हिंदी सेक्स स्टोरी

बस में गर्लफ्रेंड सेक्स की कहानी-2

(Xxx Sex In Bus Kahani)

Xxx सेक्स इन बस कहानी में पढ़ें कि मैंने तुरंत उसको किस करना शुरू कर दिया क्योंकि उसकी टाइट चूत को अभी पूरा लंड लेना था. इसलिए मैंने उसके होंठों से अपने होंठों को मिला दिया. मैं उसको किस करने लगा और धीरे धीरे लंड को आहिस्ता से उसकी चूत में धकेलने लगा.

लंड फंस कर अंदर जा रहा था. मैंने उसके होंठों को जोर से चूसते हुए अपनी गांड को ताकत के साथ अंदर धकेला और लंड पूरा का पूरा उसकी चूत में उतर गया. उसकी आंखों से आंसू निकल आये. मगर वो सब कुछ बर्दाश्त कर गयी क्योंकि हम लोग बस में थे इसलिए आवाज करना ठीक नहीं था.

मैं दो मिनट तक रुका और फिर उसने नीचे से अपनी गांड हिला कर चुदाई का इशारा दिया. मैंने उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. अब मैंने धीमे-धीमे से उसकी चूत में धक्के लगाना शुरू किया. उसको भी अब दर्द के साथ मजा आने लगा था. वो अपनी चूत को उठा-उठा कर मेरे लंड को अंदर ले रही थी.

धीरे-धीरे मेरी स्पीड अब बढ़ने लगी थी. मैं अब लगातार उसकी चूत में धक्के लगा रहा था. जब मेरा लंड उसकी चूत में घुसा हुआ था उस वक्त मेरे अंदर ऐसी फीलिंग आ रही थी जैसे मैं आसमान में उड़ रहा हूं. मेरे होंठ मेरी गर्लफ्रेंड के होंठों से मिले हुए थे और मेरा लंड उसकी चूत से मिला हुआ था. ऐसा लग रहा था जैसे उसी में समा जाऊं.
बीच-बीच में मैं रश्मि की चूचियों को भी पी रहा था.

जब मैं झड़ने को हो गया तो मैंने पूछा कि मैं आने वाला हूं, कहां पर निकालूं?
वो बोली- तुम अंदर ही निकाल दो. मैं तुमको अपने अंदर महसूस करना चाहती हूं.
मैं उसकी बात सुनकर उसको जोर से चूसता हुआ उसकी चूत में गहरे धक्के लगाने लगा.
फिर दो मिनट के बाद मेरे लंड से नियंत्रण छूट गया और मैं उसकी चूत के अंदर ही झड़ने लगा.

जब उसको लगा कि मैं झड़ रहा हूं तो वो भी उत्तेजना में आ गयी थी और उसकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया. इस तरह से हम दोनों साथ में झड़ गये. वो चंद पलों का अहसास बहुत ही सुखद था. ऐसा अहसास मैंने अपनी जिन्दगी में पहली बार महसूस किया था.

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मैंने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला तो उसकी चूत से वीर्य के मिश्रण के साथ ही खून भी बाहर निकल रहा था. मेरी कुंवारी गर्लफ्रेंड को पता था कि पहली बार में ये सब होता ही है. इसलिए वो हैरान और परेशान नहीं थी.

उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे. मैं उसको प्यार करने लगा और मेरे जिस्म से चिपकी रही. हम दोनों नंगे ही लेटे रहे. कुछ देर के बाद मैं उसकी चूचियों को फिर से सहलाने और दबाने लगा. जब मेरा लंड फिर से टाइट हो गया तो मैंने उसके कान में अपनी इच्छा बताई.

अबकी बार मैं अपनी गर्लफ्रेंड की गांड चुदाई करना चाह रहा था. मुझे जानकर हैरानी हुई कि Xxx सेक्स इन बस कहानी उसने एक बार भी मना नहीं किया. उसने तुरंत मेरी बात मान ली.
वो बोली- आज तुम जो भी कुछ करना चाहो कर सकते हो. मैं पहले से ही सब कुछ तय करके आई हुई थी.
मैंने उसके माथे को चूम लिया.

हम दोनों अब 69 की पोजीशन में आ गये. मैं उसकी चूत में जीभ लगा कर उसको गर्म करने लगा और वो मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी. अबकी बार वो मेरी गोटियों तक मेरे लंड को मुंह में ले रही थी. मेरा लंड जल्दी ही उत्तेजना के मारे फटने को हो गया.

फिर मैंने वैसलीन की डिब्बी से काफी सारी वैसलीन निकाली और उसकी गांड पर मलने लगा. मैंने काफी सारी वैसलीन उसकी गांड के अंदर लगा दी. उसकी गांड के अंदर उंगली चलाते हुए अपनी गर्लफ्रेंड की गांड को मैंने एकदम से चिकनी मलाई के जैसी कर दिया.

