Aunty Sex Story

चाची की चूची

Chachi ki chuchi

हेलो, लण्ड वाले भाईओं और चूत वाली छोरियों। ये मेरी पहली कहानी है।

मेरा नाम विकास है और मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं आपको अपनी सच्ची कहानी सुना रहा हूँ जो हाल में ही घटी है।

वो दिखने में बड़ी मस्त है। बड़े-बड़े बूब्स है उनके और उनकी चुचियाँ बहुत मस्त है।

मैं 2-3 दिन पहले गाँव गया था तभी यह घटना घटी। घर में सिर्फ मैं और चाची थे और उनका छोटा बच्चा था।

मैं चारपाई पर बैठा था और चाची बच्चे को दूध पिला रही थीं। दरवाजा बंद था और चाची दरवाजे की तरफ पीठ करके यानि मेरी तरफ मुँह करके बैठी थीं।

मैं उनसे बातचीत कर रहा था और उनके सीने को भी देख रहा था। जब बच्चा सो गया तो चाची ने अपना चूची बच्चे के मुँह से बाहर खींच लिया। तब मैंने देखा कि चाची के मम्मे कितने बड़े हैं।

मैंने चाची से कहा कि आपके मम्मे इतने बड़े हैं, ये बच्चा इन्हे कैसे मुँह में ले लेता है।

चाची बोलीं – चल बदमाश, ऐसी बातें करते शरम नहीं आती?

तो मैं बोला – अरे नहीं, सच में आपके मम्मे इतने बड़े हैं कि शायद मेरे मुँह में भी नहीं आये।

चाची बोलीं – चल झूठा कहीं का।

मैंने कहा कि मैं सच कह रहा हूँ यकीन ना आये तो मैं आपको दिखाऊँ। चाची मान गईं। मैं चारपाई से उठ कर चाची के पास आ गया।

चाची ने चूची अभी तक अन्दर नहीं डाली थी। मैंने चाची का स्तन पकड़ा और उसे हल्के से दबाया तो चाची ने सिसकारी मारी।

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मैंने चाची की चूची मुँह में ले ली तो चाची बोलीं – देखा, यह तेरे मुँह में आ गया न।

मैं बोला – हाँ, आ गया तो मैं अब दूध पी लूँ तो चाची बोलीं – क्या?

मैंने कहा – चाची, जैसे तुमने अभी बच्चे को दूध पिलाया वैसे ही मुझे भी पीने दो।

चाची बोलीं – चल ठीक है पी ले।

अब मैंने चाची की चूची चूसना शुरु किया। चाची धीरे-धीरे सिसकारियाँ भरने लगीं।

मैं धीरे से अपना हाथ चाची की चूत पर ले गया और सहलाने लगा। चाची मेरे सिर को हाथों से अपनी छाती पर दबाने लगीं।

कुछ ही देर में मैंने चाची के सारे कपड़े एक-एक करके उतार दिये। अब मैं चाची का एक चूची चूस रहा था और एक अपने हाथ से मसल रहा था और दूसरे हाथ की उंगली को चूत में अंदर-बाहर कर रहा था।

करीब 20 मिनट बाद मैं चाची की चूत चाटने लगा। थोड़ी देर बाद चाची झड़ गई और मैं सारा माल चट कर गया।

अब मैंने चाची को अपना लण्ड चूसने को दिया। चाची मेरा लण्ड चूसने लगीं।

करीब 10 मिनट तक चाची ने मेरा लण्ड चूसा।

इसके बाद मैंने चाची को जमीन पर लिटा दिया । मैंने चाची की दोनों टाँगें अपने कंधे पर रखीं और अपना लण्ड चूत के मुँह पर रख कर एक झटका दिया तो मेरा पूरा लण्ड चाची की चूत में चला गया।

मैंने चाची की चूत में धक्के लगाने शुरु किये। धीरे-धीरे मेरे धक्के तेज हो रहे थे।

चाची भी मजे लेकर अपनी गाण्ड उछाल-उछाल कर चुद रही थीं।

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लगभग 25 मिनट बाद मैं झड़ने को आया। मैंने चाची से कहा – मैं छोड़ने वाला हूँ।

चाची ने कहा – अन्दर ही छोड़ दे। मैंने धक्को की रफ्तार बढ़ाई और चाची की चूत में सारा माल छोड़ दिया।

माल छोड़ कर मैं चाची के ऊपर ही लेट गया।

थोड़ी देर लेटे रहने के बाद मैं उठा कपड़े पहने और पुराने दोस्त के पास चला गया।

वापस आने पर पता चला कि चाचा आज घर नहीं आयेंगें।

फिर उस रात हमने 3 बार चुदाई की।

तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी कहानी? जरूर मेल करके बताएं।