Stranger Sex

मोनिका की माँ की मटकती गाण्ड

Monika ki ma ki matakti gaand

प्रिय पाठकों, सभी को इस लम्बे लण्ड के मालिक का प्रणाम।

यहाँ पर कहानियाँ पढ़कर काफी मज़ा आया और मैंने अपनी एक कहानी आप सबके साथ बांटने की सोची है।

यूँ तो मैं सेक्स के मामले में खिलाडी हूँ, पर एक कहानी जिसे सोचकर मेरा लण्ड आज भी खड़ा हो जाता है, आप सब के साथ बाँट रहा हूँ।

मेरा नाम राजेश चौधरी है और मैं अहमदाबाद से हूँ लेकिन फ़िलहाल सूरत, गुजरात में रहता हूँ। मैं 23 साल का हटा-कटा नौजवान हूँ। जिम जाने का शौक है सो लण्ड मे भी अच्छी खासी ताकत है। तगड़ी से तगड़ी चूत को फाडने की ताकत रखता है।

कहानी तब की है जब मैं 22 साल का था। यह कहानी इस बारे में है कि कैसे मैंने ट्यूशन वाली लड़की की माँ को चोदा।

तो सभी पाठकों से निवेदन है कि अपने लण्ड को थाम लें और चूत मे उंगली डाल लें।

मैं उस वक्त पॉकेट मनी के लिए एक बारहवीं कक्षा की लड़की को ट्यूशन पढाया करता था, लड़की का नाम मोनिका था।

लड़की पर 18 बरस की उम्र की कमसिन और कातिल जवानी आने लगी थी। दिखने मैं बड़ी अच्छी लगती थी।

लेकिन उसकी माँ तो उसे ज़्यादा क़यामत थी। उसकी माँ का नाम था सोनिया।

सोनिया आंटी की उम्र 40-42 के लगभग होगी, लेकिन अभी भी 25-30 की लगती हैं। फिगर 36-28-36 का होगा (अंदाजा है)।

उनसे बात करते वक़्त बस उन्हें देखते रहने को मन करता था। मैं जब भी उनके घर पहुँचता तो हमेशा सोनिया दरवाजा खोलतीं। मैं तो बस उनको देखता ही रह जाता था।

वो हमेशा कसे हुए कपड़े पहनती थीं। क्या बताऊँ मेरा तो लण्ड डगमगाने लगता था। फिर भी मैं मन को काबू में कर कर लड़की को पढ़ाने लगता था। सोनिया बीच-बीच में चाय देने आतीं थीं।

जब वो झुकतीं तो उनकी चुच्चियों का नज़ारा बड़ा मस्त लगता था। मैं उसे देखता रहता था और मेरी नज़र वहीं टिक जाती थी।

उनके कुल्हे भी बड़े मस्त थे और जब वो मुड़ के चलती तो उनकी मटकती गाण्ड क़यामत ढाती थी। ये काफी दिन चलता रहा और इस तरह एक महीना निकल गया।

Hindi Sex Story :  दिसम्बर की वो सर्द रात

एक महीने बाद मेरी तनखा का दिन हो गया। सोनिया आंटी ने संडे के दिन मुझे तनखा देने के लिए बुलाया।

रुपये मिलने के बाद ख़ुशी के मारे मैंने उन्हें गले लगा लिया। उनके स्पर्श ने मुझे अलग सा एहसास दिया और मैं खो सा गया। मैं तुरंत होश मैं आया और उन्हें धन्यवाद देकर आ गया।

उस रात को मुझे नींद नहीं आई और मैं रात भर उनके बारे में सोचता रहा और मुठ्ठ मारके सो गया।

अगले दिन मोनिका को पढ़ाते वक़्त जब सोनिया आंटी चाय लेकर आईं तो मैं उनके बूब्स को देखने लगा। शायद उन्होंने ये देख लिया और वो मुझे घूरने लगीं।

लेकिन जब मेरी आँखें उनकी आँखों से मिली तो वो थोड़ी शर्मा सी गईं। ना जाने क्यूँ मुझे लगने लगा कि सोनिया आंटी को चोदा जा सकता है।

अब तो बूब्स देखना, आँखों का मिलना, कूल्हों को मटकते हुए देखना और मेरे लण्ड का खड़ा होना रोज़ का काम हो गया।

शायद आंटी भी जीन्स में खड़े लण्ड के उभर को देख लेतीं, लेकिन हमेशा हंस के टाल देतीं।

अब तो मैं उन्हें चोदने के बारे मैं सोचने लगा।

एक महीना और ख़त्म हो गया और उन्होंने तनखा देने मुझे फिर घर बुलाया। घर पहुँचा तो आंटी चाय बना रही थीं।

घर पर कोई नहीं था। पूछने पर पता चला कि मोनिका डांस क्लास में गई हुई है और नौकरानी छुट्टी पर है।

उनके पति एक बिजनेसमेन है और ज्यादातर बाहर ही रहते हैं।

वो चाय लेकर आईं और मुझे चाय देने लगीं।

बातें करते हुए चाय मेरी जीन्स पर गिर गई और मुझे जलन होने लगीं। आंटी तुरंत गीला कपडा लेकर आईं और मुझसे जीन्स निकलने को कहा।

मैंने जीन्स निकाल दी और वो गीले कपड़े से सहलाने लगीं। जाहिर है मेरा लण्ड खड़ा हो गया।

यह देख कर उन्होंने बात टालने के लिए कहा – मैं नहाने जा रही हूँ, तुम भी साफ़ होकर कपडे बदल लो।

