Teenage Girl Sex

दीदी कंडोम पहना रही थी अपने यार के लंड को-3

Didi Condom Pahna Rahi Thi Apne Yar Ke Lund Ko-3

थोड़ी देर बाद दीदी ने उसको बेड पर हल्का सा धक्का दे दिया और वो अब उसके ऊपर आ गई और धीरे धीरे अरविन्द को किस करते करते नीचे जाने लगी. तभी अरविन्द ने जोश में आकर उसका सर पकड़कर नीचे कर दिया. दीदी उसकी इस हरकत का मतलब समझ गई थी और अब उन्होंने केक को अपने एक हाथ में लेकर उसके लंड पर लगा दिया, जिसकी वजह से लंड नजर ही नहीं आ रहा था और फिर वो लंड को किसी आईसक्रीम की तरह अपनी जीभ से चाटने और लोलीपोप की तरह चूसने लगी थी, जिसकी वजह से अरविन्द अब और भी ज्यादा पागल सा हो गया और वो अपने मुहं से अह्ह्ह्हह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया, हाँ ऐसे ही चूस मेरी जान आवाजे निकलने लगी थी. फिर कुछ देर बाद उसने मेरी दीदी के पूरे शरीर पर केक लगाकर उनको चाटना शुरू किया और अब मेरी दीदी उसके साथ बहुत मज़े कर रही थी. “Didi Condom Pahna Rahi”

अब अरविन्द उनकी चुदाई करने के लिए तैयार हुआ तो दीदी ने उसके लंड पर जल्दी से कंडोम पहना दिया और अरविन्द ने दीदी को एकदम सीधा लेटाकर अपने लंड को चूत पर सेट करके एक धक्का देकर पूरा अंदर सरका दिया और वो धीरे धीरे धक्के देकर उनको चोदने लगा था, लेकिन करीब पांच मिनट में वो झड़ गया और उसने कुछ देर लंड को चूत के अंदर ही रहने दिया.

फिर दीदी ने उठकर उसके लंड से कंडोम को हटाकर कोने में फेंक दिया और उसको अपने मुहं में लेकर कुछ देर चूसकर दोबारा से खड़ा कर दिया और उसके बाद वो खुद ही उसके ऊपर आ गई और लंड को अपने अंदर लेकर उससे अपनी चूत को चुदवाने लगी, लेकिन थोड़ी देर बाद वो थककर रुक गई थी.

फिर अरविन्द ने उनको अपने ऊपर से हटाकर अपने सामने डॉगी बनाकर पीछे से अपने लंड को अंदर डालकर उसने उनको चोदना शुरू कर दिया था और कुछ देर धक्के देने के बाद उसने दीदी को बेड के कॉर्नर में ले जाकर वो खुद नीचे खड़ा होकर उसने अपनी तरफ से उनको लगातार धक्के देने शुरू किए और दीदी सिसकियाँ लेकर उफ्फ्फ्फ़ हाँ थोड़ा और अंदर डाल दो आह्ह्हह्ह हाँ जाने दो पूरा अंदर वाह मज़ा आ गया, स्सीईईइ तुम बहुत अच्छी चुदाई करना जानते हो, मुझे तुमसे चुदवाकर बहुत अच्छा लगता है, बहुत मज़ा आता है. “Didi Condom Pahna Rahi”

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दोस्तों करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद अरविन्द एक बार फिर से झड़ गया और वो मेरी दीदी के पास में लेट गया. उसके करीब दस मिनट के बाद दीदी उससे बोली कि में हमारे लिए पास्ता लेकर आती हूँ और वो वैसे ही उठकर किचन में चली गई और अब वो पास्ता बनाने लगी. करीब दस मिनट के बाद अरविन्द भी उनके पीछे पीछे किचन में आ गया और वो मेरी दीदी को अपनी बाहों में जकड़कर उनकी गर्दन पर पीछे की तरफ से किस करने लगा. तभी दीदी ने उसको अपने पीछे पाकर तुरंत गेस को बंद कर दिया.

फिर अरविन्द पीछे से उनके दोनों बूब्स को पकड़कर पूरे जोश में आकर दबाने, मसलने लगा और दीदी उसके साथ मज़े करने लगी. फिर कुछ देर बाद अरविन्द ने उन्हें काउंटर पर बैठा दिया और उसने दीदी की चूत में अपना लंड डालकर उनको चोदना चालू किया तो कुछ देर बाद दीदी ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी, उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह्ह्ह माँ मर गई मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो, आईईईइ में गई काम से और अब वो एकदम से शांत हो गई, लेकिन अरविन्द चोदता रहा और पांच मिनट के बाद तेज धक्को के साथ झड़ गया. “Didi Condom Pahna Rahi”

फिर उसने दीदी को गोद में उठाया और वो उसे उठाकर बेडरूम में लेकर चला गया और वो दोनों चादर ओढ़कर लेट गए और में भी फिल्म देखने बाहर चला गया. फिर मेरी दीदी के साथ लेटकर वो फिल्म देखने गया और तब तक शाम हो चुकी थी. अब में अपने घर पर आ गया. फिर मैंने देखा कि मेरी दीदी पड़ोस में खड़ी है और हमारी पड़ोस में रहने वाली एक आंटी से बहुत हंस हंसकर बातें कर रही है, में चुपचाप अंदर चला गया और मैंने देखा तो उस समय घर पर कोई भी नहीं था और सब कुछ पहले जैसा एकदम शांत था.

