मेरी चुदाई का कार्यक्रम-1
(Meri chudai ka kaarykram-1)
हेल्लो दोस्तों !
मेरे पति ने मेरे बारे में आप सभी को तो बता ही दिया है कि मैं क्या हूँ और उन्होंने सच ही बताया है। मैं सच में बहुत ही कामुक औरत हूँ ! मुझे ना जाने क्यों कम उमर से ही सेक्स करने का शौक है !
और मुझे पति भी ऐसा मिला है बिल्कुल मेरे जैसा !
वो कहता है कि अगर जैसे हम ब्लू फ़िल्म देखते हैं, वैसे ही अगर हम अपने सामने अपने किसी खास को चुदते देखें तो सेक्स का मज़ा दुगना हो जाता है।
वैसे मेरा पति भी एक नंबर का चोदु है ! कभी कभी तो मुझे चोद चोद कर इतना परेशान कर देता है कि मैं ‘बस’ कह उठती हूँ।
कई बार मैं उसके सामने ही दूसरे मर्दों से चुद चुकी हूँ ! जैसा मज़ा मेरे पति को मुझे चुदवाने में आता है वैसा ही मुझे भी दूसरों से चुदने में आता है।
हमारी शुरुआत कुछ इस तरह हुई-
एक बार एक इनका दोस्त हमारे घर आया। उसका नाम अरुण है और हम सब उसे नीटू कह कर पुकारते थे।
ये दोनों शराब पी रहे थे, मैं भी थोड़ी देर इनके साथ बैठ कर अपने कमरे में चली गई, अपने बेटे को सुलाने के लिए !
ये दोनों पीते हुए बातें करते रहे।
थोड़ी देर में मनु मुझे देखने आए कि मैं सो गई हूँ या नहीं।
मैंने भी सोने का नाटक किया और लेटी रही।
थोड़ी देर में ये दोनों फिर बात करने लगे-
” यार तेरे तो मज़े है, अभी तू कुंवारा है और जब चाहे कोई भी लड़की पटा कर बजा सकता है !” मनु ने कहा।
” खाक मज़े है ! साला किसी लड़की को पटाओ तो हफ्तों बीत जाते है ! साला गश्ती ले कर आओ तो उसके रेट ऊंचे होते हैं !” नीटू ने कहा।
” तो क्या हुआ यार कोई ऐसी लड़की पटा जो पहले से ही बजी हुई हो और अपनी और बजवाना चाहती हो !”
“नहीं यार ऐसी लड़कियाँ कम ही मिलती हैं, अगर मिल भी जायें तो सालियों को मज़ा देना पड़ता है बहुत कम ऐसी होंगी जो ख़ुद मज़े दें !”
” तो फिर ख़ुद मज़े देने वाली कहाँ से मिलेगी?”
” हाँ यार अगर कोई शादीशुदा औरत जिसका एक तीन या चार साल का बच्चा हो न ! वो ही फुल मज़े दे सकती है।”
“मतलब? कैसे?”
” यार जिसका अभी बच्चा हुआ हो वो और छोटा हो तो उसकी चूत अभी नई नई खुली होती है उसकी चूत में खुजली भी बहुत होती है और उस खुजली को सिर्फ़ मोटा ताज़ा लंड ही बुझा सकता है !”
“अच्छा !”
मैं अन्दर से सब सुन रही थी !
“हाँ यार ऐसी औरत के साथ मज़े ही अलग आते हैं, मैंने एक बार एक गश्ती चोदी थी, साली का फिगर इतना मस्त था ! क्योंकि औरत बच्चा होने के बाद थोड़ा सा भर जाती है उसके चुचे बिल्कुल पके हुए आम की तरह हो जाते हैं एकदम रसीले मोटे मोटे !”
“साली की गांड बाहर को निकली हुई उठी उठी सी ! गोल गोल मोटी मोटी जांघें आ आहा देखते ही नंगी करके चोदने को जी चाहे !
” अच्छा यार चल अब बता तो तूने उसे कैसे चोदा?” मेरा तो लंड सलामी देने लगा है !”
” बस मत पूछ यार ! मैंने नहीं, उस साली ने मुझे चोदा ! मैं तो सिर्फ़ उस के बताए अनुसार कर रहा था। क्या पोज़ थे उस साली के, कम से कम तीन बार उसने मुझे चोदा !”
‘अच्छा !” यार, एक बात बोलूं? तू तो अपना दोस्त है तुझसे क्या परदा ! सोनू भी यार एक बच्चे की माँ है वो भी भरे बदन की है और तू सच कह रहा है ऐसी औरतों को चुदने का बड़ा मन करता है !”
नीटू थोड़ा सा चौंका !
ये मनु क्या कह रहा है???
” ऐसे मत देख नीटू मैं सही कह रहा हूँ, सच में सोनू के साथ मज़ा आ जाता है !”
“नीटू तुझसे एक बात पूछूँ ?” मनु ने कहा !
“हाँ हाँ ! पूछ न !”
” यार तुझे सोनू का बदन कैसा लगता है ?”
अब तो नीटू बिल्कुल ही चौंक गया, ” ये क्या कह रहा है तू मनु?”
” सच बता यार ! शरमा मत ! मैं चाहता हूँ, कोई सोनू के बदन की तारीफ करे !”
” लगता है तुझे ज्यादा हो गई है !”
मैं भी सुनना चाहती थी कि अब कोई क्या कहता है ! मुझे भी सुनने में मज़े आ रहे थे।
” नहीं तू बुरा मत मान, जो कहना है कह दे आज, तू मेरा दोस्त है ! मैं बुरा नहीं मानूंगा !”
नीटू को लगा अब मनु नहीं मानेगा तो उसने भी कहना शुरू कर दिया, ” यार सच में न सोनू भाभी का फिगर इतना कातिल है की कोई भी देखे तो उसका लंड पैन्ट फाड़ कर बाहर आ जाए !”
“और बता यार !”
“सच में यार तू मानेगा नहीं ! मैं हफ्ते में तीन बार तो सोनू भाभी को याद कर के मुठ मारता हूँ, रात को सोते हुए भी कभी कभी में आँखें बंद करके सोचता हूँ अगर मैं सोनू भाभी की चुदाई करूँगा तो किस तरह करूँगा ! सच में सोनू भाभी के 36 इंच की गोलाइयों के बीच में अपना लंड छुपाने को मन करता है। कम से कम सोनू भाभी की कमर 27 इंच की तो होगी ही और गांड तो मत पूछ इतनी गोल और कसी हुई है की घोड़ी बना कर गांड में थूक लगा कर लंड का पूरा सुपाड़ा अन्दर करने को मन करता है, सोनू भाभी की जांघें इतनी गोल और चिकनी है कि मन करता है चूमता ही रहूँ !”
” मैं तुझे बताता हूँ ! मनु तूने कभी ब्राजील में साम्भा डांस देखा है क्या ? उनमें जो काली काली सी औरतें सिर्फ़ रंग बिरंगी पैंटी पहन कर अपने चूचों को सिर्फ़ नाम मात्र के कपड़े से ढक कर नाचती हैं, उनको देख कर मुझे हमेशा सोनू भाभी की याद आ जाती है !”
” हाँ यार नीटू, तूने सही कहा सोनू बिल्कुल वैसी ही है वैसे है, मोटी गांड वैसी जांघें उतने ही मोटे चूचे कसम से तूने सही कहा !”
मैं भी आपने बदन की तारीफ सुन कर खुश हो रही थी।
“यार नीटू, अब बता, अगर तुझे सोनू को चोदने का मौका मिले तो तू कैसे चोदेगा ?”