दीदी की झांटो वाली चूत
(Didi ki Jhaaton wali Chut)
हेलो दोस्तों
कैसे है आप? मेरा सभी चुत वालियों और लंड वालो को नमस्कार।
मैं मध्यप्रदेश का रहने वाला हूँ, मेरा नाम शुभम है। मेरे परिवार में 5 लोग रहते हैं। मेरे मम्मी पापा मैं मेरे दो बड़ी बहनें हैं। सबसे बड़ी बहन की शादी हो गई है। पापा का उम्र 50 और मम्मी का उम्र 45, ये आस पास होगा और मेरा 20 मेरे से बड़ी दीदी का जिसका नाम मनीषा है उसका 22 होगा और सबसे बड़ी का नाम निशा जिसकी शादी हो गया है उसका 28 का उम्र होगा।
अब मैं सीधे कहानी पे आता हूं।
ये कहानी मेरे और मनीषा दीदी का है। मेरी मनीषा दीदी की चूचियां बहुत बड़ी है। बड़े बड़े गांड चूची भी गोल गोल एक दम गोरी माल है।
वो मुझे शुरू से बहुत पसंद आती थी। मैं बहुत बार उसके नाम की मुठ मारी है, चोदने भी मन करता था लेकिन डर लगता था।
मैं उससे इधर उधर की बात करके खुलना शुरू कर दिया था। कभी मूवी की सीन कभी बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड की बात।
एक दिन उसके फ़ोन में पोर्न वीडियो देखते हुए दूर से देख लिया फिर मैं सोच शायद ये भी चुदना चाहती है।
फिर एक दिन आधी रात मैंने भुत का डर का बहना बनाके उसके रूम में सोने चल गया। उस रात मैंने थोड़ा हिम्मत करके लेंग्गिन्स के ऊपर से ही गांड में ऊँगली कर दिया लेकिन डर लगा तो वही मुठ मार के सो गया।
फिर मैं उसका पैंटी चुरा के मुठ मारने लगा ऐसे ही कुछ दिन चलता रहा लेकिन अचानक एक दिन वो बाथरूम से पैंटी चुराते हुए देख ली। पूछने लगी क्या करते हो, बताओ नही तो मम्मी पापा को बता देंगे मैं डर बोला सूंघता हु चाटता हु, गुस्सा के बोली अभी चाटो मैं डर गया बहुत कहने पे एक बार जीभ लगा दिया।
फिर वो मेरे से कुछ दिन बात नही की,बहुत दिन बात मेरे से पूछी ऐसा क्यों करते हो। मैं बोला आप अच्छी लगती है तो वो बोली की मैं अच्छी लगती हु तो मेरे से बोलो।
तभी बोली की अच्छी लगती हु तो क्या करोगे?
मैं शरमा के बोल दिया किस हमको लगा वो गुस्सा करेगी लेकिन वो हँस कर हां बोल दी। मैं तुरंत गाल पे किस कर दिया तभी वो बोली बस वो भी गाल पे कौन किस करता है मेरे फिर हिम्मत आ गया मैं झट से होठ पे दाँत से पकड़ के किस कर दिया वो हँस के चली गई। अब हम 2 दिन किस ही करते रहते थे फिर धीरे धीरे मेरा उसमे बूब्स के तरफ जाने लगा वो गुस्सा होती लेकिन कुछ नही बोलती। एक दिन कोई बात पे शर्त लगी और मैं जीत गया और जितने पे मैं उससे उसका चुत टच करवाने बोला मुझे लगा वो मना करेगी लेकिन वो हां कर दूँ मैं तुरंत उसके पैंट में हाथ लगा दिया। मैं बता नही सकता चुत कैसा था वो झाट वाली फुली हुयी होठ वाली चुत छूते ही लंड खड़ा हो गया। उसका एक हाथ लेके अपने पैंट के अंदर डाल दिया। वो एक दम से टाइट पकड़ ली। मैंने भी एक ऊँगली अंदर डाल दी। उसकी तो आह निकल गयी और वो मेरे लंड जो दबा के खिंच रही थी तभी किसी के आने का आवाज़ सुनाई दी। हम दोनों इधर उधर भाग गए। मैं अपनी ऊँगली को बहुत चाटा क्या मजा आ रहा था मेरे मनीषा रानी की चूत छूकर।