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फिर में उनके पास चला गया फिर हमने विचार किया और उसके बाद हम दोनों बाहर एक अच्छे से रेस्टोरेंट में खाना खाने चले गये और 9 बजे तक हम वापस आ गये, क्योंकि वो सर्दियों का समय था और हमे खाना खाते ही थोड़ा सा ठंड का अहसास होने लगा था, घर पर पहुंचकर में और दीदी टी.वी. देखने लगे और इधर उधर की बातें भी करने लगे. अब वो मुझसे पूछने लगी थी कि मुझे वो फिल्म कैसी लगी थी, जो मैंने दिन में देखी थी और उसमें क्या क्या चल रहा था और मैंने कितने मजे किए, यह सभी बातें करने के बाद वो करीब 11 बजे सो गई, उस समय वो उनकी पीठ को मेरी तरफ करके सोई थी. “Didi Condom Pahna Rahi”

फिर मैंने कुछ देर बाद जब वो गहरी नींद में सो गई, अपने लोवर को नीचे किया और अब में उनके शरीर पर हाथ फेरते हुए मुठ मारने लगा. तभी इतने में उन्होंने अपना मुहं मेरी तरफ कर लिया, जिसकी वजह से अचानक उनका हाथ मेरे लंड के ऊपर आ गया और में थोड़ा सा डर गया, लेकिन उनके हाथ लगने की वजह से मुझे मजा भी बहुत आ रहा था और उन्होंने उस समय अपनी ब्रा भी नहीं पहनी थी, इसलिए में बहुत आराम से करीब से उनके गोरे गोरे बूब्स को आखें फाड़ फाड़कर देखे जा रहा था और मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था. फिर कुछ देर बाद में बहुत जोश में आ गया और में वहां से उठकर सीधा बाथरूम में चला गया और मुठ मारकर वापस आ गया और उनसे चिपककर लेट गया और मुझे बिल्कुल भी पता नहीं कब में सो गया.

दोस्तों अगले दिन अरविन्दवार का दिन था तो हम दोनों ने सुबह साथ में सफाई का काम किया और हमारी काम वाली बाई ने पोछा, बरतन साफ किए और उसके बाद वो अपना काम खत्म करके चली गई. फिर दीदी नहाने चली गई और में भी उनके पीछे पीछे उनको नहाते हुए देखने के लिए चला गया, क्योंकि में वहां से उनको पूरा नंगा देख सकता था. अब मैंने अंदर की तरफ देखा तो मेरी दीदी बहुत आराम से नहाने के टब में पूरी नंगी होकर लेटकर नहा रही थी. “Didi Condom Pahna Rahi”

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कुछ देर बाद वो रुक गई और अपना गाउन अपने गोरे गीले बदन पर लपेटकर बाहर आ गई और अब वो मुझे आवाज़ लगाने लगी तो में तुरंत उनके पास चला गया. अब वो मुझसे कहने लगी कि तू मेरे शरीर पर तेल से मसाज कर दे और वो मुझसे इतना कहकर उन्होंने अपना गाउन खोल दिया और बेड पर लेट गई और नीचे टॉपर और शॉर्ट्स थी, इसलिए में बहुत आराम से उनकी भरी हुई मोटी जांघो और उसके ऊपर उनकी मुलायम पूरी पीठ पर मसाज करने लगा, वो अहसास में किसी भी शब्दों में नहीं बता सकता कि में उस समय क्या महसूस कर रहा था?

मेरे थोड़ी देर मसाज करने के बाद वो मुझसे बोली कि धन्यवाद चल अब में जाकर नहा लेती हूँ और वो अंदर चली गई और में भी उसके पीछे पीछे चला गया. तब मैंने देखा कि वो अब एक क्रीम को अपने दोनों हाथों में लेकर अपने दोनों बूब्स पर मसाज कर रही थी और फिर थोड़ी देर बाद वो नहाकर बाहर आ गई. फिर उसके बाद हम दोनों बातें करने लगे और उसके अगले दिन हमारे घर वाले भी आ गये. इसके बाद भी दीदी, अरविन्द से कई बार मिलने उसके घर पर जाती है और खूब चुदवाती है. “Didi Condom Pahna Rahi”