हिंदी सेक्स स्टोरी

कस्टमर के बूब्स का नाप

Customer ke boobs ka naap

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जुमैद सहगल है और मेरी उम्र 24 साल है और मेरे लंड का साईज़ 7 इंच और 2.5 इंच मोटा है. दोस्तों में पेशे से एक दर्जी हूँ और में दिल्ली में रहता हूँ. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची घटना बताना चाहता हूँ जिसमे कैसे मैंने अपनी एक ग्राहक को चोदा? दोस्तों उसका नाम मुस्कान है और उसकी उम्र करीब 36 साल है, लेकिन वो चेहरे से दिखने में 26 साल की लगती है.

उसके फिगर का साईज़ 34-28-36 है और वो एकदम हॉट सेक्सी माल लगती है और उसका वो जिस्म मुझे अपनी तरफ बहुत आकर्षित करता था, लेकिन वो मेरी बहुत समय से ग्राहक थी इसलिए में उस पर गंदी नजर कभी नहीं डालता था और वो शादीशुदा थी, लेकिन फिर भी उसका वो सेक्सी बदन देखकर ऐसा लगता था कि वो अभी तक अपनी कुंवारी चूत लिए घूम रही है.

दोस्तों उसके सारे कपड़े मेरी ही दुकान से ही सिलते थे और आखरी बार उसने मुझे अपना ब्लाउज सिलने के लिए दिया, लेकिन उसके साईज़ में कुछ गड़बड़ा थी तो दो दिन बाद वो लौटकर वापस आई और मुझसे अपने ब्लाउज की शिकायत करने लगी. मुझे उसमे कुछ कमियां बताने लगी वो उस समय थोड़ी गुस्से में थी.

तो मैंने उससे कहा कि आपने जैसा मुझे बताया था मैंने वैसा ही सिला है, लेकिन फिर भी अगर आपको इसमें किसी भी तरह की समस्या है तो आप मुझे बता दे में अभी आपकी उस समस्या का समाधान कर दूंगा. फिर वो मुझसे बोली कि यह ब्लाउज मुझे बहुत टाईट है और इसका हुक भी मुझसे नहीं लग रहा क्योंकि वो बहुत खुले ख्याल की है तो वो मुझ को अब अपना साईज़ बताने लगी. मैंने उसे अब ट्रायल रूम में बुलाया और उसका में नाप लेने लगा. उसने उस समय साड़ी पहन रखी थी

मैंने उससे कहा कि आप अपनी साड़ी का पल्लू थोड़ा नीचे करो ताकि में नाप ले सकूँ. फिर उसने भी अब बिल्कुल भी देर नहीं लगाई और फिर झट से अपनी साड़ी का पल्लू पूरा नीचे कर दिया. दोस्तों उसका वो ब्लाउज बहुत टाईट होने के कारण उसके बूब्स एकदम बाहर आ रहे थे जिन्हें देखकर अब मेरी नियत खराब हो रही थी और मेरी नजर उसके बूब्स पर से हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी. मुझे उसके वो सुंदर गोरे गोरे बूब्स देखकर ऐसा लग रहा था कि वो बूब्स अब मुझसे चीख चीखकर कह रहे हो कि प्लीज हमें आज़ाद कर दो और चूस लो. दोस्तों उसका नाप लेते लेते मैंने उसके बूब्स को करीब तीन बार छुआ, लेकिन उसने भी इस बात पर बिल्कुल भी गौर नहीं किया तो मेरे मन में अब एक प्लान आया उसे चोदने का, लेकिन में बहुत डर भी रहा था.

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अब मैंने उससे थोड़ी हिम्मत करके कहा कि आपको अपना यह ब्लाउज उतारकर देना पड़ेगा, तब जाकर में आपका बिल्कुल सही साईज़ ले सकता हूँ. तो उसने कहा कि ठीक है तुम्हे जो भी करना है थोड़ा जल्दी करो और अब उसने ट्रायल रूम में अपना वो ब्लाउज उतारा और मुझे दे दिया. दोस्तों उसके ब्लाउज से अच्छी खुशबू आ रही थी और जब में उसे उसका वो ब्लाउज वापस देने गया तो उसने मुझे आवाज देकर अंदर बुलाया और फिर उसने मुझसे कहा कि देखो यह हुक तो अभी भी नहीं लग रहा है और उसने मुझे हुक बंद करने को कहा.

