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कुँवारी लड़की को पेला पढ़ाई में हेल्प के बदले-2

(Kunwari Ladki Ko Pela Padhai Mein Help Ke Badle-2)

फिर अचानक से उसका ध्यान अपने टूटे हुए बटन की तरफ चला गया, जिसकी वजह से उसके बाहर निकलते हुए गोरे गोलमटोल बूब्स को में अपनी खा जाने वाली नजर से देख रहा था। अब वो मेरी घूरती हुई नजरों को अपने बूब्स पर देखकर शरमाई और उठकर तुरंत नीचे जाकर दूसरी शर्ट बदलकर वापस आ गई। फिर मैंने उसको पूछा कि क्या हुआ? तुम्हे इस तरह अचानक से क्या याद आ गया जो उठकर जाना पड़ा? तब उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि मैंने देखा कि आपका ध्यान कहीं दूसरी तरफ था, इसलिए आप मुझे ठीक तरह से पढ़ा नहीं पा रहे थे। फिर कुछ देर उसकी पढ़ाई पूरी होने के बाद में अपने घर चला गया।
“Kunwari Ladki Ko Pela”

फिर अगले दिन में दोबारा अपने ठीक समय पर उसके पास पहुंच गया, आज उसने बड़ी कसी हुई टीशर्ट पहनी हुई थी, जिसकी वजह से उसके बूब्स का उभार उभरकर मेरे ऊपर गजब ढा रहा था और इसलिए मेरा पूरा ध्यान उसके बूब्स पर ही था। अब में बीच बीच में नजर बचाकर उसकी छाती को घूरने लगता। फिर कुछ देर बाद जब उसका ध्यान मेरी इस हरकत पर गया, तब उसने मुझसे पूछ ही लिया कि क्या हुआ तुम्हारा ध्यान कहाँ है? में कई बार देख चुकी हूँ कि आजकल तुम्हारा मन मुझे पढ़ाने में कम कहीं दूसरी जगह ज्यादा लगा रहता है क्यों क्या बात है?

अब मैंने बिना किसी डर झिझक उसको कहा कि मेरा ध्यान कुछ दिनों से तेरे ऊपर है, वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर शरमाई और बोली कि धत ऐसा भी क्या है मेरे अंदर जो तुम्हे इतना भा गया? अब मेरी हिम्मत उसके मुहं से यह बात सुनकर पहले से ज्यादा बढ़ गई, मैंने हल्के से उसके एक गाल पर चपत लगाई और में बड़े ही प्यार से उसकी तरफ मुस्कुराकर देखने लगा। तब जवाब में वो भी मेरी तरफ मुस्कुराने लगी, जिसकी वजह से मेरी हिम्मत भी पहले से ज्यादा बढ़ गई और उसी समय मैंने उसके दोनों गालों को पकड़कर उसके होंठो को चूम लिया, लेकिन तभी उसने अचानक से दूर हटाते हुए मुझसे कहा कि चलो पीछे हटो, यह सब क्या करते हो? छोड़ो मुझे वरना मम्मी आ जाएगी और किसी ने हमे देख लिया तो बहुत बुरा होगा। “Kunwari Ladki Ko Pela”

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फिर हम दोनों दोबारा से पढ़ाई करने लगे, उसकी पढ़ाई खत्म होने के बाद में अपने घर चला गया और में पूरी रात बस उसी के सपने देखता रहा, मेरे मन में अब उसकी चुदाई के सपने और उसको पाने की इच्छा होने लगी थी। दोस्तों मैंने अब मन ही मन में ठान लिया था कि मुझे कोई अच्छा मौका देखकर उसकी चुदाई के मज़े अब कैसे भी करके लेने है और फिर मेरी किस्मत ने मेरा बहुत ही जल्दी साथ दे दिया, जिसकी वजह से मुझे आगे बढ़ने का वो मौका मिला। फिर अगले दिन शायरा की मम्मी-पापा और उसका भाई किसी काम की वजह से कहीं बाहर गये हुए थे और जाने से पहले उसकी मम्मी ने मुझसे कहा था कि शायरा घर पर अकेली है, हम लोग दूसरे दिन वापस आ जाएँगे।

