Bhabhi Sexपड़ोसी की चुदाई

किराएदार भाभी को चोदकर बर्थडे सेलिब्रेट किया–2

Kirayedar Bhabhi ko chodkar birthday celebrate kiya-2

उनके चेहरे की हवाइयां उड़ चुकी थी।फिर उन्होने सम्हलकर पूछा– ये तो रोहित और तुम हो।
मैं– हां भाभी।
प्रमिला– मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है कि रोहित तुम्हारी चुदाई कर रहा है।
मैं– सच तो आप सामने देख रही हो ना?
प्रमिला– यार लेकिन तूने ये सब कैसे कर लिया? तुझे शर्म नहीं आई?
मैं– भाभी अगर शर्म करती तो मेरी चूत की प्यास कभी नहीं बुझ पाती।
प्रमिला– लेकिन यार तूने रोहित से ही चूत की प्यास बुझा ली।गजब कर दिया तूने तो।

मैं– भाभी अगर मजे लेना हो तो, सब शर्म वर्म छोड़नी पड़ती है।तब जाकर मज़ा मिलता है।
प्रमिला– लेकिन यार मेरी तो कभी ऐसी हिम्मत नहीं हुई।
मैं– भाभी मैंने तो हिम्मत कर ली और आज खूब मजे ले रही हूं रोहित के लंड का।घर का लंड है,जब चाहती हूं तब ही चूत में लेे लेती हूं।किसी को बाहर कुछ पता भी नहीं चलता है।
प्रमिला– आप तो वाकई में खूब मज़े लूट रही हो।
मैं– हां भाभी,खूब जमकर मज़े ले रही हूं।रोहित वाकई में बहुत ज्यादा शानदार चुदाई करता है।चूत की पूरी गर्मी शांत कर देता है।
प्रमिला– अच्छा।

मैं– हां भाभी,ऊपर से रोहित का लंड बहुत ज्यादा मोटा तगड़ा और जवान है।खूब मज़े देता है चूत को।
प्रमिला– वाकई में आपने तो कमाल कर दिया।
अब मुझे प्रमिला भाभी से वो कहना था जिसका मै बहुत टाइम से इंतजार कर रही थी।

मैं– एक बात कहूं भाभी?
प्रमिला– हां कहो ना।
मैं– आप भी रोहित का लन्ड लेे लो।मज़ा आ जाएगा आपको रोहित से चुदकर।
मेरी बात सुनकर प्रमिला भाभी चुप हो गई।उन्होंने कुछ नहीं कहा। मैं उनकी खामोशी को समझ गई।
मैं– अरे भाभी, छोड़िए इन खीरा ककड़ी को। अब असली खीरा चूत में डलवाओ और लाइफ का मज़ा लो।
प्रमिला– नहीं यार मै नहीं ले सकती किसी और का।मुझमें इतनी हिम्मत नहीं है।

मैं– अरे भाभी बस एक बार हिम्मत करके लंड लेे लो।फिर तो बस मज़े ही मज़े है। मै भी पहले दूसरे का लंड लेने से बहुत ज्यादा डरती थी लेकिन फिर जब रोहित ने मुझे चोदा ना तो ileana sex videos फिर मैंने सारी शर्म उतार फैंकी। अब आपके पास मौका आया है तो मौके को जाने मत दो।
प्रमिला– यार मै ऐसे कैसे दूसरे का लेे लू? लाइफ में मैंने कभी ऐसे नहीं किया।
मैं– अरे भाभी, डरो मत।घर का लंड है तो बात भी हम तीनो के बीच में ही रहेगी।किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।बस आप तो एक बार हां कर दो।फिर सारा इंतजाम मै कर दूंगी।
प्रमिला–नहीं यार मै इतना बड़ा पाप नहीं कर सकती हूं।

मैं– भाभी,पहले आप फिर से रोहित का लन्ड और उसका sindura pandi चुदाई करने का तरीका देखो।फिर बोलना।
अब मैंने फिर से वीडियो को चालू करके  हमारी चुदाई के शानदार नज़रे प्रमिला भाभी को दिखाए।
मैं– अब बताइए भाभी।
प्रमिला– यार सच में रोहित चुदाई तो जानदार करता है।
मैं– बस तो फिर आपको और क्या चाहिए।वैसे भी आपने इतनी लाइफ तो ऐसे ही निकाल दी। अब तो आप खुलकर मजे ले लो।
प्रमिला– बात तो आपकी सही है।

