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चालबाज मामी का चूत पूजन-1

Mami ka choot pujan-1

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोनक पटेल है और में 19 साल का हूँ. यह बात दोस्तों उन दिनों की है, जब में अपने मामा के घर में रहता था और वैसे मेरे मामा अहमदाबाद में रहते है. उनके घर में मामा और मामी बस दो ही लोग रहते है और तब तक उनकी शादी को पूरे आठ साल हो चुके थे, लेकिन उनके अब तक कोई बच्चा नहीं था और में उस समय अपने पूरे परिवार के साथ अहमदाबाद के पास एक छोटे से गाँव में रहते थे और वहां पर मेरी आगे की पढ़ाई के लिए कोई अच्छा स्कूल नहीं था, इसलिए घर में सभी के कहने से यह तय हुआ कि में अब अपनी आगे की पढ़ाई को अहमदाबाद में अपने मामा के पास रहकर ही पूरी करूंगा.

दोस्तों वैसे में यह बात आप लोगों को बता दूँ कि मेरे मामा एक वकील है और उन्हें अपने काम की वजह से कभी कभी शहर से बाहर दूसरे शहर भी जाना पड़ता है और अब में आप लोगों को अपनी आज की कहानी सुनाता हूँ. दोस्तों जैसा कि मैंने पहले ही आपको बताया कि में अपने मामा के यहाँ पर ही रहता था और तब उन दिनों मेरे मामा भी अपने केस के सिलसिले में मुंबई गए हुए थे और घर पर में और मेरी मामी ही थे.

दोस्तों उन दिनों में अपने आप में कुछ अलग सा बदलाव महसूस कर रहा था, लेकिन में कुछ भी समझ नहीं पा रहा था कि में क्या करूं? क्योंकि पहली बार रात को सोते समय मेरे लंड से गाड़ा सफेद दूध जैसा कुछ प्रदार्थ निकला था और उसको देखकर में तो बहुत परेशान हो गया और में जल्दी से उठकर बाथरूम में चला गया और मैंने अपनी अंडरवियर को बदलकर अपना लंड धो डाला, लेकिन में उस समय जल्दी में अपनी अंडरवियर को साफ करना भूल गया. फिर दोबारा दूसरी रात को भी ठीक वैसा ही हुआ, में तो डर गया कि मुझे कहीं कोई बीमारी तो नहीं हो गयी. फिर दूसरे दिन जब में सो रहा था, तो मुझे ऐसा लगा कि किसी ने मेरे लंड के ऊपर अपने हाथ से छुआ हो और तभी मेरी मामी ने मुझे उठाया.

मैंने उन्हे मॉर्निंग विश किया और उन्होंने मुझसे कहा कि आज रविवार है और में जल्दी उठ जाऊं तो वो उनका बाकी का सारा काम निपटा सके, में जल्दी से उठा और ब्रश करने लगा और इतने में मामी दो बाल्टी भरकर गरम पानी लेकर आ गई और वो मुझसे बोली कि जल्दी कर. दोस्तों वैसे में आप लोगों को बता दूं कि उस समय मुझे अपने सर के बाल धोने नहीं आते थे, इसलिए मेरी मामी हमेशा मेरे बाल धो देती थी और फिर वो एक स्टूल पर बैठ गयी और में उनके सामने ज़मीन पर बैठ गया.

फिर मैंने अपना बनियान और अपनी छोटी पेंट पहनी हुई थी, तब वो मुझसे कहने लगी कि तू यहाँ पर आकर बिगड़ गया है, ठीक से नहाना भी नहीं आता, तेरी माँ तो मुझे ही ताना मारेगी कि मैंने उनके बेटे का ठीक से ख्याल भी नहीं रखा, इसलिए आज में तुझे अपने हाथों से अच्छी तरह से घिस घिसकर नहलाऊँगी और वो अब मुझसे अपने कपड़े उतारने को कहने लगी. अब मैंने अपनी मामी को समझाया और कहा कि मामी आप बिल्कुल भी चिंता मत करिए, में आज अच्छी तरह से नहा लूँगा, लेकिन फिर उन्होंने मुझसे कहा कि नहीं आज में तेरी कोई बात नहीं सुनने वाली और अब में उनकी जिद के आगे हार गया और मैंने अपना बनियान उतार दिया, इतने में वो मुझसे कहने लगी कि यह पेंट भी उतार दो. फिर मैंने वो भी उतार दिया और अब में सिर्फ़ अपनी अंडरवियर में अपनी मामी के सामने खड़ा था. तभी मामी ने मुझसे कहा कि यह भी उतार दो. तब मैंने मामी को साफ मना कर दिया और में उनसे कहने लगा कि मुझे नहीं नहाना, तो मामी बोली कि अच्छा तो ठीक है, में तो तुम्हारे ही भले के लिए ही कह रही थी, अब चलो और फिर उन्होंने मुझे एक छोटा सा स्टूल बैठने के लिए दे दिया और वो मुझे नहलाने लगी और मेरे सर पर शेम्पू लगाने के बाद उन्होंने मेरे पूरे बदन पर साबुन लगाना चालू कर दिया और उस दिन मुझे पहली बार अपनी मामी का स्पर्श कुछ अजीब सा लग रहा था और जिसकी वजह से अब मेरे लंड में कुछ अजीब सी हरकत होने लगी थी.

