हिंदी सेक्स स्टोरी

एक समझौते का बदला

Ek samjhote ka badla

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है. आज में आप सभी को मेरा एक अनुभव बताने जा रहा हूँ, वैसे तो में नासिक का रहने वाला हूँ और में आपको अपने पहले मेरा मतलब है कि मैंने जिसे चोदा और चुदवाया उसकी स्टोरी बताने जा रहा हूँ.

मेरी इस स्टोरी में तीन लोग है, मेरा दोस्त गिरीश, उसकी बहन संजना और उसकी पत्नी सावित्री थे. अब में अपनी स्टोरी शुरू करता हूँ. यह उन दिनों की बात है जब में और गिरीश 12वीं क्लास में पढ़ रहे थे, वो मेरा फ्रेंड और मेरे मकान मालिक का लड़का था. उसकी छोटी बहन का नाम संजना था, जो कि 9वीं क्लास में पढ़ रही थी. हम सब रात को छत पर पढ़ाई करने के लिए जाते थे, उन दिनों में हम ब्लू फिल्म और किताबें आदि पढ़ते थे और मुठ मारते थे.

फिर एक दिन जब हमारे घर पर कोई नहीं था, तो तब गिरीश ने मुझसे कहा कि में तुम्हें चोदना चाहता हूँ. अब में भी ब्लू फिल्म देखकर बहुत गर्म हो चुका था, इसलिए मैंने उससे हाँ कह दिया. फिर उसने मुझे धीरे से किस किया और मेरे पूरे कपड़े उतार दिए.

फिर उसके बाद उसने अपनी अलमारी में से कंडोम का पैकेट निकाला और फिर उसने मेरे निपल्स को चाटना चालू किया और बाद में मेरी गांड पर तेल डाल दिया और फिर उसके बाद उसने कंडोम पहन लिया और मुझे बहुत बेरहमी से चोदा.

फिर उसके अगले दिन मैंने उससे कहा कि में उसे चोदूंगा, तो उसने इनकार कर दिया और वो कहने लगा कि में तुझसे बड़ा हूँ, में ही तुझे चोदूंगा. फिर उसके बाद हमारे बीच बहुत बहस हुई और उसने बोला कि अगर तू मुझे 1 लाख रुपए देता है तो हम एक एग्रीमेंट कर सकते है, उसे पता था कि में 1 लाख रुपए उसे नहीं दे सकता हूँ.

फिर भी मैंने उससे बोला कि बताओ एग्रीमेंट क्या है? तो उसने कहा कि में तुझे हर रविवार को चोदूंगा और तू मुझे हर मंगलवार और शुक्रवार और मेरी शादी के बाद मेरी बीवी को सोमवार और गुरुवार को चोद सकता है. फिर मैंने उसका एग्रीमेंट पक्का कर लिया और उसके बाद हमने एक देवी के सामने जाकर ये कसम खा ली.

फिर उसके बाद हम 10वीं क्लास में पास हो गये और अगली पढ़ाई के लिए मुंबई आ गये. अब गिरीश हर रविवार को मेरे हॉस्टल पर आकर मुझे चोदता था. अब उसकी वजह से मेरा चेस्ट बूब्स बन गया था और मेरी गांड भी मोटी हो गयी थी. अब में हर रात कसम ख़ाता कि गिरीश और उसकी पत्नी और बहन को ऐसे चोदूंगा कि मेरी और उनकी सारी हवस मिट जाए.

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फिर 2 साल बीत गये और इन 2 सालों में मैंने दिन रात एक करके 1.50 लाख रुपए जमा किए और एक मंगलवार को गिरीश के रूम पर गया, तो वो पैसे देखकर चौंक गया, लेकिन अब तो उसे कसम निभानी ही थी तो उसने बोला कि 1.50 लाख किस लिए है?

फिर मैंने कहा कि तेरी बहन को मेरी रखेल बनाने के लिए है. अब उसके पास दूसरा और कोई चारा नहीं था. फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपनी गांड झुकाकर खड़ा हो गया, उसने अब तक मुझे 124 बार चोदा था. अब में उसका पूरा हिसाब निकालने वाला था तो मैंने उसे बड़ी बेरहमी से चोदा और उसकी पूरी गांड फाड़ डाली.

