भाई-बहन की चुदाई

कुंवारे भाई का कुंवारा लंड के मजे मेरी चूत में-1

(Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund Ke Maje Meri Chut Mein-1)

हैलो दोस्तो, सभी पाठकों को पूजा कौर उर्फ चुद्द्कड़ का सलाम। मेरे सभी चाहनेवालों के होंठों को अपने होंठों से चूमते हुए, अपने बूब्ज़ मसलाते एवं चुसवाते हुए, सब के लंंड अपने मुंह, चूत एवं गांड में लेकर बहुत-बहुत प्यार। मैं अपनी चूत और गांड फैलाए हुए और नंगे बूब्ज़ हिलाते हुए आपको सामने अपनी चुदाई की नई कहानी लेकर आई हूं। आशा करती हूं इस कहानी को आपका बहुत-बहुत प्यार मिलेगा। Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund Ke Maje Meri Chut Mein.

मेरी पहली कहानियों पर पाठकों के बहुत प्यार भरे मेल मिले हैं। बहुत से पाठकों ने प्यार भरा अनुरोध किया है कि मैं हर कहानी में अपने बारे में लिखूं ताकि उनको कहानी पढ़ते टाईम ज्यादा मजा आए। वो सब मुझे और मेरी आदतों को अपनी कल्पना में साकार कर के लंंड हिलाते हुए मुझे अपने पास महसूस करके मेरे मुंह, गांड और चूत में लंंड की कल्पना करके अच्छे से चोद सकें। उनके अनुरोध के मद्देनजर मैं अपने बारे फिर से लिख रही हूं।

मैं पंजाब के फिरोज़पुर जिले के एक गांव की हूं और एमकॉम पहले साल की छात्रा हूं। मेरी आयु 23 साल और रंग बहुत गोरा है। मेरा कद 5 फीट 7 इंच (170सैमी) और फिगर का साईज 34डी-26-35 है। मतलब मेरी बस्ट 34, कमर 26 एवं गांड 35 इंच है और ब्रा कप का साईज ‘डी’ है। मेरा बदन भरा हुआ, चिकना, टाईट और मस्त है। मेरे बूब्ज़ और चूतड़ साईज में काफी बड़े-बड़े और शेप में गोल हैं। मेरी आंखों एवं बालों का रंग गहरा काला है और मेरे बाल लंबे हैं। मेरे होंठों का रंग गुलाबी है और होंठ पतले एवं नर्म हैं।

मेरे बूब्ज़ और मेरी गांड बाहर को उभरे हुए हैं तथा पेट बिल्कुल समतल है। मेरे बूब्ज़ के निप्पलों का रंग हल्का भूरा है। मेरा पेट नाजुक, मुलायम एवं टाईट है और नाभि गहरी है। मेरी जांघें भी भरी हुई, मजबूत, मुलायम और चिकनी हैं। मैं अपनी बॉडी के अनचाहे बाल साफ करके रखती हूं और चूत के बाल हेयर रिमूवर से साफ करती हूं ताकि चूत मुलायम और चिकनी रहे।                           “Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund”

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मैं ज्यादातर टाईट जींस के साथ टाईट टॉप या बॉडी फिट शर्ट और हाई हील सैंडिल पहनती हूं। ऐसी ड्रेस में मेरे बदन के उभार बहुत सेक्सी दिखते हैं और हाई हील से मेरी मोटी गोल गांड में और भी ज्यादा उभार आ जाता है और मेरी गांड और भी कामुक लगती है। यह कहानी आप हॉट सेक्स स्टोरी पर पढ़ रहे है..

भीड़भाड़ में मुझे मर्दों को गर्म करने में बहुत मजा आता है। मैं जान बूझकर उनसे अपनी गांड या बूब्ज़ टच कर देती हूं। इससे मर्द गर्म हो जाते हैं। अगर कोई मर्द अच्छा लगे और मौका मिल जाए तो कई बार चुदाई का मजा भी मिल जाता है। मुझे बंधन में रहना पसंद नहीं है इसीलिए कई लड़कों का प्यार का आॅफर ठुकरा चुकी हूं। मुझे सिर्फ मोटे एवं लंबे लंड से प्यार है जो मेरे तीनों छेदों की काम वासना को अच्छी तरह शांत कर सके। मैं एक ही लंड से बोर हो जाती हूं और कुछ दिनों बाद मुझे नए लंड की इच्छा होने लगती है।

मैं बहुत ही गर्म, सेक्सी और मस्त माल हूं। मेरा गोरा रंग, सेक्सी चेहरा, तने हुए बड़े-बड़े गोल बूब्ज़, लचीली पतली कमर, भरी हुई जांघें और ऊपर-नीचे हिलती मोटी उभरी हुई गोल गांड देखकर लड़कों से बूढ़ों तक के लंड मेरे हुस्न को खड़े होकर सलामी देते हैं। मैं हवस की पुजारिन और बहुत चुद्दकड़ हूं। मैंने 23 की आयु तक आते-आते ही बहुत से लड़कों, शादीशुदा मर्दों और बूढ़ों से चुदाई कर के बहुत मजे लिए हैं।                                               “Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund”

