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मूँगफली वाले ने मुझे माँ के साथ चोदा-2

Mungfali wale ne mujhe maa ke-saath choda-2

फिर हरिया की चड्डी उतारने के बाद अम्मी और में एक साथ उसके लकड़ी जैसे सख़्त और मोटे लंड पर टूट पड़े. अब हम दोनों उसके लंड को सहला रहे थे और वो इस जाड़े में भी पसीने-पसीने हो रहा था. अब हम लोगों के गर्म हाथों के स्पर्श और सहलाहट से उसके बर्दाश्त के बाहर की बात होने लगी थी, तो तब मैंने उसका लंड अपने होंठो से चूम लिया.

हरिया – आहह बिटिया, ये क्या कर रही हो? भला यहाँ भी चुम्मा लिया जाता है क्या?

आरज़ू – अरे गँवार अभी तुझे पता ही क्या है? आज तू देख तू जन्नत की सैर करेगा, कसम से तेरी बीवी तो बहुत किस्मत वाली होगी, जो उसे ऐसा कड़ियल लंड मिला है.

हरिया – लेकिन उसने तो इसे कभी मुँह से नहीं चूमा?

आरज़ू – आज पहले तू देखता जा हम लोग क्या? और कैसे करते है? फिर तुझे इन सबकी कदर पता चल जाएगी.

फिर ये कहकर में उसका लंड अपने मुँह के अंदर डालकर चूसने लगी और अम्मी उसकी बड़ी-बड़ी गोलियों को अपने मुँह में डालकर चूस रही थी और अपने एक हाथ से सहला भी रही थी. अब उसका लंड मेरे हलक तक जा रहा था.

जब उसका लंड पूरी तरह से तनकर खड़ा हो गया, तो तब अम्मी ने कहा कि बेटी चलो अब बेडरूम में चला जाए और फिर हम लोग अपना बदन पोछने के बाद नंगी हालत में ही बेडरूम में आ गये. अब बेडरूम की मखमली कालीन में उसके पैर धसे जा रहे थे और रूम भी काफ़ी गर्म हो रहा था और उस पर हम माँ बेटी की नंगी जवानी उस बेचारे की हालत खराब कर रही थी.

अम्मी – अच्छा ये बताओ कि कभी हमारी जैसी जवानी देखी है तूने?

हरिया – मेम साहब हमने तो अपनी पत्नी के सिवाए के किसी भी औरत को नंगा नहीं देखा है और वो बेचारी आपके सामने कुछ भी नहीं है.

अम्मी – मादरचोद, भडवे अभी कितनी बार बताऊँ तुझे कि मेम साहब कहना बंद कर और अपनी रखैल समझकर बात कर.

फिर इसके बाद हरी ने अम्मी की चूचीयाँ कसकर दबा दी और मेरे बाल भी पकड़कर अपनी तरफ खींचते हुए बोला

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हरिया – अरी रांड़ आज में बताता हूँ कि चुदाई किसे कहते है? और अब मैंने भी अपनी सारी शर्म हया की माँ चोदकर रख दी है.

अम्मी – हाँ तो भडवे पहले तू हम लोगों की चूत चूस-चूसकर मज़ा ले और मजा दे, फिर देख चूत चुसाई में कितना मज़ा आता है? अपनी पत्नी की चाटी है कभी चूत?

आरज़ू – आप भी कैसी बातें कर रही है? हो सकता है इसने ठीक से अपनी बीवी की चूत देखी भी नहीं हो, क्योंकि ये लोग बस साड़ी उठाकर औरत को धक्के लगाना ही जानते है और ज़्यादा हुआ तो चूची को चूम लिया या मुँह में भरकर चूस लिया, क्यों हरिया?

हरिया – हाँ बहन की लोड़ी, बात तो तू ठीक ही कह रही है, भला चूत या लंड ऐसी गंदी चीज को कोई अपने मुँह में लेता है क्या?

अम्मी – अरे भडवे आज मज़ा ले हमारी चूत का, फिर देख अपनी बीवी की भोसड़ी में मुँह डाले ही पड़ा रहेगा, चल आजा मैदान में और एक साथ 2 चूतों को चाटने का मज़ा ले.

फिर में और अम्मी अपनी-अपनी चूत पूरी तरह से टांगे खोलकर फैलाकर लेट गयी. फिर हरिया अम्मी की चूत के पास आया और किसी कुत्ते की तरह उनकी चूत को सूंघने लगा.

फिर उसके बाद उसने अपनी जीभ निकालकर अम्मी की चूत को चाटना शुरू कर दिया, तो मैंने कहा कि हरिया में भी हूँ, तो उसने अपना एक हाथ मेरी चूत पर रखकर सहलाना शुरू कर दिया और अब वो जोर-जोर से अम्मी की चूत को चाट रहा था और मेरी चूत को अपनी पूरी हथेली से रगड़ रहा था, लेकिन वो ये सब पहली बार ही कर रहा था, उसे चूत से किस तरह मज़ा लेना होता है? आता ही नहीं था. फिर मैंने अम्मी से कहा कि अम्मी इसको पहले कुछ बताओ, तब ही तो जानेगा.

अम्मी – हरिया आओ, पहले मेरे साथ मेरी बेटी की चूत का मज़ा लो, में तुमको मज़ा दिलवाती हूँ, आओ.

