फाड़ डालो मेरी चूत
Fad daalo meri chut
मेरा नाम राजीव है और मैं एम एस एस का पाठक हूँ, यहाँ कहनियाँ पढ़ने के बाद मुझे भी अपनी कहानी लिखने का मन हुआ…
पहले मैं अपने बारे में थोड़ा बताता हूँ, मेरी उम्र 28 वर्ष है और मैं अविवाहित हूँ।
बात थोड़े समय पहले की है… मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता है, अंकल और आंटी, एक जवान लड़की और छोटा लड़का रहता है, लड़की की शादी हो चुकी है। हमारे परिवारिक रिश्ते बहुत अच्छे हैं।
लड़की का नाम पूजा है। जो की मुझे बचपन से ही अच्छी लगती थी, पर मैं कभी भी उसे कुछ कह ना सका!!
शादी के कुछ समय बाद, वो हमारे घर अपनी मां के साथ आई। उसे देख के लगा, जैसे वो अपनी शादी से खुश नहीं है…
मैं आपको बता देता हूँ कि मुझे हाथ देखने का बहुत शौक है, मेरे इस शौक का फ़ायदा सब पड़ोस वाले और मेरे दोस्त उठाते हैं…
एक दिन अंकल के घर से मुझे फोन आया, सामने से पूजा बोल रही थी।
उसने मुझे घर आने को कहा। वो मुझे हाथ दिखना चाहती थी।
मैं खुशी से उनके घर गया उस समय काफ़ी गरमी और धूप थी, पूजा ने मुझे ड्रॉयिंग रूम में बिठा दिया।
मैंने पूजा से पानी लाने को कहा। पूजा ने सलवार कमीज़ पहन रखा था, वो काफ़ी सुंदर लग रही थी… उसने चुनरी नहीं ली थी, जिस वजह से उसके स्तन बहुत सेक्सी लग रहे थे!! …
जब वो पानी लेने गई तो उसके चूतड़ देखकर, मेरा मन बेचैन हो गया… परमात्मा ने उसे जी भर के हुस्न दिया था!! शादी के बाद भी, वो मुझे कुँवारी ही लगी।
इतवार होने से अंकल को छुट्टी थी, वो आंटी के साथ कहीं गये हुए थे और उनका लड़का अपने दोस्त के घर खेलने गया हुआ था।
पूजा ने मुझे हाथ देखने को कहा और उसने अपने वैवाहिक जीवन के बारे में पूछा।
मैंने कहा – क्या तुम शादी से खुश नहीं हो?
पूजा – नहीं, मैं अपनी शादी से खुश नहीं… मेरा पति मुझे प्यार नहीं करता!! मेरे पति सेक्स का आनंद नहीं दे सकते… यह कहते ही पूजा रोने लगी।
मैंने पूजा के हाथ को हाथ मे लेने के बाद कहा – पूजा, तुम रो मत…
पूजा – राजीव, मेरे जीवन में प्यार की बहुत कमी है!!
मैं – पूजा, मैं तुम को प्यार करता हूँ!! !!! यह कहते ही मैंने पूजा का हाथ अपने होठों से छू लिया।
पूजा (गुस्से से) – यह तुम क्या कर रहे हो?
मैं – पूजा, मैं तुम्हें बचपन से ही प्यार करता हूँ… तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो!!
पूजा ने मेरी तरफ़ प्यार से देखा और कहा – मुझे जी भर के प्यार करो।
मैं – आज मेरे बचपन की हसरत पूरी होगी!! !!! यह कर मैंने पूजा को बाहों में भर लिया…
पूजा – मुझे नहीं पता था, तुम मुझे प्यार करते हो!!
मेरा मानना है के सेक्स एक कला है इस कला का खूब आनंद लेना चाहिए… …
मैं पूजा के होठों को चूमने लगा, वो भी मुझे ज़ोर से चूमने लगी। मैं अपनी ज़ुबान को उसकी ज़ुबान से चाटने लगा। पूजा को आनंद आने लगा।
पूजा, तुम्हें किस तरीके से सेक्स में मज़ा आता है। – मैंने कहा।
जैसे भी तुम्हें अच्छा लगे। – पूजा ने शरमा के कहा।
सेक्स में मैं हमेशा ही लड़कियों की संतुष्टि का ख़याल रखता हूँ…
मैं – पूजा, तुम्हें मज़ा देने में ही मुझे मज़ा आएगा।
पूजा – मुझे चूत और गाण्ड चटवाने मे बहुत मज़ा आता है!!
