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मम्मी की चूत और बहन के बूब्स-1

Mummy ki choot aur behan ke boobs-1

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आमिर है और मेरी उम्र 20 साल है. मेरी एक छोटी बहन शुमैला है, वो अभी कॉलेज में जाती है. मेरी माँ की उम्र अब 40 है और मेरी माँ एक स्कूल में टीचर है और में यूनिवर्सिटी में हूँ.

मेरे पापा की दो साल पहले म्रत्यु हो गई इसलिए अब हमारे घर में सिर्फ़ हम तीन लोग ही रहते है. दोस्तों यह घटना आज से 6 महीने पहले की है जब एक रात को मेरी मम्मी मुझे बहुत उदास लग रही थी और फिर में तुरंत समझ गया था कि वो मेरे पापा को याद कर रही है. फिर मैंने उनको कुछ देर इधर उधर की बातों से बहलाया और में उनको खुश करने की कोशिश करने लगा था और उसी समय मम्मी मेरे गले से लगकर रोने लगी.

मैंने उनसे कहा कि मम्मी हम दोनों आपको बहुत प्यार करते है और हम लोग मिलकर कभी भी आपको पापा की कमी महसूस नहीं होने देंगे, तब मेरी बहन शुमैला भी वहाँ पर आ गयी थी इसलिए अब वो भी मम्मी से बोली कि हाँ मम्मी प्लीज़ आप दिल छोटा ना करिए हम दोनों की देखभाल करने के लिए भैया है ना, देखो यह हम दोनों का कितना ख्याल रखते है.

वो बोली कि हाँ बेटी, लेकिन मेरा कुछ ध्यान सिर्फ़ तेरे पापा ही रख सकते थे, जिसको तुम नहीं समझ सकते, मेरी बहन ने कहा कि नहीं मम्मी आप भैया से एक बार कह कर तो देखिए और फिर हमारी बातें धीरे धीरे शांत हो गई. फिर उसी रात को शुमैला अपने रूम में थी और में रात को टॉयलेट जाने के लिए उठा तब टॉयलेट जाते हुए मुझे मेरी मम्मी के रूम से कुछ आवाज़ आई. तब तक 12 बज चुके थे और मम्मी अभी तक जाग रही थी, यह बात सोचकर में उनके रूम की तरफ चला गया और फिर मैंने देखा कि मम्मी के रूम का दरवाज़ा खुला हुआ था.

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अब में दरवाजा खोलकर अंदर गया तो में एकदम से चौंक गया. मैंने देखा कि मेरी मम्मी अपनी सलवार को उतरकर अपनी चूत में वो एक मोमबत्ती को डाल रही थी और अचानक से दरवाज़े के खुलने की आवाज़ सुनकर उन्होंने पीछे मुड़कर देखा और मुझे देखकर वो घबरा सी गयी. में भी शरमा गया कि में बिना दरवाजे को बजाए अंदर चला गया.

अब में वापस पीछे मुड़ा तो मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा आमिर प्लीज़ किसी से मत कहना, तो मैंने उनको कहा कि नहीं मम्मी में किसी से यह बात नहीं कहूँगा, तब वो कहने लगी बेटा जब से तेरे पापा इस दुनिया से गये है तब से आज तक, शशह्ह हाँ मम्मी में भी अब सब समझता हूँ यह आपकी जरूरत है, लेकिन क्या करूँ अब पापा तो है नहीं?

फिर में मम्मी के पास गया और उनके हाथों को पकड़कर बोल मम्मी आप यह दरवाज़ा भी बंद कर लिया करो, तो वो बोली कि बेटा आज में इसको बंद करना भूल गयी और फिर में वापस आ गया.

फिर अगले दिन सब पहले की तरह शांत था, शाम को में वापस आया तो हम लोगों ने साथ ही बैठकर चाय पी चाय के बाद शुमैला मुझसे बोली कि भैया बाज़ार से रात के लिए आप सब्ज़ी ले आओ जो भी आपको खाना हो. अब में जाने लगा तो मम्मी ने कहा कि बेटा किचन में आओ तो कुछ और सामान में तुम्हे बता दूँ वो भी तुम लेते आना.

अब में किचन में जाकर बोला हाँ आप बताओ क्या लाना है मम्मी? मम्मी ने बाहर झांककर देखा और शुमैला को देखते हुए धीरे से वो बोली, बेटा 5- 6 लंबे वाले बेंगन लेते आना में मम्मी की बात सुनकर पता नहीं कैसे बोल पड़ा मम्मी क्या अंदर करने के लिए? तब मम्मी शरमा गयी और में भी अपनी इस बात पर झेप गया और माफ़ करना यह शब्द बोलता हुआ में बाहर चला गया.

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कुछ देर बाद सब्ज़ी लाकर मैंने शुमैला को दे दी और में 4 बेंगन लाया था जिनको अपने पास रख लिए. फिर शुमैला ने खाना बनाया फिर रात को खा पीकर हम लोग सोने चले गये और तभी करीब 11 बजे मम्मी मेरे रूम में आ गई और बोली कि बेटा क्या तुम बेंगन लाए थे? हाँ मम्मी, लेकिन ज्यादा लंबे नहीं मिले और वो मोटे भी कम ही है. अब माँ बोली कि कोई बात नहीं बेटे अब जो है सही है, तो मैंने कहा कि बहुत ढूँढा मम्मी, लेकिन कोई भी मुझे लंबे नहीं मिले.

अब वो बोली क्या मतलब बेटा? में बोला कि मम्मी मतलब यह कि इनसे लंबा और मोटा तो मेरा है और तब मम्मी ने कुछ सोचा फिर कहा क्या करे बेटा अब जो किस्मत में है वही सही. फिर मेरी पेंट के उभार को देखते ही वो बोली बेटा तेरा क्या बहुत बड़ा है?

हाँ मम्मी करीब पांच इंच है, श बेटा तेरे पापा का भी इतना ही था बेटा तू दिखा दे दो तो तेरे पापा की याद ताज़ी हो जाए, लेकिन मम्मी में तो आपका बेटा हूँ? हाँ बेटा तभी तो में यह बात तुझसे कह रही हूँ तू मेरा बेटा है और अपनी माँ से क्या शर्म? तू एकदम अपने पापा पर गया है देखूं तेरा वो भी तेरे पापा के जैसा है या नहीं?

तब मैंने अपनी पेंट उतारी और अंडरवियर को भी उतारा तो मेरे लंबे तगड़े लंड को देखकर मम्मी एकदम से खुश हो गई और वो तुरंत मेरे लंड को देखकर नीचे बैठ गई और मेरा लंड उन्होंने अपने हाथ में पकड़ लिया और बोली कि हाए आमिर बेटा तेरे पापा का भी एकदम ऐसा ही था, हाए बेटा यह तो मुझे तेरे पापा का ही लग रहा है, बेटा क्या में इसको थोड़ा सा प्यार कर लूँ? तो मैंने उनसे कहा कि मम्मी अगर आपको इससे पापा की याद आती है और आपको अच्छा लगे तो आप कर लीजिए, वो बोली बेटा मुझे तो ऐसा लग रहा है जैसे में तेरा नहीं बल्कि तेरे पापा का पकड़ रही हूँ और फिर मम्मी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और वो उसको चाटने लगी. दोस्तों यह सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था इसलिए मेरे लिए सम्भल पाना बड़ा मुश्किल था.