फिर अम्मी और हरिया मेरी फैली हुई टाँगों के बीच में पसर गये. फिर अम्मी ने मेरी चूत पूरी तरह से फैला दी और हरिया से कहा कि चाटो इसे और अपनी जीभ अंदर घुसेडकर मज़ा लो, तो हरिया ऐसा ही करने लगा.

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अम्मी उठी और मेरे सिरहाने पर आकर उन्होंने अपनी चूत मेरे होंठो पर लगाकर मुझसे चूसने के लिए कहा. अब में अम्मी की चूत को चूस रही थी और हरिया मेरी चूत को बहुत मज़े से चूस रहा था. फिर बहुत देर तक चूसने के बाद हरिया बोला कि बहन की लौडियों अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है, बताओ पहले कौन चुदवाएगा?

अम्मी – इतनी जल्दी भी क्या है प्यारे? अभी तो रात परवान चढ़ी है.

हरी – लेकिन मुझे वापस भी जाना है, मेरी बीवी परेशान हो रही होगी.

अम्मी – कितने बच्चे है तेरे?

हरी- 2 बच्चे है, 4 साल की लड़की और 2 साल का लड़का है.

अम्मी – तुझे आज 1000 रुपये और दूँगी थोड़ी देर से घर जाना, तेरी बीवी पैसा देखकर खुश हो जाएगी, अब तुम लोगों के पास फोन भी नहीं होता वरना फोन करवा देती कि तू रातभर नहीं आएगा.

हरिया – मेरे पास मेरे घर के बगल का नंबर है, आप फोन कर दो.

फिर मम्मी के फोन से हरिया ने अपने घर पर फोन कर दिया कि वो रात को नहीं आ सकता है. फिर उसके बाद अम्मी और मैंने उसका लंड चाटकर तैयार किया. फिर जब वो खड़ा हुआ, तो मैंने अम्मी से कहा कि अम्मी अलमारी से कंडोम का पैकेट निकाल लाओ, तो वो कंडोम देखते ही भड़क गया और बोला कि ये क्या है भला? इसको चढ़ाकर भी कहीं चुदाई का मज़ा आता है क्या?

अम्मी – ओए कबूतर ज़्यादा बदचोदी ना कर, अगर एड्स हो गया तो गांड फट जाएगी, पता है एड्स क्या होता है? साले इस कंडोम के कई फ़ायदे है पहली बात कि तेरी बीवी या जिसे भी तू चोदेगा वो पेट से नहीं होगी और दूसरी सबसे बड़ी बात की इससे एड्स नहीं होता है और फिर अम्मी ने उसे कंडोम पहना दिया.

अम्मी – बता किसको चोदेगा पहले?

हरिया – पहले तुझे ही चोदूंगा.

अम्मी – भला मेरी जवान बेटी को क्यों नहीं?

हरिया – क्योंकि मेरी रांडो मुझे लगता है कि तुझमें जवानी का ज़्यादा मज़ा है, तेरी बेटी तो अभी बच्ची है बेचारी चीखने शोर मचाने लगेगी.

आरज़ू – ओए तेरी बेटी को कुत्ते चोदे, बहन के लंड, अभी तूने मेरी जवानी कायदे से देखी ही कहाँ है? चल अब जब तूने मेरी अम्मी को चोदने का मन बना ही लिया है तो बेटा तू अभी जानता नहीं मेरी माँ को, साली खाई जितनी गहराई है उसकी भोसड़ी की, हालत खराब हो जाएगी तेरी, पहले तू उसको ही निबटा ले, उसके बाद देखती हूँ तुझमें कितना दम है? और अम्मी से पूछा कि कैसे चुदवाओगी इससे?

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अम्मी – बेटी में तो खड़े होकर चुदवाऊँगी, इसके तगड़े लंड पर झूलने में बहुत मज़ा आएगा, क्यों रे गबरू उठा लेगा मेरा बोझ?

हरिया – हाँ-हाँ में तो तुम दोनों को एक साथ अपने लंड पर बैठाकर उछाल सकता हूँ.

अम्मी – बात उतनी कर जितनी हो सके, बहन के लंड चल भिड़ा अपने लंड को मेरी चूत से.

फिर उसके बाद उसने अम्मी की चूत से सेंटर मिलाकर उसने अपनी गोद में उठा लिया. अब अम्मी पूरी तरह से अपनी चूत का बोझ उसके लंड पर डाले हुए थी और वो नीचे से जोरदार धक्के लगा रहा था. फिर सच में कुछ ही देर में अम्मी की चीखें निकलने लगी और वो करीब 20-25 मिनट तक धक्के लगाता रहा और फिर अम्मी से बोला कि जानू तुम भी थोड़ी मेहनत करो.

अम्मी बोली कि बहन के लंड मुझे ही मेहनत करना है, तो तू पैसे किस बात के ले रहा है? हरामी मार धक्के. फिर उसके बाद वो ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगा. फिर थोड़ी देर बाद उसने लंड निकालकर मेरी चूत में डाल दिया. अब वो कभी मम्मी को चोदता तो कभी मुझे. बड़ा मजा आ रहा था ऐसे चुदवाने में और वो भी पूरी रात हमें चोदता रहा. दोस्तों उनके वीर्य का स्वाद बहुत अच्छा था. उसके बाद वो घर से सुबह निकल गया और उसके बाद आज तक कभी हमारे मोहल्ले में दिखाई नहीं दिया.