कमीज़ से पहले मैंने पूजा की सलवार उतारी और उसकी गाण्ड चाटने लगा। पूजा झुकी हुई थी, पीछे से मैं उसकी गाण्ड चाट रहा था। गाण्ड और चूत के बाल बिल्कुल साफ थे!! …
मेरी चूत भी चाटो, हाय!! क्या बात है… इस मज़े के लिए मैं तड़फ़ रही थी!! हाय… उफ़… इतना चाटो की मेरी जान निकल जाए…
पूजा पूरी गरम हो चुकी थी और आनंद के मारे, वो अपनी गाण्ड हिला रही थी…
फिर पूजा मुझे बेडरूम में ले गई और बेड पर धकेल दिया, मेरा लिंग बाहर निकाला और चाटने लगी… पूजा का लिंग चूसने का अंदाज दिलकश था!!!
अब पूजा मेरे ऊपर आ गई और हम 69 के अंदाज में थे, मैंने पूजा की चूत को चाट-चाट कर लाल कर दिया था।
पूजा – और ज़ोर से चाटो… आह… आ आ… मुझे मज़ा आ रहा है, मैं बहुत प्यासी हूँ… आ आ हा उफ़ आ… बस मैं झड़ने वाली हूँ!!
पूजा अपनी गाण्ड और ज़ोर से हिलाने लगी। पूजा की चूत से पानी निकलने लगा, जिसे मैंने आनंद के साथ चाटा। पूजा बिल्कुल निढाल हो चुकी थी और मेरे पास लेट गई पर मैं अभी भी अधूरा था!!
पूजा मेरे लिंग के साथ खेलने लगी, फिर चाटने लगी… कुछ समय में मैं भी झड़ गया। पूजा ने सारे का सारा पी लिया!!
कुछ देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे। पूजा ने अभी भी कुरती पहन रखी थी। मैंने पूजा की कुरती उतार दी और उसके चुचों को चूसने लगा।
पूजा ने फिर सिसकारियाँ भरना शूरू कर दिया। पूजा के चूचे गोल और बड़े थे, जो बहुत ही सेक्सी थे!! मैं कभी एक तो कभी दूसरा चूसा। धीरे धीरे मैं नीचे खिसका और फिर गाण्ड चाटने लगा। पूजा के चूतड़ बड़े बड़े थे, पूजा अपनी गाण्ड को दाँए बाँए हिला रही थी और सिसकारियाँ भर रही थी…
पूजा – चूसो चूसो… आ आ आ आ… खा जाओ मुझे, हा आ आहा… आ आ आह आई… तुम्हारे लिंग का स्वाद बहुत अच्छा है, लाओ चूसने दो… आ… हा, आज मैं तुम में सामना चाहती हूँ।
मेरा लिंग फिर से खड़ा हो चुका था और कुछ देर तक पूजा ने मेरा लिंग चूसा!!
पूजा – मेरी चूत मे लिंग घुसा दो, फाड़ डालो मेरी चूत!! !!!
पूजा ने टाँगे फैला दी और मैं पूजा के ऊपर चढ़ गया। हम एक दूसरे को चूमने लगे। पूजा ने मेरे होंठों को दातों से काटना शुरू कर दिया, मैं आनंद से भर गया।
पूजा – मेरी जान मेरी गाण्ड को चोदो, बड़ा मज़ा आएगा… ज़ोर से मेरी जान ओह…
मैं – तुम्हारी गाण्ड बहुत टाइट है, लगता है पहली बार लिंग का मज़ा ले रही है।
हाँ, मेरी जान। कह कर पूजा ज़ोर से चिल्लाई और उसने अपने नाख़ून मेरी पीठ मे चुभो दिए। मैंने लिंग गाण्ड मे धीरे धीरे से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, हम दोनों मस्ती से झूम रहे थे।
मुझे ऊपर आने दो – कह कर पूजा ऊपर आ गयी। वो मेरे लिंग पर कूदने लगी!! और ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी।
उसके बड़े बड़े चूचे उछलने लगे, मैंने उन्हें अपने हाथों मे लिया और दबाने लगा। पूजा ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी… …
पूजा झड़ गई थी, मैंने लिंग बाहर निकाला और चूत चाटने लगा… मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आता है!! …
पूजा मेरा लिंग चाटने लगी। वो घुटनों के बल थी और वो मेरी बॉल्स को चाट रही थी तभी मेरे लंड से पानी निकला और पूजा के चहरे पर फैल गया…
फिर पूजा और मैं नहाने चले गये, हमारे पास बहुत वक्त था। अंकल और आंटी देर से आने वाले थे!!
पूजा बहुत खुश थी, हमने बाथरूम में भी सेक्स किया। पूजा अपने मायके में ही रहती है और हम जी भर कर सेक्स करते हैं!! !!!
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