हिंदी सेक्स स्टोरी

खड़े लण्ड पे धोखा

Khade lund pe dhokha

इशांक ने खाया अपनी गर्लफ्रेंड से खड़े लण्ड पे धोखा। Oyo होटल में किसी पराय मर्द के साथ की चुत चुदाई। पर इशांक भी कम नही था उसने चली ऐसी चाल की कशिश हो गई बर्बाद।

मेरा नाम इशांक है और हरियाणा का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल है और मैं बेरोजगार हूँ। उन दिनों मैं अक्सर छत टप कर पिछली गली की लड़की से मिलने जाता था। उस लड़की का नाम कशिश था और वो मेरी सेटिंग थी। इस सेक्स कहानी में आप जानेगे कैसे मुझे मिला खड़े लण्ड पे धोखा अपनी गर्लफ्रेंड से।

एक दिन जब मैं अपने कशिश से मिलने  छत पर गया तो वो पहले से वही थी। मेने उसे गले लगाया और उसको रोज़ की तरह चुम्बने लगा। उसने मुझे धका दिया और कहा आज करने का मन नही है।

मैंने कहा – क्यों क्या हुआ बेबी ?

कशिश – मैं कुछ सालो मैं डॉक्टर बन जाऊंगी और मेरे घर वाले मेरे लिए अभी से अच्छा रिश्ता खोज रहे है।

मैंने कहा – अरे बेबी इनसबके बारे में अभी क्यों इतना सोच रही हो। तब की तब देख लेंगे।

कशिश – तुम अब भी बेरोजगार हो पढाई भी बीच में छोड़ दी पूरा दिन आवारा की तरह घूमते रहते हो। तुम्हे क्या लगता है मेरे घर वाले तुमसे शादी करने देंगे बोलो ?

अपनी प्रेमिका के मुँह से ये सुनकर मैं निराश हो गया और वह से चुपचाप निकल गया। कशिश बोली तो आखिर सचाई ही थी। मुझे लगा अब मेरी और कशिश की कभी शादी नही हो सकेगी। वो पढ़ीलिखी कामुक डॉक्टर है और मैं किसी जमादार से कम नही।

इसके बाद मैं अपने एक दोस्त राजा के साथ दारू पिने चला गया। नशे में मेने अपने दोस्त राजा को सब कुछ बता दिया। और उसने मुझे हौसला दिया।

राजा – भाई कशिश ने जो भी बोला सच तो था लेकिन तुझे भी कुछ करना चाहिए। कशिश भी तुझ से शादी करना चाहती है तभी वो इतना सब बोल गई।

मेने राजा की बात पर गौर किया और अगले दिन मेने नौकरी की तलाश करनी शुरू करदी।

मुझे फोटो और वीडियो एडिटिंग का काम आता था। कुछ दिन इंटरनेट पर कुछ नई एडिटिंग सिखने के बाद मैं करीब 2 हफ्ते तक काम की तलाश करता रहा। मेने कशिश से तब तक बात नही की जबतक मुझे काम नही मिल गया।

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फिर मुझे तीसरे हफ्ते एक अच्छी जगह काम मिल गया जहा मुझे महीने का बिस हजार मिलता था।

मैं ख़ुशी से छत पे छत कूदता कशिश के पास गया। तभी मेने देखा वो पहले से तैयार हो कर घर से बाहर जा रही थी।

मेने सोचा आज उसको सरप्राइज़ कर देता हूँ। मेने जल्दी से अपने दोस्त को फ़ोन कर उसकी बाइक उधार मांग ली। शाम करीब 5 बजे मैं कशिश के पीछे पीछे चला गया। मेने उसके लिए रास्ते से फूलो का गुलदस्ता भी लिया।

मुझे समज नही आ रहा था की वो अकेले जा कहा रही है। कुछ आधे घंटे पीछा करने के बाद मेने देखा की वो किसी लड़के से मिली। वो लड़का गोरा था और उसके मुँह पर काफी फोड़े और दाने भी थी। शरीर से पतला था। मुझे लगा वो अपने किसी दोस्त से मिलने गयी होगी।

पर जब वो पास के ओयो होटल में घुसे मेरा शक गेहरा हो गया।

मैं किसी तरह होटल के स्टाफ से बचता उनके पीछे गया और देखा वो दोनों एक कमरे में घुस गए।

तभी वो लड़का वापस बहार निकला और कही चला गया।

मेने थोड़ा सा दरवाज़ा खोला और कशिश को देखने लगा।

जब वो बाथरूम में गई तो मैं अंदर कमरे की अलमारी में छुप गया।

कुछ देर बाद वो लड़का वापस आया और मेने देखा की वो कंडोम लेने गया था।

ये देख मेरी आँखों से आंसू निकलने लगे। वो पतला सा लड़का आज मेरी प्रेमिका की चुदाई करने वाला था।

उस लड़के ने कशिश को चुंबन शुरू कर दिया।

मैं देख के हैरान था की कशिश भी पूरा मज़ा ले रही थी। उसने  मेरे बारे में एक बार भी नही सोचा।