उसके बाद मैंने अपने लंड पर भी वैसलीन लगाई. पूरी तैयारी करने के बाद मैंने उसको पलट लिया. उसकी गांड के छेद पर मैंने अपने लंड को रख दिया. मैंने धक्का दिया लेकिन पहले धक्के में मैं लंड को घुसाने में कामयाब नहीं हो पाया. मैंने दूसरी बार ट्राई किया लेकिन फिर दोबारा भी निराशा हाथ लगी.

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जब उसने देखा कि लंड सही जगह नहीं लगा है तो रश्मि ने खुद ही मेरे लंड को पकड़ कर अपनी गांड के छेद पर रख लिया. उसके बाद मैंने धक्का देना शुरू किया. दोस्तो, क्या बताऊं, उसकी गांड इतनी टाइट थी कि पूरा जोर लगाने के बाद लंड मुड़ जा रहा था. बहुत कोशिश करने के बाद थोड़ा सा लंड उसकी गांड में फंसा.

इससे पहले मैंने किसी की गांड में लंड को नहीं दिया था. पता नहीं था कि गांड इतनी जल्दी से लंड को नहीं ले पाती है. उसकी गांड में लंड को घुसा कर मैं दो मिनट रुका. फिर धीरे-धीरे उसकी गांड ने मेरे लंड को अपने अंदर जगह देनी शुरू कर दी और लंड अंदर सरकने लगा.

धीरे-धीरे करके मैंने पूरा लंड उसकी गांड में घुसा दिया. उसको बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था लेकिन मुझे मजा भी बहुत आ रहा था.
वो धीरे से बोली- रुकना मत.
मैंने वैसा ही किया.
मैंने तुरंत उसकी गांड में लंड को चलाना शुरू कर दिया.

एक जवान लड़की की गांड चुदाई मैंने शुरू कर दी थी. वो भी पांच मिनट के बाद सामान्य होने लगी थी. अब उसको अपनी गांड चुदवाने में मजा मिलने लगा था. मैंने अपने लंड की रफ्तार को बढ़ा दिया. उसका दर्द और कम हुआ तो मैंने तेजी के साथ उसकी गांड में लंड को चलाना शुरू कर दिया.

अब मैं उसकी गांड को चोदते हुए बीच-बीच में उसकी चूचियों को भी दबा रहा था. गांड चुदाई करने का वो अनुभव भी निराला ही था. जितना मजा चूत मारने में आया था कुछ वैसा ही मजा गांड को चोदने में भी मिल रहा था. मेरा लंड उसकी गांड के छेद में जड़ तक घुसने लगा था.

मेरी गर्लफ्रेंड भी अपने चूतड़ों को पीछे धकेलते हुए चुदाई का मजा लेने लगी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी और पांच मिनट के बाद मैं तेजी से उसकी गांड को चोदते हुए उसकी गांड में झड़ने में लगा.

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उसने मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी चूत में उंगली करने के लिए कहा. मैंने तेजी के साथ आगे से उसकी चूत में उंगली करनी शुरू कर दी. मेरा लंड अभी भी उसकी गांड में ही था. उसके दो-तीन मिनट के बाद वो भी झड़ गई.

अब हम दोनों ही काफी थक गये थे. घड़ी में टाइम देखा तो रात के 3.30 बज चुके थे. मगर अभी भी दोनों का मन नहीं भरा था. हमारे पास लगभग डेढ़ घंटा और था. कुछ देर आराम करने के बाद हमने फिर से एक दूसरे को गर्म किया.

चूत चुदाई का एक राउंड और हुआ फिर हमने अपने कपड़े पहन लिये. उस रात को न तो वो सोई और न ही उसने मुझे सोने दिया. मैं भी ऐसे थक गया था जैसे मीलों का सफर तय करके आया हूं.
पहली बार की चुदाई सच में बहुत थकाने वाली होती है. लेकिन जो मजा पहली चुदाई में आता है उतना मजा बाद में कभी नहीं आता.

सुबह हुई तो हम लोग सूरत शहर में पहुंचने वाले थे. सूरत में पहुंचने के बाद हम लोग बस से उतर गये. मैंने उसको कैमिस्ट की शॉप से गर्भनिरोधक दवाई दिलवाई. उसने गोली खा ली और फिर मैंने उसको उसके घर के रास्ते पर छोड़ा.
फिर मैं भी अपने घर के लिए सवारी लेकर निकल गया.

दोस्तो, ये थी मेरी गर्लफ्रेंड Xxx सेक्स इन बस कहानी.
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जल्दी ही मैं अपने जीवन की किसी और रीयल सेक्स स्टोरी के साथ लौटूंगा.