मेरी बीवी का डबल चुदाई-1
Meri biwi ki double chudai-1
हैल्लो दोस्तों, में आज आप सभी को अपनी बीवी की चुदाई की एक सच्ची दास्ताँ सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मेरी बीवी ने अपनी चूत बहुत को जमकर चुदवाया और में उसकी चुदाई को बस दर्शक बनकर देखता रहा. वैसे मुझे उसे गरम करना बहुत अच्छा लगता है क्योंकि वो बहुत ही सेक्सी है और उसकी चूत को हर कोई पाने के लिए तरसता है क्योंकि वो है ही कुछ ऐसी चीज, बिल्कुल हॉट सेक्सी और में भी उसकी चूत बहुत दीवाना हूँ और वो भी बहुत बड़ी चुदेल, लंड की प्यासी है. आज में उसकी एक चुदाई का ताज़ा ताज़ा किस्सा आप सभी को सुनाऊंगा.
तो दोस्तों उस सुबह जब मेरी आँख खुली तो लगभग दस बज रहे थे और में सोफे पर सोया हुआ था और ठीक मेरे सामने बेड पर मेरी बीवी नंगी सोई हुई थी. उसके दोनों पैर कुछ फैले हुए थे इसलिए उसकी चूत भी कुछ खुली खुली सी दिख रही थी, लेकिन चूत के अंदर अभी भी थोड़ा थोड़ा सा सफेद माल नज़र आ रहा था जो उसकी पिछली रात की होने वाली जमकर चुदाई को साफ साफ बता रहा था और वो चूत से बहकर चादर पर भी फैला हुआ था और उस चादर में चार जगह वीर्य के दाग दिखाई दे रहे थे जिसमे से एक तो बहुत ताज़ा था बाकी कुछ कुछ सूखने लगे थे और उसकी दाईं जाँघ पर अंकित अपना पैर रखकर सो रहा था और उसका एक हाथ मेरी बीवी के बूब्स पर था. वो करवट लेकर सोया हुआ था इसलिए उसका लंड बिल्कुल भी नहीं दिख रहा था और बाईं तरफ उदित था, वो सीधा सोया हुआ था.
मेरी बीवी का हाथ उसके लंड के पास था शायद वो उसे सहलाते हुए सो गई थी और खड़ा होने पर उसका लंड करीब नौ इंच का हो जाता है, लेकिन अभी बहुत छोटा लग रहा था. मैंने अंदाज़ा लगाने की कोशिश की आख़िरी बार किसने चोदा होगा, यानी मेरी बीवी की चूत में जो माल दिख रहा है वो अंकित का है या उदित का उस बात का अनुमान लगाना बहुत मुश्किल था क्योंकि वो दोनों रात भर बारी बारी से मेरी बीवी को चोद रहे थे. कल उदित अचानक बाज़ार में हमे मिल गया था और उसे देखकर मेरी बीवी मचल गई और मुझसे कहने लगी कि उसे आज रात के लिए बुला लो.
फिर मैंने उससे कहा कि डार्लिंग पिछले एक हफ्ते से रोज तुम दूसरों से चुदवा रही हो और आज तुमने मुझसे चुदवाने का वादा किया था. तो उसने मुझसे कहा कि डार्लिंग तुम कल मुझे चोद लेना, देखो ना उदित भाई साहब कितने दिनों के बाद मिले है, में तो अब तक उनके लंड का स्वाद ही भूल गई हूँ. दोस्तों मेरी बीवी उदित के लंड की बहुत दीवानी है वो उसका लंड बहुत चूसती है और उससे चुदवाती भी है और गांड भी मरवाती है. वो उससे कहती है कि आप मेरे पास आए है तो में आपको एक बूँद भी माल वापस लेकर जाने नहीं दूँगी और आपको अपनी दोनों गोलियाँ मेरे ऊपर ही खाली करनी पड़ेगी.
