हॉट ऑफिस गर्ल ने कैबिना में गरम किया मुझे
जैसा कि आप जानते हैं, मैं IT इंडस्ट्री में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ। यह कहानी तब की है जब मैं गुरुग्राम में एक स्टार्टअप में काम करता था। कंपनी में बहुत सारे लोग नहीं थे। मैं वहाँ सीनियर डेवलपर था।
हमारी कंपनी में नए इंटर्न ट्रेनिंग के लिए आए थे। उनमें कुछ लड़के और कुछ लड़कियां भी थीं। उनमें से एक लड़की थी जिसका नाम नमिता था। वह बहुत खूबसूरत थी। खासकर उसके ब्रेस्ट और पीठ बड़े थे। वह एक शांत लड़की थी, लेकिन बहुत आकर्षक।
पहले एक साल तक तो मुझे उससे कुछ खास बात नहीं हुई, लेकिन मैं हमेशा उसे देखकर फैंटेसी करता रहता था। कितनी बार मैंने उसे देखकर मूठ भी मार दिया है। पर कभी उससे बात करने का मौका नहीं मिला। बस कभी-कभी “हेलो” या फिर उसकी कुछ समस्याओं को देख लिया करता था।
2024 की होली के बाद जब मैं छुट्टियों से वापस ऑफिस आया तो वह पूरे हफ्ते ऑफिस नहीं आई। मेरा भी मन नहीं लग रहा था। मैं बस सोच रहा था कि कैसे और किससे पता करूँ। बस ऐसे ही बुधवार रात को मैंने उसका संपर्क चेक किया, मैंने देखा वो व्हाट्सएप यूज करती है।
फिर क्या था मैंने उसे पिंग किया, “क्या हाल है? ऑफिस नहीं आ रही हो?” पर उसका कोई जवाब नहीं आया। शुक्रवार रात उसके रिप्लाई आया। मैं चैट के फॉर्मेट में ही सॉर्ट में बातचीत लिख रहा हूँ।
नमिता: मेरी तबियत खराब चल रही है और सोमवार से आऊंगी।
मैं: “मैं नहीं जानता था” फिर उसे गेट वेल सून बोला और फिर सामान्य चैट होने लगी जैसे – होली कैसी रही, और क्या खाया आदि। वह बहुत औपचारिक बातें कर रही थी और sorry और thank you नियमित अंतराल पर।
मुझे अच्छा नहीं लग रहा था इसलिए मैंने कहा “Thankyou wagaira wali formality office tak hi rahne do”।
नमिता: “अक्सर फिर मैं कुछ ज्यादा ही ओपन हो जाती हूँ वो भी सही नहीं है”।
मैं: “मुझे ओपन पसंद है। मेरे साथ तुम पूरी तरह से ओपन हो सकती हो”।
नमिता: “Totally open?”
मुझे समझ नहीं आया कि वह मेरी खिंचाई कर रही है या कुछ गलत समझ गई फिर मैंने somehow बात बदल दी।
फिर वो मुझे सर बुलाती थी तो मैंने कहा “You don’t need to call me sir, just call me by my name”। थोड़ी औपचारिकता के बाद उसने मुझे नाम से पुकारना शुरू कर दिया। फिर उसने कहा:
नमिता: “और रवि, और बताओ”
मैं: “तुम बताओ क्या सुनोगी?”
नमिता: “जो भी आपका मन हो”
मैं: “यार मेरी मन की तो ना ही पूछना, बड़ा कामिना टाइप का मन है”
नमिता: “नहीं नहीं बता दीजिए, सबके अंदर होता है”
मैं: “हाँ पर मेरा वाला ना बड़ा unpredictable है, पता ही नहीं चलता क्या चाहता है?”
