Aunty Sex Story

मोना आंटी कि चुदाई

यह कहानी दिलनवाज़ नाम के एक युवक की है, जो 28 वर्ष का है। वह अक्सर ऑनलाइन सेक्स की कहानियाँ पढ़ता है, खासकर ऐसी जिसमें आंटिया और बहनें शामिल हों। यह उसकी पहली कहानी है, उम्मीद है कि आपको पसंद आएगी। दिलनवाज़ लखनऊ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसने ऑनलाइन कई ऐसी कहानियाँ पढ़ी हैं जो उसे प्रेरित करती हैं।

दिलनवाज़ के घर उसके माता-पिता और चाची मोना रहते हैं। मोना अपनी शादी के दूसरे महीने में ही अपने पति की मौत से विधवा हो गई थी। उनके पति को कैंसर था। 35 वर्षीय मोना एक सुन्दर महिला है, उसके रंग सावले हैं और वह बहुत ही आकर्षक है। उसकी योनि बड़ी और गहरी है, और उसका शरीर भी काफी लुभावना है। उसका कपड़ों का आकार 38-34-42 है, जिसे दिलनवाज़ ने बाद में मोना से सुना था।

दिलनवाज़ का घर दो मंजिला है। नीचे तीन कमरे और ऊपर भी तीन कमरे हैं। माता-पिता नीचे के कमरे में रहते हैं, जबकि दिलनवाज़ और उसकी चाची मोना ऊपर के कमरों में रहते हैं।

एक दिन दिलनवाज़ अपने कमरे में सो रहा था, तभी उसे मोना के कमरे से कुछ आवाजें सुनाई दीं। मोना का कमरा उसके कमरे के बराबर है। दोनों कमरों में जुड़ा एक बाथरूम भी है। दिलनवाज़ बाथरूम से जाकर मोना के कमरे में झाँकने लगा, तो उसे मोना नंगी देखकर चौंक गया। वह अपनी योनि में उंगली डाल रही थी। यह पहली बार था जब दिलनवाज़ ने मोना को नग्न देखा था। वह इतनी उत्तेजित हो गया कि वहीं पर ही अपना लंड निकाल के मूठ मार दीया।

मोना अपनी उंगली से अपनी योनि को छू रही थी और उसे दबा रही थी। कुछ देर बाद, शायद वह संतुष्ट हो गई और फिर भी अधिक उत्तेजित हो गई। दिलनवाज़ मोना के विचारों में सो गया। अगले दिन से दिलनवाज़ ने मोना को अलग नजरों से देखने लगा।

Hot Sex Story :  मेरा लंड चूस मौसी मेरा भी लंड मोटा है

एक दिन पिताजी के मोबाइल पर खबर आई कि उनके मामा की मृत्यु हो गई है, और सभी को जाना होगा। मोना ने कहा कि वह नहीं जाएगी। पिताजी ने पूछा कि तुम अकेले यहाँ कैसे रहोगी? मोना ने कहा, “दिलनवाज़ भी रहेगा।” दिलनवाज़ बहुत खुश हुआ और बोला, “हाँ पापा, हम दोनों यहाँ रहेंगे।” पिताजी ने कहा, “ठीक है, हम जा रहे हैं।” वे अपना सामान इकट्ठा कर लें और स्टेशन के लिए चले गए।

दिलनवाज़ अपने कमरे में कंप्यूटर पर पोर्न फिल्म देखने लगा। मोना घर के कामों में व्यस्त हो गई। दिलनवाज़ फिल्म देखते हुए अपना मूठ मारने लगा, तभी मोना उसके कमरे में आई और उसे देखा। उसने दिलनवाज़ के 7 इंच के लिंग को देखा जो खड़ा था। दिलनवाज़ ने अपना लिंग छिपाने की कोशिश नहीं की। मोना जल्दी से वापस चली गई। दिलनवाज़ डर गया।

रात में मोना उसके कमरे में आई और बोली, “चलो खाना खा लो।” दिलनवाज़ मोना के पीछे-पीछे बाहर गया और हाथ-मुंह धोकर खाने के लिए बैठा। मोना उसे खाना दे रही थी तो उसके ब्लाउज से उसकी आधी बूब्स दिखाई दे रही थी। उसने इसे देखने लगा। मोना ने यह बात नोटिस की और जानबूझकर अपनी बूब्स को छिपाई नहीं।

मोना बोली, “खाना खाने के बाद मेरे कमरे में आओ, मुझे तुम्हारे साथ कुछ कहना है।” दिलनवाज़ ने कहा, “ठीक है,” और मोना उठकर चली गई।

दिलनवाज़ बहुत खुश था और सोचा कि आज उसे मोना को छूने से कोई नहीं रोक सकता। वह मोना के कमरे में गया और सर झुका कर बोला, “आंटी, क्या बात है?”

