रमेश, अंजली और लाला भाई की हवस भरी चुदाई:
रमेश के कर्ज ने उसकी चुदक्कड़ बीवी अंजली को लाला भाई और उसके गुंडों के हवस का शिकार बना दिया। नाइटी में चमकती अंजली की चूत और गांड की चुदाई की ये रसीली कहानी आपको गर्म कर देगी। पढ़ें कैसे अंजली ने तीन-तीन लंड से मजा लिया।
नमस्ते दोस्तों, यह कहानी और भी रसीली, हवस भरी और कामुकता से लबरेज होकर आपके सामने पेश है। यह कहानी है रमेश, उसकी चुदक्कड़ बीवी अंजली और लाला भाई की, जिसमें देसी ठसक और हाईक्लास सेक्सी अंदाज का तड़का लगाया गया है। तो तैयार हो जाइए एक ऐसी चटपटी और उत्तेजक दास्तान के लिए, जो आपके दिल और जिस्म दोनों को गर्म कर देगी।
मेरा नाम डेविल है (बदला हुआ नाम, क्योंकि असली नाम से तो आग ही लग जाएगी!)। मैं इस साइट का दीवाना हूँ, और आज अपनी पहली कहानी आपके सामने लाया हूँ। उम्मीद है ये आपके लंड और चूत को झनझनाने के लिए काफी होगी। ये कहानी मेरे दोस्त रमेश और उसकी बीवी अंजली की है। रमेश एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता है, और अंजली? उफ्फ! वो तो हाउसवाइफ के नाम पर जन्नत की हूर है। उसका फिगर 38-24-36, गोरी चमड़ी, कातिलाना आँखें और वो कर्वी बदन, जो किसी भी मर्द का लंड सलामी देने को मजबूर कर दे। अंजली की चुदास तो ऐसी है कि रमेश का 7 इंच का हथियार उसे रात-दिन चोदता है, फिर भी उसकी प्यासी चूत की आग नहीं बुझती। वो हर वक्त सेक्स के लिए तड़पती रहती है, जैसे उसका जिस्म बस लंड की सैर के लिए बना हो।
बात उस वक्त की है, जब रमेश ने शहर के सबसे बड़े बिजनेसमैन लाला भाई से मोटा कर्ज लिया था। पैसे तो लिए, मगर लौटाने का नाम नहीं। लाला भाई का सब्र टूट चुका था। एक दिन अचानक लाला अपने 8 गुंडों के साथ रमेश के घर धमक पड़ा। उस वक्त रमेश ड्राइंग रूम में चाय की चुस्कियां ले रहा था, और अंजली? वो बाथरूम से नहाकर निकली थी, बदन पर सिर्फ काली ब्रा-पैंटी और ऊपर से पारदर्शी नाइटी, जिसमें से उसका गोरा जिस्म चमक रहा था। उसके गीले बाल, पानी की बूंदें जो उसके गले से होते हुए उसकी गहरी cleavage में समा रही थीं, और वो नशीली खुशबू… उफ्फ! वो मंजर किसी भी मर्द के होश उड़ा दे।
तभी लाला भाई की नजर अंजली पर पड़ी। उसकी आँखों में हवस की चमक थी, जैसे शिकारी ने अपने शिकार को देख लिया हो। रमेश चौंक पड़ा और बोला,
रमेश: “लाला जी, आप यहाँ?”
लाला: “कहाँ हैं मेरे पैसे, हरामखोर?”
रमेश: “बस, लाला जी, थोड़ा टाइम और दे दीजिए, मैं चुका दूंगा।”
लाला: “टाइम? मैंने तुझे ढेर सारा टाइम दिया। अब या तो पैसे दे, वरना…”
अंजली, जो पास खड़ी थी, डर गई। उसने देखा कि लाला के गुंडे रमेश को घेर रहे हैं। वो तुरंत बीच में कूद पड़ी, अपनी सेक्सी आवाज में बोली,
अंजली: “लाला जी, प्लीज, मेरे पति को मत मारो।”
लाला ने अंजली को ऊपर से नीचे तक घूरा, उसकी नाइटी के अंदर झांकती ब्रा और उसकी जांघों को देखकर उसका 9 इंच का लंड पैंट में तन गया। वो हवस भरी हंसी हंसा और बोला,
लाला: “क्यों ना मारूं? इसने मेरे लाखों खाए हैं।”
अंजली: “प्लीज, इन्हें छोड़ दो। आप जो कहेंगे, मैं वो करूंगी।”
लाला: “सच में? जो बोलूं, वो करेगी? अगर तू मेरी बात मान ले, तो तेरे पति का कर्जा माफ, और इसे छोड़ दूंगा।”
अंजली: (मन में सोचते हुए, ‘आज तो मजा आ जाएगा, लाला का लंड तो रमेश से भी मोटा लगता है!’) “हाँ, लाला जी, मैं तैयार हूँ।”
रमेश का चेहरा लटक गया, वो चिल्लाया,
रमेश: “नहीं अंजली, ऐसा मत कर!”