फिर उसके बाद एग्रीमेंट वाला सिलसिला चालू हो गया और फिर हम जब घर वापस आए, तो उसने अपनी बहन संजना को सब कुछ समझाकर मेरे पास भेज दिया. संजना तो एक हीरा थी और उसका तराशा हुआ बदन पाने के लिए ना जाने कितने लोगों ने अपनी चड्डी गीली कर दी थी, उसकी हाईट 5 फुट थी, लेकिन उसके बूब्स कमाल के थे. पूरे राउंड, में मेरे मन में उसे उर्मिला बुलाता था और उसकी कमर तो बहुत छोटी थी, लेकिन उसकी गांड बड़ी थी.

फिर जब वो मेरे रूम में आई तो उसने पिंक कलर का गाउन पहना था, वो उसमें बहुत सेक्सी लग रही थी. फिर मैंने सीधे मुद्दा उठाया, लेकिन उसने कहा कि वो मुझसे प्यार करती है, तो में देखता ही रह गया कि इतनी पटाखा लड़की मुझे आई लव यू कह रही थी. फिर मैंने बड़े प्यार से उसे एक चुंबन जड़ दिया, अब में उसके गुलाब की पंखुड़ियों की तरह के पतले होंठ अपने होंठो से चबाने लगा था.

फिर मैंने उसके पूरे कपड़े उतार दिए और उसकी गर्दन से होते हुए उसकी पीठ पर अपना हाथ फैरने लगा और अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा था, अब उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी. फिर मैंने उसके निप्पल को चूसना चालू किया, तो वो बहुत गर्म हो चुकी थी. फिर बाद में मैंने उसकी पेंटी निकाली और उसकी गुलाबी चूत का मज़ा लेने लगा. अब वो अपने पूरे होश खो बैठी थी, अब वो मुझसे ज़ोर-ज़ोर से लिपटने लगी थी.

फिर मैंने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और मेरे 7 इंच लंबे लंड को उसकी चूत के मुँह पर रखा, तो वो सिहर उठी. फिर उसने कहा कि वो कुंवारी है, तो मैंने उसकी बात अनसुनी करके अपना लंड उसकी चूत पर फैरना शुरू कर दिया, अब उसे मज़ा आ रहा था.

फिर मैंने उसे चरम सीमा तक पहुँचाकर अपना पूरा लंड एक ही बार में उसकी चूत में पूरा घुसा दिया, तो वो बड़ी ज़ोर से चीख पड़ी और उसकी आँखों से पानी बहने लगा. फिर मैंने उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदना चालू कर दिया, अब में अपनी लय में था. फिर थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो आआआआआहह, उूउउफफफफफ्फ़ ऐसी आवाज़े निकालने लगी थी.

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फिर थोड़ी ही देर में हम दोनों झड़ गये और उसके बाद में उसे अपनी बाँहों में समेटकर लेट गया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसे फिर से पोज़िशन लेने को कहा, अब मेरा लंड पूरी तरह से तैयार था, तो फिर उसने डॉगी वाली पोज़िशन ले ली और मैंने उसे डॉगी की तरह चोदना चालू किया. अब में उसे बड़ी ज़ोर-जोर से चोद रहा था, अब वो बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. फिर जब हम झड़ गये, तो वो बिस्तर पर लेटकर अपनी सांसे नॉर्मल करते हुए मुझसे लिपट गयी और अपने प्यारे-प्यारे नाज़ुक हाथों से मुझे पीटते हुए जंगली कहीं के कहने लगी.

फिर मैंने उसके बूब्स को पकड़कर उसे अपनी और खींचा तो वो मुझसे लिपट गयी. फिर इस तरह से मैंने उसे पूरी रात में 4 बार और चोदा और उसकी सील तोड़ी. अब सुबह जब में खून से भरी बेडशीट धो रहा था, तो संजना गैलेरी में से मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी.

अब संजना ने मेरी रखेल बनने की ठान ली थी. फिर 3 साल के बाद गिरीश की शादी हुई और यह उसकी बदकिस्मती थी कि उसकी शादी सोमवार को हुई और हमारे एग्रीमेंट के मुताबिक उसकी बीवी को में सोमवार और गुरुवार को चोदूंगा, तो सुहागरात वाले दिन ही उसे अपनी बीवी को मेरे पास समझाकर भेजना पड़ा. गिरीश की बीवी सावित्री इतनी सुंदर तो नहीं थी, लेकिन उसकी फिगर देखकर कोई भी आदमी पागल हो सकता था, उसकी फिगर साईज 38-24-38 थी, उसका रंग दूध की तरह सफेद था और सबसे बड़ी बात जो मैंने अनुभव की, खैर में वो आपको बाद में बताता हूँ.