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फिर इतने में मामी मुझसे बोली कि रोनक ज़रा अब तुम सीधे खड़े हो जाओ, तुम्हारे स्टूल के नीचे साबुन चला गया है, लेकिन मेरे सर पर शेम्पू लगे होने की वजह से उस समय मेरी दोनों आखें बंद थी इसलिए में उनके कहने पर चुपचाप सीधा खड़ा हो गया, लेकिन मुझे क्या पता था कि वो मेरी मामी की एक चाल थी? और जैसे ही में खड़ा हुआ तो मामी ने झट से एक झटके के साथ मेरी अंडरवियर को नीचे खींचकर उतार दिया और अब में अपनी मामी के सामने पूरा नंगा खड़ा था.

फिर तभी मामी ने कहा कि हाँ अब तुम नीचे बैठ जाओ, अब में तुम्हें ठीक तरह से नहलाउंगी और मुझसे इतना कहकर मामी ने अपने साबुन वाले हाथों से मेरे लंड को तुरंत जा पकड़ा तो उस वजह से मेरे पूरे बदन में एक अजीब सा करंट सा दौड़ गया और मेरे पूरे शरीर में मानो उस समय जैसे किसी ने मेरे लंड पर बिजली के तार बाँध दिए हो और फिर में मामी से कहता रहा, प्लीज मामी आप अब ऐसा मत करिए, मुझे शरम आ रही है, लेकिन आज उनमें कुछ अजीब सा बदलाव था, मानो जैसे कि वो मेरी मामी ही ना हो और कोई दूसरी कोई औरत हो, इतने में उन्होंने मेरे लंड के ऊपर की चमड़ी को नीचे किया और दबा दिया, जिसकी वजह से मेरे मुहं से एक चीख निकल पड़ी.

अब वो मेरे लंड को आगे पीछे करने लगी. इस पर मुझे पहले तो थोड़ा दर्द हुआ, लेकिन थोड़ी देर बाद इतना मज़ा आ रहा था कि मानो जैसे में जन्नत की सैर कर रहा हूँ और मेरे मुहं से पागलों की तरह आवाज़े बाहर निकलने लगी, इस पर मामी ने अपनी स्पीड को और ज्यादा बढ़ा दिया और फिर मुझे अपने लंड में वो रात वाली सनसनी एक बार फिर से महसूस हुई, लेकिन इससे पहले कि में कुछ कहता मेरे लंड ने एक ज़ोरदार झटका खाया और एक बंदूक की गोली की तरह मैंने अपना सारा गाड़ा गरम दूध मामी के मुहं पर छोड़ दिया, जो मुहं से टपकते हुए सीधा उनके गोरे गोलमटोल बूब्स पर जा पहुंचा, जिसकी वजह से मामी डर गई. अब मामी तुरंत उठकर खड़ी होकर बाहर चली गयी, जिसकी वजह से मुझे भी बहुत बुरा लगा और फिर में मन ही मन में सोचने लगा कि मैंने अपनी मामी के मुहं पर अपना सफेद पेशाब कर दिया और फिर में कुछ देर बाद नहाकर बाहर आ गया.

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उस समय दोस्तों मैंने सिर्फ़ एक टावल लपेटा हुआ था. फिर मैंने देखा कि मेरी मामी सोफे पर बैठी हुई है तो में उनके पास चला गया और अब में अपने सर को नीचे झुकाकर बाथरूम के अंदर हुए उस हादसे के लिए मामी से माफी भी माँगने लगा. फिर उन्होंने मेरी तरफ देखा और उन्होंने मुझसे पूछा कि ऐसा तुम्हारे साथ कब से हो रहा है और तुम्हें यह सफेद दूध कब से निकल रहा है? और तब मैंने उनको अपने मन की वो सभी बातें और मेरे साथ रात को हुई वो सभी घटनायें सच सच बता दी.

फिर उन्होंने मेरी तरफ अपनी निराशा भरी नज़रों से देखा और पूछा कि क्या तुमने किसी और से यह बात कही है? तो मैंने उससे कहा कि नहीं. तब उन्होंने कहा कि ठीक है तुम वैसे यह बातें किसी को बताना भी मत और वो मुझसे बोली कि यह बहुत ही गम्भीर बात है, में अपनी मामी की उस बात को सुनकर बहुत घबरा गया और मैंने मामी से पूछा कि मुझे क्या हुआ है?

