चाची को मसाज करके चोदा-1
(Chachi ko Massage karke choda-1)
हैल्लो दोस्तों, में एक बार फिर से आप सभी को अपनी एक और सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, दोस्तों मुझे भी आपकी तरह सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है. अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. तो मेरा एड्मिशन एक अच्छे कॉलेज में हो गया था और में अपने चाचा के साथ रहकर M.A. कर रहा था और घर पर चाचा, चाची ही रहते थे, क्योंकि उनकी एक बेटी थी, लेकिन वो बाहर रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी. दोस्तों मेरी चाची की उम्र करीब 45 साल थी, लेकिन वो एकदम टिप टॉप रहती थी, वो एकदम पतली दुबली थी और उन्हे देखकर पता नहीं चलता था कि वो इतनी उम्र की होगी. वो दिखने में बहुत ही सुंदर थी, लेकिन चाचा एकदम काले और मोटे थे और चाचा सरकारी नौकरी में एक बहुत अच्छी पोज़िशन पर थे और अक्सर ट्यूर पर बाहर जाया करते थे.
दोस्तों चाची से मेरी बहुत अच्छी बनती थी और में उनसे बहुत बातें शेयर करता था और वो तो एक बार मेरी कॉलेज की गर्लफ्रेंड से भी मिल चुकी थी, इसका मतलब यह था कि चाची मेरे साथ बहुत खुली हुई थी और मुझे यह भी पता था कि चाचा, चाची को सेक्स में पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाते और यह सब मैंने एक रात चाची को चाचा से कहते हुए सुना था. वो उनसे कह रही थी कि तुम्हारा सारा ध्यान केवल पैसे कमाने में है और क्या तुम्हे याद है कि आखरी बार हमने कब प्यार किया था?
कुछ समय बाद मैंने वहाँ पर एक जिम में जाना शुरू कर दिया था और दो ही महीनो में मेरी बॉडी अच्छी ख़ासी बनने लगी थी और उन दिनों मैंने चाची के व्यहवार में मेरे प्रति बहुत बदलाव देखा, वो अक्सर मेरे बहुत करीब आकर बात किया करती थी और वो मुझे छूने की भी अक्सर कोशिश किया करती थी, लेकिन में उन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया करता था और उस वक़्त तक मैंने चाची के बारे में कुछ भी ग़लत नहीं सोचा था, लेकिन फिर एक दिन सब ग़लत हो गया जो मैंने कभी सोचा भी नहीं था.
दोस्तों उस समय चाचा को 15 दिन के लिए टयूर पर जाना पड़ा, घर पर चाची और में ही अकेले थे हम इससे पहले भी कई बार अकेले रह चुके थे, लेकिन इस बार सब कुछ अलग था और मुझे अपनी चाची का प्लान नहीं पता था. तो चाचा सुबह की फ्लाइट से दिल्ली चले गये थे और में भी अपने जिम चला गया था और करीब 10 बजे में अपने जिम से वापस आया और में अपनी शर्ट उतारकर थोड़ा आराम करने लगा. तो कुछ देर के बाद चाची मेरे लिए पानी लेकर आई और वो मेरे बिल्कुल करीब आकर बैठ गयी.
फिर वो मेरी बॉडी को देखकर बोली कि वाह यश तूने तो बड़ी मस्त बॉडी बना ली है और तेरी गर्लफ्रेंड तो तुझसे एकदम खुश रहती होगी? और वो बहुत उदास होकर बोली, एक तेरे चाचा है जो कभी भी मुझे खुश ही नहीं कर पाते है. तो मुझे उनकी बातें बहुत अजीब सी लगी और में उठकर वहां से जाने लगा. तो उन्होंने मुझे रोका और कहा कि नाश्ते में क्या खाओगे? मैंने कहा कि जो आप बनाओगे में खा लूँगा और फिर उन्होंने कहा कि जल्दी से नाश्ता कर लो, फिर मुझे तुमसे एक ज़रूरी काम है. तो मैंने पूछा कि क्या काम है चाची बताओ पहले में उस काम को कर देता हूँ? तो उन्होंने कहा कि नहीं पहले नाश्ता कर ले फिर काम करना.
मैंने फिर से पूछा कि क्या काम है? तो वो बोली कि तू मेरे शरीर पर थोड़ी मसाज कर दे, मेरे पूरे शरीर में बहुत दर्द हो रहा है. तो दोस्तों मुझे उनकी यह बात सुनकर थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर भी मैंने पूछा कि क्या हुआ क्या ज्यादा दर्द है तो डॉक्टर के चलते है? तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर के पास जाने की कोई ज़रूरत नहीं है. तू बस मालिश कर देगा तो मेरा सारा दर्द ठीक हो जाएगा. तो मैंने कहा कि ठीक है और कुछ देर के बाद हमने नाश्ता कर लिया.
