ग्रुप सेक्स स्टोरी

मैं अकेली और चोदने बाले तीन जम कर चोदा तीनो लड़को ने-1

मेरा नाम ऋचा है मैं मैं अभी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही हु, . मेरी दो फ्रेंड्स की नोकारी लग गई और एक की तो शादी भी हो गई. हमारा एक कामन फ्रेंड है साहिल जो 21 साल का लंबा और पतला सा स्मार्ट लड़का है. वो भले ही टॅक्सी ड्राइवर है लेकिन उसने 9 महीने पहले हम तीनो को पहली बार चोदा था तब से मे उसे राज़ा ही बोलती हू. अब मे उस से शादी करना चाहती हू लेकिन मेरे घर बाले टॅक्सी ड्राइवर से शादी नही करेंगे इस बात का मुझे पूरा पता है क्यूकी मेरे पापा की गाव मे इज़्ज़त है.

तो मेने डिसाइड किया की मे मेरे साहिल राज़ा क साथ ऐसे ही मज़े लेती रहूगी. कॉंपिटेशन क सिलसिले मे मेने पास के शहर मे रूम ले लिया था और वह मे अकेली ही रहती हू. मोका पाकर मे साहिल से मिल लेती हू और साहिल की हर बात को मे मनती थी क्यूकी उसने ही मुझे पहली बार आज से 9 महीने पहले चोदा था और मेरी कुवारि चूत और गांड को फाड़ा था. साहिल ने कुछ दिन पहले मुझे कहा की जैसे तुम तीनो लड़कियो ने 9 महीने पहले मेरे से चूत और गांड मरवाई थी वैसे ही मे और मेरे दो दोस्त मिलकर तेरी चूत और गांड मारेंगे तो मेने हंस कर टाल दिया और साहिल को कहा की तो तू बदला लेगा मेरी चूत और गांड से.

वो भी हसने लगा लेकिन मेरे मन से ये बात निकली नही थी. मुझे साहिल क अलावा आज तक किसी ने नही चोदा . साहिल क लंड मे कितना दूं है वो मेरी चूत और गांड क अलावा कोई नही जान सकता. साहिल ने भी जितना मज़ा मेरी चूत और गांड का लिया उतना किसी का नही लिया. साहिल जब भी मुझे चोदता तो लंड क टोपे को चूत और गांड की स्किन मे फसा कर मुझे बहुत एग्ज़ाइटेड करता था. उसके सपाट लंड की साइज़ 9.25″ लंबा और 3.25″ मोटा था और लंड का टोपा 3.75″ मोटा और पिंकिश-रेड कलर का था. अब मेरी चूत और गांड खुल चुकी थी लेकिन इसका मतलब ये तो नही की 3-3 लड़के एक साथ चोदे तो कोई फ़र्क नही पड़े.

आख़िर वो टाइम भी आ गया जब साहिल का प्लान पूरा होने वाला था. उसने मुझे कॉल किया की आज रिचा ही रहेगी या गाव जाएगी तो मेने बोला की मे तो यही रहूगी और मेने उसको कहा की राज़ा मिस उ तुम आ जाओ ना. तो वो फोन पर बोलने लगा की रानी मे अवँगा भी और आज नाइट मे तुझे बहुत कुच्छ दूंगा . साहिल क साथ मेने नाइट मे कभी सेक्स नही किया था उसके साथ जब भी सेक्स किया वो दिन मे ही किया था क्यूकी नाइट मे चुदाई का सिस्टम बैठा ही नही. मेने मेरी चूत क बाल मेरे राज़ा क लिए सॉफ कर लिए और ब्यूटी पार्लर जाकर अच्छे से तैयार हो गई. मार्केट से पिंक कलर की न्यू ब्रा और पनटी जाली वाली ट्राणस्परांट ले आई क्यूकी ये कलर साहिल को अच्छा लगता था. चुदाई क आइटम क्रीम और आयिल मेरे पास पहले से थे – ये मेरी फ्रेंड माया सिंग जो नर्स है उसने लाकर दिए थे.

