दोस्त की बीवी को बीयर पिला के चोदा
Dost ki biwi ko bear pila ke choda
हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम कुणाल है और मैं कोलकाता का रहने वाला हूँ, आज मैं आप सभी को अपनी ज़िंदगी की एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ। मेरी लंबाई 6 फीट है और उम्र 27 साल, मैं दिखने में ठीक-ठाक हूँ, लेकिन मुझे इंटरनेट पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ने का बहुत शौक है और पिछले कुछ सालों से ये पढ़ता हूँ और बहुत मज़ा भी करता हूँ। दोस्तों अब मैं आप सभी का ज्यादा समय नहीं बर्बाद करूंगा और सीधा अपनी कहानी पर आ जाऊँगा।
मैं कोलकाता में एक अपार्टमेंट में किराए पर रहता हूँ, पहली मंजिल पर मेरा घर है और दूसरी मंजिल पर एक परिवार रहता है। उस परिवार में पति, पत्नी और एक बच्चा रहता है, वो एक बहुत छोटी सी फैमिली है और उनसे मेरी ज्यादा अच्छी दोस्ती नहीं थी, लेकिन बस कभी-कभी सप्ताह के आखिर में ड्रिंक करने के लिए हम दोनों को एक दूसरे की कंपनी मिल जाती थी। उनकी पत्नी नेहा से भी मेरा व्यवहार बहुत अच्छा था और वो भी कभी-कभी हमारा साथ दे दिया करती थी।
दोस्तों, नेहा एक पतली, दुबली, बहुत सुंदर औरत थी। उसका लंबा कद, 34 साइज़ के बूब्स, गोल्-गोल् कुल्हें और सेक्सी मुस्कान और उसके सेक्सी जिस्म को देखकर दो तीन बार तो मेरा दिल भी बहक गया, लेकिन मैं यह बात भी बहुत अच्छी तरह से जानता था कि सब करना मुमकिन नहीं है, तो मैंने उस पर कभी ज़्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन हाँ एक देवर-भाभी वाली खट्टी-मीठी नोकझोंक, हंस-मजाक हम दोनों के बीच हमेशा चलती रहती थी और मैं कभी-कभी मजाक ही मजाक में कभी उसकी गांड तो कभी उसके बूब्स को छू लेता और अपने दिल को खुश करता।
लेकिन मैंने इस बात पर भी ध्यान दिया कि उसने मुझसे कभी भी कुछ नहीं कहा, बस वो मुझे हमेशा अपनी मस्त मुस्कान से अपनी ओर आकर्षित करती और मैं उसका नाम लेकर अपने लंड को शांत करता। वो मुझसे बहुत कम समय में बहुत अच्छी तरह से घुल मिल गई थी। दोस्तों वो अपने शरीर पर बहुत ज्यादा ध्यान रखती थी, क्योंकि उसके एक बच्चे होने के बाद भी उसका फिगर एकदम सुडोल और दिखने में बहुत सुंदर था।
फिर एक दिन अमित को बुलाने दूसरी मंजिल पर गया तो मैंने देखा कि उसके घर का दरवाज़ा खुला हुआ था और जब मैंने दरवाजा बजाया तो अंदर से नेहा की आवाज़ आई, “कौन है? आ जाओ, दरवाजा खुला हुआ है।” जैसे ही मैं अंदर गया तो मैंने देखा कि नेहा अपने बच्चे को दूध पिला रही थी और एकदम से मेरे अंदर आने की वजह से उसने दुपट्टे से अपने बूब्स को ढक लिया था, लेकिन फिर भी उसका एक बूब्स जिसको उसने मुझसे छुपाने की बहुत कोशिश की थी, लेकिन उस जालीदार दुपट्टे में कुछ कुछ दिख रहा था और मैं अपनी नज़रें संभाल ही नहीं पा रहा था। मेरी नज़रें हर बार वहीँ पर जा रही थीं।
