Aunty Sex Story

डरते- डरते चूत में उंगली की

(Darte darte chut me ungli ki)

हेल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम अमित है और मै चंडीगढ़ के बापूधाम में रहता हूं । मैंने यहां बहुत सी कहानियां पढ़ी लेकिन आज अपनी पहली कहानी प्रस्तुत करता हूं । उम्मीद है आपको पसंद आयेगी मेरी उम्र 18 साल है और यह घटना तब घाटी थी जब मै 17 साल का था । मेरी चाची की शादी को 4 साल हो गए उनकी एक भी बेटी है । मेरी चाची का रंग दूध जैसा गोरा है , वैसे तो वो पतली है लेकिन मोत गांड और बड़े – बड़े मॉम्मों की वजह से वो मोटी दिखती है । मेरे चाचा – चाची हमारे नीचे वाले माले पर रहते हैं । यह कहानी तब स्टार्ट हुई जब मै एक दिन ट्यूशन से पढ़कर जल्दी आया और सोचा की चलो चाची के घर जाकर खुशी ( उनकी बेटी ) के साथ खेलता हूं ।

जब मैं बिना उनके कमरे का दरवाज़ा खटखटाए अंदर गया तो मैंने देखा की चाची अंदर कपड़े बदल रही थी वो बिल्कुल नंगी थी और सलवार पहन रही थी , मुझे देखते ही वो खुद को ढकने लगी और इसी चक्कर में वह बेड के गिर गई और उन्होंने अपने मॉम्में ढक लिए फिर अपनी गांड भी ढक ली मैंने सॉरी कहा और घर जाकर चाची के नाम की मुठ मारी ली । उस दिन से मुझे चाची को चोदने का मन होने लगा । पहले मैंने सोचा कि यह सब सोचना बेकार है मै फस भी सकता हूं लेकिन अगली बार मुठ मरते हुए मैंने ठान लिया कि मैं चाची को चोदकर ही रहूंगा अब जब तक मुझे चाची नहीं मिलती तब तक मैंने चाची के पेंटी और ब्रा सूंघकर मुठ मारनी की सोची । जब भी वो गंदे कपड़े निकालकर रखती , मैं उन्हें सूंघकर मुठ मरता कभी ब्रा मिलती तो कभी पेंटी ।

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एक बार करवा चौथ से एक दिन पहले मैंने देखा कि चाची अपने हाथ और पैरों पर मेंहदी लगवा रहीं है और जब उन्होंने मेंहदी वाले पैरों में अंगूठी पहनी और नेल पॉलिश लगाई तो मैं तो दंग ही रह गए इतने खूबसरत पैर देखकर तभी मैंने उनकी चुपके से फोटो ली और मुठ मरते हुए सोचा की काश मैं इन्हें चाट पाता । तभी मैं शाम को गया और उनकी सौक़्स उठाकर लाया , उसका पूरा आनंद लेने के लिए पहले मैंने उनमें नींबू पानी भरा और चूस चूसकर पिया और फिर उसे मुठ मार ली । अगले दिन (करवा चौथ को) उठा तो देखा कि चाची मम्मी के साथ बहुत अच्छे से सज रही थी , इतनी सेक्सी लग रही थी लाल साड़ी में कि मन कर रहा था अभी पकड़ के चोद दूं । फिर तभी मुझे एक शरारत सूझी । जब शाम हुई और चाची मम्मी के साथ चांद देखने छत पर जाने लगी तो मैंने कहा चाची आप थाली लेकर जाओ पानी का लोटा मैं भरकर लाता हूं और जल्दी से मुठ मारकर पानी में मिलाकर छत पर चला गया । चाची ने मेरे सामने चांद को पानी चढ़ाया और फिर चाचा ने बचा हुआ पानी चाची को पिलाया । चाची भी मेरा माल मिलाया हुआ पानी गटागट पी गई उन्होंने कहा पानी अजीब सा है तो मैंने कहा गलती से शायद टंकी का पानी भर लाया । मैं ऐसे ही मस्ती करता रहा और चाची के नाम की मुठ मरता रहा तभी हमारे पड़ोस में एक लड़के कि शादी आयी ।