ये कहानी मेरे और मेरे मौसेरे भाई सुधीर के बीच हुए सेक्स की कहानी है। सुधीर मेरी बड़ी मौसी का बेटा है और उसकी दो सगी बहनें हैं। सबसे बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और उससे छोटी अभी कुंवारी है। सुधीर सबसे छोटा और लाडला है। उसकी दोनों बहनें मेरी तरह बहुत चालू और लंड की भूखी हैं और उनके तीनों छेदों में बहुत सारे मर्दों के लंड जा चुके हैं। दोनों ही एक नंबर की चालू और चुद्दकड़ हैं। बड़ी दीदी शादी के बाद भी और मर्दों से चुदाई करवाती है क्योंकि शादी से पहले से ही उसको मेरी तरह अलग अलग लंड लेने का चस्का लगा हुआ है। उनके बारे बाद में बात करेंगे अभी कहानी पर आती हूं।

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सुधीर उम्र में मुझ से छोटा है और मुझे दीदी बुलाता है। उसका रंग गोरा और चेहरा बहुत क्यूट है। उसका कद करीब मेरे जितना है। उसके अभी दाढ़ी मूंछें नहीं है और दिखने में बच्चा लगता है लेकिन उसका लंड काफी मोटा और लंबा है। एक बार मैं मौसी के घर गई थी तो रात को मैं सुधीर के रूम में सोई थी और रात को सुधीर ने मेरे बदन को हर गह यहां वो चूम सकता था चूमा। मेरे चूतड़ और बूब्ज़ दबाए। उसने अपना लंड मेरे होंठों पर रगडा़ और अंत में मेरी हथेली में लंड रखकर मुट्ठी बंद करके मेरे नाजुक हाथ से लंड हिला कर अपना माल निकाला। ये सब तीन दिन चला और उसके लंड से माल निकलने बहुत टाईम लगता था। मैं बहुत गर्म हो जाती थी लेकिन सभी घर होने की वजह से कुछ हुआ नहीं।                                               “Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund”

कुछ महीनों बाद मुझे सुधीर के लंड से चुदाई का मौका मिल गया। ये बात जुलाई 2016 की है, मौसी की बड़ी बेटी के पास बच्चा होने वाला था। दीदी और जीजू शहर में अकेले रहते हैं तो मौसी को अपनी बेटी और सुधीर के साथ 10 दिन केलिए वहां जाना था। लेकिन सुधीर के स्कूल में कोई जरूरी प्रोग्राम था और वो अभी तीन दिन नहीं जा सकता था। तो मौसा जी ने तीन दिन की छुट्टी ली ताकि सुधीर की जगह वो जा सके। तीन दिन बाद सुधीर ने जाना था और मौसा जी ने घर आना था।

घर की संभाल और सुधीर एवं मौसा जी के खाने-पीने का ख्याल रखने के लिए मुझे बुला लिया। सुधीर के साथ अकेले रहने की बात सुन कर मैं बहुत खुश हुई क्योंकि मुझे नया लंड चोदने वाला था ओर सुधीर को पटाने की जरुरत नहीं थी वो तो पटा पटाया था। मैं सुधीर से चुदाई के बारे में सोचते-सोचते मौसी के घर पहुंच गई। मेरे पहुंचने पर सब जाने को तैयार थे। मौसी ने मुझे किचन के बारे समझाया और चले गए।

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अभी दिन के 11 बजे थे और सुधीर को 2 बजे बजे घर आना था। उनका घर उनके खेतों के बीच में है और गांव से काफी हट कर । वहां कोई आता-जाता नहीं है। मैंने गेट को ताला लगाकर सामान अंदर रखा और वोदका की बोतलें एवं सिगरेट के पैकेट अलमारी में छुपा दिए। मैंने काले रंग की लोअर और पतला सा गुलाबी टॉप पहन लिया।

मैंने नीचे से ब्रा और पैंटी नहीं पहने और चुदाई के लिए तैयार थी। मेरे टॉप से मेरे बड़े-बड़े बूब्ज़ और नाजुक पेट दिख रहा था जो मैंने सुधीर को उत्तेजित करने केलिए पहना था। मैंने वोदका की बोतल और सिगरेट का पैकेट निकाल लिया और कंप्यूटर चालू कर कर पोर्न मूवी की सीडी चला दी। मूवी देखते-देखते मैं शराब पीने लगी और बाहर खुले आंगन में जाकर सिगरेट पी लेती। 1:30 बजे तक मैंने पांच सिगरेट और आधी से ज्यादा बोतल चढ़ा ली थी।                                               “Kunwre Bhai Ka Kunwara Lund”

मैंने सब कुछ फिर सए छुपा दिया और टेबल साफ कर दिया। मैंने बाथरूम में जाकर ब्रश किया और माऊथ फ्रेश से मुंह साफ किया ताकि मुंह से शराब और सिगरेट की बदबू न आए। मैं बाथरूम से बाहर आ गई और गहरे बादल छा चुके थे। मैं सुधीर का इंतजार करने लगी और बारिश भी शुरू हो गई।