हिंदी सेक्स स्टोरी

दोस्त की बहन के साथ मज़े

Dost ki behan ke saath maje

हैल्लो दोस्तों, में पहली बार अपनी कहानी आपके साथ शेयर कर रहा हूँ. यह आज से 2 साल पहले की सच्ची घटना है, जब में 12वीं क्लास में था. अब पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ. मेरी उम्र 21 साल है और ये बात आज से 2 साल पहले की है, मेरी हाईट 5 फुट 7 है और में काफ़ी सुंदर भी हूँ. चलो अब बातें तो बहुत होती रहेगी, अब में मुद्दे की बात पर आ जाते है.

एक बार में और मेरा दोस्त मोहन मेरे घर पर पढाई कर रहे थे, में पढाई में हमेशा उससे आगे रहता था और वो हमेशा मुझसे ही पढ़ता था. फिर एक दिन मोहन मुझसे कहने लगा कि यार तू सब चीज़ में उस्ताद है और पढाई में तो बहुत ही अच्छा है और पढाई में मेरी मदद भी करता है, यार तू मेरा एक काम करेगा क्या? तो मैंने उससे पूछा कि क्या काम है? तो उसने कहा कि यार तू सपना को भी पढाई में मदद कर दे, सपना जो उसकी छोटी बहन का नाम था, जो उसके साथ किराए के मकान में रहती थी.

फिर मैंने कहा कि यार जैसे तेरी छोटी बहन मेरी छोटी बहन जैसी है, में उसे पढ़ा दूँगा तो अगला दिन सलेक्ट हुआ कि हम उसके घर में पढेगें, तो रात को ठीक 8 बजे में उसके घर पहुँच गया. फिर उसकी छोटी बहन सपना ने दरवाजा खोला और मुझसे पूछा कि आप कौन है? तो मैंने उसे बताया कि में मोहन का दोस्त हूँ और आज हम लोग आपके घर ही पढ़ेंगे.

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फिर उसने मुझे अंदर आने के लिए कहा और में जाकर सोफे पर बैठ गया, लेकिन वहाँ पर मुझे मोहन नहीं दिखाई दिया तो मैंने उससे पूछा कि मोहन कहाँ है? तो उसने बताया कि वो कहीं गये है, अभी आते ही होंगे. फिर मैंने उससे फोन करके पूछा कि भाई तू कहाँ है? तो उसने मुझसे कहा कि भाई उसे आने में थोड़ी देर हो जाएगी और वो सपना को पढ़ाना स्टार्ट कर दे और में 1-2 घंटे में आ जाऊंगा.

फिर मैंने उसके कहने के बाद सपना से कहा कि में तुम्हें पढ़ाने आया हूँ, तो वो अपनी बुक लेकर मेरे साथ सोफे पर बैठ गयी और मैंने उसे पढ़ाना शुरू कर दिया. तभी अचानक मेरा ध्यान उसके बूब्स पर चला गया, लेकिन पहली ही नज़र में मेरे दिल ने कह दिया कि अब तो इसके साथ सुहागरात मनानी है, क्या गजब की ब्रेस्ट थी उसकी? और उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी, क्या मोटी-मोटी चूचीयां थी उसकी? बस अब तो मेरे मन में आ ही चुका था कि आज तो सुहागरात मनानी है चाहे कुछ भी हो जाए.

तभी मैंने फिर से मोहन को फोन किया कि भाई तू कहाँ है? और कब तक आएगा? तो मोहन ने जवाब दिया कि यार आज रात शायद ना आ पाऊं तो तू वहीं पर सो जाना और सुबह चले जाना और उसने अपनी बहन से भी यही कह दिया. फिर क्या था? अब मेरी तो समझो जैसे लॉटरी लग गयी थी.

फिर पढ़ने के बाद में सपना से इधर उधर की बातें करने लग गया. फिर मैंने उससे पूछा कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है क्या? तो उसने कहा कि कोई उससे दोस्ती ही नहीं करता, क्योंकि सब दोस्त कहते है कि तू कुछ नहीं जानती है.

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तो मैंने कहा कि तो इसमें क्या है? वो सब कुछ में तुम्हें सिखा दूँगा अगर तुम्हें कोई प्रोब्लम ना हो तो, फिर वो तुरंत मान गयी और तब मैंने उससे कहा कि पहले तो वो अपने कपड़े उतारे, तो वो थोड़ा घबरा गयी और तब मैंने उसे समझाया, तो वो मान गयी.

फिर क्या था? मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया और फिर उसके लिप्स पर किस स्टार्ट की और फिर मैंने उसकी पेंटी में अपना हाथ डाल दिया, तो वो सिसकियां भरने लगी. फिर तब में समझ गया कि वो गर्म हो चुकी है और अब लंड डालने में मज़ा आएगा.

फिर मैंने उससे पूछा कि कुछ हो रहा है? तो उसने कहा कि हाँ मुझे नशा हो रहा है. तब मैंने उससे मेरा लंड अपने मुँह में लेने के लिए कहा और उससे यह भी कहा कि इससे नशा कम हो जाएगा है. हाए अब उसे और मुझे क्या मज़ा आ रहा था? फिर उसके बाद मैंने उसकी चूत को सहलाना शुरू किया और फिर क्या था? मेरा सुपाड़ा भी बस तैयार था, बस फिर मैंने इंतज़ार किए बिना उसकी चूत में अपना लंड डाल ही दिया और वो इतनी ज़ोर से चिल्लाई कि बस मुझे तो लगा कि वो मर गयी है, लेकिन फिर बाद में उसे भी मज़ा आने लगा और वो आराम से ऊऊऊऊऊऊओहह करती हुई सब कुछ करवाती रही, जो में चाहता था. फिर उसके बाद हम बाथरूम में एक साथ नहाने गये. फिर वहाँ भी यही प्रोग्राम चला और फिर सारी रात यही प्रोग्राम चलता रहा. आज भी मेरा उससे संपर्क है, बस अब तो समझ लो कि वो मेरी हमेशा ना होने वाली बीवी है.