हिंदी सेक्स स्टोरी

मेरी चूत और गांड में बहुत खुजली हो रही है

Meri chut aur gand me khujli ho rahi hai

मेरा नाम निदानी है, मैंने अब तक कभी भी किसी से भी सेक्स नहीं किया है लेकिन अब पिछले साल से मुझे मेरे अन्दर कुछ बदलाव दिख रहें है. मैंने पिछले साल ही एक मोबाइल ख़रीदा और उसमे इन्टरनेट का प्रयोग करना शुरू कर दिया था. मुझे इसको चलाना नहीं आता था इसलिए मैंने मेरी कक्षा के एक लड़के से इसे चलाना सिखा. उसने मुझे फोन और इन्टरनेट की अच्छी जानकारी दी. मैंने उससे कहा की इसमें कोई चीज कैसे सर्च करते है तो उसने मुझे कई बातें लिखकर सर्च करना भी सिखाया.

एक दिन इन्टरनेट पर सर्च करते हुए मैं एक ऐसी वेबसाइट पर पहुंची जहाँ गन्दी कहानियां लिखी हुई थी. मैंने उसे देखते ही बंद कर दिया लेकिन फिर मुझे ख्याल आया कि पढ़ने में क्या जाता है मैं कोई गलत काम करती ही नहीं बस कहानियां पढ़ कर देखती हूँ. उस दिन मैंने 10 – 12 कहानियां पढ़ी. मुझे इन्हें पढना बहुत अच्छा लगा.
इन कहानियों को पढ़ने के कारण अब मुझे भी कुछ – कुछ होने लगा है. मैं जब भी इन कहानियों को पढ़ती हूँ तब मेरी चूत में खुजली सी होने लगती है, यह अपने आप थोड़ा – थोड़ा हिलने लगती है. जब मैं इसे हाथ लगाती हूँ तो इसमें मुझे और भी ज्यादा मजा आने लगता है. इसमें उंगली देने से तो मैं मानों स्वर्ग की सैर करने लगती हूँ.

अब मेरे बूब्स भी बहुत कड़े होने लगे है, इनका साइज़ भी अब पहले से ज्यादा हो गया है. पहले मेरा इनकी तरफ कोई ध्यान ही नहीं जाता था लेकिन अब ऐसा कोई दिन नहीं निकलता जिस दिन मैं इन्हें 5 – 7 बार दबा ना लूँ. मुझे इन्हें सहलाने में बहुत ज्यादा मजा आने लगा है. कई बार मन करता है कि मैं इन्हें मेरे मुंह में लेकर चूस लूँ लेकिन कोशिश करने के बाद भी मैं इन्हें अपने मुंह तक नहीं ले जा सकती हूँ.
मेरे कुल्हे भी अब पहले से बड़े हो गए है. जब मैं इन्हें रगड़ती हूँ तो मैं मचलने लगती हूँ. इनके बीच में जो सुराख़ है शायद लोग इसे गांड कहते है. मुझे मेरी गांड में ऊँगली देने में भी मजा आता है. मैं पहले एक ऊँगली से मजा लेती थी लेकिन अब एक साथ दो उँगलियाँ इसमें घुसाकर मजा लेना पड़ता है.

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जब मैं ऐसी कहानियां पढ़ती हूँ जिनमें लंड को चूसने का जिक्र होता है तो मैं बहुत तड़प जाती हूँ क्योंकि मेरे पास चूसने के लिए कोई लंड नहीं है. कितनी किस्मत वाली होंगी वो लड़कियां जिन्हें समय पर लंड चूसने और चुदने के लिए मिल जाता है. मुझे भी ऐसे लंड का इंतजार है जो मैं मन लगाकर चूस सकूँ और जी भरके चुदवा सकू.
जब मैं किसी ऐसे फोटो को देखती हूँ जिसमे कोई लड़का किसी लड़की की चूत और गांड को चाट रहा होता है तो मुझे यह बहुत ही मजेदार लगता है लेकिन मैं इस बारे में भी कुछ नहीं कर पाती हूं. मुझे किसी लड़के से यह कहने में बहुत शर्म आती है कि आओ और मुझे चोद दो. कभी – कभी तो मैं ये सोचती हूँ कि मैं धरती पर एक बोझ के समान हूँ.

कई कहानियां मैंने ऐसी भी पढ़ी है जिनमें दो लडकियां आपस में एक दुसरे के बूब्स, चूत, गांड आदि चाटकर एक दूसरी को पूरा मजा देती है. वो दोनों एक दूसरी की चूत और गांड में ऊँगली डालकर भी पूरा आनन्द लेती है और दूसरी को पूरा आनन्द देती है. मेरी बहुत सहेलियाँ भी है लेकिन मेरे अंदर इतनी हिम्मत नहीं है की उनमे से किसी से कह सकूँ कि आओ हम एक दूसरी के साथ सेक्स करके मजा लें. वो भी पता नहीं कैसे दिन काट रहीं है? ये भी हो सकता है कि उन्हें इस मजे के बारे में कुछ मालूम ही नहीं हो.
मेरे घर वाले भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहें है. मेरे से भी छोटी उम्र की लड़कियों की शादी हो चुकी है. शायद वो लंड के पुरे मजे भी ले रही होंगी. मेरे गली की कई लड़कियां तो ऐसी थी कि उनका शरीर बहुत ही कमजोर था लेकिन शादी के बाद केवल कुछ ही दिनों में उनका शरीर काफी भरा – भरा सा हो गया और वो मुझसे भी ज्यादा जवान दिखने लगी है. शायद यह कमाल लंड ने ही किया है.

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इन सब बातों को याद करके मेरा रोम – रोम तड़प उठता है. मैं बिन जल की मछली के समान तड़पने लगती हूँ. मुझे मेरी किस्मत पर बहुत अफ़सोस होता है कि इतनी मस्त चूत, गांड और बूब्स होने के बाद भी कोई लड़का ऐसा नहीं मिला जो मुझे समझ सकें और मेरे बिना कहें ही मुझे वो सब सुख दे डाले जो मैं कहानियों में पड़ती हूँ. यह सोचकर मेरी चूत और गांड में खुजली होने लगती है. अब आप ही बताओ कि मैं क्या करूँ…