नमिता: “अब जब तक खोलकर नहीं दिखाएंगे पता नहीं चलेगा कैसा है, आपको तो पता ही होगा क्या चाहता है”
फिर मुझे लगा बात कुछ बन रही है। तो मैंने बात आगे बढ़ाई
मैं: “यह पहले से ही खुला है बस एक झलक झांकने की जरूरत है”
फिर उसने लिखा कि आप मुझसे कोई मजाक नहीं कर रहे हैं ना, ऐसा न हो कि आप यह किसी को शेयर कर दें और मेरी लग जाए। अगर मजाक कर रहे हैं तो कृपया ऐसा न करें।
मैंने फिर somehow उसे समझाया ऐसा कुछ नहीं है मैं बस एक अच्छे दोस्त की तरह तुमसे सब शेयर कर रहा हूँ। मैं भी थोड़ा सेंटी हो गया तब उसने विश्वास किया कि मैं genuinly बात कर रहा हूँ। फिर थोड़ी देर और चैट हुई जिसमे वो मेरी तारीफ करने लगी। (मैं यह चैट यहाँ नहीं डालूंगा।)
फिर उसने कहा मुझे ऑफिस में आप बहुत डरा लगता है। मैंने sarcasticly कहा “I don’t bite” और मैं इतना scary भी नहीं हूँ।
नमिता: “तो कैसे पता?”
मैं: “You won’t know unless you try”।
नमिता: “ठीक है चलो”
मैं: “कहाँ चलो? (sarcasticly)”
फिर ऐसे ही कुछ देर तक डबल मीनिंग वाली बातें वो भी करती रही और मैं भी करता रहा। फिर मुझे भी लगा कि शायद ये भी तैयार है।
नमिता: “और बताओ”
मैं: “कुछ खास नहीं है”
नमिता: “जो खास है वो बताओ”
मैं: “कोई नहीं तुम वापस आओ फिर बता दूंगा”
नमिता: “समय का क्या भरोसा, आज जो opportunity है grab it”
मैं: “बात तो तुम्हारी अच्छी है”
नमिता: “मेरा तो सब कुछ अच्छा है मेरा छोड़ो”
फिर कुछ देर उसके इनसिस्ट करने पर मैंने कहा “I like you” फिर वो थोड़ा भाव खाना लगी जैसे पहले कभी नहीं बताया ना कभी मैसेज किया कोई मजाक तो नहीं कर रहे आदि।
फिर मैंने उसे सब समझाया, उसने कहा ऑफिस की एक दोस्त के बारे में “जब आप उसके साथ बैठकर हंसी मजाक करते हैं उसकी हाथों का हाथ मेरा बिलकुल अच्छा नहीं लगता”।
फिर मैंने उसे समझाया कि वो सिर्फ एक अच्छी दोस्त है। फिर मैंने उससे पूछा तुम्हारा क्या रिस्पॉन्स है तो वो फिर इधर-उधर की बातें करने लगी। मैंने फिर काफी देर इनसिस्ट करने के बाद बोली:
नमिता: “Whenever I shake hands with you it was electric. Ofcourse I like you. But ख्याल आता और चल जाता है”
मैं: “Done फिर अब ख्याल आए तो जाने नहीं देंगे”
फिर उस रात हम देर तक चैट करते रहे और फिर धीरे-धीरे हमारी कॉल पर बातें होने लगीं और हम फिर सेक्स की बातें भी करने लगे। वो वास्तव में बहुत खुली और गर्म लड़की थी। कितनी भी गंदी बातें कहने में उसे कोई आपत्ति नहीं थी।
अब इंतजार था बस उसके दिल्ली वापस आने का। वो इंतजार भी पूरा हुआ और अगले Tuesday को वो वापस आई। फिर हमने ऑफिस में मिले और मैंने बाहर मिलने का प्लान पूछा। फिर हमने एक फिल्म देखने का फैसला किया। Thursday शाम को हमने तय किया कि ऑफिस के बाद फिल्म जाएंगे।
मैंने टिकट कर लिया (एकदम नीचे की सीट ली ताकि वहाँ ज्यादा लोग न आएं)। फिर Thursday को वो ऑफिस खत्म होने के बाद बोली “She will go and change and come back in 30 minutes, क्योंकि उसका फ्लैट पास में ही था ऑफिस के।” वो तैयार होकर आई और हमने metro station पर मिले।