फिर जब वो मेरे रूम में आई तो वो गुस्से से पागल थी. फिर मैंने उसे ठीक तरीके से समझाया, तो उसे अपनी पति की करतूत की शर्म आने लगी. फिर लगभग 1 घंटा बातचीत करने के बाद वो मेरे साथ संभोग के लिए तैयार हो गयी. फिर मैंने धीरे-धीरे उसके सारे गहने उतार दिए और उसके कोमल होंठो पर एक चुंबन जड़ दिया.

फिर मैंने उसका सुहाग का जोड़ा उतारना चालू किया और पहले उसकी कुर्ती उतारी और बाद में उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग किया और फिर उसका ब्लाउज और पेटीकोट भी निकाल दिया. अब उसकी संगमरमर की तरह खूबसूरत बदन पर सिर्फ़ उसकी ब्रा और पेंटी थी.

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फिर मैंने उसे संभोग का पूरा मजा देने के लिए वो भी उतार दिए और फिर उसके मुलायम चिकने शरीर पर चुंबन जड़ना चालू कर दिया और उसके पूरे बदन पर चुंबन जड़ दिए और उसके शरीर पर 1 इंच का हिस्सा भी नहीं छोड़ा. अब वो इस बीच पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी.

फिर मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटना चालू किया, तो वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी ऊईईईईईईई माँआअ ऐसी सेक्सी आवाज़े उसके कोमल मुँह से आने लगी थी. फिर मैंने अपना 7 इंच लंबा लंड बाहर निकाला और उसे चूसने के लिए बोला. अब वो इतनी गर्म हो चुकी थी कि उसने मेरे लंड को बड़े प्यार से चाटना चालू किया और अब में इस बीच में 1 बार और वो 2 बार झड़ चुकी थी.

फिर मैंने उसे पलंग पर लेटाया और उसकी गोरी-गोरी टाँगे फैला दी, अब उसकी फूली हुई चूत ठीक मेरे सामने थी. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और ज़ोर से एक धक्का दिया तो एक ही धक्के में मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और हम दोनों दर्द के मारे चिल्ला उठे, क्योंकि उसकी चूत बहुत टाईट थी.

फिर मैंने आगे पीछे करना चालू किया और थोड़ी देर के बाद झड़ गया. अब उसकी हालत बहुत बुरी हो रही थी, लेकिन फिर भी मैंने उसे पूरे 5 बार और चोदा. फिर जब वो सुबह 5 बजे उठकर जाने लगी तो तब मैंने उसकी बड़ी-बड़ी, गोरी-गोरी गांड देखी और उसे फिर से अपने पास खींच लिया और उससे कहा कि अब में तुम्हारी गांड मारूँगा.

फिर उसने कहा कि बहुत दर्द हो रहा है और इसमें तो और ज़्यादा दर्द होगा. फिर मैंने उसके बूब्स दबाकर उसे गर्म करना चालू किया और उसके काले-काले निपल्स को चूसता गया, तो वो जल्दी से गर्म हो गयी और फिर मैंने कंडोम लगाकर उसकी गांड मारी.

फिर अगली सुबह जब में उठा तो मैंने देखा कि बिस्तर खून और चूत के रस से भरा था, इसका मतलब मैंने सावित्री की भी सील तोड़ दी थी. फिर अगले दिन गिरीश 1 साल के लिए अमेरिका चला गया और संजना और उसकी भाभी सावित्री की रातें मेरे कमरे में मेरे बेड पर (दोनों एक साथ) हसीन होने लगी. फिर गिरीश कभी वापस नहीं आया और मैंने उसकी बहन संजना को अपनी बीवी बना लिया और उसकी बीवी सावित्री को अपनी रखेल बना दिया और इस तरह से मैंने अपने ऊपर लगाए गये गिरीश के 124 शॉट्स का जवाब दिया और अपना बदला पूरा किया.