फिर मिलने पे मैंने उससे कहा कि अब तो अपने चुत का दर्शन करा दो बहन। वो बोली मैं भी बेचैन हु। मेरा राजा तेरा लंड छूके। मेरा चुत पानी छोड़ दिया। लेकिन अभी सब कोई घर है। 2 दिन बाद सब घूमने जायेंगे। हम लोग कोई बहाना करके रुक जायेंगे।
मैं दो दिन का इन्तज़ार करते करते कितना बार मुठ मरा उसको चोदने के बारे में सोच के लंड खड़ा हो जाता की 2 दिन बाद मेरी बड़ी गांड वाली दीदी मेरे सामने नंगी होगी।
वो 2 दिन बीत गए सबके जाने के बाद वो मेरे और अपने लिए खाना बनाने किचन में थी। मैं उसको गोद में उठा कर बिस्तर में डाल दिया और बोला अब काम नही अब सिर्फ चुदाई।
तभी वो बोली की हमारे धर्म में सिर्फ पति से ये सब काम करते है। मैं सेक्स के नशे में उसके मांग में सिन्दूर लगा दिया और मंगलसूत्र के लिए एक माला पहना दिया, वो दम चौक गयी और बोली ये तुमने क्या किया। मैं मजाक में बोली थी। मैं बोला आज से तुम मेरी पत्नी हो। वो दुखी होके बोली अब तुम अपने बड़ी बहन को वाइफ बना दिए। अब जो मन करो। मैं बोला अब दीदी बस चुदाई होगा। वो बोली अब क्यों दीदी अब मनीषा बोलो, तब मैं मनीषा को किस करने लगा। वो बोली अब ऐसे नही अब सुहाग रात होगा। वो दूसरे रूम में चली गई और मैं उसको गिफ्ट देने के लिए चॉकलेट लेने बहार चल गया जब आया तो देखा की माँ की साड़ी पहने हुए रूम में मेरा इन्तेज़ार कर रही है। मैं तुरंत बेड पे गया और बोला बस मनीषा अब और न तड़पाओ मेरी जान वो बोली जी अब मैं आपकी हु जो करना है करिये। मैं उसको किस करने लगा और एक हाथ से बूब्स दबाने लगा उसके बूब्स एक दम टाइट होने लगे और मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया। वो बोली लंड तो दिखा दो मेरे पति का लंड मेरे चुत लायक है कि नही। मैं बोला सब तुम्हरा है देखो चुसो हिलाओ।
वो झट से मेरे पैंट खोल दी मेरा बड़ा सा लंड उसके मुंह के सामने खड़ा हो गया। वो हाथ में लेके खेलने लगी तभी मैं उसको खड़ा किया और उसका कपडा खोल दिया। वो बस मेरे सामने पूरी नंगी शर्मा के अपनी चुत छिपा रही थी। मैं तुरंत लेटा के उसका चुत चाटने लगा। वो पागल जैसे आवाज़ निकलने लगी आह आह मम्मम्म वो सिसकियां ले रही थी और बोल रही थी अब चोद दो मत तड़पाओ मेरा भी लंड एक दम टाइट हो गया था। उसके चुत से पानी निकलना शुरू हो गया था। मैं बोला मेरी प्यारी बहन अब मेरे लौड़े को अपने मुंह में लो वो फट से मुझे लेटा मेरा लंड आइसक्रीम की तरह चूसने लगी मेरे से अब कंट्रोल नही हो रहा था। मैं तुरंत उसको लेटा के उसके कमर के नीचे तकिया लगाके दोनों पैरों के बीच आ गया और अपने लंड का टोपा मनीषा के चुत के मुंह पे रख दिया जोकि बहुत टाइट था तोड़ा सा धक्का से उसकी जान निकल गयी।
मैं थूक लगा कि डालना शुरू धीरे धीरे उसको भी दर्द कम हुआ फिर हमलोग ने 20 मिनट चुदाई की। उसकी चुत एक दम लाल हो गया। मैं अपना माल उसके अंदर ही झड़ गया। फिर हम लोग वैसे ही पड़े रहे। 5 मिनट बाद उसने लंड दबाना शुरू किया।
धन्याबाद दोस्तों..