वह बहुत खूबसूरत लग रही थी। उसने leggings पहने थे और ऊपर एक छोटा टॉप डाल रखा था। टॉप छोटे होने के कारण उसके navel साफ दिख रहे थे। और टॉप का गला भी गहरा था जिसके कारण उसकी गोरी cleavage साफ दिख रही थी। मैं वहाँ पहुँचते ही उससे हाथ मिलाया और गले लगा, मेरी नजर बस उसके cleavage पर ही थी।
उसने कहा “अब घूरते ही रहोगे या फिल्म के लिए चलेंगे”।
फिर मैंने उसके चारों ओर हाथ लपेटकर उसकी पीठ रखा और कहा “चलो चलते हैं”। फिर धीरे-धीरे पीठ सहलाते हुए उसकी गांठ पर हाथ फेर दिया।
उसने कहा “सब यही कर लेना है या आगे के लिए भी कुछ रखना है”
मैंने कहा “नहीं बाकी थिएटर में”।
फिर हमने एक ऑटो लिया और PVR पहुँच गए। अभी गेट नहीं खुला था इसलिए हमने popcorn और cold-drink आदि ले लिए। फिर हम अंदर गए फिल्म शुरू हो गई। हमें पता नहीं था कि फिल्म में इतने सारे adult scene होंगे और देखकर मैं arouse होने लगा। Popcorn का bucket उसने अपनी गोद में रखा था मैं बार-बार popcorn के बहाने उसके ब्रेस्ट को भी सहलाता रहता था।
फिर हमारी popcorn खत्म हो गई और मैंने बीच का arm rest ऊपर उठा दिया और उसके पीठ के पीछे से हाथ डालकर उसे पास खींच लिया और मेरा left hand अब उसके ब्रेस्ट पर था और मैं उसके ब्रेस्ट को सहलाने लगा।
फिर मैंने उसके टॉप को ऊपर उठाकर अंदर हाथ डाल दिया और ब्रा से उसके ब्रेस्ट को नीचे निकालकर सहलाने लगा और उसके nipples को fondle करने लगा। धीरे-धीरे अब वो सिस्की भड़कने लगी।
अचानक से उसका हाथ मेरे पैंट पर महसूस हुआ वो मेरा zip खोल दिया और फिर मेरा लंड निकाल लिया और मेरा लंड पकड़ के ऊपर नीचे कर रही थी। बीच-बीच में उसे smooch भी कर रहा था। माहौल एकदम गरम हो गया था।
मैंने अब अपने हाथ उसके ब्रेस्ट से हटाकर उसके leggings में डाल दिया, और उसकी panty में हाथ डाल दिया और उसकी chut में उंगली डालने लगा। उसकी chut पहले से ही गीली हो चुकी थी।
उसकी हालत बिलकुल खराब होने लगी और वो मुझसे kiss करने लगी और धीरे-धीरे बोली “Chodo mujhse jor jor se chod do”, और फिर वो जोर-जोर से मेरा लंड हिलाने लगी।
थोड़ी देर तक उसकी chut में उंगली डालने के बाद उसकी body अकड़ गई और वो झड़ गई। अब मैं उसे smooch कर रहा था और उसके ब्रेस्ट को press कर रहा था।
थोड़ी देर में वो भी मेरा लंड जोर-जोर से हिलाने लगी और within a minute मेरे लंड से भी फव्वारा निकल पड़ा जो कि कुछ अगले sheet के back पर और कुछ उसके हाथ और मेरे पैंट पे गिर गया।
फिर थोड़ी देर में हम दोनों शांत हुए और एक दूसरे को smooch करते रहे। फिर हम फिल्म खत्म होने से पहले ही बाहर निकल गए और washroom में जाकर खुद को साफ़ किया। और फिर हम वहाँ से निकल पड़े मैं उसे उसके PG drop कर दिया और मैं अपने रूम पे चला आया।