फिर उसने मुझे बताया कि उसका पति अभी घर पर नहीं है और वो कुछ जरूरी काम की वजह से अपने गाँव गया हुआ है। तो मैंने कहा, “ठीक है,” और फिर मैं वहाँ से वापस चला आया, लेकिन मैं वो सब नज़ारा देखकर एकदम पागल सा हो गया था और मैं अपने अपार्टमेंट में आते ही सीधा बाथरूम में गया और उसके मस्त बूब्स को सोच-सोचकर मुठ मारने लगा। मैं अभी अंदर ही था और अपने काम में बहुत व्यस्त था और मुझे इतना भी होश नहीं था कि मैं अंदर आते समय दरवाजा बंद करना भूल गया और बाथरूम में चला गया। तभी मेरे पीछे पीछे नेहा भी चल आई और वो मुझे बुलाने लगी, तो उसकी आवाज़ सुनकर एकदम डर गया और मैंने कहा, “आप बैठो, मैं अभी कुछ देर में आता हूँ।” जब मैं दस मिनट बाद बाहर आया तो नेहा मेरे बेड पर बैठी हुई थी और बहुत शांत तरीके से टीवी देख रही थी।
तो मैंने उससे पूछा, “क्या हुआ? कोई काम है?” तो उसने कहा, “नहीं, मैं तो बस ऐसे ही चल आई, मुझे ऐसा कोई विशेष काम नहीं था, लेकिन आज मेरा बियर पीने का बहुत मन हो रहा है।” तो मैंने कहा, “अभी तुमहारा बच्चा बहुत छोटा है और वो तुम्हारा दूध पीता है, उसके साथ तुम यह सब करना ठीक नहीं होगा।” तो उसने बोली, “छोड़ ना यार जाने कैसे तो मुझे यह मौका मिला है और वैसा भी एक बियर पीने से बच्चे की सेहत पर कोई भी गलत असर नहीं होगा।” दोस्तों मैंने उसकी नशीली आँखों में देखा था कि वो आज मुझसे क्या चाहती है और फिर उसने कुछ नहीं कहा, मैंने फ्रिज से दो बियर निकाली और हम दोनों ने एक-एक बियर पी ली तो मैंने महसूस किया कि नेहा को कुछ देर के बाद बियर पीकर बहुत शांत मिला और अब उसे बियर पीने के बाद हलका-हल्का नशा छाना लगा था और वो बेड पर अपनी दोनों आँखें बंद करके लेट गई और कुछ ही देर में उसकी आँख लग गई।
बेड की एक साइड में वो और एक साइड में और बीच में उसका बच्चा सो रहा था, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी और नेहा ने उस समय सलवार सूट पहना हुआ था और उस सूट में से उसके उभरे हुए बूब्स देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। नेहा क्योंकि गहरी नींद में थी, तो मैंने भी अच्छा मौका देखकर थोड़ी हिम्मत करके सूट के ऊपर से ही उसके बूब्स को छुआ, लेकिन उसने कोई भी हलचल नहीं की और फिर मैंने थोड़ी हिम्मत और करके उसके होंठ पर अपनी उंगली घुमाई और उसके कूल्हों को भी छूकर महसूस किया और वापस अपनी साइड पर आकर मैं नेहा को देखकर अपनी पैंट के अंदर हाथ डालकर मुठ मारने लगा, अपने लंड को सहलाने लगा और उस मदहोश कर देने वाले अहसास की वजह से मेरी भी आँखें धीरे-धीरे बंद हो गईं। तभी अचानक से मैंने महसूस किया कि किसी ने मेरी पैंट के ऊपर से मेरे हाथ को पकड़कर एकदम से रोका और जब मैंने आँखें खोली तो देखा कि नेहा उठ चुकी थी और उसके हाथ मेरी पैंट पर थे। तो मैं एकदम घबरा गया और में उसे सॉरी बोला और फिर वो बोली, “कोई बात नहीं, इस उम्र में ऐसा होना स्वाभाविक है” और वो मुझसे और बियर माँगने लगी।
