Stranger Sex

खराब तबीयत में तबीयत से बजाई मुनिया

Kharab tabiyat men tabiyat se bajai muniya

मैं दीपक कुमार पटना में रहता हूँ।

मेरी बहन अलग रूम ले कर रहती है।

एक बार मेरी तबीयत ठीक नहीं थी।

जिस वजह से मैं उसके रूम पर चला गया था।

संयोग से अचानक मेरी बहन को घर जाना पड़ा तब मैं और उसकी पार्टनर बच गये।

रात में हम दोनों अपने मोबाइल पर फिल्म देखने लगे।

उस समय तक मेरा उसके प्रति ग़लत इरादा नहीं था।

कुछ देर फिल्म देखने के बाद लेट कर फिल्म देखने की वजह से मेरा हाथ दर्द करने लगा।

तो मैंने उसके कंधे पर हाथ रख दिया।

वो कुछ नहीं बोली तो मैंने भी हाथ नहीं हटाया।

उस रात के बाद मैं उसके प्रति आकर्षित होने लगा।

कल ही उसका जन्मदिन था।

उसके मोबाइल पर किसी लड़के का कॉल आया और उसने उसे विश किया।

तब मैंने ऐसा मुँह बनाया की मुझे बुरा लगा।

जब उसने पूछा तो मैंने बताया कि तुम किसी और से बात करती हो तो मुझे बुरा लगता है।

वो कुछ नहीं बोली।

रात में फिर हम दोनों फिल्म देखने लगे।

उस वक्त मैंने उससे पूछा तो वो कुछ नहीं बोली तो मैंने उसे चूम लिया।

वो फिर भी कुछ नहीं बोली तो मेरी हिम्मत और बढ़ी और मैंने मोबाइल बंद कर कर उसे अपने बाहों में भर लिया।

उस रात हम दोनों पूरे रात तक सो नहीं पाए।

सिर्फ़ एक-दूसरे का मुँह देखते रहे।

फिर अगली रात मैंने कुछ हिम्मत दिखाई और उसके नाइट ड्रेस के उपर से ही उसकी चूचीयों पर हाथ रख दिया।

Hindi Sex Story :  रॉन्ग नंबर की काल से मिली लड़की की चूत

उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली – ये क्या कर रहे हो?

मैंने दूसरे हाथ से उसका हाथ हटाया और चुची को दबाना चालू रखा।

फिर उसके बाद मैंने उसके होंठों पर चूमना शुरू कर दिया।

उसने अपना हाथ उठा कर मेरी पीठ पर रख दिया।

फिर क्या था मुझे तो लगा कि मुझे जन्नत मिल गयी है।

उसके बाद मैंने उसके टॉप को उतरा वो अंदर ब्रा पहने हुई थी।

मैं ब्रा के ऊपर से उसकी चूचीयों को दबाने लगा।

उसके चेहरे का भाव बदलने लगा तब जाकर मैंने उसकी ब्रा को भी उतार दिया।

अब वो ऊपर से पूरी तरह से नंगी थी। मैंने भी अपना बनियान उतरा और उसकी चुची से अपना सीना सटा दिया।

अब मेरा हाथ धीरे-धीरे नीचे की तरफ सरकने लगा।

जब मैंने कपड़े के ऊपर से उसकी मुनिया को छुआ तो वो पूरी तरह से गीला हो चुका था।

अब मैं उसके सलवार को उतार फेंका और पैंटी के उपर से उसकी मुनिया को सहलाने लगा।

फिर क्या था? दोस्तो वो तो पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी अब सिर्फ़ पैंटी उतरने कि देर थी।

बस फिर मैंने उसकी पैंटी को उतरा और उसके क्लीन मुनिया पर हाथ फेरने लगा।

मैं भी अपना पेंट उतरा और लंड उसके मुनिया पर रगड़ने लगा।

एक हाथ से मैं उसकी बाईं चूची को सहला रहा था।

दाँये को मूह में ले के चूस रहा था और लंड को पकर कर उसके चूतड़ पर सहला रहा था।

अब मैं उसकी चुदाई के बारे मे सोचने लगा और हल्का सा धक्का दिया तो उसके मुँह से आह की आवाज़ निकल आई।

Hindi Sex Story :  भाभी की सहेली ने चुपके से चुदवाया

फिर मैं कुछ देर रुका और उसके होंठों को चूसने लगा।

अब वो फिर मुझसे चिपकने लगी तो मैंने एक और धक्का दिया और आधा लंड उसकी मुनिया में घुसा दिया।

वो तो दर्द के मारे चिल्लाने लगी।

मैं रुका और वही पर उसकी मुनिया में हल्का-हल्का धक्का लगाने लगा।

वो बार-बार कह रही थी छोड़ दीजिए पर मैं कहाँ रुकने वाला था।

इस तरह से, मैं उससे सेक्स करने के बाद सो गया और सुबह मेडिकल की दुकान से आई पिल की गोली ले आया।

तो दोस्तो, मेरी कहानी कैसे लगी मुझे ज़रूर लिखिएगा।