मैं– फिर आपको और क्या दिक्कत है? वैसे भी  रोहित आपको चोदने के लिए बहुत ज्यादा उतावला हो रहा है।उसने है मुझे आपसे पूछने के  लिए कहा था।
प्रमिला–अच्छा।
मैं– हां भाभी जी।वैसे भी कल आपका बर्थडे है और रोहित आपके बर्थडे को स्पेशल बनाना चाहता है।
प्रमिला– अच्छा।लेकिन यार किसी को कुछ पता चल गया तो?
मैं– अरे किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।आप बेफिक्र रहो।सारा इंतजाम यही पर होगा।दिन में।
अब प्रमिला भाभी चुप हो है।इसका मतलब प्रमिला भाभी रोहित से चुदाने के लिए तैयार हो चुकी थी।बस थोड़े से नखरे दिखा रही थी।

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मैं– बोलिए ना भाभी।
प्रमिला– ठीक है मै शाम को सोचकर बता दूंगी।
मैं– ठीक है भाभी।बता देना लेकिन हां में जवाब देना।
प्रमिला– मै बता दूंगी।
अब प्रमिला भाभी उनके रूम में चली गई।थोड़ी देर बाद रोहित घर पर आ गया।
रोहित– चाची,बात कहां तक पहुंची?

मैं– बस बात किनारे तक पहुंच चुकी है।आज शाम को वो जवाब दे देंगी। तू अब लंड को प्रमिला भाभी के लिए अच्छी तरह से तेल में मसल कर तैयार कर लें।
रोहित– मै तो कब से तैयार हूं भाभी।
मैं– ठीक है।तेरा लंड कल प्रमिला भाभी की चूत में घुस जायेगा।पक्का।
रोहित– मुझे आप पर पूरा विश्वास है।

अब मैं शाम का इंतजार करने लगी।इंतजार करते करते शाम हो गई।थोड़ी देर बाद प्रमिला भाभी छत पर घूमने के लिए आई।थोड़ी देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने पूछ ही लिया– तो भाभी फिर क्या सोचा आपने?
प्रमिला– यार मन तो कर रहा है लेकिन फिर डर भी लग रहा है।

मैं–अरे भाभी,डरने वाली तो कोई बात ही नहीं।आप तो बस इस बर्थडे को अच्छी तरह से सेलिब्रेट कीजिए।
प्रमिला– किसी को कुछ पता तो नहीं चलेगा ना।
मैं– नहीं चलेगा भाभी। ठीक है तो फिर मै रोहित को कल केक लाने के लिए बोल देती हूं।
प्रमिला भाभी– जैसा आपको अच्छा लगे।
अब तो प्रमिला भाभी ने स्माइल कर दी।मतलब प्रमिला भाभी भी  अब तो रोहित से चुदाने के लिए बेकरार हो रही थी।
थोड़ी देर बाद हम दोनों छत से नीचे आ गए। अब मैंने ये खुशखबरी तुंरत रोहित को सुनाई।खुशखबरी सुनकर रोहित खुशी से झूम उठा और उसने मुझे बाहों में कसकर मेरे होंठो को चूस डाला।फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझे छोड़ा।

रोहित– थैंक्स चाची।इतनी सेक्सी माल पाटने के लिए।
मैं– तेरे लिए सब कुछ करना पड़ा। अब कल के लिए फूल चार्ज हो जा।
रोहित– मै तो पहले से ही फूल चार्ज हूं।
अब आगे की कहानी वापस रोहित की कलम से………..

चाची मेरे लिए प्रमिला भाभी को सेट कर चुकी थी। अब बस मुझे सुबह होने का इंतजार था।रात में लंड को तेल में मैंने अच्छी तरह से मसल लिया था।रात में बड़ी मुश्किल से मुझे नींद आई।मेरा लन्ड प्रमिला भाभी की चूत फाड़ने के लिए तड़प रहा था। अब बड़ी मुश्किल से रात निकली और सुबह हो गई।चाचा के शॉप पर जाते ही मै तुरंत मार्केट जाकर केक लेे आया। जैसे धीरे धीरे टाइम आगे बढ़ रहा था वैसे ही मेरी दिल की धड़कने भी ज़ोर ज़ोर से धड़क रही थी। अब मुझसे सब्र कर पापा मुश्किल हो रहा था। इधर मेरा लन्ड ज़ोर ज़ोर से उछाला मार रहा था। हमने सारी तैयारियां पूरी कर ली थी।रूम को अच्छी तरह से सजा दिया था।

अब लगभग 10:30 बजे चाची प्रमिला भाभी को बुलाने नीचे के फ्लोर पर गई।वापस आकर चाची ने बताया कि बस थोड़ी देर में ही प्रमिला भाभी आ रही है।कुछ देर बाद इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और प्रमिला भाभी आ गई।
आज प्रमिला भाभी पूरी सजधज कर आई थी।आज उन्होंने हल्के लाल रंग की साड़ी के साथ गोल्डन रंग का ओपन बेक ब्लाउज पहन रखा था।आज प्रमिला भाभी के होंठो पर लिपस्टिक कुछ ज्यादा ही लगी हुई थी और उनके चेहरे की चमक तो लाजवाब थी। आज प्रमिला भाभी बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी। उन्हें देखकर मेरे लन्ड ने प्रमिला भाभी को सलामी ठोकी।

