ खास नहीं बस घर पर अगले महीने एक छोटा सा समारोह है तो मैंने उसके लिए कुछ ड्रेस, साड़ी और ब्लाउज लिए है.

में : वाउ, रुची तुम साड़ी में बहुत दी शानदार लगती हो तुम्हारा फिगर साड़ी के लिए एकदम ठीक है. तुम दूसरी ड्रेस में भी बहुत अच्छी लगती हो, लेकिन साड़ी में कुछ ज्यादा ही अच्छी लगती हो और तुम को याद है पिछली बार पार्टी में तुम्हे जब हम मिले थे तब तुमने काली और सिल्वर कलर की साड़ी पहनी हुई थी और तुम उसमे बहुत ही अच्छी लग रही थी और पार्टी में सब लोग तुम्हे ही देख रहे थे और तुम्हारे साथ रहना चाहते थे.

रुची : अच्छा, और तुम क्या चाहते थे?

में : में भी तुम्हारे साथ रहना चाहता था और तुम को सबसे दूर अकेले में ले जाना चाहता था.

रुची : हाहाहा ठीक है चलो अब यहाँ से चलते है.

फिर मैंने रुची के शॉपिंग बेग ले लिए और हम नीचे पार्किंग की तरफ चल दिए और गाड़ी के पास पहुँचकर मैंने उसका सामान पीछे की सीट पर फैंक दिया और कार का दरवाज़ा खोलकर उसे अंदर बैठाया फिर हम दोनों गाड़ी में उसके घर की तरफ चल पड़े.

रुची: तो तुम अभी कुछ देर पहले कह रहे थे कि में साड़ी में बहुत अच्छी लगती हूँ और उस दिन पार्टी में भी में बहुत अच्छी लग रही थी, लेकिन मैंने आज भी तो साड़ी पहनी हुई है, लेकिन आज के बारे में तुमने मुझसे कुछ नहीं कहा. क्यों आज में अच्छी नहीं लग रही क्या?

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में : नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, तुम आज भी बहुत अच्छी लग रही हो और आज तो तुम उस दिन से भी ज्यादा शानदार लग रही हो.

रुची : हाँ तभी तुम कॉफी टेबल पर मुझे ऊपर से नीचे तक भूखी नज़रों से घूरे जा रहे थे. वैसे तुम बहुत शरारती हो, बीवी और गर्लफ्रेंड से दिल नहीं भरता क्या तुम्हारा?

तभी मैंने रुची के घर के पास पहुँचकर गाड़ी को रोक दिया.

रुची : आ जाओ ऊपर आ जाओ, थोड़ी देर बैठो मेरे साथ, एक कॉफी और पीते है.

में : नहीं में अब घर पर चलता हूँ कॉफी पीने फिर कभी आऊंगा.

रुची : क्यों? अब ज्यादा नाटक मत करो, तुम्हे कहाँ जाना है और ऐसा क्या जरूरी काम है? थोड़ी देर रुककर चले जाना में भी घर पर बिल्कुल अकेली हूँ आजकल और बहुत बोर हो रही हूँ, तुम्हारे साथ मेरा भी थोड़ा टाईम पास हो जायेगा.

में : चलो ठीक है अगर तुम इतना कहती हो तो में अंदर चलता हूँ.

फिर घर पर पहुँचकर रुची ने अपने शॉपिंग बॅग्स मुझसे ले लिए और मुझे बैठने के लिए कहा में रूम में बैठ गया और वो किचन से पानी लेकर आई. हमने पानी पिया और वो सामने के सोफे पर बैठ गई, सोफे पर बैठकर रुची ने धीरे से अपनी साड़ी को अपनी छाती से ढलका दिया और फिर में उसके बदन को कामुक नज़रों से देखने लगा. एकदम टाईट और गहरे गले के ब्लाउस में से उसके बूब्स बाहर आने को बेताब थे. उसके सेक्सी पतली कमर और गहरी नाभि को देखकर किसी का भी लंड एकदम पूरा टाईट और पूरा लंबा खड़ा हो जाता और बिल्कुल यही मेरे साथ हुआ और मेरा लंड था भी 9 इंच का, मेरी पेंट के अंदर पूरा तनकर खड़ा था और खड़े हुए लंड का उभार छुपाना बिल्कुल मुश्किल था और अब में और रुची आमने सामने बैठे हुए थे. में उसकी कमर, नाभि और छाती को देख रहा था और वो मेरे लंड को. रुची भी इन सब बातों को सोचकर गरम हो रही थी और अब उसके निप्पल बहुत टाईट हो रहे थे.

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आगे की कहानी अगले भाग में-