वो लड़का उसकी गर्दन पर चुम्ब रहा था कशिश भी उसका लंड सेहला रही थी और मैं घुसे से जल रहा था।

उस लड़के को मारने का फायदा ही क्या जब अपना सिका ही खोटा हो।

मेने अलमारी का दरवाज़ा थोड़ा सा खोला और बदला लेने के लिए अपने फ़ोन से उन्दोनो की वीडियो उतारने लगा।

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मेने देखा की उस लड़के का बटुआ atm कार्ड, क्रेडिट कार्ड, और दो हजार के नोटों से भरा हुआ था। उसके कपड़े और घड़ी भी काफी महंगी लग रही थी।

मैं समज गया की कशिश उस दिन ऐसा क्यों बोल रही थी। कशिश पैसे के लिए एक बदसूरत और शरीर से कमज़ोर लड़के के साथ चुदाई कर रही थी।

फिर वो लड़का कशिश की चुत चाटने लगा। कशिश ने मुझे आज तक अपनी चुत के दर्शन नही कराये और इस लड़के से मरवा रही है।

वो लड़का कशिश के पैर खोला और उसको चोदना शुरू कर दिया।

चोदते हुए वो उसको झापड़ भी मर रहा था और बेरहमी से उसके स्तनों पर चाटे जड़ रहा था।

कशिश को मार और चुदाई का पूरा मज़ा आ रहा था।

ऐसा लग रहा था वो लड़का मार कशिश को रहा था और दर्द मुझे हो रहा था।

उसने आधे घंटे कशिश की खूब चुदाई की। कभी वो उसकी गांड चोदता तो कभी चुत। और यहाँ तक की वो सीधा गांड से लण्ड निकल कर कशिश के मुँह में देदेता।

मज़े से कशिश भी चीला रही थी “अहह और तेज़ मेरी चुत में पूरा घुसा दो। अहह शुभम और तेज़”

उसने चुदाई के दौरान शुभम नाम लेकर यहाँ तक कहा दिया की “मैं तुमसे बोहोत प्यार करती हूँ।”

वो पतला सा लड़का मेरी प्रेमिका की मोटी गांड चोद रहा था। वो इतने तेज़ धके मार रहा था की कशिश की गांड से तेज़ आवाज़ आरही थी।

ये सब देख मेरे लंड और आँखों दे एक साथ पानी टपक रहा था।

कशिश ने चुत से पानी निकल दिया और उस लड़के ने अपना माल उसके मुँह में झाड़  दिया।

कशिश किसी रंडी की तरह शुभम का माल खा रही थी। शुभम का झड़ने के बाद भी वो उसका लिंग चूसे जा रही थी जैसे की उसमे से शहद निकल रहा हो।

जब चुदाई के बाद वो दोनों थक गए और कुछ देर गहरी नींद में सो गए मेने उनके चेहरे हो अच्छे से वीडियो में रिकॉर्ड किया। साथ ही उनके बिना कपड़ो के एक साथ सोते हुए तस्वीरें भी खींच ली।

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फिर मेने शुभम का आधार कार्ड निकाला और उसकी भी फोटो खींच ली और वह से निकल गया। घर जाते ही मेने उन फोटो और वीडियो को दो अलग CD में डाला और करीब आधी रात शुभम और कशिश के घर के दरवाज़े के निचे खिसका आया। शुभम का पता मुझे उसके आधार कार्ड से मिल गया था वो हमारे मोहोल से करीब 3 किलो मीटर दूर रहता था।

आगे जो हुआ मेने जाने की कोशिश नही की। अब उनको भगवन ही बचा सकता था।

लेकिन मुझे कुछ दिन बाद कशिश की सहेली प्रिय का फ़ोन आया।

उसे मुझे बताया की ” कशिश के घर कुछ हो गया क्या तुम्हे पता है? “

मेने अनजान बन कर कहा नही क्यों क्या हुआ।

प्रिय – उसके घर वालो ने उसकी पढाई छुड़वा दी है और उसको घर में चूल्हा चौका करवा रहे है। मेने उसे होने किया था वो बोहोत रो रही थी।

मेने कहा – हुआ क्या है ? क्या तुमने पूछा ?

प्रिय – वही तो नही पता उसके पापा ने उसका फ़ोन तोड़ दिया है। और मैं घर भी गई थी मुझे उन्होंने मिलने नही दिया।

मेने कहा – शयद उसने कुछ गलत काम किया है जिसकी वो सजा भुगत रही है।

ये कह कर मेने फ़ोन काट दिया। शुभम के साथ जो हुआ मुझे उसे फर्क नही पड़ता था आखिर उसको भी कहा पता था की कशिश किसी लड़की है।

कशिश के साथ जो हुआ ये जान कर मेरे दिल को सुकून मिला।

मेने कशिश का जीवन और इज़त दोनों बर्बाद कर दिया था। और धिरे धिरे अपना जीवन सवार रहा था।

ये थी मेरी देसी चुदाई कहानी। कमेंट करके जरूर बताना की मेरी जगह आप होते तो क्या करते और क्या मेने कशिश से ऐसा बदला लेकर सही किया ?