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अब मैं जुड़ा इंतजार करने के मूड में नहीं था। अब मैंने तुरंत चाची को बुलाया। अब प्रमिला भाभी ने तुरंत केक काटा। अब  हमने मिलकर प्रमिला भाभी को बर्थडे विश किया। फिर हमने प्रमिला भाभी को केक खिलाया और फिर उन्होंने हमें भी केक खिलाया।
चाची– ओके अब आप दोनों बर्थडे सेलिब्रेट करो। मैं चलती हूं।
मैं– ओके चाची।
चाची के बेडरूम से बाहर जाते ही मैंने तुरंत गेट बंद कर दिया। प्रमिला भाभी शरमाते हुए चुपचाप खड़ी थी। अब मैंने थोड़ा सा केक लिया और उनके चेहरे को केक में लपेट दिया। अब मैंने प्रमिला भाभी को तुरंत बाहों में कस लिया और ताबड़तोड़ उनके रसीले,सुर्ख, गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठो को पीना शुरू कर दिया। मैं भूखे कुत्ते की तरह प्रमिला भाभी के होंठो को चूस रहा था।भाभी भी चुदाई के नशे में चूर होकर मेरे होंठो को खाने लगी। अब हम दोनों ही भयंकर तरीके से एक दूसरे से खुद ही प्यास बुझा रहे थे।मुझे प्रमिला भाभी के होंठो को  किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

अजब गजब नज़ारा था यारो जिस भाभी को चोदने के लिए मै इतने दिनों से तड़प रहा था आज उसी प्रमिला भाभी को मै बाहों में कसकर इनके रसीले होंठों को बुरी तरह से चूस रहा था। ये मेरे लिए वकाई में बहुत ज्यादा मज़ा देने वाला पल था जिसमें मै प्रमिला भाभी जैसे गाजराई माल को मेरी बाहों में जकड़े हुए था।
अब पूरे बेडरूम में हमारे होंठो को चूसने चूमने और खाने की पुच्छ पुच्छ पुच्छ पुच्छ पुच्छ पुच्छ पुच्छ पुच्छ आउच पुच्छ पुच्छ की ज़ोर ज़ोर से आवाज़ आ रही थी।इधर मेरा लन्ड मेरा पजामा फाड़कर बाहर निकलने को तैयार हो रहा था। अब मैंने  धीरे धीरे  भाभी को पीछे सरकाते हुए  दीवार से चिपका दिया। क्या कुछ ही पल में मैंने भाभी के चमचमाते हुए रसीले होंठों को चूस डाला। अब उनके होंठो की पूरी लिपस्टिक मै चाट चुका था।मैंने भाभी को कसकर बाहों में जकड़ रखा था।भाभी के जिस्म और साड़ी की खुशबू से मेरा हाल बेहाल हो रहा था। आज भाभी चुदाने के फूल मूड में आई थी।

अब मैंने फटाफट मेरे कपड़े उतार फेंके और सिर्फ अंडरवियर को ही बचाकर रखा। अब मैंने फिर से प्रमिला भाभी के होंठो को चूस डाला।फिर मैं भाभी के गौरे चिकने गले पर किस करने लगा।मुझे भाभी के गले को चूमने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।थोड़ी देर में ही भाभी ने मुझे बाहों में कस लिया। अब भाभी धीरे धीरे गर्म होने लगी।भाभी के कोमल कोमल हाथ मेरी पीठ को ठंडक दे रहे थे। मैं बेहताशा भाभी को चूम रहा था।
मैं– हूं आह आह ओह ऊंह भाभी। आप एकदम मक्खन जैसे हो।ओह आह ऊंह ऊंह ओह भाभी।बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।आह ऊंह।
मैं दे दना दन भाभी को चूमे जा रहा था।भाभी धीरे धीरे गर्म होकर पिघल रही थी।
मैं– ऊंह आह ओह भाभी।बहुत मस्त हो आओ उंह।ओह भाभी।आज तो मै आपकी चूत को फाड़ दूंगा।

