पड़ोसी की चुदाई

मकान मालिक की बीवी की चुदाई-1

(Makan mailk ki biwi ki chudai-1)

हेल्लो दोस्तों.. मेरा नाम रूपेश गुप्ता है. में पहले अपने बारे में बता दूँ.. मेरी लम्बाई 5 फीट 5 इंच है और मेरा शरीर स्लिम बॉडी और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मेरी पत्नी मुझसे पूरी तरह से संतुष्ट है.. हम प्रतिदिन सेक्स करते है और जिस रात हम सेक्स नहीं करते है.. तो उस रात हमको नींद नहीं आती है.

मेरे मकान मालिक की बीवी का नाम वंदना है और उसकी उम्र 22 साल है और उसकी लम्बाई 5 फीट 2 इंच और फिगर 32-28-34 है.. उसका कलर सावंला है और वो बहुत सेक्सी भी है. ये कहानी है तब की है जब मेरी पत्नी मायके गई थी और में घर पर अकेला था और मकान मालिक और उनकी मम्मी भी घर पर नहीं थे. में शाम को ऑफिस से रात के 9 बजे घर आया और पत्नी के नहीं होने के कारण खाना बनाने की तैयारी करने लगा.. वंदना मेरे आने की आवाज़ सुनकर अपने कमरे से बाहर आई और पूछा कि क्या हो रहा है?

में : खाना बना रहा हूँ.

वंदना : आज आप मेरे साथ ही खाना खा लेना.. मैंने अपना और आपका खाना बना लिया है.. मेरे पति और मेरी सास भी बाहर गये है.

में : ठीक है.. में फ्रेश होकर आता हूँ.. तब तक आप खाना लगाओ.

फिर में बाथरुम में गया और फ्रेश होकर मैंने बिना बनियान और अंडरवियर के टी-शर्ट और पजामा पहन लिया और जब में बाथरूम से बाहर आया.. तो वंदना ने डिनर टेबल पर तैयार कर रखा था और खुद ने भी फ्रेश होकर नाईटी पहन ली. नाईटी के अन्दर पहनी गई ब्रा और पेंटी की लाइन दिखाई दे रही थी. में उसको इस रूप में देखकर उत्तेजित होने लगा और मन ही मन सोचने लगा कि कैसे मुझे वंदना को चोदने का बहाना मिलेगा.

फिर में मन ही मन उसको चोदने का प्लान बनाने लगा. हम दोनों डिनर करने के लिये डाइनिंग टेबल पर बैठ गये.. वंदना मेरे सामने वाली कुर्सी पर बैठी थी और जब वो झुककर खाने को अपने मुँह में रखती थी.. तो उसके झुकने से दोनों बूब्स के बीच की दरार 2 इंच दिखाई देती थी.. जो कि मेरी उत्तेजना को और बढ़ा रही थी. मेरी नजरे उसकी लाईन पर ही थी और पजामे में मेरा लंड खड़ा होने लगा था.. अंडरवियर ना होने के कारण लंड का उभार बाहर से पता चल रहा था. मुझे अपनी नाईटी में झाकते हुये वंदना ने देख लिया और कहा कि क्या देख रहे हो?

Hot Sex Story :  Bechari Bhabhi Pyasi Rah Jati Thi Maine Help Kar Di

में : तुम बहुत सुंदर हो और..

वंदना : और क्या?

में : और सेक्सी भी.

वंदना : लेकिन आपकी पत्नी तो मुझसे गोरी, अधिक सुंदर और सेक्सी भी है.

में : हाँ.. लेकिन आज तो तुमने मेरी पत्नी को भी फेल कर दिया.

वंदना : ऐसा क्यों? ये कहकर वो तेज़ी से हंसने लगी और कहा कि कई बार आपकी पत्नी ने मुझे अपनी सेक्स लाईफ के बारे में बताया है और ये भी बताया है कि आप कैसे उनकी चुदाई करते है और कितने तरीको को आप इस्तेमाल कर चुके है. में कब से इस मौके की तलाश में थी कि कब आपकी पत्नी और मेरे पति और सास बाहर जाये और में आपके साथ सेक्स करूँ. इतना कहकर वंदना ने मेरे होठों पर एक किस किया और कहा कि आप डिनर करने के बाद मेरे साथ यहीं रुक जाना.

मैंने मन में सोचा कि मेरी तो लॉटरी लग गई.. कहाँ में वंदना को चोदने का प्लान बना रहा था और कहाँ वंदना खुद मुझसे चुदने को तैयार बैठी थी. डिनर करने के बाद हम दोनों साथ में बैठकर सेक्स की बातें करने लगे. में उसे सेक्स करने के और पत्नी को उत्तेजित करने के तरीके बताने लगा और उससे पूछा कि तुम्हारी सेक्स लाईफ कैसी चल रही है?

वंदना : ख़राब.

में : क्यों? तुम्हारे पति तो शरीर से बहुत शक्तिशाली दिखते है.

वंदना : केवल दिखते है.. लेकिन वो है नहीं.. वो रात को मुझे उत्तेजित किये बिना मुझ पर चढ़ जाते है और कुछ धक्के लगाने के बाद पलटकर सो जाते है.. जबकि में सेक्स की आग में रात भर जलती रहती हूँ. जब आपकी पत्नी ने मुझसे बातें की.. तब से में आपसे चुदवाना चाहती थी.. लेकिन मौका नहीं मिल रहा था और आज रात को मौका भी है और दस्तूर भी.. आज में आपसे रात भर चुदवाउंगी.