मैंने उदित से कहा कि यार राजश्री आज तुझे बुला रही है, तभी उसने इशारा किया कि उसके साथ उसका एक दोस्त भी है और उसका नाम अंकित है और में अंकित को नहीं जानता था, लेकिन मेरी बीवी ने फ़ौरन इशारा किया और मुझसे कहा कि हाँ ठीक है आप उसे भी बुला लो. फिर उदित ने मुझे थोड़ा अलग ले जाकर कहा कि यार मुझे पता नहीं यह हमारे इस खेल में शामिल होगा या नहीं? लेकिन दोस्तों में अपनी बीवी को जानता हूँ कि वो उसे भी अपने कातिल जिस्म का दीवाना जरुर बना सकती है इसलिए मैंने कहा कि यार तुम उस बात की चिंता बिल्कुल छोड़ दो और तुम दोनों आ जाओ बाकी सब कुछ राजश्री सम्भाल लेगी. इस बीच मेरी बीवी समझ गई कि उदित थोड़ा हिचकिचा रहा है. फिर वो उसके पास गई और उसके लंड पर हाथ घुमाते हुए बोली कि अगर आप घर पर नहीं आ सकते तो यहाँ गाड़ी में ही आ जाइए, मुझे थोड़ा चूस तो लेने दीजिए.
तभी अंकित ने उसे उदित का लंड सहलाते हुए देखा तो वो एकदम से चौंककर मेरी तरफ देखने लगा. मैंने हंसते हुए उसकी तरफ आँख मारी और कहा कि यार गाड़ी में आ जाओ कम से कम देखने का मज़ा तो ले लो. अब उदित और मेरी बीवी गाड़ी में पिछली सीट पर बैठ गये में और अंकित अगली सीट पर बैठकर पीछे मुड़कर उनके कामों नज़ारा देखने लगे जो वो अब इसके आगे करने वाले थे. फिर मेरी बीवी ने जल्दी से अपना ब्लाउज और ब्रा को ऊपर खींचकर बूब्स को बाहर निकाल दिया और फिर उदित की पेंट की ज़िप को खोलकर लंड को बाहर निकाला और बिल्कुल पागलों की तरह उसके लंड को चूसने लगी.
अंकित यह सब बहुत ध्यान से लेकिन बहुत चकित होकर देख रहा था. फिर मैंने अंकित से कहा कि अब तुम भी चाहो तो उसके बूब्स को दबा सकते हो और मेरे मुहं से यह बात सुनकर उसके मन से डर एकदम दूर चला गया. अब अंकित उसके बूब्स को दबाने लगा लेकिन वो अब भी थोड़ा नर्वस था. उसको समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा है.
फिर मेरी बीवी मज़े ले लेकर लंड चूस रही थी और फिर उसने कहा कि भाई साहब घर पर ही चलिए ना, अंकित भाई साहब भी तो कुछ मज़ा लेंगे. मेरी बीवी के मुहं से यह बात सुनकर वो दोनों फ़ौरन तैयार हो गये और हम सब घर पर आ गये. जब वो दोनों घर पर आए तो मैंने उन्हे व्हिस्की का एक एक गिलास भरकर थमा दिया और मेरी बीवी फ़ौरन अपने कपड़े बदलकर बिल्कुल पतली सी मेक्सी को पहनकर आकर उदित के पास में बैठ गई. उसने अंदर ब्रा, पेंटी नहीं पहन रखी थी और मेक्सी में से उसके बूब्स साफ साफ झलक रहे थे. उसके ठीक सामने अंकित बैठा हुआ था और बीच में एक छोटी सी सेंटर टेबल रखी हुई थी.
तभी अचानक मेरी बीवी ने कहा कि भाई साहब आपके गाल पर कुछ लगा हुआ है और वो उठकर थोड़ा आगे को झुककर अंकित के गाल सहलाने लगी और उसके इस तरह से झुकने से अब उसके बूब्स मेक्सी के बड़े गले से बाहर निकलकर अंकित को बिल्कुल साफ साफ दिखने लगे थे. तभी उसके गालों को सहलाकर वो थोड़ा और झुकी और उसके होंठो को चूमने लगी. अंकित का एक हाथ पकड़कर उसने उसे अपनी छाती पर रख दिया और अब अंकित उसके बूब्स को सहलाने लगा और उधर उदित ने मेक्सी के नीचे से हाथ घुसाकर उसके चूतड़ को सहलाना शुरू कर दिया.
आगे की कहानी अगले भाग में…..