मगर अंजली की चूत में तो पहले ही आग लग चुकी थी। उसने रमेश को चुप कराया और लाला की ओर देखकर मुस्कुराई।
लाला ने अपने गुंडों को इशारा किया। सबके लंड पहले से ही तन चुके थे। लाला ने अपनी पैंट खोली और अपना 9 इंच का मोटा, काला लंड बाहर निकाला, जो किसी हथियार से कम नहीं था। उसने अंजली के बाल पकड़े और उसे घुटनों पर बिठा दिया।
लाला: “चूस इसे, रंडी!”
अंजली की आँखें चमक उठीं। उसने लाला के लंड को अपने नाजुक हाथों में लिया और उसे चूमने लगी। फिर धीरे-धीरे उसे अपने मुंह में ले लिया। उसका गुलाबी जीभ लंड के सुपारे पर घूम रहा था, और वो जोर-जोर से चूसने लगी। “म्म्म… आह्ह…” उसकी सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं। लाला ने उसकी नाइटी फाड़ दी, और उसकी काली ब्रा-पैंटी भी उतार फेंकी। अब अंजली पूरी नंगी थी, उसका गोरा बदन चमक रहा था। उसके बड़े-बड़े चूचे उछल रहे थे, और गुलाबी निप्पल किसी को भी पागल कर दें।
लाला ने उसे सोफे पर पटका और उसकी टांगें चौड़ी की। अंजली की चूत गीली हो चुकी थी, उसमें से रस टपक रहा था। लाला ने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा और एक जोरदार धक्का मारा।
अंजली: “आआह्ह… लाला जी… उफ्फ… कितना मोटा है… फाड़ दो मेरी चूत को!”
लाला ने कोई रहम नहीं किया। वो किसी जंगली जानवर की तरह अंजली को चोदने लगा। हर धक्के के साथ अंजली के चूचे उछल रहे थे, और वो सिसकारियां ले रही थी, “आह्ह… चोदो… और जोर से… उफ्फ… मर गई मैं!” लाला ने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी गांड में भी लंड पेल दिया। अंजली की चीखें पूरे घर में गूंज रही थीं, “आआह्ह… लाला… मेरी गांड… उफ्फ… मजा आ रहा है!”
बाकी गुंडों ने भी मौका नहीं छोड़ा। एक ने अपना लंड अंजली के मुंह में डाल दिया, दूसरा उसके चूचों को मसल रहा था। अंजली को अब तीन-तीन लंड मिल रहे थे। वो किसी रंडी की तरह चुद रही थी, और उसे इसमें पूरा मजा आ रहा था। उसकी चूत और गांड दोनों लाल हो चुकी थीं, मगर वो और चुदने को तड़प रही थी।
रमेश बाहर खड़ा रो रहा था, चिल्ला रहा था, “छोड़ दो मेरी बीवी को!” मगर लाला और उसके गुंडों ने उसकी एक न सुनी। एक-एक करके सबने अंजली को चोदा। लाला ने आखिर में अपना माल अंजली के चूचों पर निकाला, और बाकी गुंडों ने भी उसकी चूत, गांड और मुंह को अपने माल से भर दिया। अंजली निढाल होकर सोफे पर पड़ी थी, उसका जिस्म पसीने और माल से चिपचिपा हो गया था। वो मुस्कुरा रही थी, जैसे उसे जन्नत मिल गई हो।
लाला ने अपने कपड़े पहने और रमेश की ओर देखकर हंसा,
लाला: “तेरी बीवी ने तेरा कर्जा चुकता कर दिया। अब तू आजाद है।”
वो हंसते हुए अपने गुंडों के साथ चला गया। रमेश अंजली के पास गया, रोते हुए बोला, “मुझे माफ कर दो, अंजली।” मगर अंजली ने बस उसकी ओर देखा और धीरे से मुस्कुराई, जैसे कह रही हो, “तू क्या जाने, मुझे कितना मजा आया!”
तो दोस्तों, ये थी अंजली की चुदाई की दास्तान। अगर आपको ये कहानी पसंद आई, तो कमेंट में बताएं। और हाँ, अगर आपकी भी कोई चुदक्कड़ बीवी है, तो सावधान! कहीं लाला भाई आपके घर न धमक जाए! 😜