वो जल्दबाज़ी में बाथरूम मैं घुस गईं। मैं भी उन्हें नंगी नहाती हुए सोचने लगा और वही पर लण्ड हिलाने लगा।

Hindi Sex Story :  Bus Mili Aunty

दस मिनट बाद जब वो टॉवल में बाहर आईं तो मेरा मुठ्ठ निकल के उनपर गिर गया।

वो थोड़ी नाराज हो गईं और जाकर शीशे के सामने बैठ गईं और कहने लगीं – ये सब गलत है।

मुझे तो उन्हें चोदना ही था, इसलिए हिम्मत करके गया और पीछे से उनके बूब्स पर हाथ रख दिया।

वो काँप सी गईं और मैं बूब्स दबाने लगा।

वो भी अब गरम होने लगीं और सिस्कारियां भरने लगीं। मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैंने उनका टॉवल निकाल दिया। वो अब केवल पैंटी में थी।

उनका गोरा बदन तो क़यामत ढा रहा था। मैं तो दीवाना सा हो गया और उनके बूब्स दबाने लगा।

वो भी अब गरम हो चुकी थी। उन्होंने मेरी चड्डी निकल दी और लण्ड के साथ खेलने लगीं।

मेरा लण्ड पूरी मस्ती में आ चूका था। वो लण्ड को मुह में लेकर चाटने लगीं और हिलाने लगीं। मैंने उनको पैंटी निकालने को कहा तो उन्होंने कहा – खुद ही निकल लो।

मैंने उनकी पैंटी निकाल दी और हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये। मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा और चाटने लगा।

वो भी मेरे लण्ड को चाट रही थीं और उसके साथ खेल रही थीं। पूरा कमरा ऊह -अहा ऊह -अहा की आवाज़ों से भर गया।

15 मिनट बाद वो झड गईं और मैंने उनका सारा पानी पी लिया।

वो कहने लगीं – बहुत दिनों बाद ऐसा मज़ा आ रहा है। अब और इंतज़ार मत करवा। डालदे अपना लण्ड इस जलती हुई चूत में।

मैंने कहा – ठीक है फिर, तैयार हो जाओ।

वो टाँगें फैला कर बैठ गईं। मैंने भी देर न करते हुए लण्ड उनकी चूत मैं डाल दिया। दो धक्को में लण्ड उनकी चूत में घुस गया।

वो चिल्लाने लगीं और उह-अहा उह-अहा की आवाज़ निकालने लगीं।

उनकी चूत कसी हुई सी लग रही थी। शायद उनके पति उन्हे ज्यादा चोदते नहीं थे क्यूंकी वो ज्यादातर बाहर ही रहते थे।

20 मिनट चोदने के बाद मेरा निकलने वाला था। उन्होंने कहा – अन्दर ही निकाल दो।

वो भी इस दोरान दूसरी बार झड़ गईं। दोनों का एक साथ निकल गया और हम वैसे ही थोड़ी देर लेटे रहे।

Hindi Sex Story :  Train me mili ladki ki seal todi

10 मिनट बाद हम बाथरूम गए और एक-दूसरे को साफ़ किया।

बाहर आने पर उन्हें नंगा देख कर मेरा दुबारा खड़ा होने लगा। मेरा खड़ा लण्ड देख कर मेरे पास आईं और चूसने लगीं।

मैंने उन्हें बेड पर लिटा दिया और उनकी चूत में फिर से लण्ड डाल दिया।

इस बार मैंने पूरे दम के साथ उन्हें चोदा और उन्होंने भी मेरा भरपूर साथ दिया।

दूसरी बार भी मैं उनकी चूत में ही झड गया। काफ़ी देर हम दोनों बेड पर ही लेटे रहे।

उसके बाद मैंने उनसे कहा – मुझे आपकी गाण्ड भी मारनी है।

ये सुनकर वो मुस्कुराने लगीं और बोली – आज मैं पूरी तरह तुम्हारी हूँ, जो करना है वो कर लो मेरा भी बहुत दिनों से गाण्ड मरवाने का मन था।

यह सुनकर मैं जोश मैं आ गया और लण्ड हिलाने लगा। वो ये देख कर मेरे पास आईं और मेरा लण्ड चूसने लगीं।

मैंने देर न करते हुए उन्हें मुड़ने को कहा और खड़ा लण्ड उनकी गाण्ड मैं डाल दिया।

गाण्ड काफी कसी हुई थी और शायद पहली बार उनकी गाण्ड में लण्ड घुस रहा था।

उनकी गाण्ड मारने में मुझे बहुत मज़ा आया और सारा माल उनकी गाण्ड में डाल दिया।

उनके कहने पर मैंने उनकी चूत एक बार और मारी। थोड़ी देर बाद वो कहने लगीं – मुझे ऐसा मज़ा पहली बार मिला है।

उन्होंने मुझे तनखा के साथ एक हज़ार अलग से दिए।

उसके बाद जब भी हमें टाइम मिलता है, वो मुझसे चुद्वातीं।

ये सिलसिला एक साल तक जारी रहा। उसके बाद मैंने उसकी लड़की मोनिका को भी चोदा।

फिर मैंने ट्यूशन बदला और एक और बारहवीं क्लास की लड़की को पढ़ाने लगा और उसके साथ भी मैंने चुदाई के मज़े लिए।

ये सब कहानियाँ मैं आपको अगली बार बताऊँगा।

मुझे विश्वास है कि आपको कहानी पसंद आईं होगी।

अपनी राय मुझे मेल करें –