तो मैंने दो बियर और खोली और बियर पीते हुए उसने मुझसे पूछा, “क्या तुम हमेशा किसी को याद करके ऐसा ही करते हो या अब तक कभी कुछ अपनी गर्लफ्रेंड के साथ किया भी है?” तो मैंने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं जैसा आप सोच रही हो और मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं है, वो तो मैं बस ऐसे ही मूड बन गया था,” लेकिन वो मेरे कोई भी जवाब से संतुष्ट नहीं हुई और वो तो बस ज़िद करने लगी। आखिरकार मैंने उनसे सच बता दिया कि मैं उसके बूब्स को देख-देखकर जोश में आ गया था।
फिर वो मेरी बात को सुनकर ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगी और कहा, “चलो अच्छा है कि मैं अभी भी किसी को इतना गरम कर सकती हूँ कि वो अपने आप पर काबू भी नहीं रख सकें, वर्ना हमारे पति तो कुछ ही देर में ठंडे हो जाते हैं।” उसका यह जवाब सुनकर मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई और फिर मैंने कहा, “नेहा तुम हो ही इतनी सेक्सी कि किसी की भी नियत तुम्हारे इस जिस्म को देखकर खराब हो जाए और अब नशे में वो धीरे-धीरे खुलने लगी और मुझसे पूछने लगी कि तुम्हें मुझमे और क्या क्या सेक्सी लगता है?” तो मैंने कहा, “तुमहारे गुलाबी गुलाबी होंठ, तुमहारे मदहोश कर देने वाले कूल्हें और वो पतली कमर पर छोटी सी गहरी नाभि जो साड़ी पहनने पर मुझे कभी-कभी दिखती है।” तो यह बात सुनकर उसने एकदम से बिना कुछ सोचे समझे अपना सूट उठाया और अपनी नाभि और पतली कमर को छूकर देखने लगी, तो मेरा लंड उसे देखकर एकदम से खड़ा हो गया और वो नेहा ने देख लिया और वो मुझसे बोली, “थोड़ा कंट्रोल करो, देखो तुमहारा बच्चा खड़ा हो रहा है।” फिर मैंने भी जोश में आकर अपनी पैंट को पूरा नीचे किया और उसके ही सामने ही मुठ मारने लगा।
नेहा भी यह सब देखकर धीरे-धीरे गरम हो गई और वो मुझसे बोली, “लाओ, मैं तुमहें ठंडा कर देती हूँ।” तो मैं उसके पास चला गया और उसने मेरी पैंट को पूरी तरह से उतारा और वो मेरे लंड को सहलाने लगी। तो मैंने कहा, “प्लीज इसे अपने मुंह में लेकर शांत कर दो।” वो थोड़ी देर रुकी और कुछ सोचने लगी और फिर उसने मेरे लंड को धीरे-धीरे मुहं में लिया और चूसना शुरू कर दिया और मैंने भी एकदम सही मौके देखकर उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए और धीरे-धीरे करके उसका सूट पूरा उतार दिया।
फिर मैंने उसकी ब्रा को उतारा और उसके बूब्स को चूसने, दबाने लगा, मैं बहुत ज़्यादा गरम हो रहा था और वो भी पूरे जोश में थी, वो अब सिस्कियाँ लेने लग रही थी। मेरे सर को अपने बूब्स पर दबाने लग रही थी जिसकी वजह से मेरा मुंह में उसके दूध का आना बहुत तेज़ हो चुका था और मैं भी ज़ोर-ज़ोर से चूसकर उसका दूध पीने लगा। फिर मैंने उसकी सलवार पर अपना एक हाथ रखा और धीरे-धीरे उसकी चूत की ओर बढ़ाने लगा, लेकिन उसने एकदम से मेरा हाथ पकड़ा और मुझे रोका। उसने कहा, “नहीं आकाश, आज इससे ज़्यादा कुछ नहीं होगा।” फिर मैंने कहा, “नेहा प्लीज मुझे अब मत रोको, मुझसे अब कंट्रोल नहीं होगा,” और थोड़ी देर की जिद-बात के बाद उसने अपना हाथ हटा लिया लेकिन उसने किसी को इसके बारे में बताने को मुझसे मनवा किया और मैंने उससे इसका पक्का वादा किया।
फिर मैंने जल्दी से उसकी सलवार उतारी और मैंने देखा कि उसने काली कलर की जालीदार पेंटी पहनी हुई थी और वो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। जब मैंने उसकी पेंटी उतारी तो उसकी मदहोश कर देने वाली खुशबू पूरे कमरे में फैल गई। तो मैंने अपना लंड उसके मुहं से बाहर निकाला और मैं उसकी चूत को चाटने लगा और अब वो भी एकदम गरम हो चुकी थी और वो कहने लगती है, “मादरचोद और ज़ोर से चाट, हाँ और चाट।” वो और भी गरम हो गई और मुझे गंदी-गंदी गलियाँ देने लगी, “साले कुत्ते की औलाद, बहनचोद कितनी देर तक मेरी चूत को चाटेगा? और अब डाल दे, मुझसे अब बर्दाश्त नहीं होता।” दोस्तों, बर्दाश्त तो मुझसे भी अब नहीं हो रहा था।
फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक ज़ोर का झटक़ा दिया और मेरा लंड फिसलता हुआ एक ही बार में पूरा-पूरा उसकी चूत के अंदर चला गया और वो दर्द से एकदम से उछली और अचानक उसके उछलने की वजह से लंड चूत से बाहर निकल गया। तो मैंने अब की बार उसे कमर से कसकर पकड़ा और दोबारा से लंड को चूत के मुहं पर रखकर डालने लगा तो वो बोली, “प्लीज आकाश थोड़ा धीरे करो, तुमहारा लंड बहुत मोटा है, इससे मेरी चूत फट जाएगी, मुझे बहुत दर्द होता है।” तो दोस्तों इस बार मैंने धीर से लंड को धक्का दिया और अंदर की तरफ डाल दिया और फिर धीरे-धीरे झटक़े देने लगा, तो वो मोन करने लगती और बीच-बीच में मुझे गालीयाँ दे देती “आह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह्ह मादरचोद कुत्ते साले अह्ह्ह्हह्ह आईईईइ थोड़ा धीरे कर, मैं तेरी भाभी हूँ, मैं तेरी कोई रांड नहीं, धीरे कर साले।” दोस्तों उसकी गालियाँ सुनकर मुझे और जोश चढ़ रहा था। मैं और तेज हो गया और मैं बीच-बीच में उसके कूल्हों पर किस भी करता रहा और वो ज़ोर-ज़ोर से चीखती चिल्लाती रही कि “थोड़ा धीरे मार साले, मेरे कूल्हे लाल हो गये है और अमित को पता चल जाएगा, धीरे कर थोड़ा धीर प्लीज आहह हाँ नहीं और कितनी देर है, मैं झड़ने वाली हूँ आहह उह्ह्ह्ह मैं झड़ने वाली हूँ, प्लीज मुझे और ज़ोर से आहह्ह्ह्ह” और वो चिल्लाते हुए एकदम से झड़ गयी और उसके दो मिनट के बाद मेरा भी झड़ने का समय आ गया था।
तो मैंने उससे कहा, “मैं अपना वीर्य कहाँ पर छोड़ूं?” तो उसने कहा, “कह दीजिए, लेकिन प्लीज अब थोड़ा जलदी कर मेरी चूत बुरी तरह से जल रही है,” तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और मैंने बिलकुल आखिरी टाइम पर लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला और उसके मुँह में डाल दिया और उसके मुँह में झड़ गया और उसने मेरा सारा गरम गरम माल पी लिया। फिर हम वहीं पर थककर लेट गए और हमें कब नींद आ गई पता ही नहीं चला और दो घंटे के बाद उसने मेरे मुंह पर थोड़ा पानी डालकर मुझे उठाया और वो किचन में जाकर चाय बनाने लगी थी और वो अब भी सिर्फ पेंटी पहने हुई थी। तो हमने ऐसे ही नंगे ही बैठकर चाय पी। अमित दो दिन बाद आने वाला था और हमने उस मौके का फायदा उठाते हुए उन दो दिनों में बहुत मस्ती की।