हिंदी सेक्स स्टोरी

चुड़क्कड़ छीनाल 2

Chuddakad chinaal-2

क्लास ख़तम होने के बाद वो प्रियंका के साथ आई और बोली – चलो, आज मेरे घर चलो।

उसका घर पास ही के एक छोटे शहर में था जहाँ से वो और प्रियंका रोज़ उप-डाउन करती थीं। मैं उसके घर गया। हालाकी मुझे बाद में प्रियंका से पता चला कि वो घर उसका नहीं बल्कि प्रियंका का था।

खैर, जिसका भी घर था, मैंने चाय पी और वापस अपने घर चला आया…

शाम को उसका फोन आया और कहने लगी – पता है, मैं तुम्हें अपने घर क्यूँ लाई थी?

मैंने पूछा – बताओ क्यूँ?

तो वो कहने लगी – ताकि तुम कभी भी मेरे घर आ सको।

मैंने कहा – क्या बात है, कहीं तुम्हारा दिल मेरे ऊपर तो नहीं आ गया?

तो वो बोली – मारूँगी एक थप्पड़!! याद रखना, तुम सिर्फ़ मेरे बेस्ट फ्रेंड हो।

मैं थोड़ा डर गया और उसे तुरंत सॉरी बोला। पर सोचा सिर्फ़ फ्रेंड के साथ अगर यह फोन सेक्स कर सकती है तो बॉय फ्रेंड का तो पूरा लंड ही खा जाए और डकार भी ना ले!!! !!

खैर, फिर ऐसे ही हमारी बात होती रहती थी और अब हम यदा-कदा फोन सेक्स भी करने लगे थे।

अचानक एक रात उसने मुझसे पूछा – डू यू लव मी?

मैंने डर के उसे मना कर दिया – नो नो, आई डोंट लव यू!!

लेकिन छीनाल की चूत में तो “जूमन कीड़ा” था फिर भी बोली – देखो सुमित, ये ठीक नहीं हैं। तुम मुझसे प्यार करते हो। याद रखो, हम दोनों सिर्फ़ बेस्ट फ्रेंड हैं।

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मैंने उससे कहा – मेरी माँ, मैंने कहा तो मैं तुमसे प्यार नहीं करता और गुस्से में फ़ोन रख दिया।

वो बार बार कॉल कर रही थी पर मैंने रिसीव नहीं किया। साली दो पैसे की छीनाल अपने आप को सच में राजकुमारी समझने लगी थी।

फिर 12:30 बजे, जब मैंने उसका कॉल रिसीव किया तो वो बोली – लगता है मेरे राजा को गुस्सा आ गया है।

मन तो कर रहा था कि साली को माँ-बहन की दो-चार गालियाँ सुनाऊँ और बोलूं – साली छीनाल, आज के बाद मुझे फोन मत करना पर मैंने सोचा जुगाड़ अच्छी है, आज नहीं तो कल चूत तो मिल ही जाएगी। सो, खुद को शांत किया और थोड़ा गुस्से में मैंने कहा – हाँ, तो!!

तो प्रिंसी बोली – चलो ठीक है, अभी तुम्हारा मूड ठीक करती हूँ।

मैं – कैसे ठीक करोगी, मूड? मुझे बात ही नहीं करनी तुमसे।

प्रिंसी – ठीक है, मत बात करो; राजा जी, इतना बता दो की क्या पहने हो? प्लीज़।

मैं – लोवर।

प्रिंसी – और?

मैं – और बनियान।

प्रिंसी – प्लीज़ उतरो ना, उसे।

मैं – हाँ, उतार दिया। अब ये बताओ, तुम क्या पहनी हो?

प्रिंसी – सालवर सूट।

मैं – और?

प्रिंसी – ब्रा और पनटी।

मैं – अब तुम भी उतारो ना, प्लीज़।

प्रिंसी – पागल हो क्या? बगल में छोटी बहन और मम्मी लेटी हैं।

मैं – ओके, अपना हाथ अपने बूब्स पर रख कर तो दबा सकती हो।

प्रिंसी – हाँ, कर रही हूँ।

मैं – अपना एक हाथ अपने नीचे ले जाओ ना, अब।

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प्रिंसी – और फोन क्या तुम्हारा बाप आकर पकड़ेगा!!

मैं – यार, प्लीज़ फोन ही लगा लो…

प्रिंसी – हाँ, ठीक है लगा लिया।

मैं – अब अपना हाथ अपनी उसके पास (चूत) के पास ले जाओ।

प्रिंसी – आह… हाँ… आ ह… ले गई, तुम भी अपने हाथ में अपना ले लो और हिलाओ।

मैं – मैं क्यूँ हिलाऊँ, तुम ही आकर हिलाओ ना।

प्रिंसी – तो, मैं क्यूँ अपनी चूत पर हाथ फेरू, तुम ही आकर फेरो।

फिर हम दोनों ऐसे ही सेक्स करने लगे और बात करते करते ही झड़ गये।

लास्ट में वो बोली – कल क्लास नहीं आना क्या? अब सो जाओ और जो किया उसको सपना समझ के भूल जाना।

मुझे अब सच में बहुत तेज़ गुस्सा आई और सोचा अब तो इस छीनाल की चूत चोद के ही रहूँगा, चाहे कुछ भी करना पड़े। मन कर रहा था कि अभी जा कर साली छीनाल को घर से निकाल कर बीच चौराहे पर नंगी कर दूं।

मैंने बहुत सोचा और फिर अपना हाथ काट लिया। अरे यार, बस थोड़ा सा। रांड़ को चूतिया बनाने के लिए। काटा भी कुछ इस तरह की छिनाल को देखते ही नज़र आ जाए…

फिर, सुबह जब मैं क्लास गया तो जैसा मैंने सोचा था वो देखते ही पूछने लगी – अरे, तुम्हारे हाथ पर क्या हुआ? तो थोड़ी देर की आना कानी के बाद मैंने उसे बता दिया और वो फिर गुस्सा होने लगी और फिर मुझसे बात नहीं की।

फिर जब क्लास ख़तम हुई तो बोली – मेरे घर चलो।

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मैंने सोचा मौका है और मैं तुरंत उसके साथ उसके घर चल दिया।

घर पहुँच कर वो मेरे पास आकर बैठ गई और बोली – ये सब क्यूँ करते हो, बताओ क्या करूँ मैं?

मैंने कहा – नहीं करूँगा, पर एक शर्त है।

उसने कहा – क्या?

मैंने गाल आगे करते हुए कहा – किस।

उसने बिना कुछ कहे मुझे एक किस किया, मेरे गाल पर।

सच कहूँ दोस्तो, तो यह मेरा फर्स्ट टाइम था अब तक किसी लड़की ने मुझे किस नहीं किया था तो उसके सिर्फ़ गाल पर किस करने से मेरा लण्ड पूरी तरह खड़ा हो गया था।

मैंने उसे एकदम से पकड़ लिया!!! !!

अड़चने कितनी भी क्यों न आए, मैंने कसम खाई थी कि चूत तो प्रिंसी की चोद के ही रहूँगा।

ना जाने क्यों, मुझे भी एक अजीब सनक सवार हो गई थी उसकी हेकड़ी निकालने की और लड़की की हेकड़ी निकालने का सबसे अच्छा तरीका है; उसे अपने नीचे लिटाना।

आगे की कहानी जल्द ही “एम एस एस” पर प्रकाशित होगी।

यह मेरी पहली और सच्ची कहानी है, आपको कैसी लगी मुझे प्लीज बताइये…