अब में अंदर चला गया और मैंने देखा कि मुझे अब उसकी वो गुलाबी कलर की जालीदार ब्रा दिख रही थी और जब में उसके ब्लाउज का हुक बंद कर रहा था तो उसकी पीठ पर मेरा हाथ छू रहा था, लेकिन वो फिर भी मुझसे कुछ भी नहीं बोली तो इस बात का फायदा उठाकर में अब धीरे धीरे अपना हाथ उसकी कमर पर मसलने लगा और फिर मैंने देखा कि अचानक से उसके चेहरे के हावभाव धीरे धीरे अब बिल्कुल बदल रहे थे. मैंने उसे मेरी तरफ देखने को कहा कि साईज़ पूरा है या नहीं और तभी अचानक से मेरी तरफ घूमते ही उसका वो एकदम ढीला ब्लाउज नीचे सरक गया और उसकी वो सी कट वाली जालीदार गुलाबी कलर की ब्रा के अंदर से उसके बूब्स देखकर मेरा लंड तन गया.

फिर मैंने उससे कहा कि मुझे आपकी छाती का नाप लेना है. मैंने उस समय लूँगी पहन रखी थी और उसमे मेरा लंड तना हुआ साफ बाहर आ रहा था और वो यह सब देखकर भी बिल्कुल अनदेखा कर रही थी. उसके चेहरे पर अब एक अजीब सी स्माइल थी. मैंने इस बात का फायदा उठाते हुए उसको ब्रा उतारने को कहा ताकि में उसकी छाती का सही नाप ले सकूँ और अब उसने शरमाते हुए अपनी ब्रा को उतार दिया. दोस्तों उसकी वो मस्त उभरी हुई छाती और उसके ऊपर वो हल्के भूरे रंग के निप्पल का साईज़ देखकर मुझे ऐसा लग रहा था कि यह साली हर रोज़ अपनी मस्त चुदाई करवाती होगी और जब में उसका नाप ले रहा था तो मेरा हाथ बार बार उसकी निप्पल पर लग रहा था, क्योंकि अब तक उसके वो मोटे मोटे बूब्स और उसके ऊपर वो तने हुए निप्पल पूरी तरह खड़ी थी.

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अब में धीरे धीरे उनको सहलाने, मसलने लगा, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली. मेरा होसला और भी बड़ गया और अब उसके मुहं से कुछ अजीब सी सिसकियाँ निकल रही थी और जब में उसके बूब्स मसल रहा था तभी उसने अपना एक हाथ मेरे तने हुए 7 इंच के लंड पर रख दिया और अब वो भी धीरे धीरे मेरे लंड को सहलाने लगी. में उसके बूब्स को लगातार दबाता जा रहा था और वो मेरे लंड को मसलती जा रही थी. फिर मैंने उसके एक बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाना तो दूसरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया और जिसकी वजह से वो अब तक बिल्कुल गरम होकर अपने होश खो बैठी थी. उसके मुहं से निकलती हुई वो सिसकियों की आवाज पूरे माहोल को और भी गरम कर रही थी और में भी अब पूरे जोश में था.

अब मैंने मौके का फायदा उठाकर उसके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया तो मैंने देखा कि उसने पेटिकोट के अंदर पेंटी नहीं पहनी हुई थी, लेकिन उसकी चूत बिल्कुल चिकनी, उभरी हुई, जोश से भरपूर और बिना बाल की एकदम साफ थी. उसकी चूत से मस्त रस टपक रहा था. तो मैंने ज्यादा देर ना करते हुए जल्दी से नीचे आकर उसकी चूत को चाटना शुरू किया.

उसने मेरे सर को अपनी चूत में पूरा अंदर घुसा लिया था, लेकिन कुछ देर चूसने के बाद वो मेरे मुहं में झड़ गई और मुझे जोश ही जोश में उसका वो नमकीन पानी पीना पड़ा. अब मैंने उससे अपना लंड चूसने को कहा तो उसने तुरंत नीचे बैठकर मेरा लंड अपने मुहं में लिया और अब वो किसी रांड की तरह मेरा लंड लोलीपोप समझकर बहुत मज़े लेकर चूसने लगी और में उसके बूब्स को धीरे धीरे दबाने लगा. अपने लंड को उसके हलक तक धक्के देकर नीचे तक उतारने लगा, जिसकी वजह से वो एकदम तड़प जाती, लेकिन मुझ पर उसकी इन बातोँ का कोई भी असर नहीं था और करीब दस मिनट चले इस काम के बाद में भी तेज तेज धक्को के साथ उसके मुहं में झड़ गया और वो मेरे वीर्य को गटक गई. अपनी जीभ से किसी भूखी बिल्ली की तरह चाट चाटकर बिल्कुल साफ कर गई.

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दोस्तों उसके बाद उसने अपने कपड़े पहने और मैंने अपनी लूंगी को नीचे किया और फिर वो वहां से चली गई, लेकिन उस दिन चूसने, चाटने, दबाने से शुरू हुई हमारी कहानी अब चुदाई तक आ पहुंची है. मैंने एक दिन उसको अपने घर पर बुलाकर बहुत बार चोदा और वो मेरी पहली चुदाई से बहुत खुश हुई. उसने मुझे अब उसके पूरे कामुक जिस्म का मालिक बना दिया है. अब में उसको हर कभी मौका देखकर चोद लेता हूँ.