मे राज़ा क लिए तैयार होकर इंतज़ार करने लगी इतने मे किसी ने दरवाजा खटखटाया तो मेने दरवाजे क च्छेद मे से देखा तो साहिल नज़र आया और उसके साथ 18-19 साल क दो लड़के और वो दोनो भी स्मार्ट और फिज़िकली फिट लग रहे थे. मे साहिल के साथ 2 और लड़के देखकर घबरा गई लेकिन मेने मेरे साहिल राज़ा क लिए दरवाजा खोल दिया तो तीनो रूम मे आ गये और मेने तीनो को पानी पिलाया. रात को 10 बाज चुके थे. साहिल की तरह ही उनकी भी बॉडी सॉफ थी. साहिल ने उनसे मेरा इंट्रोडक्षन करवाया और उनके बारे मे बताया. एक का नामे इरफ़ान था और सिटी क सिनिमा हॉल मे जॉब करता है. दूसरे का नामे शाहिद था और वो कभी कभी साहिल की टॅक्सी चला लेता था.

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मेरा रूम इतना सेफ है की वाहा किसी की नज़र नही पड़ती की कों आ रहा है और कों जा रहा है. अब हम चारो एक दूसरे को चुपचाप देख रहे थे. मेने महसूस किया की इरफ़ान और शाहिद को साहिल धोखे से मेरे रूम पर लेकर आया था इसलिए वो मेरे ट्राणस्परांट स्कर्ट जिसमे से मेरी पनटी नज़र आ रही थी को देखकर अबनॉर्मल लग रहे थे. साहिल ने मुझे आँख मार कर इशारा कर दिया की आज हम तीनो तेरी प्यास डोर करेंगे.

तो मेने ज़्यादा टाइम खराब नही करते हुए साहिल क प्लान को अंजाम तक पहुचने की शुरुआत कर दी क्यूकी मे साहिल की हर बात का रेस्पेक्ट करती थी. साहिल की वजह से मुझे उन दोनो से भी कोई दर नही था. मे बातरूम मे जाकर मेरे स्कर्ट क हुक को ऐसे लगाया की अगर मे हल्की सी भी झूकू तो स्कर्ट नीचे गिर जाए. बातरूम से बाहर आकर मे पानी का ग्लास उठाने क लिए झुकी तो मेरी स्कर्ट गिर गयी और मेरे चूतड़ शाहिद की तरफ थे. मे वापिस बातरूम मे भागने का नाटक करते हुए लड़कड़कर साहिल और इरफ़ान क बीच गिर गई तो इरफ़ान क पंत मे लंड की जगह मेरा रिघ्त हॅंड आ गया. अब मे चोरी नज़र से देख रही थी की साहिल क साथ साथ उन दोनो लोंडो का लंड भी जीन्स पंत क अंडर ही अंडर हरकत करने लगा.

और इसी क साथ तीनो लोंडे मुझ पर टूट पड़े. साहिल मेरे माममे दबा रहा था तो इरफ़ान मेरी चूत पर हाथ रग़ाद रहा था और शाहिद मेरे चूतड़ दबा रहा था. साहिल ने मेरी ब्रा तो इरफ़ान ने मेरी पनटी उतार दी. उसमे उतरना क्यट हा वो तो वैसे ही ट्रॅन्स्परेंट थी लेकिन आयेज क इरादे और प्लान क अनुसार चूत और गांड की चुदाई क लिए ये उतरना ज़रूरी भी था. इरफ़ान तो साला सबसे तेज लग रहा था तो शाहिद भी साहिल से कम नही था. साहिल राज़ा को तो मेने आजमाया हुआ था या यू कहे की मेरे से ज़्यादा तो मेरी चुड और गांड ने उसके लंड और लंड क टोपे को अच्छे से आजमाया हुआ था.