अब इसलिए तुम रात को शायरा को पढ़ाई करवाने के बाद हमारे घर पर ही सो जाना, वरना रात को अकेले सोने में उसको बहुत डर लगता है और तुम्हारे रुकने की वजह से हमे घर के साथ शायरा की भी चिंता नहीं रहेगी। दोस्तों उनके मुहं से यह बात सुनकर मैंने तुरंत ही खुश होकर हाँ कह दिया और मुझे तो ऐसा लगा जैसे मेरे मन की इच्छा आज ऊपर वाले ने झट से सुनकर फट से पूरी कर दी और वो लोग चले गए।

अब में हंसी खुशी पूरा दिन अपने काम में लगा रहा, लेकिन वो दिन मुझे बहुत लंबा लगने लगा था और जैसे तैसे शाम हुई और उसके बाद रात भी बड़े लंबे इंतजार के बाद आ ही गई। फिर में अपने उसी समय रात को ठीक आठ बजे उसके घर पहुंच गया, उस समय शायरा मुझे नीचे की मंजिल पर मिली और मैंने देखा कि आज उसने बहुत अच्छी काले रंग की मेक्सी पहनी हुई थी। दोस्तों उसमे वो बहुत ही सुंदर लग रही थी, मेक्सी के बड़े आकार के गले से मुझे उसके उभरे हुए बूब्स और एकदम टाईट होने की वजह से उसके बड़े आकार के बूब्स की गोलाई भी एकदम साफ नजर आ रही थी। “Kunwari Ladki Ko Pela”

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अब वो सब देखकर मेरा मन ललचाकर उसके बूब्स को वहीं उसी समय पकड़कर दबाने की इच्छा हो रही थी, लेकिन मैंने सब्र किया। अब हम दोनों हर दिन की तरह अपने काम को करने लगे, उस दिन भी मेरी नजर हर बार उसके झुकने की वजह से हर बार गोरे बूब्स पर जा रही थी, लेकिन उसकी तरफ से मुझे आज ऐसा कुछ भी विरोध नहीं लगा, जिसकी वजह मेरी हिम्मत बहुत बढ़ गई। अब मेरे लगातार उसकी तरफ घूरकर देखने पर भी वो मेरी तरफ बस हल्का सा मुस्कुरा देती और करीब दो घंटे की पढ़ाई खत्म होने के बाद वो उठकर अब अपने कमरे में जाकर लेट गई। फिर में बाहर ही बैठक वाले कमरे में जाकर लेट गया और उसके बारे में सोचने लगा। “Kunwari Ladki Ko Pela”

अब अचानक से कुछ देर बाद उसको अकेले सोने में डर लगने की वजह से वो उस कमरे के बल्ब को बंद करके अपने कमरे से बाहर आ गई। फिर वो भी मेरे पास उसी कमरे में उसी पलंग पर बैठ गई जिस पर में लेटा हुआ था। फिर उसको देखकर में भी उठकर बैठ गया, उसके बाद हम दोनों बातें करने लगे और तब उसने मुझसे कहा कि मुझे अकेले सोने में बड़ा डर लग रहा है। अब मैंने उसको कुछ नहीं कहा और उसी समय उसको तुरंत अपनी बाहों में भर लिया, उस समय वो चुप रही उसने मुझसे कुछ भी नहीं कहा और बाहों में लेते हुए ही मैंने उसको अब चूमना शुरू कर दिया। फिर वो अब हल्का सा मेरा विरोध कर रही थी, लेकिन में उसको लगातार चूमता ही रहा जिसकी वजह से उसको हल्का सा नशा चढ़ने लगा था। फिर कुछ देर बाद जब मैंने उसकी तरफ ध्यान से देखा तब उसका चेहरा एकदम लाल हो चुका था और उसकी दोनों आंखे मेरे यह सब करने की वजह से अपने आप बंद हो चुकी थी। अब मैंने उसके मन की बात को समझकर तुरंत ही उस मौके का फायदा उठाकर धीर से उसके बूब्स पर अपने एक हाथ को रख दिया और अब तो वो एकदम मुझसे चिपक गई।