शादी के दिन जब सभी मोहोल्ल्ले वाले शाम को शादी में जाने लगे तो हमारा परिवार भी तैयार होने लगा लेकिन एक प्रॉब्लम अाई वो यह थी कि गाड़ी में जगह कम थी तो मैंने मम्मी , पापा , चाचा , दादा , और मेरे भाई को कहा कि तुम सब गाड़ी में चले जाओ और मैं चाची और खुशी को लेकर कैब से आ जाऊंगा , वैसे भी चाची अभी तैयार नहीं हुई है तो सबने सहमति दिखाई और चले गए । अब घर में बस 2 साल की खुशी जो कि सो रही थी मैं और चाची थी । मेंने कहा चाची आप आराम से तैयार हो जाओ मैं ऊपर अपने घर में वेट करता हूं और तब तक आप तैयार हो जाओ फिर बुला लेना । चाची ने कहा ठीक है और बाथूम में चली गई। मेंने जाने का नाटक किया और फिर बेड के नीचे छुप गया , कुछ देर बाद चाची नहाकर अाई और जैसे ही उन्होंने तौलिया उतारा , मेरी तो आंखें फटी की फटी रह गई उनका बदन देखकर । लग रहा था कि कोई अप्सरा हो वो सीन ही जन्नत था । बड़े गोल सफेद मोमे , मोटी गोल गांड और उनका प्यारा चेहरा । मैंने चुपके से पैंट उतरी और मुठ मारने लगा । मेंने सोचा इस सीन को तो फोन में कैद करना चाहिए लेकिन जब मैंने वीडियो का बटन दबाया तो फोन ने आवाज़ कि और मै पकड़ा गया । चाची ने मुझे मुठ मरते देखा तो बहुत ज़ोर से डांटने लगी और कहने लगी कि – तू तो बहुत बिगड़ गया है , रुक अभी तेरे चाचा और मम्मी पापा को बताती हूं फोन करके और यह सुनते ही मेरी गान्ड फट गई तभी मैंने सोचा अब तो बचाने के सिर्फ दो रास्ते है।

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और यह सोचते ही मैं चाची के पैरों में गिर गया और माफी मांगने लगा लेकिन चाची नहीं मानी फिर मैंने दूसरा पैतरा अपनाया जो की मैंने पोर्न देखकर सीखा था । चाची गुस्सा होती रही और मैं नंगा हुआ और ज़बरदस्ती चाची की चूत में उंगली करने लगा फिर मैंने पास में रखा खीरा चाची की गांड में पूरा डाल दिया फिर चाची के हिलने की वजह से वो अंदर ही टूट गया और चाची भी तड़प गई तभी मैंने खीरे को चाची कि चूत चाटते-चाटते कहा गया और फिर चाची की चूत चाटने लगा फिर मैंने देखा कि चाची को भी मज़ा आ रहा है मतलब मेरा कम हो गया अब मैंने चाची को कहा कि मेरे मुंह के थूको उन्होंने मेरे मुंह में थुका और फिर उन्होंने अपने होठों पर लिपस्टिक लगाकर मेरा लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी और मेरा माल निगल गई । बाद में हम साथ में नहाए और दो बार और चुदाई कि । कैब में भी चाची ने ड्राइवर से चुपके मेरा लौड़ा चूसा । जब भी मैं चाहूं चाची को चोद सकता हूं । दोस्तों , अभी कहानी लिखने से पहले ही मैंने 2 चॉकलेट चाची की चूत में लगाकर खाई और अभी मेरी चाची मेरा लौड़ा चूस रही है , मेरा माल निकलने वाला है और खुशी भी जाग गए , इसलिए में कहानी यहीं खत्म करता हूं । पढ़ने के लिए शुक्रिया । सभी को मेरे खड़े लंड का सलाम ।