मे बिल्कुल न्यूड थी और उन तीनो मदारचोड़ो ने अभी तक तो उपर क कपड़े भी नही उतरे थे तो मेरे इरफ़ान की त-शर्ट उतार दी और उसकी जीन्स खोलने क लिए हुक निकल दिया. पता नही क्यू आज मे इरफ़ान की तरफ कुछ ज़्यादा ही अट्रॅक्ट हो रही थी और मेने उसकी पंत भी उतार दी तो उसकी हाथ और पैर और थाइस एकद्ूम टाइट और मस्त लग रही थी. फिर मेने साहिल का शर्ट और पंत उतार दी और पीछे पलट कर मेरे चूतड़ को दबा रहे शाहिद क त-शर्ट और पंत उतार दी तो शाहिद तो बिल्कुल न्यूड हो गया क्यूकी उसने अंडरगार्मेंट्स नही पहने हुए थे तो मेने उसके लंड को छेड़ा और कहा नौज्ी अंडरगार्मेंट्स नही पहनता तो वो बोला क्या करू यार मेरा एक फ्रेंड और एक गर्लफ्रेंड माना करते है. शाहिद का लंड भी साहिल जैसा ही था और उसका टोपा पिंकिश नही होकर बिल्कुल रेड था ऐसे लग रहा था की जैसे ब्लड निकालने वाला है. उसकी थाइस एकद्ूम से स्लिम थी लेकिन देखते ही उसमे दूं लग रहा था क्यूकी वो अभी अभी तो जवान हुआ था.

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मेने साहिल की अंडरवेर और बनियान भी उतार – उसको ये मेने ही उसके बर्तडे पर गिफ्ट की ही. मेने साहिल क लंड को किस किया और उसकी बॉल्स को मूह मे लेकर चूसा तो शाहिद अपने लंड से मेरी गांड की दोनो दीवारो क बीच हरकत करने लगा तो मेने उसको कहा शाहिद बेटा तस्सली रख अभी तो मेने तेरे लंड को चूसा ही नही तो मेरी गांड का नंबर नही आ सकता तो वो मेरे माममे दबाने लगा और इरफ़ान ने मेरे चूतड़ दबाने शुरू कर दिए और इरफ़ान का लंड उसकी व-शेप अंडरवेर से एक तरफ से बाहर निकल रहा था तो मेने उसकी अंडरवेर उतारकर उसको भी पूरा नंगा कर दिया तो उसके फंफंते हुए नाग ने मेरे चूतड़ पर ज़ोर से मारी मुझे ऐसे लगा जैसे उसने किसी डंडे की मारी हो.

आप विश्वास नही करोगे उसका लंड तो तीनो मे सबसे मोटा और लंबा और सुडोल और स्पॅट था और उसके लंड पर स्किन तो थी ही नही जो बिल्कुल रेड कलर का था और आगे का टोपा 4” का था और टोपे का शेप मशरूम जैसा था जो चूत या गांड मे घुस जाए तो बाहर निकलते टाइम अंडर का सब कुछ बाहर निकल दे और इतने भयंकर टोपे क साथ ही लंड की लेंग्थ 10” और विड्त टोपे से कुछ कम यानी 3.50” थी. इरफ़ान क लंड और टोपे की विड्त मे 0.50” क डिफरेन्स ने मुझे पागल कर दिया. मेने ज़ोर से सिसकारी भारी और लंड को चूसने लगी और मे पागल हो चुकी थी की 18 साल का लोंदा और उसका ये लंड. मेरे मान की आवाज़ सुनकर इरफ़ान ने धीरे से बोला पगली मे डेली 10 केयेम ऋण लगता हू और 1 घंटे फुटबॉल खेलता हू और जिम भी करता हू और मेरे नाग की भी सांड़े क आयिल से रेग्युलर मसाज करता हू तो उसकी ये बात सुनकर तो मे और भी जोश मे आ गयी और उसके लंड को काट दिया तो उसने रोका लेकिन वो था असली मर्द.

