जवान लड़की चुदाई कहानी
हे दोस्तो, मेरा नाम राजू मीना है। मैं एमपी के शुजालपुर शहर से हूँ। आज मैं आपको अपनी एक कहानी बताऊंगा, बारिश के समय की बात है। एक दिन मैं बाज़ार से घर जा रहा था, वक्त लगभग 7.30 बजे रात का था। मैं अपनी पसंदीदा बाइक से आ रहा था। तभी एक लड़की ने मुझे रुकने को कहा। मैंने गाड़ी रोकी, तो वह लड़की मेरे पास आई और मुझसे बोली, “कृपया मुझे लिफ्ट दे दो।” मैंने कहा, “ठीक है, चलो।”
मैंने पूछा, “कहाँ जाना है?” उसने कहा, “थोड़ी दूर ही।” फिर मैं चुपचाप गाड़ी चला रहा था। तभी मेरी नजर ग्लास पर पड़ी। मैंने देखा कि उसकी स्तन ऐसे हिल रहे थे जैसे पके आम। फिर मैंने जान बूझकर गाड़ी के ब्रेक लगाए ताकि उसके स्तन मुझसे टकराएं। वह भी समझ गई थी अब वह भी मुझसे चिपक कर बैठ गई।
तब मुझे एहसास हुआ कि यह भी क्या चाहती है। मैंने पूछा, “कहाँ जाना है?” उसने कहा, “जहाँ तुम चाहो।” मैं गाड़ी अपने कमरे की ओर मोड़ता रहा और रास्ते में एक जगह पर रोका। मैं अकेले कमरे में आराम कर रहा था। हम दोनों अंदर गए। मैंने दरवाजा बंद कर दिया और उसे पकड़ लिया। फिर मैंने उसके कपड़े उतारे। मुझे भी देखा कि उसकी योनी में कुछ बाल थे। यह उसका पहला अनुभव था। मैंने उसे बिस्तर पर गिरा दिया।
ऊपर से मैं गिर गया। तभी मैंने जल्दी से अपना लिंग उसके अंदर डाल दिया। जैसे ही लिंग धीरे-धीरे अंदर चला गया, वह चिल्लाई और बोली, “धीरे करो, कृपया।” मैंने उसकी सुनी और अबकी बार में पूरा लिंग धीरे धीरे अंदर कर दिया। वह जोर से सिसकियाँ लेने लगती है। धीरे-धीरे उसे भी मज़ा आने लगा। उसने कहा, “और करो,” तो मैंने जोर से उसे सम्भोग शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद मेरा पानी निकल गया। वह भी बोली कि अब मुझे घर जाना है। उसने कपड़े पहने और जाने लगी। मैंने कहा, “अपना नंबर तो दो।” फिर मैंने उसे रोज़ अपने कमरे पर बुलाकर सम्भोग शुरू कर दिया।