मोना ने कहा, “तुम अपने कमरे में क्या कर रहे थे? मैं डर गया।” दिलनवाज़ ने कुछ भी नहीं कहा। मोना ने कहा, “झूठ मत बोलो, मैंने खुद तुम्हें अपनी मूठ मारते हुए देखा है।”

मोना के मुँह से यह सुनकर दिलनवाज़ दंग रह गया। मोना बिस्तर पर पैर नीचे करके बैठी थी। उसने कहा, “मुझे भाई और बहन को इस बारे में बताना पड़ेगा।” डर से दिलनवाज़ उसके पैरों गिर गए और बोला, “ना आंटी, पापा से कुछ न कहो, मैं अब ऐसा नहीं करूंगा। मुझे माफ़ कर दो,” और रोने लगा।

Hot Sex Story :  कॉलबॉय बनने की शुरुआत एक भाभी की चुदाई के साथ

मोना ने कहा, “ठीक है, मैं किसी को कुछ नहीं कहूंगी लेकिन जो मैं कहूंगी वो तुमको करना होगा।” दिलनवाज़ ने पूछा, “क्या करना होगा?” मोना ने अपनी साड़ी ऊपर उठाकर उसे सर पकड़ कर कहा, “मेरी योनि में बहुत खुजली हो रही है। इसे चोदकर शांत कर दो।” दिलनवाज़ ने अपना मुँह धीरे-धीरे उसकी योनि पर रखा और अपनी जीभ से उसे चाटने लगा। मोना ने उसका सर अपनी योनि पर दबा लिया और कहा, “हाँ, चाटो, बहुत दिनों से कोई इसे नहीं चाटा है। अहा हा हा हा हा हा हा हा हा…”

10 मिनट बाद वह संतुष्ट हो गई।

मोना खड़ी होकर अपना सारा कपड़ा उतार दिया। दिलनवाज़ ने भी अपना कपड़ा उतार दिया। मोना ने उसके लिंग को पकड़कर उसे अपने मुँह में ले लिया। दिलनवाज़ “अहा हा हा” करते हुए उसका मुँह चूमा। फिर उन्होंने 69 की स्थिति में होकर वह उसका लिंग चूस रही थी, और वह उसकी योनि को छू रहा था। पूरे कमरे में “कप-चाप अह सी आह आइया ह्ह” की आवाज गूंज रही थी। इस बीच मोना दो बार फिर से संतुष्ट हो गई और दिलनवाज़ भी संतुष्ट हो गया।

फिर मोना ने अपनी योनि दिलनवाज़ के मुँह में देकर कहा, “इसको चूसो।” वह उसकी योनि को जोर-जोर से चूसने लगा और उसे मसलने लगा। मोना गरम हो गई और उसने उसके लिंग को चूसना शुरू कर दिया। दिलनवाज़ का लिंग फिर से खड़ा हो गया।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

मोना ने कहा, “अब मत तड़पो, अपना लिंग मेरी योनि में डालकर मेरी चुदाई कर दो।” दिलनवाज़ ने अपने लिंग को मोना की योनि में डालकर जोरदार धक्का मारा। उसका लिंग मोना की योनि में आधा घुस गया।

Hot Sex Story :  मामी को बनाया माँ

मोना चिल्लाई, “अह अह सी सिस सिसिसिसि अहा हा हा!” फिर धीरे-धीरे धक्के देने लगी। मोना अपने गाल को ऊपर उठाकर दिलनवाज़ के साथ सहयोग करने लगी।

दिलनवाज़ ने अपनी गति तेज कर दी। 10 मिनट बाद मोना संतुष्ट हो गई, तो दिलनवाज़ ने कहा, “आपकी गांड मारनी है?” मोना ने कहा, “मैंने कभी अपनी गांड नहीं मराई है।” दिलनवाज़ ने कहा, “कुछ नहीं, मैं तुम्हें उल्टा कर दूंगा और थोड़ी सी लुब्रिकेंट लगाकर तुम्हारी गांड मारूँगा।”

मोना ने कहा, “गाली देकर कहने निकल जाओ! मैं कह रही हूँ कि मेरी गांड मत मारो!” दिलनवाज़ ने कहा, “चुप रहो, और मै बहुत प्यार से तुम्हारी गांड करूंगा।” फिर उसने अपनी गति तेज कर दी और मोना की गांड 20 मिनट तक मारी। अंत में वह संतुष्ट हो गया।

फिर पिताजी और माँ के आने तक दिलनवाज़ और मोना हर दिन एक-दूसरे से यौन संबंध रखते रहे।

कहानी कैसी लगी?