मेने इरफ़ान का लंड चूसा और जीभ से उसकी गांड को भी चटा और उसकी गांड क च्छेद मे मेरी जीभ फसाने की कोशिश की तो बहुत मज़ा आया और वो भी 69 पोज़िशन मे आकर मेरी चूत और गांड को बरी बरी से चाटने लगा वो मेरी चूत क पॉइंट को भी छत रहा था. शाहिद मेरे चूतड़ और साहिल निपल्स दबा रहा था. मे इरफ़ान की गांड पर और इरफ़ान मेरी गांड पर मार रहा था जिस से मेरी गांड पर उसके हाथो क निशान रेड-रेड बन गये थे और हम दोनो को बहुत जोश आ रहा था इतने मे 30-35 मिनिट बाद मे हम दोनो अकड़ कर झाड़ गये और इरफ़ान क लंड का गरम गरम लावा मेरे मूह मे पिचकारी की तरह च्छुत गया और मे उसके लंड क पानी की प्यासी पोरा जूस पी गयी और मेरा पानी मेरी चूत से भहर बहने लगा जो इरफ़ान पी कर शांत हो गया और इरफ़ान वही लेट गया और मे शम्भालने लगी तो साहिल और शाहिद मुझ पर टूट पड़े.

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शाहिद और साहिल ने मेरी चूत और गांड को चटा और उनके लंड का जूस बरी बरी से मे पी गई और जैसे ही मे झड़ी तो मेरा जूस भी वो दोनो आधा आधा बाँटकर पी गये. मे दो बार झाड़ चुकी थी और लोंडे एके क बार और अब हुँने 10 मिनिट रेस्ट की और सभी ने कॉफी पी लेकिन सभी न्यूड ही थे. नाइट मे 12.30 बाज चुके थे लेकिन मेरी चूत और गांड की चुदाई नही हुई थी. उन लोंडो ने मिलकर मुझे डॉग्गी स्टाइल मे करके पैरो तो बेड पर रख दिए और आयेज की बॉडी चेर पर पिल्लो रखकर ऐसी पोज़िशन बनाई की ये तीनो लोंडे एक साथ मेरी चूत और गांड और मौत की चुदाई कर सके और साथ ही साथ मेरे निपल्स और चूतड़ और थाइस एक साथ दबा दबा कर मसाज भी कर सके.

मुझे इसी पोज़िशन मे तैयार करके उन्होने आयिल और क्रीम से मेरी पूरी बॉडी की मसाज की और आयिल और क्रीम मेरी गांड और चूत पर कुछ ज़्यादा ही लगा रहे थे और मुझे अंडर से ठंडक महसूस हो रही थी और गुदगुदी भी हो रही थी. कुल मिलक्र् ये आयिल और क्रीम क साथ मसाज की जो भी तैयारिया हो रही थी वो सब मेरी चूत और स्पेशली मेरी गांड मे इरफ़ान क लंड क 4” मोटे टोपे को घुसाड़ने की तैयारिया थी – ये मे साँझ चुकी थी और मुझे तो केवल और केवल इरफ़ान क लंड का बिना स्किन का रेड कलर का 4” मोटा टोपा ही नज़र आ रहा था और ये सोच सोच कर मे बहुत ज़्यादा जोश मे आ रही थी. मुझे मेरी चूत की ज़्यादा टेन्षन नही थी क्यूकी नॉर्मली हर चूत मे इलॅस्टिसिटी और फ्लेक्सिबिलिटी वैसे भी ज़्यादा होती है और उपर से साहिल 9 महीने से मेरी गड्रई हुई चूत का चबूतरा नही तो भी भोसड़ा बनाने की शुरुआत तो कर ही चक्का था. मे मेरी तरफ से कुछ भी नही कर रही थी क्यूकी मुझे साहिल ने माना कर दिया था तुम तो इसी पोज़िशन मे रहो अब जो भी करेंगे हम ही करेंगे और मे मेरे राज़ा की बात मानकर चुपचाप मज़े लिए जा रही थी.