में : ठीक है लेकिन आप मुझे मेरे नाम से बुलाओ.

वंदना : आप भी मुझे मेरे नाम से ही बुलाओगे.. इतना कहकर मैंने अपने होंठ वंदना के होठों पर रख दिये. वंदना के होंठ भट्टी के समान सुलग रहे थे. मैंने वंदना का ऊपरी होंठ चूसना शुरू कर दिया.. जबकि वंदना मेरा निचला होंठ चूस रही थी.

Hot Sex Story :  दीदी की पड़ोसन को चोद डाला

होठों को चूसने के साथ साथ मेरे हाथ नाईटी के ऊपर से ही उसके बदन पर घूम रहे थे. वंदना ने अपने दोनों हाथों से मुझे बाँध रखा था. फिर मैंने वंदना के होंठ चूसते हुये एक हाथ उसकी गर्दन के नीचे लगाया और दूसरा हाथ कमर के नीचे लगाकर उसे गोद में उठा लिया. वंदना ने अपने दोनों हाथ मेंरी गर्दन में डाल दिये.. में वंदना को लेकर उसके बेडरूम में गया और बेड पर बैठा दिया और लाईट चालू कर दी.

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

वंदना : लाईट चालू क्यों की? मुझे शर्म आयेगी.

में : शर्म कैसी.. जब चुदवाने का मज़ा लेना है तो पूरी तरह से मज़ा लो.

इतना कहकर मैंने उसकी नाईटी खोली और नाईटी बेड के नीचे फेंक दी. वंदना ने लाल ब्रा और लाल पेंटी पहन रखी थी.. जिसमें उसका बदन बहुत सेक्सी लग रहा था. वंदना ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मेरा ऊपरी बदन पूरा नंगा कर दिया. मैंने वंदना को बेड पर लेटा दिया और उसके होंठ फिर से चूसने लगा.. मेरा एक हाथ ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स दबा रहा था और दूसरा हाथ उसकी जांघे सहला रहा था.

वंदना भी अपने दोनों हाथ मेरी नंगी पीठ पर फेर रही थी. मैंने अपनी जीभ से वंदना के होठों को खोलते हुये अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वंदना मेरी जीभ को अपने मुँह में पाकर पागल सी हो गई. फिर मेरी जीभ को लोलीपोप की तरह चूसने लगी.

फिर मैंने अपना हाथ वंदना की ब्रा में डाल दिया और निप्पल को अंगूठे और उंगली में लेकर मसलने लगा.. दूसरे हाथ से उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से रगड़ने लगा.. उसकी पेंटी गीली हो रही थी. उसकी जीभ चूसने के बाद में अपनी जीभ को वंदना के बदन के सफ़र पर ले चला और उसके गाल, गर्दन का कोई भी हिस्सा चाटने से नहीं छोड़ा. धीरे-धीरे में नीचे की तरफ चला और वंदना की ब्रा के हुक खोल दिये..

वंदना के बूब्स और निप्पल देखकर मुझे एक बोतल का नशा आने लगा. फिर में वंदना के राईट बूब्स के निप्पल को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा और लेफ्ट बूब्स के निप्पल को उंगली और अंगूठे से मसलने लगा. अब वंदना धीरे-धीरे गर्म होने लगी थी और उसके मुँह से सिसकारियां निकल रही थी.. में भी उसके दोनों निप्पल को बारी-बारी से चूस और काट रहा था.

Hot Sex Story :  मोहल्ले की काली लेकिन भरे हुए जिस्म वाली लड़की को पटाकर चूत चोदी

लगभग आधे घंटे तक उसके निप्पल काटने और चूसने के बाद मैंने फिर से अपने नीचे का सफ़र स्टार्ट किया. मेरी जीभ उसके सीने से होती हुई उसके पेट की और चली और जैसे ही मैंने उसकी नाभि में जीभ लगाई.. तो वो बोली कि आअहह ये मुझे क्या हो रहा है.. मेरा खुद पर से कंट्रोल ख़त्म हो रहा है और मेरे तन-बदन में आग लग रही है अब और कितना तड़पाओगे. अब सहन नहीं होता.. जल्दी से मुझे चोदो.. मेरी चूत को अब तुम्हारे लंड की प्यास लगी है.. मेरी चूत की प्यास बुझा दो और उसकी आग शांत कर दो.. लेकिन मेरा सफ़र जारी रहा और में उसकी नाभि से होता हुआ उसकी जांघ तक पहुंचा.

फिर उसकी पेंटी की इलास्टिक को अपने दातों से पकड़कर नीचे खींचा और पेंटी को उसके पैरों से निकाल दिया. फिर मैंने वंदना के पैरों को चूमना शुरू किया.. उसके पैरों को चूमते हुये में उसकी जांघो को चूमता हुआ उसकी चूत की और बढ़ा. उसकी चूत के उपर हल्के-हल्के बाल थे.. जो कि बहुत मुलायम थे. वंदना के कोई बच्चा ना होने के कारण उसकी चूत बिल्कुल वर्जिन लड़की की तरह दिख रही थी.