फिर चाची ने कहा कि मालिश करने के लिए बेडरूम में आ जा और फिर में उनके साथ बेडरूम में चला गया, उन्होंने साड़ी पहन रखी थी. तो मैंने उनसे कहा कि चाची तेल लगाने से आपकी यह साड़ी पूरी तरह से खराब हो जाएगी, आप कोई दूसरी साड़ी या गाउन पहन लो और इतना सुनने पर उन्होंने कहा कि ठीक है तो में फिर साड़ी उतार देती हूँ और उन्होंने अपनी साड़ी उतार दी.
अब वो केवल ब्लाउज और पेटीकोट में ही थी. मुझे यह सब देखकर एकदम अजीब सा लग रहा था और में मन ही मन सोच रहा था कि चाची ऐसा क्यों कर रही है? वैसे चाची उस समय आधी नंगी बहुत सेक्सी रही थी. फिर मैंने उनसे पूछा कि मालिश कहाँ पर करनी है? तो उन्होंने कहा कि जहाँ में कहूँ वहाँ, लेकिन अब मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि में इस काम को कैसे करूँ और मैंने सोचा कि अब जो हो रहा है वो होने दूँ.
फिर चाची ने तेल की शीशी निकालकर मुझे दी और वो बेड पर लेट गयी, उन्होंने मुझसे कहा कि अब मालिश करो, तो मैंने तेल निकाल कर पहले उनके बालों में लगाया तो वो मुझे देखकर ज़ोर से हंसने लगी. तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि बहुत भोला है तू, मैंने उनके सर की मालिश की और फिर मैंने उनके पैरों पर तेल लगाया और फिर चाची ने कहा कि थोड़ा और ऊपर मसाज करो. फिर उन्होंने अपना पेटीकोट कुछ ऊपर किया और उन्होंने जैसे ही पेटीकोट ऊपर किया तो मेरी सांसे तो जैसे एकदम रुक ही गयी, क्योंकि चाची ने नीचे कुछ भी नहीं पहना हुआ था और उनकी चूत को एकदम साफ देख सकता था.
तो मेरा शक़ अब यकीन में बदल गया और में समझ चुका था कि चाची आखिर मुझसे चाहती क्या है? वो आख़िर आज अपनी प्यास बुझाना चाहती है. तो मैंने चाची से पूछा कि आप क्या चाहती हो? तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि इतना सब कुछ देखकर भी नहीं समझा कि में आख़िर चाहती क्या हूँ? मैंने कहा तो फिर यह सब ड्रामा करने की क्या ज़रूरत थी? अब में भी आपकी तरह फ्री हो गया हूँ और आज में आपके सारे अरमानो को पूरा कर दूँगा.
फिर मैंने चाची को अपनी गोद में उठाया और बाहर डाइनिंग टेबल पर ले गया, डाइनिंग टेबल बहुत बड़ी, मजबूत और उँची थी और चाची टेबल पर लेटी हुई थी और उसने पेटीकोट को एकदम उँचा कर रखा था, मतलब कि वो नीचे से पूरी नंगी थी और मैंने पेटीकोट का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और बोला कि क्यों अब ठीक है, लेकिन वो थोड़ा सा शरमा गयी.
मैंने फिर से तेल लेकर उनकी जांघो पर लगाया और धीरे धीरे उनकी चूत तक हाथ ले गया और जैसे ही मैंने उनकी चूत को छुआ वो एकदम काँप सी गयी और शायद उनको बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने अपनी दो उंगलियों से उनकी चूत को थोड़ा चौड़ा किया और चौड़ा करके उसमे तेल डाला तो चाची की तो सिसकियाँ ही निकलने लगी. फिर मैंने पहले एक उंगली अंदर बाहर की और फिर बढ़ाते बढ़ाते तीन उंगलियाँ कर दी और फिर जैसे ही में चौथी उंगली डालने लगा तो चाची की एक जोरदार चीख निकल गयी और वो गुस्से से बोली कि क्या आज ही इसे पूरी तरह से फाड़ देगा? तो में मुस्कुरा रहा था और में कुछ देर तक तीनो उंगलियाँ अंदर बाहर करता रहा और चाची सिसकियाँ लेती रही.
फिर में कुछ देर बाद खड़ा हुआ और चाची के ब्लाउज के हुक खोलने लगा और जब पूरा ब्लाउज खुला तो मैंने देखा कि चाची ने नीचे ब्रा नहीं पहनी हुई थी. तो मैंने मुस्कुराते हुए बोला कि आज तो आपका मुझे फंसाने का पूरा प्लान था. फिर मैंने और तेल लिया और उनके दोनों बूब्स को मलने लगा वैसे उनके बूब्स बहुत बड़े थे, लेकिन ज्यादा उम्र की वजह से शायद उतने टाईट नहीं थे और अब चाची पूरी तरह से नंगी थी. तो मैंने तेल उनके दोनों बूब्स पर लगाया और उनके निप्पल को दबाने लगा, वो बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और पूरे घर में उनकी सिसकियाँ ही गूँज रही थी. में बहुत ज़ोर ज़ोर से उनके निप्पल को मसल रहा था और अब वो एकदम टाईट हो चुके थे और चाची एकदम से गरम हो चुकी थी और फिर उन्होंने खड़ी होकर मुझे ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया.