अपनी माँ को पूरी रात बारिश में चोदता रहा-3
Maa ko barsat mein choda-3
अव मैं सोच रहा था मैं अपनी माँ को मुह में पेल चुका हूँ और मुझे ज्ञात भी नही । तभी मैन महसूस किया कि मेरा लंड अभी भी खड़ा है जिससे मेरी माँ को तकलीफ हो रही मैं मैं सोच रहा था ये खड़ा कैसे है इससे तो वीर्य गिरने के बाद शांत हो जाना चाहिए था तभी मम्मी ने बताया कि उन्होने मुझे वायग्रा दिया है जिससे मेरा लन्ड बहुत देर तक खड़ा रहेगा । अब मैं मम्मी को फिर से चोदना चाहता यह मगर वो चोदने नही दे रही थी क्योंकि वो ठंडी हो चुकी थी मैन पटाने की कोशिश की ओर कहा आप पूछ रही थी न इतना ज्यादा विर्य कैसे निकला असल मे आपकी चुत इतनी रसदार और मुलायम है कि मैं करता है बस चोदते ही रहूं मम्मी समझ गयी कि पता रहा है और मुस्कराते हुए बोली चल झूठा मैं बोलै सच्ची और मैंने लंड पेलने को कोशिश की तो मन करने लगी ।
अब मैं सोच रहा था कैसे चोदू फिर एक आईडिया आया क्यों न ब्लू फिल्म दिखाऊ मम्मी को इससे वो गर्म हो जाएंगी अब मैने लंडा बाहर निकलने के बाद मोबाइल लाया और उनको पोर्न दिखाना लगा अबकी बार बांये करवट लेके सोई थी बांये पैर को पीछे करके और दाये पैर को आगे करके जिससे उनकी चुत और गांड का छेद साफ साफ दिखाई दे रहा था उनका गांड का छेद बहुत छोटा था और चुत का छेद जो पहले गुलाबी था अब विर्य के कारण सफेद नजर आ रहा था । उनके चुत्तर तो बड़े बड़े थे और गुब्बारे को तरह बाहर निकले थे जैसे मानो लैंड का इन्जार कर रहे हो । मैं ने भी अपना बाया हाथ तकिये के निचे लगाया और उनके बाये हाथ को पकड़ लिया मम्मी मन करने लगी बोली आज अब नही काल मुझे फिर से चोदना मैंने कहा आपने लिये कुछ लाया हूं और अपना दाया हाथ किये उनके हाथ मे मोबाइल लेके उनके हाथों का स्पर्श लिया और उन्ही के हाथों से पोर्न दिखाया अब मम्मी धीरे धीरे गर्म होने लगी मैंने भी इसका फायदा उठाया और उनके बूब्स को हाथों में लिया और 5 मिनट तक मसलता रहा अब मैन अपना एक पैर उनकेबांये पैरके पास छोड़ा और दांया पैर उनके दांये पैर पे रख दिया जिससे उनका गांड का छेद सीधे मेरे लण्ड के सामने था मैं उसमे डालने की कोशिस की तो मम्मी ने मन कर दिया और कहा आज नही कल गांड मारना मैं मांन गया क्योंकि मम्मी को मैं उदास नही करना चाहता था
क्योंकि अभी मुझे चोदना था फिर मैंने अपना हाथ बूब्स से हटाकर उनके चुत पे रखा वो पानी पानि हो गयी थी मैं समझ गया मम्मी पूरी तरह गर्म हो गयी फिर से । अब मैन अपने हाथों से अपना लण्ड पकड़ा और पीछे से ही उनकी चुत में जोर लगाकर डाला फिर वो चिलाय लेकिन मुस्कराई भी और सिसकिया लेने लगी उँह आन्ह उँह आन्ह । मुझे भी बाहूत मजा आ रहा था फिर अहसास हुआ लन्ड ठीक से चोद नही ले रहा मम्मी समझ गई मैने लंड निकाला और उनकी मुलायम चुत चाटने लगा अब वो और भी जोश में आ गयी और मेरा शिर पकड़ के अपने चुत में डालना चाहती थी मैन अपनी पूरी जिभ उनकी चुत में डालकर रगड़ने लगा तो कुछ देर बाद उनकी चुत से रास गिरने लगा मैं सब पिता गया बहोत मजा आ रहा था अब मम्मी उठी और मेरा पूरा लैंड अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी जब उनका जीभ मेरे लंड के ऊपर वाले हिस्से पे होता क्या बताऊँ कितना मजा आता वो मुझे इस तरह हम 69 के पोज़ में मजे ले रहे थे 20मिनट बाद हैम उठे मैने मम्मी को धक्का दिया और उलटा लेता दिया और दोनों हाथों को बिस्तर में दबा दिया ।
फिर दोनों तकियों को मम्मी के पेट के नीचे लगा दिया जिससे मम्मी की गांड ऊपर की तरफ उठ गई उनकी गांड और चुत का छेद सीधा नजर आ रहा था जो लन्ड लेने को बेचैन थाऔर अपना लंड चुत ले रखकर जोर से अंदर मारा उनकी रसदार चुत में मेरा लंड और उनकी मुलायम गोल चुत्तर पे मेरा जांघ जब मैं जोर लगा रहा था चुत से लन्ड को मजा तो मिल ही रह था साथ साथ मम्मी के चुत्तर का भज मजा मिल रहा था जो मुझे उछाल दे रहे थे इस तरह मुझे मजे का पूरा अनुभव हो रहा था मैं चाहता था कि वक़्त ऐसे ही रुक जाए और मैं मम्मी को चोदता रहू ऐसे ही मेरे लन्ड के जोरदार लरहर से मम्मी सिसकारियां लेने लगी इर मैनी पूछा कि मम्मी आपको पापा चोदते नही क्या जो रो रही हो तो मम्मी ने बताया कि पापा का लंड बहुत छोटा है और बहुत कमजोर भी जो अंदर नही जा पाता और उन्हें ठंडा नही कर पाता तो मम्मी को अपनी उंगली प्रयोग करना पड़ता है मगर उससे भी मजा नही आता फिर अहसास हुआ कि वो खुसी के कारण रो रही है तो मैं लगा रहा और कूद कूद में मम्मी कक चोदता रहा अब मैन थोड़ा तेल लिया और मम्मी के चुत्तर पे लगाया अब जब लंड चुत्तर कूदकर लण्ड चुत में जाता तो बहुत मजा आता मेरे दोनो हाथो में मम्मी को दोनों बड़े बड़े बूब्स थे
जिन्हें मैं लगातार दबा और मसल रहा था और मम्मी मजे में उँह आह आन्ह उँह आन्ह कराह रही थी अब मम्मी का वीर्य फिर गिर गया अब चुत लशलश कर रही थी लंड को भी बहुत मजा आ रहा था मम्मी ने कहा अब मत चोदो मगर मेरा विर्य अभी नही गिरा था तो मैं लगा रहा अब मम्मी मजे में छटपता रही थी मैं पेलता रहा वो चिलाती रही बारिश होती रही मैं पेलता रहा वो चिलाती रही कुछ देर बाद अब मेरी बारी थी विर्य गिरने की मैंने मम्मी को बता दिया कि विर्य उनकी चुत में ही गिरूंगा वो मान गयी अब मेरा विर्य आने को था मैन जोर दे दिया मम्मी इस दर्द से चिलाने लगी और छुड़ाने की कोशिश की मगर मैन उनके दोनो पैर तो जकड़े हुए था ही फिर मैंने उनके दोनों हाथों को भी जकड़ लिया मगर मम्मी ने कहा बूब्स पकड़ लो वो हाथो से विरोध नही करेंगी
औए हुआ भी ऐसा ही वो हाथो को बिस्तर पर मरती जब मैं जोर देकर लंड चुत में डालता और विर्य छोड़ता और मैं अपने पजरे जोर शोर से करता इतना जोर लगता था कि मम्मी की गांड जो तकिये के कार्य बहुत ऊपर तक उठी थी पूरी पिचक जा रही थी । 5-6 बार जोरदार धक्के में मैन अपना सारा विर्य मम्मी की चुत में ही निकल दिया और शांत होकर मैं मम्मी के ऊपर ही लेता रहा और लन्ड अंदर ही रखी तो मम्मी ने पूछा फिर से तेरा इतना ज्यादा विर्य मैन बोल दिया तुम्हरी सहूत इतना मज़ा दे एहि है कि सब निकल जा रहा है मम्मी मुस्करा कर बोली अब नही चोदेगा मैने कहा अब हिम्मत नही गई काल फिर चोद दूंगा ।
मम्मी ने कहा इतना मजा मुझे आज तक नही आया इतना बड़ा लन्ड जिंदिगी में पहली बार लिया है और पहली बार सेक्स से भी संतुस्त हूँ । इसी तरह बात करते करते हम दोनों सो गए ।
सुबह जब नींद खुली तो मैं वैसे के वैसे ही था मम्मी के ऊपर लेता था , तांग मम्मी के ऊपर और एक निचे लैंड अब फिर से खड़ा था विर्य के कारण मेरा लन्ड और मम्मी की गाण्डऔए चुत सब सफेद हो गए थे मेरा एक हाथ अब भी तकिये के नीचे था और दूसरे ने बूब्स को थामा हुआ था हैम पूरी तरह नंगे थे इससे आगे की कहानी दूसरे पार्ट में दूंगा ये कहानी बहुत लंबी हो गयी है धन्यवाद अखिरी तक पढ़ने के लिए