तब मामी ने बताया कि मुझ पर लंड देव का प्रकोप है और इसको टालने के लिए इसका कोई उपाय करना होगा. तभी मामी के मुहं से यह बातें सुनकर मेरा तो दिल बैठा जा रहा था, इसलिए मैंने डरते हुए अपनी मामी से पूछा कि यह लंड देव कौन है और इनसे बचने का क्या है? तब मामी ने मुझसे पूछा क्या तुम लंड देव को नहीं जानते? मैंने कहा कि नहीं तो उन्होंने मुझे लंड देव की कहानी सुनाई तो वो बोली कि हज़ारों साल पहले की बात है और इस धरती पर लंड देव और उनकी पत्नी देवी योनी रहा करती थी और उनके पास एक अमृत कुंज था, जिसमें जहाँ कहीं वो अमृत की बूंदे डालते वहाँ एक बालक जन्म लेता था, लेकिन एक दिन लंड देव जंगल में टहल रहे थे कि तभी उनको ज़ोर से पेशाब लगी.

फिर उन्होंने एक पहाड़ी पर खड़े रहकर पेशाब कर लिया, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि नीचे एक महर्षि तप में लीन थे और जैसे ही लंड देव के पेशाब की बूंद महर्षि पर पड़ा तो उनका तप भंग हो गया और उस वजह से उनका क्रोध भड़क उठा और उन्होंने बिना देखे लंड देव को श्राप दे दिया कि जिस अंग से तूने मेरी तपस्या को आज भंग किया है आज से तू उसी अंग में वास करेगा और तब से लंड देव लड़को के पेशाब नली में ही वास करने लगे और जब से यह बात देवी योनी को पता चली तो वो घबराकर दौड़ी दौड़ी महर्षि के पास चली गयी और वो ज़ोर ज़ोर से रोते हुए उनके पैरों में गिरकर लंड देव को उनके उस श्राप से मुक्त करने की प्रार्थना करने लगी. अब महर्षि ने देवी योनी से कहा कि मेरा यह श्राप तो अटल है और अब वो वापस नहीं लिया जा सकता और तब देवी योनी ने महर्षि से अपने और लंड देव के मिलन का उपाय उनसे पूछा.

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फिर महर्षि ने उनसे कहा कि बस इसका सिर्फ़ एक ही उपाय है कि जैसे लंड देव मर्दो की पेशाब की जगह में वास करते है और तुम भी आज से औरतों की पेशाब की जगह में वास करो और तब देवी योनी ने महर्षि से उस काम को करने के लिए आज्ञा माँगी और देवी ने कहा कि मुझे आपकी यह बात मंजूर है और तब से देवी योनी हम औरतों की पेशाब वाली जगह में वास करती है और फिर जब भी किसी लड़के के ऊपर लंड देव का प्रकोप आता है तो सिर्फ़ और सिर्फ़ देवी योनी ही उसे शांत कर सकती है और इसकी विधि अनुसार पूजा करनी पड़ती है.

अब मामी ने अपनी कहानी को पूरा करते हुए मुझसे पूछा कि क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है? तो मैंने उनसे कहा कि नहीं और तभी मेरी बात को सुनकर मेरी मामी की आँखो में आँसू आ गये और यह सब देखकर मेरा तो जी दोबारा घबरा गया और में बहुत चिंतित होता हुआ अपनी उदास मामी से पूछ बैठा कि मामी क्या हुआ? तब मामी मुझसे बोली कि अब तुझे सिर्फ़ देवी योनी ही बचा सकती है और कोई नहीं, अगर तुझे कल सवेरे से पहले कोई योनी नहीं मिली तो. अब मैंने उनसे पूछा कि मामी तो क्या होगा? वो कहने लगी कि वरना तू छक्का यानी हिजड़ा बन जाएगा.

दोस्तों अपनी मामी के मुहं से यह बात सुनकर मेरे तो दोनों कान खड़े हो गये और मेरे माथे से पसीना बहने लगा. में अब बहुत ज्यादा घबरा गया था और इसलिए मैंने डरते हुए अपनी मामी से कहा कि मामी मुझे छक्का नहीं बनना, आप ही प्लीज कुछ कीजिए, प्लीज आप मुझे बचा लीजिए, इस समस्या का कोई तो उपाय आप मुझे बताए?

अब कुछ देर सोचकर मामी ने मुझसे कहा कि मेरे पास एक दूसरा रास्ता भी है, जिस पर चलकर तुझे इस समस्या का हल हमेशा के लिए मिल जाएगा, लेकिन उससे पहले तुझे मुझे एक वचन देना होगा कि तू यह बात किसी को नहीं बताएगा और कुछ भी नहीं कहेगा. अब मैंने अपनी मामी को किसी को कुछ भी ना बताने का वचन दे दिया और तब मामी ने मुझसे कहा कि हाँ में दूँगी अपनी योनी तुझे और तू अपनी उस समस्या को मेरी वजह से हमेशा के लिए खत्म कर सकता है.