चुदक्कड़ बहनों का खानदान 2
Chudakad behano ka khandaan-2
अब तक आपने पढ़ा –
तो दीदी बोलीं – हाँ मेरे बहन-चोद भैय्या, मुझे भी अलग-अलग स्टाईल से चुदवाने की आदत है!! ऐसे बिस्तर में चुदवाने में मुझे भी बिल्कुल मजा नहीं आ रहा है… और अगर सुमन को पता चल गया तो कितनी बदनामी होगी!! वो सबको बता देगी कि हम सगे भाई-बहन चुदाई करते हाँ; फ़िर क्या होगा…?? ये सोच कर, मुझे तो डर लग रहा है…
मैंने कहा – हाँ दीदी, तुम्हारी बात तो एकदम सही है… अगर सुमन हमारा साथ देती है; तो फ़िर कोई बात नहीं… कहते है ना, चोर-चोर मोसेरे भाई!!! !!
तु तो बहुत बडी-बडी बातें करता है रे – दीदी ने कहा।
मैं चुप हो गया और फिर से दीदी को चोदने लगा!!! …
थोडी देर बाद हमारा राउंड पूरा हो गया… …
अब आगे –
हमारा काम होने के बाद मैं पेशाब करने बाथरुम में चला गया और स्वाती दीदी ने सुमन दीदी की तरफ़ मुँह फ़ेर लिया…
नेहा दीदी जान गई थी कि हमारी राउंड पूरा हो गया है!! अब मजे लेने का नंबर नेहा दीदी का था… … …
मैं बाथरुम से अंदर आ गया और सोने के लिये अपनी जगह गया तो स्वाती दीदी बोलीं – राज, तुम नेहा की साइड से सो जाओ, मुझे बहुत गर्मी हो रही है…
सच तो वो ये कहना चाहती थीं – राज, तुम अब नेहा की चुदाई करो!!! !!
मैं समझ गया… …
मेरे कुछ बात करने से पहले ही सुमन ने स्वाती दीदी के पेट पर हाथ रख कर सोने की कोशिश करने लगीं।
मैं नेहा दीदी के बाजु में जाकर बैठ गया और चद्दर के अंदर हाथ डाल कर दीदी के मम्मे ढूढ़ने की कोशिश करने लगा… …
मैंने पाया की दीदी चद्दर के अंदर एकदम नंगी सोयी थीं; मेरे लण्ड के इंतजार में…
अब मैं धीरे से उनके मम्मे सहलाने लगा तो वो बोलीं – पूरी पिच गीली है, तुम डायरेक्ट बैटिंग करो।
मैं दीदी के चद्दर में घुस गया और मैंने देखा उनकी चूत गीली हो गई थी!!! !!
हमारी (मेरी और स्वाती दीदी की) चुदाई का कार्यक्रम नेहा दीदी को मालुम था…
हमारे बिस्तर में होने वाली हल-चल उन्होंने महसुस की थी!! देर ना करते हुये नेहा दीदी ने मेरा लण्ड पकडा और सीधा अपने चूत के मुँह पर लगा दिया!!!
क्या बताऊँ दोस्तो, मैं फ़िर जोर से नेहा दीदी पर टूट पडा!! लगभग चालीस मिनट तक मैं दीदी की चूत ठोकता रहा… !!
बिल्कुल एक राक्षस की तरह मैंने नेहा दीदी कि चूत चोद दी!!! !!
उधर स्वाती दीदी बिलकुल शांत सो रही थीं और उनकी बाजु में सुमन भी सो गई थी।
अब तक मैंने नेहा दीदी कि चूत को भी ठंडा कर दिया था।
फिर मैं भी नेहा दीदी की चूत पर हाथ रखकर वहीं पर सो गया… … …
अब मुझे इंतजार था; कल की सुबह का!! और देखना ये था की दीदी सुमन को चुदाई के लिये कैसे तैयार करती हैं!!! !!
मेरी तो लाटरी निकलने वाली थी… मुझे मालुम था की मेरी बहनें, बहुत ही कमीनी किस्म की है और वो जरुर सुमन को चुदने के लिये तैयार कर लेगीं!! !!!
मुझे मेरी दोनों बहनों पर पूरा भरोसा था… … …
कहानी जारी रहेगी…
कहानी आपको कैसी लगी, बताना मत भुलना।
मुझे आपके मेल का इंतजार रहेगा।
तब तक सलाम, नमस्ते।
धन्यवाद मस्त कामिनी जी और सभी पाठकों… … …
आपका दोस्त – रवि…