अब मैंने तुरंत भाभी के साडी के पल्लू को खींचकर नीचे फेंक दिया।भाभी का पल्लू नीचे गिरते ही मुझे इन्हे बड़े बड़े मस्त बूब्स की दरारे दिख गई।
ऐसा लग रहा था जैसे भाभी के बूब्स ब्लाउज फाड़कर बाहर निकलना चाहते हो।तभी मैं भाभी के मस्त बूब्स को ताबड़तोड़ तरीके से दबाने लग गया।।आह क्या शानदार बूब्स थे प्रमिला भाभी के।वाकई में आज तो मेरे लन्ड की बल्ले बल्ले हो गई थी।
मैं– ऊंह आह ओह ओह आह क्या बूब्स है भाभी आपके।कसम से इतने शानदार बूब्स मैंने किसी के नहीं देखे। मज़ा आ गया आपके बूब्स को दबाकर।

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भाभी चुपचाप सिमट कर खड़ी थी और आराम से बूब्स को दबवा रही थी। मैं भी ज़ोर ज़ोर से भाभी के बूब्स को मसल रहा था। अब भाभी को थोड़ा थोड़ा दर्द होने लगा।
भाभी– ऊंह आईईईई आईईईई ऊंह ओह ओह ओह आह आह ओह ऊंह ऊंह आह।
मैं– ओह भाभी, दिल तो कर रहा है इन्हे उखाड़ ही लू। गजब की माल हो आप सच में।ऊंह ओह ओह भाभी।
फिर थोड़ी देर में ही मैंने भाभी के गोल्डन कलर के ब्लाऊज में से उनके बड़े बड़े चूचों को बुरी तरह से मसल डाला।
अब मैं नीचे बैठ गया और प्रमिला भाभी के गौरे चिकने पेट को चूमने लगा।मुझे भाभी के मक्खन जैसी पेट पर किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
मैं– ऊंह आह आह ओह भाभी।क्या पेट है आपका एकदम रबड़ जैसा मुलायम।

भाभी मदहोश होकर मेरे बालो में हाथ डालकर मुझे प्यार कर रही थी। मैं पागल सा होकर भाभी के पेट को चूम रहा था।फिर थोड़ी ही देर में मैंने भाभी के पेट को चूम चामकर पूरा गीला कर डाला।
अब भाभी की चूत की बारी थी। अब मैंने भाभी की एक टांग को मेरे कंधे पर रखा।फिर भाभी के पेटीकोट और साड़ी को ऊपर उठाकर उनकी मोटी मोटी नारियल के तने जैसे जांघो को चूमने लगा।भाभी अब और ज्यादा मदहोश होकर मादक सिसकारियां भरने लगी।
भाभी– ऊंह आह ओह ऊंह आह ऊंह ऊंह।

मुझे प्रमिला भाभी की मोटी मोटी गौरी चिकनी जांघो को चूमने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।पेटीकोट के अन्दर भाभी की चूत की खुशबू मुझे बहुत ज्यादा पागल कर रही थी। अब मेरा लन्ड मेरी अंडरवियर को फाड़ना चाहता था।तभी मैंने भाभी की पैंटी को थोड़ा नीचे खिसका दिया। अब प्रमिला भाभी की चिकनी चूत मेरे सामने थे।प्रमिला भाभी की चूत पर एक भी बाल नहीं था।शायद अभी थोड़ी देर पहले ही भाभी ने चूत की अच्छी तरह से साफ सफाई की थी।
अब मैंने भाभी की चूत को मुठ्ठी में भरकर अच्छी तरह से मसल दिया। चूत मसलते ही सहम गई।उन्होंने  चुपचाप आंखे बंद कर ली।मुझे भाभी की चूत भीचने में मज़ा आ रहा था।थोड़ी देर मैंने भाभी की चूत को अच्छी तरह से मसला। अब मैं खड़ा हो गया और भाभी की चूत में उंगली करते हुए भाभी को होंठो को फिर से खाने लगा।भाभी की चूत अंदर से बहुत ज्यादा गरम हो रही थी।मेरी उंगलियां भाभी की चूत में फंसी हुई थी।भाभी को दर्द भी हो रहा था लेकिन उनके होंठो को मैंने सील कर रखा था जिसकी वजह से वो कुछ नहीं बोल पा रही थी।

अब मैंने प्रमिला भाभी के होंठों को छोड़ा और फिर से प्रमिला भाभी के बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगा।इधर अब मेरी उंगलियां तेज़ी से भाभी की चूत को सहला रही थी।
भाभी– ऊंह आईईईई सिसिसिसी आईईईई ऊंह आह ओह ओह आह आह।
मैं– ओह भाभी क्या चूत है आपकी।बहुत गरम हो रही है।कसम से आज तो आपकी चूत को फाड़ ही दूंगा।
भाभी– आईईईं ऊंह आह ओह ओह ओह आह आह ओह आईईईई।बहुत दर्द हो रहा है।प्लीज धीरे धीरे करो ना।
मैं– मेरी प्यारी भाभी, मज़ा तो तेज़ी से करने में ही आता है।आह आह ऊंह ओह भाभी।